Tuesday, 1 October 2024

कुछ पसन्दीदा अश'आर

*फूल ख़ुशबू बिखरते हर सू
और काँटे कभी नहीं खिलते 
फिर भी काँटों की मेहरबानी है 
वर्ना ये फूल याँ नहीं मिलते 

Flowers scatter fragrance all around, 
while the thorns never even bloom.  
Yet it's courtesy of these thorns,
Or else flowers here won't zoom.

काम अब कोई न आएगा बस इक दिल के सिवा 
रास्ते बंद हैं सब कूचा-ए-क़ातिल के सिवा 
अली सरदार जाफ़री 

But for the heart none can be of use in this bane. 
All roads are blocked but for the murderer ''s lane. 

तारों का गो शुमार में आना मुहाल है
लेकिन किसी को नींद न आए तो क्या करे? 
हामिदुल्लाह अफ़सर

Though a count of stars is impossible to keep. 
But what to do when someone can't get sleep? 

ये आलम शौक़ का देखा न जाए
वो बुत है या ख़ुदा देखा न जाए

This state of desire I can't see. 
Whether idol or Lord I can't see. 

ये किन नज़रों से तू ने आज देखा
कि तेरा देखना देखा न जाए
अहमद फ़राज़ 

The way that today you saw me. 
Your viewing this way I can't see. 

हमेशा के लिए मुझ से बिछड़ जा
ये मंज़र बार-हा देखा न जाए

Depart with me just once for all. 
Quite often this view I can't see. 

चंद अल्फ़ाज़ के मोती हैं मिरे दामन में 
है मगर तेरी मोहब्बत का तक़ाज़ा कुछ और 
आमिर उस्मानी 

In my hem are word pearls, a few. 
Your love exacts something anew. 

उस शहर में जितने चेहरे थे कुछ याद नहीं सब भूल 
गए
इक शख़्स किताबों जैसा था वो शख़्स ज़बानी याद हुआ 
नोशी गिलानी 

All faces from that city have been swept off memory plate. 
One person was like a book, I remember in verbatim state. 

शाम को तेरा हँस कर मिलना 
दिन भर की उजरत होती है 
इशरत आफ़रीं

When you meet at eve' with a smile. 
It pays my daily wage within a while. 

दिल कभी ख़्वाब के पीछे कभी दुनिया की तरफ़ 
एक ने अज्र दिया एक ने उजरत नहीं दी 
इफ़्तिख़ार आरिफ़ 

At times heart followed dream , at times world degree. 
One gave everlasting reward, other didn't pay the fee. 

कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगा
मैं तो दरिया हूँ समुंदर में उतर जाऊँगा
अहमद नदीम क़ासमी

Who says that I shall die with death? 
I am river,' ll merge in sea for breath. 

कभी जो ख़्वाब था वो पा लिया है
मगर जो खो गई वो चीज़ क्या थी 
जावेद अख्तर 

I gained what was a dream to cost. 
But what was that which I had lost? 





जब कभी कोई मोहब्बत की क़सम खाता है 
काँप उठता हूँ कहीं मुझ सा ही अंजाम न हो 

Whenever one pledges about love, it's state. 
I remember my fate and tremble O mate! 

ग़रज़ परस्त जहाँ में वफ़ा तलाश न कर
ये शय बनी है किसी दूसरे जहाँ के लिए 
साहिर लुधियानवी 

Don't search for loyalty I need based world. 
This thing was meant for some other world. 











अच्छा है दिल के पास रहे पासवान-ए-अक़्ल
लेकिन कभी कभी उसे तन्हा भी छोड़ दे
इक़बाल 

Let the heart stay within mind zone. 
But at times, let it also be alone. 

अक़्ल-ओ-दानिश से तो कुछ काम न निकला अपना
कब तक आख़िर दिल-ए-दीवाना का कहना न करें
वहशत कलकतवी

Nothing could be worked out with my sense. 
How long to neglect being in frenzy heart fence. 

दिल तोड़ के जाने वाले सुन दो और भी रिश्ते बाक़ी हैं 
इक साँस की डोरी अटकी है इक प्यार का बंधन रहता है 
क़यूम नज़र

Listen O you who broke the heart, two relations still stand. 
String of breaths is active still, bond of love stands grand. 

यूँ अगर देखिए क्या कुछ नहीं है मुश्त-ए-ग़ुबार 
और अगर सोचिए तो ख़ाक भी इंसाँ में नहीं 
पंडित दत्तात्रेय कैफ़ी 

If you watch what isn't in a fistful of dust. 
If you think it isn't worth it's constituent dust. 

वो एक बूंद जो फैलाव में समन्दर थी
उलझ के रह गई मिट्टी के चन्द ज़र्रों में 
वसीम बरेलवी 

That one drop whose spread was the sea. 
Got entangled in a few drops of sand to be. 

मौत को कुछ न मिला चन्द अनासिर के सिवा 
ज़िंदगी अपनी जगह है कहीं आई न गई

 But for five constituents, nothing was for death. 
Life remains where it was, without losing breath. 

सब इक चराग़ के परवाने होना चाहते हैं 
अजीब लोग हैं दीवाने होना चाहते हैं 
अस'अद बदायूनी 

All want to be moth's of one lamp flame.
Strange are people, want to be crazy for name. 

उसी मक़ाम पर कल मुझसे देख कर तन्हा
बहुत उदास हुए फूल बेचने वाले 
जमाल एहसानी

 At the same site,seeing me alone
Flower sellers were sad to groan. 

ये भी इक रंग है शायद मिरी महरूमी का
कोई हँस दे तो मुहब्बत का गुमाँ होता है 
ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

It's also a shade of my misfortune. 
If someone smiles, it appears love tune.

ज़र का बंदा हो कि महरूमी का मारा हुआ शख़्स 
जिस को देखो वही औक़ात से निकला हुआ है 
तौक़ीर तक़ी

Whether wealthy or hit by misfortune. 
Everyone looks like out of tune. 

न जाने कैसी महरूमी पस-ए-रफ़्तार चलती है 
हमेशा मेरे आगे आगे इक दीवार चलती है 
अज़ीज़ नबील

I know not what misfortune goes behind speed. 
There's a wall on move in front of my lead. 

मैं ख़याल हूँ किसी और का मुझे सोचता कोई और है 
सर-ए-आईना मिरा अक्स है पस-ए-आईना कोई और है
सलीम कौसर 









क़तरा-ए-तुनुकमाया ! बहर-ए-बेकराँ है तू
अपनी इब्तिदा हो कर अपनी इन्तिहा हो जा
असग़र गौण्डवी 

O mean drop of water! You are limitless sea. 
From your little start, finale you need to be. 

फ़ितरत-ए-आदम में थी अल्लाह क्या नशवोनुमा
एक मुट्ठी ख़ाक यूँ फैली कि दुनिया हो गई 
साक़िब लखनवी 

What an expanse was there in behavior of man ! 
A fistful of dust spread to be world only it can. 

इब्तिदा वो थी कि जीना था मोहब्बत में महाल
इन्तेहा ये है कि अब मरना भी मुश्किल हो गया 
जिगर मुरादाबादी 

It was difficult to live in love at start. 
End is being difficult for life to part. 

सुनी हिकायत-ए-हस्ती तो दरमियाँ से सुनी
न इब्तिदा की ख़बर है न इन्तिहा मालूम 
शाद अज़ीमाबादी 

The story of life midway I listened. 
Neither I am aware of start nor end. 

कारफ़र्मा है फ़क़त हुस्न का नवरंग-ए-कमाल 
चाहे वो शम्अ बने चाहे परवाना बने

Only affluence of beauty is on it's show
Whether as alit lamp or firemoth's final bow. 

शजर शजर निगराँ है कली कली बेदार 
न जाने किस की निगाहों को ढूँढती है बहार

Each tree observes, all buds are well awake. 
In search of whose view is spring at stake? 

जुनूँ पसन्द मुझे छाँव है बबूलों की
अजब बहार है इन ज़र्द ज़र्द फूलों की
नासिख़

In frenzy I like gum acacia shade. 
Yellow flowers cast a spring inlaid. 

अब के जुनूँ में फ़ासला शायद न कुछ रहे
दामन के चाक और गरीबाँ के चाक में 
मीर तक़ी मीर 

In this frenzy no difference will probably remain. 
Between tattered upper and lower apparel chain. 




























जीने के लिए ढूँढ ले कोई भी बहाना 
वर्ना ग़म-ए-हस्ती से यहाँ किसको मफ़र है

Search any excuse for this life to lead. 
Who can escape from trouble indeed? 

ये किस धोखे में अपनी जाँ दिए जाते हैं परवाने 
इन्होंने शम्अ के शोले को शायद ताज-ए-सर जाना

Firemoths! Why die, it's disguise melt 
down. 
You thought candle flame has a golden crown. 

*उस की याद आई है साँसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है 
राहत इन्दौरी

Her memory is here, breathe slowly I say. 
Even heart beats disturb while you pray. 

*सुकून-ए-दिल जहाँ में बेश-ओ-कम हैं ढूँढने वाले
यहाँ हर चीज़ मिलती है सुकून-ए-दिल नहीं मिलता

O searcher! In this world there's little peace of heart. 
Every thing else is available in this mart. 

हुआ है तुझसे बिछड़ने के बाद ये मालूम 
कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी 
अहमद फ़राज़ 

It's only after parting with you that I knew. 
It was a world along with and not only you. 

वो जाम हूँ जो ख़ून-ए-तमन्ना से भर गया 
ये मेरा ज़र्फ़ है कि छलकता नहीं हूँ मैं 

Filled with blood of unfulfilled desires divine. 
I can handle this handleless cup of mine. 

*क़रीब है यारो रोज़-ए-महशर, 
छुपेगा पुश्तों का ख़ून क्यूँ कर
जो चुप रहेगी ज़ुबान-ए-ख़ंजर, 
लहू पुकारेगी आस्तीं का
इक़बाल 

Nearby is the doomsday,
 blood of generations will say. 
If tongue of knife is kept away, 
blood on sleeves 'll cry ' n say. 

*यही शान-ए-करीमी है यही कार-ए-चमनबन्दी
कि जब ग़ुंचे कादिल शक़ हो तो गुल का पैरहन जागे
डाक्टर ख़ुर्शीद उल इस्लाम 

This is His grace, this is how gardens grow. 
When heart of a bud shatters, floral garments show. 

पहरे तो लगा सकते हो इस जिस्म पे लेकिन 
ज़ंजीर ख़यालात को पहना न सकोगे
मोहम्मद नक़्वी

You can place my body behind the bars. 
Thoughts can't be chained, 'll reach stars. 

उलझे दामन को छुड़ाते नहीं झटका दे कर
दफ़ अतन तर्क-ए-त'अल्लुक़ में भी रुस्वाई है 
आरज़ू लखनवी 

Entangled garment shouldn't be jerked away. 
Sudden break apart will bring disgrace, so to say. 

उल्फ़त भी अजब शै है जो दर्द वही दर्मां
पानी पे नहीं गिरता जलता हुआ परवाना

 Love is strange, one who gives pain and relief, is the same. 
Burning firemoth doesn't fall on water but on flame. 

उल्फ़त-ए-गेसू ने आख़िर दी मेरे दिल को शिकस्त 
हाय क्या अनमोल शीशा था मगर बाल आ गया 

Love for tresses defeated my heart, it's class. 
A fine hairy crack is seen on such a costly glass. 

तुम अपनी शर्तों पे खेल खेलो मैं जैसे चाहे लगाऊँ बाज़ी
अगर मैं जीता तो तुम हो मेरे अगर मैं हारा तो मैं तुम्हारा

You may play on your terms, I will bet as I desire. 
If I lose, I am yours, if you lose, I will acquire. 

मौत क्या है तुम्हें हम ये समझाए क्या 
इक मुसाफ़िर था रस्ते में नींद आ गई 
जिगर मुरादाबादी 

What's death? How can I tell? 
A traveller in sleep 's spell. 

ग़ुंचों के मुस्कराने पे करते हैं हँस के फूल 
अपना करो ख़याल हमारी तो कट गई
शाद अज़ीमाबादी 

When buds smiled flowers laughed and said. 
Look after your own, our life is shed. 

चला जाता हूँ हँसता खेलता मौज-ए-हवादिस से
अगर आसानियाँ हों ज़िंदगी दुश्वार हो जाए
असग़र गौण्डवी 

Used to swim against tides of misfortune, now please. 
Life will simply be cumbersome,
 if it's led with ease. 

रफ़ीक़ों से रक़ीब अच्छे जो मर कर नाम लेते हैं 
गुलों से ख़ार बेहतर हैं जो दामन थाम लेते हैं 

Wa"zzzzzzzzzzzzzzz"_z zzz_zz___zzzThorns are better than flowers, your garment these hold on. 

Transcreated by इक तूर है कि जब से जला नाम हो गया 
z"z to "
When burnt, my nest is ash, no trace. 
When burnt, mount Toor has name and place. 
pray for a me 
Transcreated by the way to कैसे ज़मीं की बात करें आस्माँ से हम
अहमद नदीम क़ासमी

Which issue in prayer can be raised so high? 
How to talk about matters of earth with sky? 





















माँगा करेंगे अब से दुआ हिज्र-ए-यार की
आख़िर तो दुश्मनी है दुआ की असर के साथ 
मोमिन 

From now on, I 'll pray for parting with her as a tact. 
After all there' s rivalry between prayer and effect. 

कोई आया न आएगा लेकिन 
क्या करें गर न इन्तज़ार करें? 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

Neither has anyone come nor will. 
But what to do if not wait still? 

फिर बैठे बैठे वादा-ए-वस्ल उसने कर लिया
फिर उठ खड़ा हुआ वही रोग इन्तज़ार का
अमीर मीनाई 

She just promised to meet one again. 
YBu and t
Transcreated by iबताती हैं कि हद्द-ए-आलम-ए-फ़ानी यहाँ तक है I

Decaying uneven walls of the graveyard show. 
The extent to which human beings can grow. 

ये कौन ज़ेर-ए-ज़मीं इसको गुदगुदाता है
कि मुस्कराती हुई हर कली निकलती है
आग़ा शायर देहलवी 

Who is titillating it under the earth? 
Each bud emerges from twig in mirth

चमन में कौन है पुरसान-ए-हाल शबनम का 
ग़रीब रोई तो फूलों को भी हँसी आई
अर्श मल्सियानी

In garden, this way is dew account kept. 
Even the flowers smile when she wept. 

देख लो अहल-ए-चमन! रुस्वाई-ए-फ़स्ल-ए-बहार
कौन सा गुल है कि जिस पर क़तरा-ए-शबनम नही 
नातिक़ गुलावती

O gardener! Don't you think it's insult of spring. 
All flowers cry, on the petals tears kling

शबनम समझ के तुमने इनकी हँसी उड़ाई
फूलों को आ रहे थे जब मौत के पसीने

You laughed at them, thinking it's dew my dear! 
When flowers were sweating out of death fear. 

कह रहा है शोर-ए-दरिया से समन्दर का सुकूत
जिसका जितना ज़र्फ़ है उतना ही वो ख़ामोश है

To the noise of turbulent river says silence of sea. 
The capacity to contain shows how silent one can be. 







मसाइब और थे पर दिल का जाना 
अजब इक सानेहा सा हो गया है 
मीर तक़ी मीर 

There were plenty of troubles but parting of heart. 
Well, it's a definite mishap  from the start. 

वतन के लोग सताते थे जब वतन में थे
वतन की याद सताती है जब वतन में नहीं 
अंजुम मानपुरी

People of the land troubled when I was there. 
Land memories do so when I came here. 

ज़ब्त-ए-गिरिया तो है पर दिल पे जो इक चोट सी है
क़तरे आँसू के टपक जाते हैं दो चार हनोज़
नासिख़

I try to hold tears but hurt in the heart. 
At times allows tears from my eyes to part. 

शे'अर हैं दर अस्ल' माहिर ' तर्जुमान-ए-वारदात
दिल पे जो गुज़रे वही मंज़ूम होना चाहिए 
माहिरुल क़ादरी

A couplet reveals what happened in fact
Whatever hurts heart must be said with tact. 

सौ बार तिरा दामन हाथों में मिरे आया
जब आँख खुली देखा अपना ही गिरेबां है
असग़र गौण्डवी 

A hundred times my hand on your hem could land. 
But I awoke to find my own garb in my hand. 

महफ़िल में शम्अ चाँद फ़लक पर चमन में फूल
तस्वीर-ए-रू-ए-अनवर-ए-जानां कहाँ नहीं 
औसक अली अश्क

Transcreated It's only the face of my sweet heart t
I I yyyiy yyyiyy as
अच्छा यक़ीं नहीं है तो कश्ती डुबो के देखi
इक तू ही नाख़ुदा नहीं ज़ालिम ख़ुदा भी है
फ़ानी 

O sailor! There's also a Lord overhead. 
Sink the ship to see if your faith is dead

चमन से रुख़सत-ए-फ़ानी क़रीब है शायद 
कुछ आज बू-ए-कफ़न दामन-ए-बहार में है
फ़ानी 

It appears out of world garden, Fani is going to squeeze. 
Since morning there's smell of coffin
 in the breeze. 

बैठ जाता हूँ जहाँ छाँव घनी होती है 
हाय क्या चीज़ ग़रीब-उल-वतनी होती है
हफ़ीज़ जौनपुरी 

I sit and retire wherever there is shade. 
How an immigrant keeps his passion in shade. 

मुफ़लिसी सब बहार खोती है
मर्द का एतबार खोती है
वली दकनी

In poverty glory is off at no cost. 
The confidence of man is finally lost. 

ख़ुदा पे छोड़ दे डूबे कि पार हो कश्ती 
'रज़ा' न मौजें हैं अपनी न अपना साहिल है
रज़ा लखनवी 

Leave to Him if your ship sinks or floats any more. 
O 'Raza' ! Your's are neither the waves nor shore. 











बवक़्त-ए-अलविदा उस दिलरुबा को
न सोंपा बदगुमानी में ख़ुदा को

While parting with sweet heart, to take guard. 
I did not hand her over even to Lord. 

ये तस्वीरें बज़ाहिर तो सदा ख़ामोश रहती हैं 
मगर अहल-ए-नज़र देखें तो दिल की बात कहती हैं 

These murals always appear to be mum
For gifted observers have a tune to hum

अब किसको ढूँढते हो यहाँ शख़्स की बजाय
बंगला है नर्म सोफ़े हैं इक लम्बी कार है
साहिर लुधियानवी 

Whom do you look for in that person's place. 
Bungalow, sofas and car occupy the space. 

किसी की बज़्म-ए-तरब में हयात बँटती थी
उम्मीदवारों में कल मौत भी नज़र आई

Life was given in alms on a great gala scene. 
Among those who asked for, even death was seen. 

बेहोश हुए मूसा चेहरे की तजल्ली से
इस पर्दादरी में भी पर्दा नज़र आता है 
डाक्टर नक़्वी

Moses got unconscious with the glow of His face. 
A veil removed left another in it's place. 

उम्र-ए-दराज़ माँग कर लाए थे चार दिन 
दो आरज़ू में कट गए दो इंतज़ार में 
बहादुर शाह ज़फ़र 

I begged for a life of four days in bargain. 
Two were spent in desire, two waiting 
in vain. 

या तो किसी को लज़्ज़त-ए-दीदार ही न हो
या फिर मेरी निगाह से देखा करे कोई 

Either pleasure of your glimpse for none should be there. 
Or one should see you with my eyes, the way I care. 

क्यों मेरी मुहब्बत को पत्थर वो समझते हैं 
क्यों इतने परेशाँ हैं शीशे के मकाँ वाले 

After all why does my love take my love for a stone
Why one living in glass house, is worried it 'll be thrown. 

क्यों पशेमाँ हो अगर वादा वफ़ा हो न सका
कहीं वादे भी निभाने के लिए होते हैं 
इबरत मछलीशहरी

Why are you embarrassed not fulfilling a promise? 
Is being fulfilled the usual fate of a promise? 

अपने जलने में किसी को नहीं करते हैं शरीक
रात हो जाय तो हम शम्अ बुझा देते हैं 
सबा अकबराबादी 

None is allowed to burn with me. 
O candle ! At night I put out thee. 

*जिसे ले गई है अभी हवा वो वरक़ है दिल की किताब का
कहीं आँसुओं से मिटा हुआ कहीं आँसुओं से लिखा हुआ 

What has just been swept with wind, is a leaf from book of heart. 
Washed with tears at some place, written with tears in some part. 

कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से 
ये नये मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो

None will even shake your hand, if you embrace out of heat
This is a city of new norms, keep some distance when you meet. 

आँखें आँसू भरी पलकें बोझल घनी जैसे झीलें भी हों नर्म साए भी हों
ये तो कहिए उन्हें कुछ हँसी आ गई बच गए आज हम डूबते डूबते

Tear filled eyes thick lashes downcast
Soft shadows in salt lakes are cast. 
By the way she just happened to smile 
I was saved from drowning awhile. 

बड़े लोगों से मिलते वक़्त हरदम फ़ासला रखना
जहाँ दरिया समन्दर से मिला दरिया नहीं रहता

Always keep some distance when with bigwigs you are cast. 
While mingling with the ocean, river identify is lost fast. 

पके गेहूँ की ख़ुशबू चीख़ती है 
बदन कब का सुनहरा होचुका है

Smell of ripe wheat cries anew. 
My body has acquired a golden hue. 

हज़ारों शे'अर मेरे सो गए काग़ज़ की कब्रों में 
अजब माँ हूँ कोई बच्चा मेरा ज़िन्दा नहीं रहता

Thousands of my couplets in paper graves thrive. 
I am a strange mother, none of my children stays alive

मुख़्तसर बातें करो बेजा वज़ाहत मत करो
ये नई दुनिया है बच्चों में ज़हानत है बहुत 

Talk less. Don't explain without any need. 
This is a new world with intelligent breed. 










अच्छे हुए ज़माने के बीमार सैकड़ों 
दिल वो मरीज़ है कि अभी ज़ेर-ए-ग़ौर है
आसी उल्दनी 

Hundreds of diseased are now fit and smart. 
Patient under observation is still, the heart. 

यारब ये दिल है या कोई मेहमाँ सराय है
ग़म रह गा कभी कभी आराम रह गया 
मीर दर्द 

O God! Is it my heart or a guest house on highway. 
At different times,do grief and pleasure  stay. 

दोनों का एक हाल है ये मुद्द 'आ हो काश
वो ही ख़त उसने भेज दिया क्यों जवाब में 
मोमिन 

How I wish condition of both of us is the same. 
Why has she sent my letter back in my name? 

*यही काँटे तो कुछ खुद्दार हैं सहन-ए-गुलिस्ताँ में 
जो शबनम के लिए दामन को फैलाया नहीं करते 

Garden thorns have self respect maintained by a few. 
Who don't stretch their garb to collect drops of dew. 

उड़ते उड़ते आस का पंछी दूर उफ़क़ में डूब गया 
रोते-रोते बैठ गई आवाज़ किसी सौदाई की
क़तील शफ़ाई

The bird of desire kept flying on it's course. 
Lover kept crying till the voice got hoarse. 

कितना है बदनसीब' ज़फ़र' दफ़्न के लिए 
दो गज़ ज़मीन भी न कू-ए-यार में 

How unfortunate is 'Zafar' that for burial remaiin. 
Two yards of land was not in darling 's lane. 

बड़े शौक़ से सुन रहा था ज़माना 
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते 

Transcreated her veiled. 
Or I would lose my faith, God be hailed. 



क्यूँ माँग रहे हो किसी बारिश की दुआएँ 
तुम अपने शिकस्ता दर-ओ-दीवार तो देखो
 जाज़िब क़ुरैशी

Why do you beg for some incessant rain? 
Look at broken walls and door of your domain. 

Transcreated by Ravi Maun मेरी आँखों में कोई और उजाला ही नहीं

But for the glow of memories afar. 
There's no light in my eyes so far. 







मैं वो शे'अर हूँ जिसे आज तक न कहा गया न सुना गया 
जिसे उंगलियों ने छुआ नहीं मैं वो बदनसीब सितार हूँ 

I am a couplet recited and heard by none till date. 
Untouched by playing fingers, a sitar z
 left to fate. 

मेरी पलकों पर ये आँसू प्यार की तौहीन थे
उनकी आँखों से गिरे मोती के दाने हो गए

On my eyelashes were treated as insult of love, these tears. 
When these trickled from her eyes, were picked as pearls by peers. 

इन्हीं रास्तों ने जिन पर कभी तुम थे साथ मेरे 
मुझे रोक रोक पूछा तिरा हमसफ़र कहाँ है 

The path on which we walked in a trance like state. 
Stopped me at places 'n asked where was my mate? 







छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तक
लौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखे
शहज़ाद अहमद 
Fc
I don't come along to leave himfu uptffoffc door. 
Returning who 'll see him leaving once more. 

हम ने जब वादी-ए-ग़ुर्बत में क़दम रक्खा था
दूर तक हुब्ब-ए-वतन आई थी समझाने को
वहीद इलाहाबादी 

When I first stepped in valley of foreign land. 
Love for land came to make me understand. 

नज़र ' मीर' ने कैसी हसरत से की
 बहुत रोए हम उसकी रुख़सत के बाद 
मीर तक़ी मीर 

His was the view of unfulfilled desire. 
I wept a lot after he parted to retire. 

हसरतों का हो गया है इस क़दर दिल में हुजूम 
साँस रस्ता ढूँढती है आने जाने के लिए 
जिगर जालंधरी

There's such a jumble of desires in heart. 
Breath seeks space to traverse the part. 


या तो वो ना-फ़हम हैं जो बोलते हैं इन दिनों 
या जिन्हें ख़ामोश रहने की सज़ा मालूम है
शुजा ख़ावर

They don't understand who these days hum
 Or those who know punishment for being mum. 

उठे हैं हाथ तो अपने करम की लाज बचा 
वगरना मेरी दुआ क्या मिरी तलब क्या है 
सीद्दीक़ मुजीब 

Save value of your grace for raised hands.
 Or else what's my prayer, my demand stands

तलब करें तो ये आँखें भी इन को दे दूँ मैं 
मगर ये लोग इन आँखों के ख़्वाब माँगते हैं 
अब्बास रिज़्वी

I can give them my eyes if they ask.
 People demand dreams, tough task. 

आरज़ू है कि तू यहाँ आए
और फिर उम्र भर न जाए कहीं 
नासिर काज़मी 

You come here is my desire. 
Then don't leave for life entire. 

उसको भी याद करने की फ़ुर्सत न थी मुझे
मसरूफ़ था मैं कुछ भी न करने के बावजूद 

She didn't have the time to remember me even. 
I was also busy doing nothing even then. 

दुआएँ याद करा दी गई थी बचपन में 
 सो ज़ख़्म खाते रहे और दुआ दिए गए हम
इफ़्तिख़ार आरिफ़ 

Prayers were crammed while I was still a child. 
So I bore wounds and blessed thinking it mild. 

:अमल से ज़िंदगी बनती है जन्नत भी जहन्नम भी 
ये ख़ाकी अपनी फ़ितरत में न नूरी है न नारी है 
अल्लामा इक़बाल 

By proper usage, the life can become heaven and hell. 
This earthen body has neither fairy nor hellish spell. 

देखा न तुझे ऐ रब हम ने हाँ दुनिया तेरी देखी है 
सड़कों पर भूके बच्चे भी कोठे पर अब्ला नारी भी 
आज़िम कोहली

I haven't seen you O lord but your world of course. 
Hungry kids on streets and women with hellish remorse. 


 


मिरी रूह की हक़ीक़त मिरे आँसुओं से पूछो
मिरा मज्लिसी तबस्सुम मिरा तर्जुमा नहीं है
मुस्तफ़ा ज़ैदी

Tears'll reveal truth or soul in a while. 
I am not what is my social smile. 

आँसू हमारे गिर गए उसकी निगाह से
इन मोतियों की अब कोई क़ीमत नहीं रही
जलील मानकपुरी 

My tears suffered a fall in her view. 
These pearls have lost price, nothing is due. 

जो आग लगाई थी तुम ने उसको तो बुझाया अश्कों ने
जो अश्कों ने भड़काई है उस आग को ठण्डा कौन करे
मुइन अहसन जज़्बी

Tears put off what you had set to fire. 
What tears provoked who'd cool that ire? 

थमें आँसू तो फिर तुम शौक़ से घर को चले जाना
कहाँ जाते हो इस तूफ़ान में, पानी ज़रा ठहरे ! 
लाला माधव राम जौहर

When tears stop, when may go home, if you please. 
Why move out in this hurricane, let the rain cease. 

अश्क-ए-ग़म दीदा-ए-पुर-नम से संभाले न गए
ये वो बच्चे हैं जो माँ-बाप से पाले न गए
मीर अनीस 

Tears of grief my moist eyes couldn't bear. 
These are the children that parents couldn't rear. 

होती है शाम आँख से आँसू रवाँ हुए 
ये वक़्त क़ैदियों की रिहाई का वक़्त है
अहमद मुश्ताक़ 

Come evening, tears leave to go far. 
This is the time prisoners get out of bar

आँखों तक आ सकी न कभी आँसुओं की लहर
ये क़ाफ़िला भी वक़्त - ए-मकानी में रह गया 
अब्बास ताबिश 

Wave of tears couldn't reach eyes, even trace. 
This caravan was also lost out of place. 

इतने आँसू तो न थे दीद-ए-तर के आगे 
अब तो पानी ही भरा रहता है घर के आगे 
मीर हसन

So many tears were not in wet eye dome. 
Now water has settled in front of the home. 

उसने छूकर मुझे पत्थर से फिर इंसान किया 
मुद्दतों बाद मिरी आँखों में आँसू आए
बशीर बद्र 

She touched and I turned to man from stone. 
It's been long since in my eyes tears have shown. 

उन के रुख़सारो पे ढलते हुए आँसू तौबा ! 
मैंने शबनम को भी शोलों पे मचलते देखा
साहिर लुधियानवी 

These tears rolling down her cheeks, I repent. 
Dewdrops on embers throwing tantrums, no comment. 

रोज़ अच्छे नहीं लगते आँसू 
ख़ास मौकों पे मज़ा देते हैं 
मोहम्मद अल्वी

Shedding tears don't look good every day. 
They impart pleasure in a specific way. 

. एक आँसू ने डुबोया मुझको उनकी बज़्म में 
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई
ज़ौक़

One drop drowned me in her contact. 
A drop of water watered down my respect. 

पस-ए-मुर्दन बनाए जाएँगे साग़र मिरी गिल के 
लब-जाँ-बख़्श के बोसे मिलेंगे ख़ाक में मिल के 
मय के पीने से सितमगर ने ही तौबा कर ली 
जाम जब बन के मिरी ख़ाक से तैयार हुए 

From my soil 'll be shaped wine cups for drink. 
I' ll kiss her lips, when she dips, find a link. 
My torturer vowed to abstain from drink. When cups from my soil were ready for drink. 

न कोई दाग़ न धब्बा न हरारत न तपिश 
चाँद सूरज से भी ये माहजबीं अच्छे हैं 
मुज़्तर ख़ैराबादी 

There's no unclean spot,
 no vississitudes not hot. 
Better than sun and moon 
are our lovers quite a lot. 

मैने जिन आँखों में देखे थे समन्दर मौजज़न
उन में जो भी डूबने वाला मिले प्यासा मिले
अमजद इस्लाम अमजद

The eyes in which I witnessed sea with waves. 
Whoever delved therein was thirsty needing saves. 

आईना तुझे देख के गुलनार हुआ था
शायद तिरी आँखों ने वो रंगत नहीं देखी
शहज़ाद अहमद



Mirror turned scarlet looking at you. Probably your eyes didn't see it too. 

ज़ुल्फ़ घटा बन कर रह जाए आँख कँवल हो जाय
शायद उस को पल भर देखें और ग़ज़ल हो जाय
कैसर - उल-ज़ाफ़री






क्या कहूँ दीदा-ए-तर ये तो मिरा चेहरा है
संग कट जाते हैं पानी की जहाँ धार गिरे
शकेब जलाली 

What to tell O wet eyed! This is my face.
Even stones get indented, rain leaves it's trace. 

घास में जज़्ब हुए होंगे ज़मीं के आँसू 
पाँव रखता हूँ तो थोड़ी सी नमी लगती है
सलीम अहमद 

Tears of earth were absorbed in grass. 
It feels a little wet, this carpet class ! 

वो अश्क बन के मिरी चश्म-ए-तर में रहता है 
अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है 
बिस्मिल साबरी

As a shadow he stays in my eyes still wet. 
A strange man living in Waterhouse yet. 

काश मैं तेरी मुलाक़ात को ख़ुद ही आता
भेज कर तूर पे मूसा को पशेमान हूँ मैं 

I wish meeting you was my intent. 
Sending Mosses on Toor, I repent. 






वो परिन्दे जो आँख रखते हैं 
सब से पहले असीर होते हैं 

The birds that can view from a far. 
Are the first to be prison star. 

सो भी जा ऐ दिल-ए-मजरूह बहुत रात गई
अब तो रह रह के सितारों को भी नींद आती है 

Night is way ahead, O wounded heart sleep. 
Now some time even stars are asleep. 

जब तिरे नैन मुस्कराते हैं 
ज़ीस्त के रंज भूल जाते हैं 

When your eyes just smile. 
Life pain is forgotten for a while. 

हुस्न इक दिलरुबा हुकूमत है 
इश्क़ इकक़ुदरती ग़ुलामी है 

Beauty is a pleasant governance. 
Love is a natural subordinance. 

अदम रोज़-ए-अज़ल जब क़िस्मतें तकसीम होती थीं 
मुक़द्दर की जगह मैं साग़र-ओ-मीना उठा लाया

O Adam! When fortunes were distributed by Him. 
I picked bottle and cup but for 
fate, on whim. 

तौबा का तकल्लुफ़ कौन करे हालात की नीयत ठीक नहीं 
रहमत का इरादा बिगड़ा है बरसात की नीयत ठीक नहीं 

Who needs be formal to abstain
 Ill motive conditions pertain. 
Almighty 's goodwill is gone
I'll intention of rains is on. 

तड़प कर मैंने तौबा तोड़ डाली
तिरी रहमत पे इल्ज़ाम आ रहा था

I broke promise to abstain, content. 
Under scanner was your intent. 

अपनों से भी इतना तकल्लुफ़
कितने दुनियादार बने हो ! 

So formal with those who are your own
How much involved with world, it's tone

हम को शाहों की अदालत से तवक्क़ो तो नहीं 
आप कहते हैं तो ज़ंजीर हिला देते हैं 

I don't expect a thing from king's court
If you wish, I move the chain to report. 

किस को समझाने लगे आप जनाब-ए-नासेह
मैं तो नादाँ हूँ मगर आप तो नादान नहीं 

O priest! Whom have you come to preach? 
I am innocent but way beyond your reach. 





अश'आर मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं 
कुछ शे' अर फ़क़त उनको सुनाने के लिए हैं 
कैफ़ी आज़मी

In general my couplets are for world as a whole. 
Some couplets specific for her ears 've their role. 

ऐअश्क न कर ज़ुल्म ज़रा देर ठहर जा
एक शख़्स अभी मेरी निगाहों में बसा 
एहतमाम सादिक़

O tear! Don't be cruel, just wait for a while. 
One person occupies my eyes with style. 

तकलीफ़ मिट गई मगर अहसास रह गया 
ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया 
अब्दुल हमीद अदम 

Some feeling remains though grief is gone. 
I'm happy, something is with me to moan. 

कभी तो दैर-ओ-हरम से तू आएगा वापस
मैं मयकदे में तिरा इन्तज़ार कर लूँगा 
अब्दुल हमीद अदम 

From temple or mosque, someday you will be back. 
I will wait for you in the tavern, keep track. 

वो दिल ले के ख़ुश हैं मुझे ये ख़ुशी है
कि पास उनके रहता हूँ मैं दूर रह कर
जलील मानकपुरी 

She has had my heart, it gives me pleasure. 
From a distance I have her company ''s treasure. 

इस क़दर रोया हूँ तेरी याद में 
आईने आँखों के धुँधले हो गए
नासिर काज़मी 

In your memory, tears quake. 
Eye glasses have turned opaque. 

भरी दुनिया में जी नहीं लगता 
जाने किस चीज़ की कमी है अभी 
नासिर काज़मी 

This world I don't like. 
What's missing, doesn't strike? 

दिल तो मेरा उदास है 'नासिर '
शहर क्यों साँय साँय करता है? 

O 'Nasir'! My heart is sad. 
Wind sounds in city, a fad? 

कौन अच्छा है इस ज़माने में 
क्यूँ किसी को बुरा कहे कोई 
नासिर काज़मी 

Who is good in this world? 
Why flag of bad be unfurled? 


ऐ ताइर-ए-लाहूती उस रिज़्क़ से मौत अच्छी 
जिस रिज़्क़ से आती हो परवाज़ में कोताही 
अल्लामा इक़बाल 

O divine bird ! Death is better than that food. 
Which makes your flight not smooth but crude. 

सुकून-ए-दिल जहाँ में बेश-ओ-कम हैं ढूँढने वाले 
यहाँ हर चीज़ मिलती है सुकून - ए-दिल नहीं मिलता
इक़बाल 

O searcher! In this world there's little peace of heart. 
Whatever else you search for, is there 
in this mart. 

रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ायल
जो आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है? 
 ग़ालिब 

I am not convinced that through vessels it has flown. 
Till it dribbles from eyes, as blood it won't be known. 

परेशाँ कर दे मेरी बेक़रार बाहों पर
कि बार-ए-ज़ुल्फ़ से थक जाएँगे तिरे शाने

Scatter these on my longing arms O mate! 
Your shoulders 'll ache with heavy tress weight. 

अज़ाँ हो रही है पिला जल्द साक़ी
इबादत करूँ आज मख़मूर हो कर

Prayer call is going on, O wine girl ! Serve soon. 
Today I want to pray while still on
 the moon. 

हमने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन 
ख़ाक हो जाएँगे हम तुम को ख़बर होने तक
ग़ालिब 

I am sure that you will not ignore. 
But till you know, I will be no more. 

सियासत कि हुनरमन्दी से सच्चाई छुपाती है
कि जैसे सिसकियों के ज़ख़्म शहनाई छुपाती है
मुनव्वर राना

Politics conceals truth in such a crafty silky spite. 
As clarinet subdues wounds in teary, misty night. 

जो देखते तिरी ज़ंजीर-ए-ज़ुल्फ़ का आलम
असीर होने की आज़ाद आरज़ू करते
हैदर अली आतिश

If beauty of chains of your tress was seen. 
Then released would long to have captives been. 

यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ए-आरज़ू न मिला 
किसी को हम न मिले और हम को तू न मिला
ज़फ़र इक़बाल 

None could get as per desire, as you can clearly see. 
I wasn't possessed by her, you weren't possessed by me. 

बहुत अजीब है ये क़ुर्बतें की दूरी भी 
वो मेरे पास रहा और मुझे कभी न मिला 
बशीर बद्र 

The distance of togetherness is very strange. 
He was with me but always out of range. 

मुस्कराता हुआ मिलता हूँ किसी से जो 'ज़फ़र' 
साफ़ पहचान लिया जाता हूँ रोया हूँ मैं 
ज़फ़र इक़बाल 

Whenever I smile and meet someone. 
It's clear to him, I have wept, well done. 

मेरी आँखों में उतरने वाले
डूब जाना तिरी आदत तो नहीं 
परवीन फ़ना सय्याद

You who  dived deep within my eyes. 
Is it your habit of sinking with sighs? 

हमने काँटों को भी नर्मी से छुआ है अक्सर
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं 
बिस्मिल सईदी

Often even for thorns, I had a gentle touch. 
People are cruel, crushing flowers as such. 





ज़िंदगानी की हक़ीक़त कोहकन के दिल से पूछ 
जू-ए-शीर ओ तेशा ओ संग-ए-गिराँ है ज़िंदगी 
इक़बाल 

Ask reality of life from stone cutter's heart. 
Milky stream through stones by axe is an art. 

न कोहकन है न मजनूँ कि थे मिरे हमदर्द 
मैं अपना दर्द-ए-मोहब्बत कहूँ तो किस से कहूँ 
बहादुर शाह ज़फ़र

There's neither Farhaad nor Majnuun who 'd share my pain. 
To whom can I state the state of my heart strain? 

पत्थर लिए हर मोड़ पे कुछ लोग खड़े हैं 
इस शहर में कितने हैं मिरे चाहने वाले 
असग़र गोरखपुरी 

On every bend, holding stone in hand, do people stand. 
I am not aware, how many are there, in  city liking my stand? 

*ये उड़ी - उड़ी सी रंगत ये खुले - खुले से गेसू
तेरी सुब्अ कह रही है तिरी रात का फ़साना 
अहसान दानिश 

Your off coloured face, your disheveled tress ! 
Your morning reveals last night long stress. 

आग का क्या है पल दो पल में लगती है
बुझते बुझते एक ज़माना लगता है
कैफ़ भोपाली 

It takes a few moments for start of fire. 
To extinguish It , takes a period entire. 

मैं जिस चराग़ से बैठा था लौ लगाए हुए 
पता चला वो अन्धेरे में रख रहा था मुझे 
अंजुम सलीमी

The flame with which I had tagged my name. 
I knew so late, was keeping me in dark game. 

यार आशना नहीं कोई टकराएँ किससे जाम 
किस बेवफ़ा के नाम पर ख़ाली सुबू करें

No friend, no love to tinkle cups of wine. 
This goblet is for a faithless chum of mine. 

मैंने दिल रात ख़ुदा से ये दुआ माँगी थी
कोई आहट न हो जब दर पे मिरे तू आए
बशीर बद्र 

Day 'n night, before God, I had prayed. 
 No footfall be on door, while you stayed

मुँह तका ही करे है जिस तिस का
हैरती है ये आईना किस का
मीर तक़ी मीर 

To look at any face, it's keen. 
Whose face has this mirror seen? 

 शाम ही से बुझा सा रहता है
दिल हुआ है चराग़ मुफ़लिस का

My heart is a poor man's lamp. 
Since eve', going out of scene. 

परेशाँ हो तुम भी परेशाँ हैं हम भी 
चलो मयकदे में वहीं बात होगी
बशीर बद्र 

You are upset and so am I. 
Inside tavern, give talks a try. 

वक़्त के होंट हमें छू लेंगे
अनकहे बोल हैं गा लो हमको
बशीर बद्र 

Lest lips of time should touch. 
I am unsung song, sing as such. 

इतना सच बोल कि होंटों का तबस्सुम न बुझे 
रौशनी ख़त्म न कर आगे अँधेरा होगा 
निदा फ़ाज़ली

Speak the truth, keeping alive lip smile. 
Don't put out light, it'd be dark in a while

जिस की साँसों से महकते थे दर-ओ-बाम तिरे 
ऐ मकाँ बोल कहाँ अब वो मकीं रहता है 
अहमद मुश्ताक़ 

Whose breaths 'd make fragrant, windows and door. 









फ़ाख़्ता की मजबूरी ये भी कह नहीं सकती
कौन साँप रखता है उस के आशियाने में 
बशीर बद्र 

Bird is so compelled, can't say beating breast. 
Who is the one that slips snake in the nest. 

ज़िक्र उन के लब का था फूल पर नज़र गई 
पंखुड़ी गुलाब की रश्क से बिखर गई
अज्ञात 

We were talking about her lips, O those
With envy, got withered petals of rose. 

कर काँपता पतहा लिखत जल भर आवत नैन
कोरों कागद हाथ दे मुख सौं कहियो बैन 

Writing, my hand trembles, eyes get filled with tear. 
Say what I have told, give paper blank to my dear. 

नासिहा ! तू ही बता, तूने तो देखे होंगे 
कैसे होते हैं वो ख़त जिनके जवाब आते हैं 

Getting answers when written, which letters had been. 
O postman ! Tell me, you must have seen. 

ख़ुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैंने 
बस एक शख़्स को चाहा मुझे वही न मिला
बशीर बद्र 

In this vast universe of yours O Lord! 
I asked for one, but you stood guard. 

इक ज़ख़्म था जो वक़्त के हाथों से भर गया 
क्या पूछते हैं आप किसी मेहरबाँ की बात ? 

It was a wound, got healed with time. 
Why ask me about  benefactor prime? 

जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय
बाल न बाँका कर सके जो जग बैरी होय

One whom Lord protects, no one can slay. 
Even if world is enemy, not a hair will sway. 

उदास आँखों से आँसू नहीं निकलते हैं 
ये मोतियों की तरह सीपियों में पलते हैं
बशीर बद्र 

From sad eyes, the tears do not flow. 
In oysters, just like pearls, these grow. 

क्यों हवेली के उजड़ने का मुझे अफ़सोस हो 
सैकड़ों बेघर परिंदों के ठिकाने हो गए
बशीर बद्र 

Why feel bad about mansion deserted, bare? 
Hundreds of homeless birds nest there. 

रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय। 
टूटे से फिर न जुड़े, जुड़े गाँठ लग जाय। 

O'Raheem'! It's thread of love, please break it not. 
If broken, doesn't unite, with union, there's a knot. 

तेरे प्यार की इन्तिहा चाहता हूँ 
मीरी सादगी देख क्या चाहता हूँ 

Full extent of your love, is what I want. 
Look at my simplicity, what I want. 

कोई दम का मेहमाँ हूँ ऐ अहल-ए-महफ़िल
चराग़-ए-सहर हूँ, बुझा चाहता हूँ 

I am guest of moments O those gathered? 
A morning lamp, to be extinct, is what I want. 

भरी बज़्म में राज़ की बात कह दी
बड़ा बेअदब हूँ सज़ा चाहता हू

A secret laid open, in the gathering ! 
It's rude, punishment is what I want. 

ये जन्नत मुबारक रहे ज़ाहिदों को
कि मैं आपका सामना चाहता हूँ 

Congrats to priests for their heaven. 
Your confrontation is what I want. 

ज़रा सा तो दिल हूँ मगर शोख़ इतना 
वही लन्तरानी सुना चाहता हूँ. ! 

So little is my heart yet so bold. 
Your sweet nothing talk is what I want. 

सितम हो कि हो वादा-ए-बेहिजाबी
कोई बात सब्र-आज़मा चाहता हूँ

Be it your torture or promise to unveil
Worth testing patience, is what I want 

POET.. ALLAMA IQBAL.. GHAZAL 

Transcreated by Ravi Maun 



तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं 
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

When wounds of your memory show progress to heal. 
With some excuse, I remember you
 and reveal. 

लचक है शाख़ों में जुम्बिश हवा से फूलों में 
बहार झूल रही है ख़ुशी के झूलों में 

In twigs and flowers, there is a swing. 
There's joy as swing is cradled by spring

ये पाप है क्या और पुण्य है क्या रीतों पर धर्म की मोहरें हैं 
हर युग में बदलते धर्मों को कैसे आदर्श बनाओगे? 
साहिर लुधियानवी 

Customs are stamped by religion, what's virtue and sin? 
Religions change with age, how will ideals stay within? 

रौ में है रख़्श-ए-उम्र कहाँ देखिए थमे
न बाग़ पर है हाथ न पा है रिकाब में 
ग़ालिब 

Horse of life is running fast, let's see where will it rest? 
Neither reins are in my hand, nor feet are on footrest. 

किसी को क्या ख़बर बिस्मिल के दिल पर क्या गुज़रती है
यहाँ सब हैं ख़म-ए-अबरू-ए-क़ातिल देखने वाले 
सैयद मुज़फ़्फ़रपुरी

Who cares about what befalls the sacrificial heart? 
Here, all are looking at curve of butcher's brow part. 

अजल लगाए हुए घात हर किसी पर है
बहोशबाश! कि आलम रवा रवी पर है
अज्ञात 

Death for everyone, has set snare . 
The state is on move, be aware! 

कली कोई जहाँ पर खिल रही है
वहीं इक फूल भी मुरझा रहा है
जिगर मुरादाबादी 

Where bud is going to bloom. 
A flower dwindles to doom. 

पाई है बाग़-ए-जहाँ में हम ने गुल की ज़िन्दगी 
रंग बन कर आए हैं बू बन के उड़ जाएँगे हम
आरज़ू लखनवी 

In garden of the world, I have got a flower life O peer! 
Came in coloured garb, 'll disperse 
as smell O dear!  

सिवाय ख़ाक के बाक़ी असर निशाँ से न थे
ज़मीं से दब गए दबते जो आस्माँ से न थे
आतिश

 But for the dust, there was no effect of footfall. 
One not caring for skies, was earthed after all. 

दो रोज़ है ये लुत्फ़-ए-ऐश-ओ-नशात-ए-दुनिया
बू-ए-शब-ए-उरूसी मेहमाँ है पैरहन में 
आतिश

It will last two days for joy of world lust. 
Fragrance of first night is in garb to bust

फूल तो दो दिन बहार-ए-जाँ-फ़िज़ा दिखला गए
हसरत तो उन ग़ुंचों पे है जो बिन खिले मुर्झा गए
चकबस्त 

Flowers could exhibit two days of spring zoom. 
Regret is for buds which shriveled before. bloom. 

किस से पैमाने - वफ़ा बाँध रही है बुलबुल 
कल न पहचान सकेगी गुल-ए-तर की सूरत
हाली

With whom are you planning to be O nightingale? 
Tomorrow recognizing flower face,
 you 'll fail. 

तुम ख़ाक से उठे हो कभी भूलना नहीं।
ऐ मुश्त-ए-ख़ाक तुमको बुलन्द अगर मिले
अज्ञात 

Never forget that you have arisen from dust. 
If you go sky high, O fistful of dust ! 

सहरा को बहुत नाज़ है वीरानी पे अपनी
वाक़िफ़ नहीं शायद मिरे उजड़े हुए घर से
ख़ुमार बाराबंकवी 

Very proud of it's solitude is stretch of desert. 
Probably unaware of my  home razed
 to dirt. 

सात सन्दूकों मे भर कर दफ़्न कर दो नफ़रतें
आज इंसाँ को मोहब्बत की ज़रूरत है बहुत 
बशीर बद्र 

Fill in seven boxes and bury deep the hate. 
Today, love is requirement of man, his state. 

तग़ाफ़ुल में शोख़ी निराली अदा थी
ग़ज़ब था वो मुँह फेर कर देख लेना
दाग़ देहलवी 

Coquetry in neglect was really a strange style 
Rage was her look with twisted face for a while. 

एक ही शोख़ी ख़ुदा ने दी है हुस्न - ओ-इश्क़ को
फ़र्क़ बस इतना है ये आँखों में है वो दिल में है
ज़ामिन अली जलाल

God accorded same coquetry to love and beauty. 
Different is the site, heart or eyes to be on duty. 

रक़्स-ए-मय तेज़ करो साज़ की लय तेज़ करो
सू-ए-मयख़ाना सफ़ीरान-ए-हरम आते हैं 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

Speed up rounds of wine, let the sound of music roar. 
Towards the tavern, some priests are coming to it's door. 

देख ज़िंदाँ से परे रंग-ए-चमन जोश-ए-बहार
रक़्स करना है तो फिर पाँव की ज़ंजीर न देख
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

Beyond prison, over garden, on spring have a glance. 
Don't look at your chains, if you want to dance. 

कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से 
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो
बशीर बद्र 

No one'll even shake hand, if you suddenly embrace in heat. 
This is a city of new manners, keep distance when you meet. 

और बाज़ार से ले आए अगर टूट गया 
जाम-ए-जम से ये मिरा जाम-ए-सिफ़ाल अच्छा है 
मिर्ज़ा ग़ालिब 

Golden, studded with stone, 
Jamshed's cup stands alone. 
Can be changed for it may shatter,
my earthen cup is better. 

कहे जा बँध चला है दास्ताँ का रंग महफ़िल में 
तिरी सुनने लगे हैं रू-ए-जानाँ देखने वाले 
साक़िब लखनवी 

Go on saying, for the masses now like how you tell. 
They are listening to your story, who were in lover's spell. 

सुब्अ तक वो भी न छोड़ी तूने ऐ बाद-ए-सबा 
यादगार-ए-रौनक़ - ए-महफ़िल थी परवाने की ख़ाक 

O breeze! You just swept, left nothing in sight. 
Firemoth's ashes were remains of a glorious night. 

बुरा जो देखन मैं चला बुरा न पाया कोय
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय
कबीर 

While looking for a bad man, I could find none. 
Looking deep within  self, I found I was the one. 

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः 
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा 

टेढ़ी सूँड महा काया है कोटि सूर्य सम करें प्रकाश 
कारज मम सम्पन्न करें सब, औ' विघ्नों का करें विनाश। 

Transcreated by Ravi Maun. 

नमक भर कर मेरे ज़ख़्मों में तुम क्या मुस्कराते हो
मेरे ज़ख़्मों को देखो मुस्कराना इसको कहते हैं 
बेख़ुद देहलवी 

Pouring salt in my wounds why do you smile? 
Look at my wounds, it's known as a smile. 


इन अंधेरों से परे इस शब-ए-ग़म से आगे 
इक नई सुब्ह भी है शाम-ए-अलम से आगे 
इशरत क़ादरी

Beyond the darkness and grief struck night. 
There's new morn' beyond grief eve' sight. 



सुब्ह होती है शाम होती है 
उम्र यूँही तमाम होती है 
मुंशी अमीरुल्लाह तस्लीम

Morning is followed by eve'. 
That's how does age leave. 

तिरे उफ़क़ पे सदा सुब्अ जगमगाती रहे
जहाँ पे मैं हूँ वहाँ शाम होने वाली है
आफ़्ताब हुसैन

On your horizon let always morning glow 
Where I am, it's going to be evening show. 

शाम तक सुब्ह की नज़रों से उतर जाते हैं 
इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं 
वसीम बरेलवी

By eve'we are cast out of morning view. 
With so many agreements, death is due. 

अश्कों में जो पाया है वो गीतों में दिया है 
इस पर भी सुना है कि ज़माने को गिला है

What I 've got from tears, given in song
It's heard even then, people lament long. . 

जो साज़ से निकली है वो धुन सबने सुनी है
जो साज़ पे गुज़री है वो किस दिल को पता है

Tunes leaving the strings is heard by all. 
What befell the instrument, none can recall. 

हम फूल हैं औरों के लिए लाए हैं ख़ुशबू
अपने लिए ले दे के बस इक दाग़ बचा है

I am a flower which brings fragrance for others. 
Only a scar is what's left for me after all. 

POET.. SAAHIR LUDHIYANVI 

फ़ेज़ा-ए-ख़्वाब में तारों से खेलने वाले 
हमारी आँख भी शब भर सिताराबार रही
अख़्तर शीरानी

You who played in dreams with stars. 
My eyes night long have spilled stars. 

तवील उम्र और उस पर ये अश्कबारी-ए-ग़म
न ख़त्म होता है पानी न जाम भरता है
साक़िब लखनवी 

A long life and shedding tears in pain. 
Neither cup gets filled, nor stops rain. 

तेरी बेसब्री है 'हसरत' ख़ामकारी की दलील। 
गिरिया-ए-उश्शाक़ में होती हैं तासीरें कहाँ 
हसरत मुहानी

O 'Hasrat' your unrest is proof immature
Can cries of lovers be effective for sure? 

वाइज़-ओ-साक़ी में ज़िद है बादाकश चक्कर में है 
तौबा लब पर और लब डूबा हुआ साग़र में है

There's a tussle between the bar-maid 'n priest. 
Abstaining lips are drowned in wine jug at least. 

सय्याद से भी उन्स रिहाई का शौक़ भी
इक दिल मिरा क़फ़स में है इक आशियाने में 
नातिक़ लखनवी

In love with capturer, and willing to fly free. 
One heart is in prison, another in garden spree. 





हम कि ठहरे अजनबी इतनी मुदारातों के बा'द 
फिर बनेंगे आश्ना कितनी मुलाक़ातों के बा'द 

I remained stranger after hospitalities galore. 
Will become lover with some meetings more. 

कब नज़र में आएगी बे-दाग़ सब्ज़े की बहार 
ख़ून के धब्बे धुलेंगे कितनी बरसातों के बा'द 

When' ll eyes view spotless spring green? 
Blood stains 'll be washed by rains still more. 

थे बहुत बेदर्द लम्हे ख़त्म-ए-दर्द-ए-इश्क़ के 
थीं बहुत बे-मेहर सुब्हें मेहरबाँ रातों के बा'द 

Cruel were moments of love agony end. 
After kind nights, cruel morns' were in store. 

दिल तो चाहा पर शिकस्त-ए-दिल ने मोहलत ही न दी 
कुछ गिले शिकवे भी कर लेते मुनाजातों के बा'द 

Heart wanted but wasn't spared by broken heart. 
After prayer to Almighty, I could open lament door. 

उन से जो कहने गए थे 'फ़ैज़' जाँ सदक़े किए 
अन-कही ही रह गई वो बात सब बातों के बा'द

What I wanted to say offering life as alms, 'Faiz' . 
Remained untold after lot of talks before. 


*अजल ठहर न कर इस दर्जा शर्मसार मुझे 
लगा न दे कोई इल्ज़ाम-ए-इंतजार मुझे 

O death! Don't wait, lest I should be ashamed. 
Someone waited for me, it should not be framed. 

*ज़मीं के लाला-ओ-गुल का जिन्हें ख़याल नहीं 
वो लोग चाँद सितारों की बात करते हैं ! 

Those who care a fig for people of 
earth :it's flowers ! 
Talk about moon 'n stars, who gave them the powers? 

*मुफ़्त बदनाम है शब-ए-तीरा! 
रोज़-ए-रौशन में क्या नहीं होता? 

Why blame for nothing, dark night? What's not done in broad daylight? 





बड़ा मज़ा हो जो महशर में हम करें शिकवा 
वो मिन्नतों से कहें चुप रहो ख़ुदा के लिए 
दाग़ देहलवी 

It will be a pleasure if on doom's day, I put the blame. 
While she requests to keep mum in God's name. 

नहीं शिकवा मुझे कुछ बेवफ़ाई का तिरी हरगिज़ 
गिला तब हो अगर तू ने किसी से भी निभाई हो 
ख्वाजा मीर दर्द 

I don't lament about your infidelity at all
It'll hurt, if you 've gelled with anyone O pal. 

दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते 
अब कोई शिकवा हम नहीं करते 
जौन एलिया 

I don't reduce heart pain. 
Now I do not complain. 

*कब अपने किए का मुझे इक़रार नहीं है
वो संग उठाए जो गुनहगार नहीं है 

Yes I agree with what I have done. 
First stone by one whose fault is none. 

* ये सच है जल रहा है क़तरा क़तरा रेत पे अब
ये आब ज़िन्दा था दरिया का साथ छोड़ दिया। 

Making no ammend,
 burning drop wise on sand! 
This water was alive, 
left stream to strive. 

न जाने आह कि उन आँसुओं पे क्या गुज़री 
जो दिल से आँख तक आए मिज़ाँ तक आ न सके

I know not what befell, 
for tears don't tell. 
Left heart for the eyes, 



मैंने माँगी थी उजाले की फ़क़त एक किरन
तुम से ये किस ने कहा आग लगा दी जाए
ज़किया ग़ज़ल

I had just asked for a ray of light. 
Who asked you to set afire in fight. 

कहते हैं कि काँटों से गुल तक हैं राह में लाखों वीराने 
कहता है मगर ये अज़्म-ए-जुनूँ सहरा से गुलिस्ताँ दूर नहीं 

It's said between thorns 'n flower is a million desert stretch. 
My frenzy still claims from desert, garden isn't far to fetch. 

तिश्नगी ही तिश्नगी है किसको कहिए मयकदा? 
लब ही लब हमने तो देखे किस को पैमाना कहें? 

What to label tavern, it's thirst' n thirst? 
I only saw lips, what to call a cup first? 

कहाँ बच कर चली ऐ फ़स-ए-गुल मुझ आबला-पा से
मिरे क़दमों की गुलकारी बयाबाँ से चमन तक है

Bypassing blister- footed me, where are you going O spring? 
Stains of my feet are from the desert to garden in a string ! 




 ये सोच कर मिरी पलकों पे रुक गया आँसू
कि रायगाँ तिरी महफ़िल में क्यों गुहर जाए? 

 Tear thought 'n stopped on my eyelashes chaste. 
Why should a pearl, in your gathering
 go waste? 

शब-ए-फ़िराक़ की तन्हाइयों से घबरा कर
तुम्हारे मिलने की उम्मीद आँख में पाकर
मचल कर आ गए आँखों में दिल को ठुकरा कर
बहुत तलाश किया तुम को हर तरफ़ जा कर
न पाया जब तुम्हें वाँ भी तो ग़म से घबरा कर
टपक के पलकों से अश्कों ने ख़ुदकुशी कर ली! 

Troubled by solitude of departing night 
Hoping to find you in eyes within sight 
They surfaced in eyes 'n shunned the heart 
Searched over' n again then part by part
Not finding, grief amassed, made to decide
Tears dropped from eyes to commit suicide. 

वतन की फ़िक्र कर नादाँ मुसीबत आने वाली है 
तिरी बर्बादियों के मशवरे हैं आसमानों में 
इक़बाल 

A concern for nation O naive, 
about a trouble you can't save. 
There are talks in yonder skies
about your ruins with the highs. 


यारब! ये दिल है या कोई मेहमाँ सराय है
ग़म रह गया कभी, कभी आराम रह गया 
मीर दर्द 

O God! Is my heart a guest house on highway? 
At different times, grief and pleasure stay. 


सम्भल के रखिओ क़दम दश्त-ए-ख़ार में मजनूँ 
कि इस दयार में 'सौदा' बरहना पा भी है
सौदा

O Majnun! Step forward with care on  thorny track. 
Barefooted 'Sauda' is also here, traveling way back. 

न पूछ हाल मिरा चोब-ए-ख़ुश्क-ए-सहरा हूँ 
लगा के आग मुझे काफ़िला रवाना हुआ
आतिश

Don't ask about my state, 
I am dry desert log O mate. 
After setting me on fire,
 caravan left the site, entire. 

गुलों से भी न हुआ जो मिरा पता देते
सबा उड़ाती रही ख़ाक आशियाने की

Even flowers didn't tell my nest's way. 
Ash of my nest breeze scattered astray. 

अजब रसाई-ए-क़िस्मत है ऐ हिना तेरी
चमन जो छूट गया दस्त-ए-नाज़नीं में रही
रियाज़ ख़ैराबादी 

O henna! It's where your marvelous fate stands. 
When garden was lost, you painted beloved's hands. 

हक़ीक़त सुर्ख़ मछली जानती है
समन्दर कितना बूढ़ा देवता है? 
बशीर बद्र 

Rare red fish can surely see. 
How old is this God of sea? 

*आरसी देख कर न हो मग़रूर
ख़ुदनुमाई न कर ख़ुदा सों डर
वली दकनी

Looking in the mirror don't feel so proud
Fear God ! Exhibition isn't alowed. 

*शब-ए-इन्तज़ार या विसाल-ए-यार अस्ल में दोनों एक हैं 
वो उरूज़-ए-इश्क़ वो कमाल-ए-इश्क़ वही इब्तिदा वही इन्तिहा
सिमिन उस्मानी 

A waiting night, meeting with lover,
 are two sides of a coin cover. 
It's love as it peaks, it's what  love seeks, 
It's beginning in sight, it's an end of delight. 

*तख़लीक़-ए-कायनात के दिलचस्प जुर्म पर 
हँसता तो होगा आज भी यज़दाँ कभी-कभी 

Making universe sublime,
was an interesting crime. 
Even today may be having a laugh
 at times along with staff. 

*रफ़्ता- रफ़्ता इश्क़ मानूस-ए-जहाँ होने लगा
ख़ुद को तेरी याद में तन्हा समझ बैठे थे हम
फ़िराक़ गोरखपुरी 

Love got acquainted with world but at a slow rate. 
In your memory, I thought to be in a lonely state 

*क्या जानिए कि दिल पर गुज़रे है 'मीर' क्या-क्या 
करता है बात कोई आँखें पुर-आब कर कर
मीर तक़ी मीर 

O 'Mir' who knows what befalls the heart? 
When her tear- filled eyes talk with that art. 

*कमसिनी का हुस्न था वो ये जवानी की बहार
था सही तिल पहले भी रुख़ पर मगर क़ातिल न था
माजिद 

That was beauty of young age, 
this is spring of youth in rage. 
This mole was on face even then,
 but not as the murder weapon. 

*जोश-ए-सरमस्ती में वो बाद-ए-सबा की छेड़छाड़ 
वो तिरे आरिज़ पे इक हल्के तबस्सुम की शिकन
मुइन अहसन जज़्बी

The spirit of passion at ease
teased by morning breeze. 
On your cheeks for a while, 
A crease out of light smile.  

*मेरी नदा-ए-दर्द पे कोई सदा नहीं 
बिखरा दिए हैं कुछ मह-ओ-अंजुम जवाब में 
असग़र गौण्डवी

There's no response for my grief call. 
Scattered some stars 'n moon after all. 

*इक नाम क्या लिखा तिरा साहिल की रेत पर
फिर उम्र भर हवा से मिरी दुश्मनी रही
शकील अख़्तर 

I had just written your name on sand of the shore. 
An enmity with wind was life long in store. 

*जो राह अहल-ए-ख़िरद के लिए है लामहदूद
जुनून-ए-इश्क़ में वो चन्द गाम होती है 
रविश सिद्दीक़ी 

The route which for wise, is limitless, unknown. 
In love frenzy, that's just a few steps zone. 

*हर नफ़स उम्र-ए-गुज़श्ता की है मय्यत 'फ़ानी' 
ज़िंदगी नाम है मर मर के जिए जाने का
फ़ानी बदायूनी 

O 'Faani' each breath, is earlier's death. 
Life is just a name, of dieng, living game

*ज़िंदगी नाम है तूफ़ान-ए-हवादिस का रविश
नंग-ए-साहिल है वो जिसको कोई तूफ़ां न मिला
रविश सिद्दीक़ी 

O 'Ravish' life is name of norm, for an unfortunate storm. 
He is a blur on the shore, without a storm in store. 

*बयान-कैफ़-ए-मय-ए-इश्क़ हो नहीं सकता
कि दायरे अभी महदूद हैं ज़ुबानों के
बेताब अज़ीमाबादी 

 One can't explain frenzy of love wine. 
 Extent of languages is limited to a line

*बेख़तर कूद पड़ा आतिश-ए-नमरूद में इश्क़ 
अक़्ल है मह्व - ए-तमाशा-ए-लब-ए-बाम अभी 
इक़बाल 

Love jumped into intense Namrood's fire without fear. 
Intellect watches the show whether or not to jump dear. 

*ग़ज़ालाँ तुम तो वाक़िफ़ हो कहो मजनूँ के मरने की
दिवाना मर गया आख़िर तो वीराने पे क्या गुज़री? 
रामनारायण मौज़ूँ अज़ीमाबादी 

Tell about Majnuun's death, you are aware O deer! 
What befell the desert, when fanatic died O dear? 



बलाएँ ले रहा हूँ इस ज़मीं के ज़र्रे ज़र्रे की
लुटा था जिस जगह राह-ए-वफ़ा में कारवाँ मेरा
वहशर लखनवी 

I am bearing woes of this land's each grain. 
Where my caravan was looted on sincerity lane. 

मैं आ गया हूँ वहाँ तक तिरी तमन्ना में 
जहाँ से कोई भी इम्कान-ए-वापसी न रहे
महमूद ग़ज़नी

In your desire, I have reached the place. 
Where from any return is out of place. 

भूक से या वबा से मरना है 
फ़ैसला आदमी को करना है 
इशरत आफ़रीं

Whether to die of hunger or contagion ? The decision 'll be by men on their own. 

जो मेरे गाँव के खेतों में भूक उगने लगी 
मिरे किसानों ने शहरों में नौकरी कर ली 
आरिफ़ शफ़ीक़ 

When hunger grew in my village fields. 
Farmers joined service in city for yields. 






मैं मुनक़्क़श हूँ तिरी रूह की दीवारों पर 
तू मिटा सकता नहीं भूलने वाले मुझ को 
मोहसिन अहसान 

 I am engraved on the walls of your soul. 
You can't erase me, forgetting as a whole. 

मुफ़्लिस के बदन को भी है चादर की ज़रूरत 
अब खुल के मज़ारों पे ये एलान किया जाए 
क़तील शफ़ाई

 Bedsheet for poor as well, 
as a cover looks so swell. 
Let us boldly announce, 
from shrines let it bounce. 

तबीअत अपनी घबराती है जब सुनसान रातों में 
हम ऐसे में तिरी यादों की चादर तान लेते हैं 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

In the desolate nights, 
mind is upset by plights. 
In a state so discrete, 
covers your memory sheet. 


हुआ है तुझसे बिछड़ने के बाद ये मालूम 
कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी 
अहमद फ़राज़ 

After departing with you 
it came to my view. 
It wasn't only you 
but a world with you. 

ख़ानदानी रिश्तों में अक्सर रक़ाबत है बहुत 
घर से निकलो तो ये दुनिया ख़ूबसूरत है बहुत 
उनके चेहरे चाँद तारों की तरह रौशन रहे
जिन ग़रीबों के यहाँ हुस्न-ए-क़नाअत है बहुत 
हम से हो सकती नहीं दुनिया की दुनिया दारियाँ
इश्क़ की दीवार के साए में राहत है बहुत 
धूप की चादर मिरे सूरज से कहना भेज दे
ग़ुरबतों का दौर है जाड़ों में शिद्दत है बहुत 
उन अंधेरों में जहाँ सहमी हुई थी ये ज़मीं 
रात से तन्हा लड़ा जुगनू में हिम्मत है बहुत 

In family relations some rivalry is there. 
Step out of home, world is beautiful out there. 
Their faces were glowing like moon and stars. 
The poor where beauty of tolerance is there. 
I am unable to follow these worldly norms. 
In shadow of love wall lot of comfort is there. 
Ask my sun to send a bedsheet of sunlight. 
When you are out of home, intense cold is there. 
While earth was terrified with darkness all over. 
It fought solo with night, in glowworm courage is there. 

 POET.... BASHIIR BADR 'S GHAZAL 
Transcreated by Ravi Maun. 

मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं 
जौन एलिया 

I am very strange 
so strange to the range. 
Having ruined myself, 
yet no malice for change. 





सितारों की तरह अल्फ़ाज़ की ज़ौ बढ़ती जाती है 
ग़ज़ल में हुस्न उस चेहरे की ताबानी से आया है 
फ़सीह अकमल

There's an increased glow 
of stars and words on show. 
Beauty is  in the ghazal form
 from glow of her facial charm. 

हक़ीक़त जिस जगह होती है ताबानी बताती है 
कोई पर्दे में होता है तो चिलमन जगमगाती है 
नुशूर वाहिदी

Where truth prevails, 
glow shows details. 
If in veil one conceals 
flickering drape reveals. 

ख़ूब पर्दा है कि चिलमन से लगे बैठे हैं 
साफ़ छुपते भी नहीं सामने आते भी नहीं 
दाग़ देहलवी 

What a covering to escape
 behind split bamboo drape. 
Neither she is concealed 
nor up front revealed 


मुझ से नफ़रत है अगर उस को तो इज़हार करे 
कब मैं कहता हूँ मुझे प्यार ही करता जाए 
इफ़्तिख़ार नसीम

If he hates me, then just reveal.
 Do I say keep loving, let me feel. 

दिल की बिसात क्या थी निगाह-ए-जमाल में 
इक आईना था टूट गया देख-भाल में
सीमाब अकबराबादी 

What was heart status in aesthetic glance?
 A mirror, got broken in upkeep ,by chance. 

आपने तस्वीर भेजी मैंने देखी ग़ौर से
हर अदा अच्छी ख़ामोशी की अदा अच्छी नहीं 
जलील मानकपुरी 

You sent me a portrait, I saw it with care. 
All styles are good, but not silence there. 

कोई भूला हुआ चेहरा नज़र आए शायद 
आईना ग़ौर से तू ने कभी देखा ही नहीं 
शकेब जलाली

May be, a forgotten face can be seen. 
Never, with care, a mirror you 've seen. 

उस की आँखों को ग़ौर से देखो 
मंदिरों में चराग़ जलते हैं 
बशीर बद्र 

Observe her eyes with care. 
Lamps are alit in temples there

आरज़ू है कि तू यहाँ आए
और फिर उम्र भर न जाए कहीं 

I have a desire, that you come here. 
Then life long, don't go anywhere. 

दामन-ए-यार से जा लिपटे हमारे आँसू 
गिर के इस तरह सम्भलते हैं सम्भलने वाले 

My tears held lover's skirt in embrace. 
That's how the fallen rise with grace. 

ग़म से निस्बत है जिन्हें ज़ब्त-ए-अलम करते हैं 
अश्क को ज़ीनत-ए-दामाँ नहीं होने देते
अबरार किरतपुरी

 अदा से देख लो जाता रहे गिला दिल का 
बस इक निगाह पे ठहरा है फ़ैसला दिल का 
असद अली ख़ान कलक़

Your stylish look will vanish laments in heart. 
On one glimpse hangs the decision of heart. 

कुछ तुम्हारी निगाह काफ़िर थी 
कुछ मुझे भी ख़राब होना था 
मजाज़ लखनवी 

A little infidel was your view. 
My ruin too was long overdue. 

दरख़्त काट के जब थक गया लकड़हारा 
तो इक दरख़्त के साए में जा के बैठ गया 

When woodcutter was tired cutting the tree. 
He sat under cover of a shady tree. 

पता यूँ तो बताते हैं वो सब को ला मकाँ अपना
मगर मालूम है रहते हैं वो टूटे हुए दिल में 
अनीस दाऊदनगरी

His address is told to be at unknown parts. 
But I know that He stays in broken hearts. 

तू कहाँ है कि तेरी राह में ये दैर-ओ-हरम
नक़्श बन जाते हैं मंज़िल नहीं होने पाते
फ़ानी

Where are you for temple and Kaaba on your way. 
Can be footprints but not a goal with final say. 

मरने की दुुआएँ क्यों माँगूू जीने की तमन्ना कौन करे।
ये दुनिया हो या वो दुनिया अब ख़्वाहिश-ए-दुनिया कौन करे? 
जज़्बी

Why should I pray for death why should I live this one?
Who cares for the world, this one or that one?   

 बरसों रहे हैं आप हमारी निगाह में 
ये क्या कहा कि हम तुम्हें पहचानते नहीं 
नूह नारवी

For years, you have been within my eyes. 
How can it be, that to you I don't recognize. 

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो 
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो 
निदा फ़ाज़ली

There'll be sun in journey, join if you can
There are many in croud, join if you can. 

फिर खो न जाएँ हम कहीं दुनिया की भीड़ में 
मिलती है पास आने की मोहलत कभी कभी 
साहिर लुधियानवी 

We may not get lost in world crowd again. 
The chance to be near you I hardly regain. 

तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है 
ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती 
अख़्तर सईद ख़ान

You look so good only on screen. 
O life! Your truth is hard when seen. 



ज़ब्त करता हूँ तो घुटता है क़फ़स में मिरा दम 
आह करता हूँ तो सय्याद ख़फ़ा होता है 
क़मर जलालवी

I suffocate in prison, if restraint I maintain. 
If I heave a sigh, capturer gets upset again. 

न अपने ज़ब्त को रुस्वा करो सता के मुझे 
ख़ुदा के वास्ते देखो न मुस्कुरा के मुझे 
बिस्मिल अज़ीमाबादी 

Torturing me, don't disgrace your self control. 
For God's sake let not your smile take my toll. 

कैसे कह दूँ कि मुझे छोड़ दिया है उस ने 
बात तो सच है मगर बात है रुस्वाई की 
परवीन शाकिर 

How to accept that he has left me alone. 
It's a fact but carries a notorious  tone. 

कमाल-ए-ज़ब्त को मैं भी तो आज़माऊँगी
ख़ुद अपने हाथ से उसकी दुल्हन सजाऊँगी
परवीन शाकिर 

My self control will also be  put to test. 
Will decorate his bride myself as the best. 

ज़ब्त लाज़िम है मगर दुख है क़यामत का 'फ़राज़' 
ज़ालिम अब के भी न रोएगा तो मर जाएगा 
अहमद फ़राज़ 

Control is needed but '' Faraz' grief is extreme. 
If he fails to cry now, death will his future seem. 

दिल पे आए हुए इल्ज़ाम से पहचानते हैं 
लोग अब मुझ को तिरे नाम से पहचानते हैं 
क़तील शफ़ाई

I am known by blame of heart game. 
People now know me by your name. 

साक़ी मुझे शराब की तोहमत नहीं पसंद 
मुझ को तिरी निगाह का इल्ज़ाम चाहिए 
अब्दुल हमीद अदम 

O wine girl ! I dislike blame on wine. 
Let it be that your look blamed mine. 

तमाम रास्ता फूलों भरा है मेरे लिए 
कहीं तो कोई दुआ माँगता है मेरे लिए
राजेन्द्र मनचन्दा बानी

Whole route has flowers here 'n there. 
Someone is praying for me somewhere. 

मैं बोलता हूँ तो इल्ज़ाम है बग़ावत का 
मैं चुप रहूँ तो बड़ी बेबसी सी होती है 
बशीर बद्र 

If I speak, charge of revolt invades. 
When silent, helplessness pervades. 

मत पूछ कि हम ज़ब्त की कि. राह से गुज़रे
ये देख कि तुझ पर कोई इल्ज़ाम न आया
मुस्तफ़ा ज़ैदी 

Don't ask how did I keep  self control? 
See that you have got no charge toll. 

किसी माशूक़ा  का आशिक़ से ख़फ़ा हो जाना
रूह का जिस्म से जैसे हो जुदा हो जाना
अहसान मारहरवी

When a beloved gets angry with lover. 
It's as if the soul is leaving body cover. 

त'आल्लुक़ तोड़ने में पहले मुश्किल मरहला था
चलो हमने तुम्हारा बोझ हल्का कर दिया है
हसन अब्बास रज़ा

It was difficult to be first for relation to goad. 
Well! I have lessened some of your load. 

हाँ समन्दर में उतर लेकिन उभरने की भी सोच
डूबने से पहले गहराई का अंदाज़ा लगा
अर्श सिद्दीक़ी 

Well, dive in ocean but think about coming out. 
Before sinking in, know about it's
 depth O lout! 

नहीं निगाह में मंज़िल तो जुस्तुजू ही सही 
नहीं विसाल मयस्सर तो आरज़ू ही सही 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

Let there be search, if within reach isn't the goal.
If meeting isn't possible, let there be desire as a whole. 

किस वास्ते लिक्खा है हथेली पे मिरा नाम 
मैं हर्फ़-ए-ग़लत हूँ तो मिटा क्यों नही देते
हसरत जयपुरी

Why have you written my name on your palm? 
If i am a wrong word, why not  erase, feel calm. 

अहबाब को दे रहा हूँ धोका 
चेहरे पे ख़ुशी सजा रहा हूँ 
क़तील शफ़ाई

I am simply cheating my chums. 
Adorning joy on face with drums. 

हम क्या कहें अहबाब क्या कार-ए-नुमायाँ कर गए 
बी-ए हुए नौकर हुए पेंशन मिली फिर मर गए 
अकबर इलाहाबादी 

How to tell you which works friends have tried? 
Passed B. A., got a job then pension
and died. 

हमें है शौक़ कि बे-पर्दा तुम को देखेंगे 
तुम्हें है शर्म तो आँखों पे हाथ धर लेना 
दाग़ देहलवी 

I have an intense desire to see you without a veil. 
If you feel shy, cover the eyes  and
 set a trail

बताऊँ आप को मरने के बाद क्या होगा 
पोलाओ खाएँगे अहबाब फ़ातिहा होगा 
अकबर इलाहाबादी 

आड़े आया न कोई मुश्किल में 
मशवरे दे के हट गए अहबाब
जोश मलीहाबादी 

In troubled times none came to rescue 
Made suggestions 'n got out in a queue 

इंतिहा इश्क़ की ख़ुदा जाने 
दम-ए-आख़िर को इब्तिदा कहिए 
दाग़ देहलवी 

About end of love,God knows 
Last breath is the start, it shows. 

ख़िर्द-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है 
कि मैं इस फ़िक्र में रहता हूँ मेरी इंतिहा क्या है 
इक़बाल

 About my start, what to ask from wise men? 
I think about my end every now and then. 

मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर 
फिर भी तिरा शबाब तिरा ही शबाब है 
जिगर मुरादाबादी 

My amorous look isn't a lesser grade. 
But your youth is just heavenly made. 

बस इक क़दम उठा था ग़लत राह-ए-शौक़ में 
मंज़िल तमाम उम्र मुझे ढूढती रही

Just one wrong step on the amorous route. 
Life long goal kept searching me astute. 

तलाक़ दे तो रहे हो इताब-ओ-क़हर के साथ 
मिरा शबाब भी लौटा दो मेरी महर के साथ 
साजिद सजनी लखनवी 

You are divorcing me out of an anger unjust. 
Return gift amount with my youth as a must. 

सुनाती फिरती हैं आँखें कहानियाँ क्या क्या 
अब और क्या कहें किस किस को सोगवार करें

What tales at places do the eyes narrate? 
Now what to say, sadden whom so late? 

मुझे पता है कि बर्बाद हो चुका हूँ मैं 
तू मेरा सोग मना मुझ को सोगवार न कर 

That I am ruined, I very well know
Feel sad for me, don't sadden me so. 


अदा आई जफ़ा आई ग़ुरूर आया हिजाब आया 
हज़ारों आफ़तें ले कर हसीनों पर शबाब आया 
नूह नारवी

काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर 
फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ 
शकील बदायूनी 

मेरे आँसू न पोंछना देखो 
कहीं दामान तर न हो जाए 
मोमिन 

ये दामान ओ गरेबाँ अब सलामत रह नहीं सकते 
अभी तक कुछ नहीं बिगड़ा है दीवानों में आ जाओ 
अली सरदार जाफ़री 

ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था 
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते 
साक़िब लखनवी 

World was listening with love and care. 
I fell asleep narrating tale over there. 

भीगी है रात 'फ़ैज़' ग़ज़ल इब्तिदा करो 
वक़्त-ए-सरोद दर्द का हंगाम ही तो है 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

दिल के शीशे पर जो आया बाल था उस ज़ूल्फ़ का
अब ये शीशा टूट जाएगा सदा होगी नहीं 
रवि मौन 

मेरे रोने का जिस में क़िस्सा है 
उम्र का बेहतरीन हिस्सा है
जोश मलीहाबादी 

The story where I simply weep. 
From life, it's best I could reap. 

किसी का अहद-ए-जवानी में पारसा होना 
क़सम ख़ुदा की ये तौहीन है जवानी की
जोश मलीहाबादी 

To be pious in times of youth. 
By God! It's disgrace of youth. 

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो 
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है 
मुनव्वर राना

Just think, it's an insult of your eyes. 
That your lover has got wine ties. 

पलकों की हद को तोड़ के दामन पे आ गिरा 
इक अश्क मेरे सब्र की तौहीन कर गया 
अज्ञात 

Breaking bonds of eyelashes, it fell on stole. 
One tear put my patience on an insult role. 

जाने किस ख़्वाब-ए-परेशाँ का है चक्कर सारा
बिखरा बिखरा हुआ लगता है मिरा घर सारा
कौसर मज़हरी 

I know not which shattered dream is there. 
My home appears scattered all over here. 

अहल-ए-दिल के वास्ते पैग़ाम हो कर रह गई 
ज़िंदगी मजबूरियों का नाम हो कर रह गई 
गणेश बिहारी तर्क़

It simply became a message for  benevolent heart. 
Life and helplessness became integral part. 

जो काम करने हैं उनमें न चाहिए ताख़ीर
कभी पयाम-ए-अज़ल ना-गहां भी आता है
हबीब अहमद सिद्दीक़ी 

What needs be done should find no delay. 
At times, death message arrives before say/

अगर दर्द-ए - मोहब्बत से न इंसा आश्नाई होता। 
न कुछ मरने का ग़म होता न जीने का मज़ा होता 
चकबस्त 

If with the pain of love,man wasn't s aware. 
Neither gloom of death nor joy of life 'd be there

इज़ाला हो गया तस्वीर से निकलने का
गुज़र गई है सफ़र में मिरे क़याम की शाम
मज़हर फ़राग़

It was an end of the delayed start. 
My journey consumed it's eve' mid part. 

हमसफ़र चाहिए हुजूम नहीं 
इक मुसाफ़िर भी क़ाफ़िला है मुझे 

Co-traveller is needed, not mob. 
One is enough for caravan job. 

POET... AHMAD FARAAZ 

बैठे हुए रक़ीब हैं दिलबर के आस-पास 
काँटों का है हुजूम गुल-ए-तर के आस-पास 

Rivals are sitting near
by my lover, my dear!
Thorns are on an attack 
around flower in a pack. 

POET... JIGAR MURAADAABAADI 

हसरतों का हो गया है इस तरह दिल में हुजूम 
साँस रस्ता ढूँढती है आने-जाने के लिए

There's such a crowd of desires in the heart. 
Breath needs to weave it's passage as an art. 

POET... JIGAR JAALANDHARI

बिछड़ के तुझ से तिरी याद भी नहीं आई
मकाँ की सम्त पलट कर मकीं नहीं आया 

After parting, even your memories didn't roam. 
The dweller never turned back towards home . 

POET... FAHIIM SHANAAS KAAZMII

दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है 
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में 

Who has come to knock on my heartland ?
Whose footfall is heard on this
 desert sand?

POET.....GULZAAR

Transcreated by Ravi Maun 

आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो 
साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो 

With every footfall, I feel it's you. 
As a shadow waves, I feel it's you 

POET....JAAN NISAAR AKHTAR 

उट्ठा जो अब्र दिल की उमंगें चमक उठीं 
लहराईं बिजलियाँ तो मैं लहरा के पी गया 

As clouds got dark 'n dense,
 heart desires were immense.
As the electric sparks waved,
 I waved to get drunk 'n caved.

POET....AHSAAN DAANISH

Transcreated by Ravi Maun 

ये बोसीदा फटी गुदड़ी ये सूराख़ों भरी चादर 
जिसे सब आस्माँ के नाम से मौसूम करते हैं 
तिरी रहमत पे क़ुरबाँ इस को नीचे फेंक दे यारब 
ज़मीं वाले बहुत रातों की सर्दी में ठिठुरते हैं 
अख़्तर अंसारी 

This tattered patched quilt, sheet with pores galore. 
People name it sky, (other labels in store) . 
O Lord! Be gracious and throw it down. 
Earthly beings in cold nights shiver even more. 

तर - दामनी पे शैख़ हमारी न जाइयो
दामन निचोड़ दें तो फ़रिश्ते वुज़ू करें 
ख्वाजा मीर दर्द

O preacher! Don't talk about my garb 'n it's wet state. 
Angels will flock to ablute, if I wring it O mate. 

O priest! Let us jskirt, 
topic of my wet skirt. 
If I wring it, to ablute, 
angels' ll flock enroute. 


अब लगा काँटों पे चलने 'मुसहफ़ी' है कल की बात 
आबला फूटे न था उस नातवां के ज़ेर-ए-पा

डाल दे साया अपने आँचल का 
नातवाँ हूँ कफ़न भी हो हल्का 

Cover my body with gentle shade of your stole. 
I am weak, shroud needs be light as a whole. 

ग़ैरों को क्या पड़ी है कि रुस्वा करें मुझे
इन साजिशों में हाथ किसी आश्ना का है

Maligning me, why should the rivals try? 
Behind these plots, is someone near by. 

आए तो यूँ कि जैसे हमेशा थे मेहरबान 
भूले तो यूँ कि गोया कभी आश्ना न थे 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

He came, as if had been kind all along. 
Forgot as if wasn't known since long. 

कल तक तो आश्ना थे मगर आज ग़ैर हो 
दो दिन में ये मिज़ाज है आगे की ख़ैर हो 
दाग़ देहलवी 

Yesterday, you were familiar but are rival today. 
Such a mood in two days, may Him  have the say! 

अगर दर्द-ए-मोहब्बत से न इंसाँ आश्ना होता 
न कुछ मरने का ग़म होता न जीने का मज़ा होता 
चकबस्त 

If humans weren't familiar with love pain. 
 Neither death 'd hurt, nor''

कोई किरदार अदा करता है क़ीमत इस की 
जब कहानी में नया मोड़ दिया जाता है 
अज़हर नवाज़

Some performer takes sacrificial view
To twist tale towards the tellingly new. 

बख़्त से कोई शिकायत है न अफ़लाक से है
ये ही क्या कम है कि निस्बत मुझे इस ख़ाक से है
परवीन शाकिर 

Neither I complain about skies nor fate. 
Enough to have affinity with dust O mate ! 

ये तो साहिल की तरह आप मिले थे वर्ना 
मेरी क़िस्मत में तो गिर्दाब हुआ करते थे 
मुबारक सिद्दीक़ी 

It was you who had met me like a shore
Or else, fate had for me eddies encore. 

दिल वो जगह नहीं कि फिर आबाद हो सके
पछताओगे ! सुनो हो ये बस्ती उजाड़ के
मीर तक़ी मीर 

 You can't resettle heart, 
when it's dwellers depart. 
You will repent over craze,
 after this hutment's raze. 

रुख़-ए-रौशन के आगे शम्अ रख कर वो ये कहते हैं 
इधर आता है देखें या उधर परवाना जाता है? 
दाग़ देहलवी 

With alit candle in place 
before her glowing face. 
Let us watch the show 
which way will worm go? 

बेख़बर कुर्सियां आँख मलती रहीं 
बस्तियाँ बेगुनाहों की जलती रहीं 
बशीर बद्र 

Unaware, on the chair, kept rubbing their eyes. 
Fire in hutments of innocents was rising to skies. 


मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी। 
तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नही 
सुल्तान अख़्तर 

I am the desert lost in water lust. 
You are the cloud which didn't burst. 

घर में ख़ुद को क़ैद तो मैंने आज किया है 
तब भी तन्हा था जब महफ़िल महफ़िल था मैं 
शारिक़ कैफ़ी 

It's today that I imprisoned myself at home. 
I was alone even when I could freely roam. 

ये आख़िरी कँपकँपाता जुमला कि इस त'अल्लुक को ख़त्म कर दो
बड़े जतन से कहा है उस ने, नहीं किया तो बुरा लगेगा। 
ज़ुबैर अली ताबिश 

That final trembling sentence, to put our relation to an end. 
She has said it with great care, if not done, it will offend. 

मैं रस्मन कह रहा हूँ फिर मिलेंगे 
ये मत समझो कि वादा कर रहा हूँ 
ज़ुबैर अली ताबिश 

As a custom I am saying, "we'll meet again." 
Do not consider it as a promise insane! 

तेरे ख़त आज लतीफ़ों की तरह लगते हैं 
ख़ूब हँसता हूँ जहाँ लफ़्ज़-ए-वफ़ा आता है
ज़ुबैर अली ताबिश 

Now your letters look like jokes. 
I laugh when word loyalty pokes. 

आज तो दिल के दर्द पर हँस कर 
दर्द का दिल दुःखा दिया मैंने 
ज़ुबैर अली ताबिश 

Laughing today at pain of heart. 
I have hurt the pain at heart. 

न रुकी वक़्त की गर्दिश न ज़माना बदला
पेड़ सूखा तो परिंदों ने ठिकाना बदला
ज़ुबैर अली ताबिश 

Neither time stopped, nor the world ever changed. 
When the tree died, nesting site of birds changed. 

आलम-ए-ग़म में हम इस वास्ते हॅस लेते हैं 
तश्त-अज़बाम न हो जाए कहीं ग़म अपना 
ये समझ लो कि भड़क उठती है लौ दम भर को
हँस के जब तोड़ने वाली हो शम्अ दम अपना 

In this world of grief, I laugh out in relief. 
My sorrow may spread, all around with dread. 
It's that lamp over there, gets a momentary flare. 
While merrily the lamp, is getting a death stamp. 

तेरा करम शरीक है तो कोई ग़म नहीं 
दामान-ए-दश्त दामन-ए-मादर से कम नहीं 
अल्लामा इक़बाल 

If Your grace is showering, there's simply no pain. 
Stretch of desert isn't inferior to mother's domain. 


उल्फ़त-ए-गेसू ने आख़िर दी मेरे दिल को शिकस्त
हाय क्या अनमोल शीशा था मगर बाल आ गया

Finally love for tress sheet, 
handed my heart a defeat. 
It was so priceless a glass 
 but got a hair crack, alas! 

क़ैद रहता हूँ तो तौहीन है बाल-ओ-पर की 
और उड़ जाऊँ तो सय्याद की रुस्वाई है 
फ़ना कानपुरी 

If I am confined to space, within the prison space 
for my wings and race, it's a sheer disgrace 
If I try and fly, away in yonder sky
Captor gets disgrace and a loss of face. 


किसी दिन ज़िंदगानी में करिश्मा क्यूँ नहीं होता 
मैं हर दिन जाग तो जाता हूँ ज़िंदा क्यूँ नहीं होता 
राजेश रेड्डी 

Why don't any day I encounter miracle in life? 
I get up every day but do not come to life! 

क्या करिश्मा है मिरे जज़्बा-ए-आज़ादी का 
थी जो दीवार कभी अब है वो दर की सूरत 
अख़्तर अंसारी अकबराबादी 

What a miracle of my freedom to feel ! 
It's a gate that was wall to conceal. 

सब करिश्मात-ए-तसव्वुर है 'शकील' 
वर्ना आता है न जाता है कोई 

O 'Shakeel' ! It's a miracle of mind shows. 
Otherwise, no one comes or goes! 

नई योनि में घुस पड़े जब भी मन में आय। 
आत्मा सौं बढ़ कर रसिक कोऊ ना कविराय। 

Nootun joniye dhuke podhe, jokhun mone aashe. 
Roshiker modhye aatta prothom, dhaare naa keu paashe. (Bengali version) 

It gets deep within next body, whenever there's a desire. 
Soul scores over all lovers, it's tested over time with fire. 

Original and transcreations by Ravi Maun. 

याँ की सुपैद-ओ-स्याह में हम को दख़्ल जो है सो इतना है
रात को रो रो सुब्अ किया और सुब्अ को ज्यों त्यों शाम किया 
मीर तक़ी मीर 

On it's light 'n darkness, I have this little to say. 
Wept all through the night' n somehow passed the day. 

किस लिए वो शहर की दीवार से सर फोड़ता
क़ैस दीवाना सही इतना भी दीवाना न था
शहज़ाद अहमद 

Why should he bang his head against city wall?  
Well, Qais was a fanatic but not that  after all! 

अब के मिलने की शर्त ये होगी
दोनों घड़ियाँ उतार फेंकेंगे। 
नासिर अमरोहवी 

A condition of meeting we will abide. 
We 'll remove watches 'n throw aside. 

हम को आपस में मोहब्बत नहीं करने देते 
इक यही ऐब है इस शहर के दानाओं में 
क़तील शफ़ाई

They don't allow us to love each other. 
Its the only flaw with wise O brother! 

न थी हाल की जब हमें अपने ख़बर रहे देखते औरों के ऐब ओ हुनर 
पड़ी अपनी बुराइयों पर जो नज़र तो निगाह में कोई बुरा न रहा 
बहादुर शाह ज़फ़र

शर्त सलीक़ा है हर इक अम्र में 
ऐब भी करने को हुनर चाहिए 
मीर तक़ी मीर 

Good manner is a condition, 
in each and every condition. 
You need top quality of skill 
to perform vices at sweet will. 

नशेमन छोड़ कर जाना तुम्हारा
हक़ीक़त में शिकस्त-ए-बाग़बाँ है

When you are evicted and move elsewhere. 
Your guardians failed to keep you there. 

दिल ये कहता था कि सीने से लगा लूँ उनको
शौक़ कहता था कि आँखों में छुपा लूँ उनको

Heart told me to hold her in tight embrace. 
Desire wanted her in eyes without a trace

उफ़ री शबनम इस क़दर नादानियाँ? 
मोतियों को घास में बिखरा दिया ! 
आग़ा शाइर देहलवी 

O dew ! Are these pranks of a child? 
Pearls are scattered on grass in wild! 

ऊँचे ऊँचे मुजरिमों की पूछ होगी हश्र में
कौन पूछेगा हमें हम किन गुनहगारों में हैं? 

High level culprits 'll be honored on doomsday. 
Who will look for me, a straw in the hay? 

दास्ताँ उस की अदाओं की है रंगीं लेकिन 
उस में कुछ ख़ून-ए-तमन्ना भी है शामिल मेरा
असग़र गौंडवी

Her poses and style make a colourful tale. 
But for blood of my desires, it' ll all look pale

बस जान गया मैं तिरी पहचान यही है 
तू दिल में तो आता है समझ में नहीं आता.... 
अकबर इलाहाबादी 

I have known your identity somehow. 
You attend heart, not mind anyhow. 

बस इतना फ़र्क़ है इंसान में और उस की तुरबत में 
ये है तस्वीर मिट्टी की वो है इक ढेर मिट्टी का।
मंजूर

Only this is the difference between man and his grave. 
This is a sculpture of clay, that's a pile
O naive! 

तू न था तेरी तमन्ना देखने की चीज़ थी
दिल न माना वर्ना दुनिया देखने की चीज़ थी
लियाक़त अली आतिश

Worth seeing was your desire 
Not you O lover ! O fire ! 
World was worth a view. 
But with heart I can't argue. 

मनाना ही ज़रूरी है तो फिर तुम 
हमें सब से ख़फ़ा हो कर मना लो
लियाक़त अली आतिश 

If you think to convince me is the need. 
Tamper others and pamper me indeed. 

कुंज-ए-क़फ़स ही जिस का मुक़द्दर हुआ 'जमील' 
उस की नज़र में दौर-ए-ख़िज़ाँ क्या बहार क्या? जमील अज़ीमाबादी 

O 'Jameel'! If being confined to prison 
is fate. 
Then what's season of spring or autumn O mate? 

दोस्त हर ऐब छुपा लेते हैं 
कोई दुश्मन भी तिरा है कि नही? 
बाक़ी सिद्दीक़ी 

The friends cover fault of each shade. 
Is or isn't there a foe you have made? 

आशिक़ सा बदनसीब कोई दूसरा न हो
माशूक़ ख़ुद भी चाहे तो उस का भला न हो
हफ़ीज़ जालंधरी 

May none be as unfortunate as a lover ! 
Even if beloved so wants, he can't get a cover. 

बयान सच के तराजू में तोलता हूँ मैं 
तिरी ख़ुशी के लिए थोड़ी बोलता हूँ मैं 

I weigh statements in balance of facts. 
I don't speak for your pleasure or tacts. 

आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें 
हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं 
साहिर लुधियानवी 

You scale hearts in money balance. 
Love for love is how I recompense. 

उन्हें न तोलिये तहज़ीब के तराज़ू में 
घरों में उन के न चूल्हे न दीप जलते हैं 
सदा अम्बालवी

Please don't balance them in the scale of culture. 
Homes where fire can't lamp or hearth nurture. 

उर्दू जिसे कहते हैं तहज़ीब का चश्मा है 
वो शख़्स मोहज़्ज़ब है जिस को ये ज़बाँ आई 
रविश सिद्दीक़ी polite, cultured

हमें है शौक़ कि बे-पर्दा तुम को देखेंगे 
तुम्हें है शर्म तो आँखों पे हाथ धर लेना 
दाग़ देहलवी 

ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था 
हमीं सो गए दास्ताँ कहते कहते 
साक़िब लखनवी 

माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं 
तू मेरा शौक़ देख मिरा इंतिज़ार देख 
इक़बाल 

हुए इस क़दर मोहज़्ज़ब कभी घर का मुँह न देखा 
कटी उम्र होटलों में मरे अस्पताल जा कर 
अकबर इलाहाबादी नमस्ते

आदमी जान के खाता है मोहब्बत में फ़रेब 
ख़ुद-फ़रेबी ही मोहब्बत का सिला हो जैसे 
इक़बाल अज़ीम 

ये क्या कि तुम ने जफ़ा से भी हाथ खींच लिया 
मिरी वफ़ाओं का कुछ तो सिला दिया होता 
अब्दुल हमीद अदम 

दूर बैठा ग़ुबार-ए-मीर उस से
इश्क़ बिन ये अदब नहीं आता
मीर तक़ी मीर 

From her even dust of 'Mir' s remains stayed away. 
This manner can't be learnt without love in any way. 

न दिन है न रात है, कोई तन्हा है न साथ है
जैसी आँखें वैसी दुनिया, बस इतनी सी बात है 

Neither there's day nor night,  in company nor alone. 
The eyes that look at world, will see what is known. 

सर काटने से पहले दुश्मन ने सर झुकाया 
जब देखा हम निहत्थे मैदान में खड़े थे

Before beheading me, the enemy decided to bow. 
Seeing me  fight bare handed, in
the combat show. 

यूँ ही बेसबब न फिरा करो
कोई शाम घर भी रहा करो 
वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है 
उसे चुपके - चुपके पढ़ा करो
बशीर बद्र 

Don't aimlessly just roam. 
Some evening stay at home. 
She is a true ghazal book. 
Read her with a silent look. 

कभी कभी तो छलक जाती हैं युँही आँखें 
उदास होने का कोई सबब नहीं होता
बशीर बद्र 

Sometimes eyes just overflow. 
No reason to be sad, you know. 

किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम 
तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ 
अहमद फ़राज़ 

दिल धडकने कासबब याद आया 
वो तिरी याद थी अब याद आया
नासिर काज़मी 

अंधेरी रात नहीं लेती नाम ढलने का
यही तो वक़्त है सूरज तिरे निकलने का

The night is very dark yet unwilling to be over 
It's s the time O sun! To pierce horizon cover. 

कभी खुद्दारी की सरहद ही नहीं लाँघते हैं 
भीक तो छोड़िए हम हक़ भी नहीं माँगते हैं 

 I have never crossed the boundaries of self respect. 
Leave aside alms, I don't even beg my right, neglect . 

तू किसी की भी रहे तेरी याद मेरी है
अमीर हूँ मैं कि ये जायदाद मेरी है

You may belong to anyone but your memories are mine. 
Since that's my property, I am rich and  that's just fine. 

भरी महफ़िल में उन को छेड़ने की क्या ज़रूरत थी 
जनाब-ए-नूह तुम सा भी न कोई बे-अदब होगा 
नूह नारवी

Why did you tease her before one and all? 
Mr. Nooh! None matches your disgrace call. 

भरी बज़्म में राज़ की बात कह दी 
बड़ा बे-अदब हूँ सज़ा चाहता हूँ 
इक़बाल 

I revealed a secret before everyone. 
Need be punished for disgrace done. 

चमन में रखते हैं काँटे भी इक मक़ाम ऐ दोस्त 
फ़क़त गुलों से ही गुलशन की आबरू तो नहीं 
उम्मीद फ़ाज़ली

O chum! Thorns hold in garden, a place. 
The flowers alone don't keep it's grace. 

किसी को कैसे बताएँ ज़रूरतें अपनी 
मदद मिले न मिले आबरू तो जाती है 
अज्ञात 

 How can I tell my needs to someone? 
Help or no help, but honour is undone. 

एक आँसू ने डुबोया मुझ को उन की बज़्म में 
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई 
ज़ौक़

 In her gathering, a tear drowned my case. 
A drop of water watered down my grace. 

न कोई वादा न कोई यक़ीं न कोई उमीद 
मगर हमें तो तिरा इन्तज़ार करना था
फ़िराक़ गोरखपुरी 

Neither promise, belief nor hope offhand. 
But I had to wait for you till the end. 

देखी हैं बड़े ग़ौर से मैं ने वो निगाहें 
आँखों में मुरव्वत का कहीं नाम नहीं है 
जलील मानकपुरी 

I have checked those eyes with care. 
Not a trace of kindliness is there. 

इन को क्या काम है मुरव्वत से अपनी रुख़ से ये मुँह न मोड़ेंगे 
जान शायद फ़रिश्ते छोड़ भी दें डॉक्टर फ़ीस को न छोड़ेंगे 
अकबर इलाहाबादी 

फूल गुल शम्स-ओ-क़मर सारे ही थे
पर हमें उन में तुम्हीं भाए बहुत 
मीर तक़ी मीर 

Flower, rose, sun 'n moon  were there. 
But out of these, you were liked too much by me
But I liked you very much

पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है 
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है 
मीर तक़ी मीर 

अगर यक़ीं नहीं आता तो आज़माए मुझे 
वो आइना है तो फिर आइना दिखाए मुझे 
बशीर बद्र 

Check me up if you can not believe 
If she is a mirror, make me perceive. 

तू सामने है तो फिर क्यूँ यक़ीं नहीं आता 
ये बार बार जो आँखों को मल के देखते हैं 
अहमद फ़राज़ 

Why can't I believe when you exist there? 
 I rub my eyes times and again to see  here. 

यारों की मोहब्बत का यक़ीं कर लिया मैं ने 
फूलों में छुपाया हुआ ख़ंजर नहीं देखा 
बशीर बद्र 

I had believed in love bestowed by friends. 
Didn't see hidden dagger in flower bands. 

शब-ए-विसाल है गुल कर दो इन चिरागों को
 ख़ुशी की बज़्म में क्या काम जलने वालों का? 
दाग़ देहलवी 

It's a meeting night, put out lamps that glow. 
In a pleasant gathering, why let burners show? 

मैं सो जाऊँ तो इन आँखों पे अपने होंट रख देना
यक़ीं आ जाएगा पलकों तले भी दिल धड़कता है
बशीर बद्र 

Place your lips on my eyes when I sleep. 
I 'll be sure heart beeps under it so deep. 

कुछ ऐसा हो कि तस्वीरों में जल जाए तसव्वुर भी 
मुहब्बत याद आएगी तो शिकवे याद आएँगे। 
सरदार सलीम

 It may so turn, with photos thoughts too burn. 
If love 'll come to mind, laments it' ll remind. 

है देखने वालों को संभलने का इशारा
थोड़ी सी नक़ाब आज वो सरकाए हुए हैं 
अर्श मल्सियानी

It's an alert to those who wish to trail. Slightly displaced today is her veil. 

हम से 'आबिद' अपने रहबर को शिकायत ये रही 
आँख मूँदे उन के पीछे चलने वाले हम नहीं 
आबिद अदीब

O 'Aabid'! About me, so laments the guide. 
I am not a  blind follower by his side. 

इस तरह रहबर ने लूटा कारवाँ 
ऐ 'फ़ना' रहज़न को भी सदमा हुआ 
फ़ना कानपुरी 

So uncouth was guide's attack on caravan 
Even the robber was taken aback,O Fanaa ! 

आते हैं अयादत को तो करते हैं नसीहत  
अहबाब से ग़म-ख़्वार हुआ भी नहीं जाता 
फ़ानी बदायूनी 

He comes to enquire state of sick. 
Starts sermonising double quick. 
 My wellwishers, not even in name,
 are as consolers, simply a shame. 


अहबाब को दे रहा हूँ धोका 
चेहरे पे ख़ुशी सजा रहा हूँ 
क़तील शफ़ाई

I am simply cheating my friends. 
Setting joy on face as ammends. 

देखने आए थे वो अपनी मोहब्बत का असर 
कहने को ये है कि आए हैं अयादत कर के 
हसरत मोहानी.

She had called to see love effects.
Can say how my sickness reflects. 

रहबर भी ये हमदम भी ये ग़म-ख़्वार हमारे 
उस्ताद ये क़ौमों के हैं मे'मार हमारे 
अज्ञात 

दर्द को रहने भी दे दिल में दवा हो जाएगी 
मौत आएगी तो ऐ हमदम शिफ़ा हो जाएगी
सौदा

Let pain be in heart, it will get well. 
With death, O chum ! 

ग़ैरों को कब फ़ुर्सत है दुख देने की 
जब होता है कोई हमदम होता है 
जावेद अख्तर 

Inflicting pain! Rivals don't give a dime. 
Companion find with ease, some time. 

कई फ़रहाद हैं जूया तिरे शीरीं लब के 
कई यूसुफ़ हैं ज़नख़दान के चाहों के बीच  
शैख़ ज़हीरुद्दीन हातिम

Your sweet lips many lovers inquire. 
To be with moneyboxes others aspire

अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो 
आँसू की जगह आँख से हसरत निकल आए 
अहमद फ़राज़ 

चल साथ कि हसरत दिल-ए-मरहूम से निकले 
आशिक़ का जनाज़ा है ज़रा धूम से निकले 
फ़िदवी लाहौरी 

Accompany , let desires leave deceased heart profound. 
It's a lover's funeral, pomp 'n show need be all around 

दिल के दो हिस्से जो कर डाले थे हुस्न-ओ-इश्क़ ने
एक सहरा बन गया और एक गुलशन हो गया 
नूह नारवी

Beauty and love bisected the heart. 
Garden and desert turned either part. 

दिल-ए-मरहूम को ख़ुदा बख़्शे 
एक ही ग़म-गुसार था न रहा 
फ़ानी बदायूनी 

Let the deceased get God's grace. 
Only consoler is no more in race. 

दर-ओ-दीवार पे हसरत से नज़र करते हैं 
ख़ुश रहो अहल-ए-वतन हम तो सफ़र करते हैं 
(नवाब वाजिद अली शाह का लखनऊ छोड़कर जाते वक़्त पढ़ा गया आख़िरी शे'अर) 

आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू 
इक तिरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला 
सरवर आलम राज़ 

Longing, desire, hope, lament and tear. 
See what your mention brought all this here. 

उर्दू है जिस का नाम हमीं जानते हैं 'दाग़' 
हिन्दोस्ताँ में धूम हमारी ज़बाँ की है 
दाग़ देहलवी 

क्यूँ लोगों से मेहर-ओ-वफ़ा की आस लगाए बैठे हो 
झूट के इस मकरूह नगर में लोगों का किरदार कहाँ 
कुमार पाशी

What do you have in mind? 
People will be loyal 'n kind. 
In this ominous city of lies 
the character is hard to find. 

जो उन्हें वफ़ा की सूझी तो न ज़ीस्त ने वफ़ा की
अभी आ के वो न बैठे कि हम उठ गए जहाँ से 

When she planned to be loyal, 
my own life turned disloyal. 
She didn't even sit by the side, 
When I was given the final ride. 

न पूछ हाल मिरा चोब-ए-ख़ुश्क-ए-सहरा हूँ 
लगा के आग मुझे कारवाँ रवाना हुआ 
हैदर अली आतिश

 Don't ask about my state,
a dry desert stick O mate ! 
Caravan set me to burn,
then left, never to return. 

तलाश-ए-रिज़्क़ का ये मरहला अजब है कि हम 
घरों से दूर भी घर के लिए बसे हुए हैं 
आरिफ़ इमाम

This goal is so strange, 
searching job out of range. 
We stay far away from home,
 but it's all still for the home. 

भटक के कोई गया दैर को कोई का'बे 
अजीब भूल-भुलय्याँ है मरहला दिल का 
इमदाद अली बहर

Someone went to temple, other to Kaaba, both astray. 
Strange is this labyrinth of heart in middle
 of the way. 

वही कारवाँ वही रास्ते वही ज़िंदगी वही मरहले 
मगर अपने अपने मक़ाम पर कभी तुम नहीं कभी हम नहीं 
शकील बदायूनी 

Same caravan 'n routes, same life and inns too. 
But on our stands, either I am not there or you. 

मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर 
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया 
मजरूह सुल्तानपुरी 

When I started towards the goal, I was all alone. 
But people kept coming 'n caravan widened zone. 

बारिश की बहुत तेज़ हवा में कहीं मुझ को 
दरपेश था इक मरहला जलने की तरह का 
ज़फ़र इक़बाल 

In the hard hitting rains and blasts of wind. 
Ahead was a stop over for ignition of a kind. 

कारवाँ से जो भी बिछड़ा गर्द-ए-सहरा हो गया 
टूट कर पत्ते कब अपनी शाख पर वापस हुए 
 ज़फ़र मुरादाबादी 

Whoever parted from caravan, turned to desert dust. 
Did leaves fallen ever got tucked with twigs,
.. 


कब लौटा है बहता पानी बिछड़ा साजन रूठा दोस्त 
हम ने उस को अपना जाना जब तक हाथ में दामाँ था 
इब्न-ए-इंशा

बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई 
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया 
ख़ालिद शरीफ़

वो जिस घमंड से बिछड़ा गिला तो इस का है 
कि सारी बात मोहब्बत में रख-रखाव की थी 
अहमद फ़राज़ 

 He was haughty when he parted
 that's how blame game started. 
 What prevailed all over, as lover
was giving the other one a cover. 

ज़िंदगी अब इस क़दर सफ़्फ़ाक हो जाएगी क्या 
भूक ही मज़दूर की ख़ूराक हो जाएगी क्या 
रज़ा मौरान्वी 

ग़म्ज़ा भी हो सफ़्फ़ाक निगाहें भी हों ख़ूँ-रेज़ 
तलवार के बाँधे से तो क़ातिल नहीं होता 
दाग़ देहलवी 

ख़त्त-ए-पेशानी में सफ़्फ़ाक अज़ल के दिन से 
तेरी तलवार से लिक्खी है शहादत मेरी 
शबाब



सतह-ए-दरिया का ये सफ़्फ़ाक सुकूँ है धोका
ये तेरी नाव किसी वक़्त डुबो सकता है 
तहसीन फ़िराक़ी

Peace on river surface is deceit in prime. 
It can simply sink your ship, just any time . 

ज़ख़्म लगा कर उस का भी कुछ हाथ खुला 
मैं भी धोका खा कर कुछ चालाक हुआ 
ज़ेब गौरी

किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भी 
ये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा 
मैं सज्दे में नहीं था आप को धोका हुआ होगा 
दुश्यन्त कुमार 

This whole body was doubled by it's weight. 
I wasn't praying, you didn't get it straight. 

तुम्हीं तो हो जिसे कहती है नाख़ुदा दुनिया 
बचा सको तो बचा लो कि डूबता हूँ मैं 

You are the one, world calls boatman. 
Well I am sinking, save if you can ! 

डुबो दी थी जहाँ तूफ़ाँ ने कश्ती 
वहाँ सब थे ख़ुदा क्या ना-ख़ुदा क्या 
मजाज़

Where the typhoon had drowned  boat. 
All were there, God and the sailor afloat. 

कश्ती चला रहा है मगर किस अदा के साथ 
हम भी न डूब जाएँ कहीं ना-ख़ुदा के साथ 
अब्दुल हमीद अदम 

He is sailing the boat with such a style. 
I may not sink with the sailor in a while. 

उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ सितम हाए क्या करूँ 
कश्ती मिरी डुबोई है साहिल के आस-पास 
हसरत मोहानी

What to talk about torture of that boatman? 
He has sunk my ship near shore as one can. 

तिरी निगाह ने ज़ालिम कभी है ये सोचा
तिरी निगाह के मारों का हाल क्या होगा
अज्ञात 

My love! Did you ever even think? 
Where would hurt by your eyes sink? 

खड़ा हूँ आज भी रोटी के चार हर्फ़ लिए 
सवाल ये है किताबों ने क्या दिया मुझ को
नज़ीर बाक़री 

Even today I stand with all letters of  bread. 
I question what the books gave me instead? 

फ़रेब-ए-रौशनी में आने वालो मैं न कहता था
कि बिजली आशियाने की निगहबाँ हो नहीं सकती
शफ़ीक़ जौनपुरी

You got deceived by light, didn't I tell my best
That lightning can't be custodian of the nest. 

बिजलियों न उड़ाओ मेरे नशेमन का मज़ाक
चार तिनके ही सही कोशिश-ए-तामीर तो है

Don't you make jest
O spark of my nest
A few straws, it's true  
I tried to build anew. 

 तड़पती फिर रही है बर्क़ अब तक
उलझ बैठी थी मेरे आशियाँ से
साबिर अबुहरी

Tossing in pain is electric spark even now. 
Had got enmeshed with my nest somehow. 

किधर से बर्क़ चमकती है देखें ऐ वाइज़ 
मैं अपना जाम उठाता हूँ तू किताब उठा 
जिगर मुरादाबादी 

O priest! Let's see, spark goes which way? 
I raise my wine cup, you raise book and
 pray. 

इधर फ़लक को है ज़िद बिजलियाँ गिराने की 
उधर हमें भी है धुन आशियाँ बनाने की 
अज्ञात 

Sending spark after spark is obstinate the sky. 
While I am hell bent my cottage will rise high. 

मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर 
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का 
महफूजुर्रहमान आदिल

Folding your wings, don't sit in the nest. 
Boost your courage, fly out for the crest. 

हम को इस की क्या ख़बर गुलशन का गुलशन जल गया 
हम तो अपना सिर्फ़ अपना आशियाँ देखा किए 
हसन नज्मी सिकन्दरपुरी

I don't  know, garden was fireblown. 
I just kept looking for my nest alone. 

हज़ार बर्क़ गिरे लाख आँधियाँ उट्ठें 
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं 
साहिर लुधियानवी 

Let thousand of sand storms 'n sparks spell doom. 
The flowers set for blooming wil certainly bloom. 

वहीं पर बर्क़ गिरती है जहाँ अपना नशेमन हो
कहाँ तक अब भला हम रोज़ शाख़-ए-आशियाँ बदलें
अज्ञात 

Electric spark chooses the site of my nest . 
How long can I change twig daily at best? 

न हो कि क़ुर्ब ही अब मर्ग-ए-रब्त बन जाए
वो अब मिले तो ज़रा उस से फ़ासला रखना
इफ़्तिख़ार नसीम

Don't let nearness become  end of pleasure. 
If you meet her now, be distant  if  together. 

बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना 
जहाँ दरिया समुंदर से मिला दरिया नहीं रहता 
बशीर बद्र 

When you meet bigwigs,some distance must maintain. 
As river meets the ocean, it's identity doesn't remain. 

तेरे जाने में और आने में 
हम ने सदियों का फ़ासला देखा 
सुदर्शन काफ़िर 

Your departure and arrival 
Had centuries of interval. 

तू भी सादा है कभी चाल बदलता ही नहीं 
हम भी सादा हैं इसी चाल में आ जाते हैं 
अफ़ज़ल ख़ान 

You are so simple, don't change your move. 
I am equally simple, get caught in the move. 

अब इन हुदूद में लाया है इन्तिज़ार मुझे
वो आ भी जाएँ तो आए न ए'तिबार मुझे 
ख़ुमार बाराबंकवी 

Expectation has brought me in such limits now. 
Even if she comes, I shall not believe anyhow. 

अपने हुदूद से न बढ़े कोई इश्क़ में 
जो ज़र्रा जिस जगह है वहीं आफ़्ताब है 
जिगर मुरादाबादी 

Let no one cross known limits in love. 
Every grain in it's place, is a sun above. 

अब अपना इंतिज़ार रहेगा तमाम-उम्र 
इक शख़्स था जो मुझ से जुदा कर गया मुझे 
एहतमाम सादिक़

I shall have to wait for me, lifelong now. 
One person parted me from self somehow. 

 माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं 
तू मेरा शौक़ देख मिरा इंतिज़ार देख 
इक़बाल 

It's true that I am not worth your view O mate! 
You look at my passion and since when I wait.

ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता 
अगर और जीते रहते यही इंतिज़ार होता 
ग़ालिब 

A meeting with the sweetheart, it was not so slated. 
Had I lived any longer, 'morrow was to be dated

तिरे वा'दे पर जिए हम तो ये जान झूट जाना 
कि ख़ुशी से मर न जाते अगर ए'तिबार होता 
ग़ालिब 

I lived on your promise, knowing well, it was a lie. 
Would die out of joy, if I was sure of what you stated. 

तिरी उमीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को 
तुझे भी अपने पे ये ए'तिबार है कि नहीं 
कैफ़ी आज़मी 

I am booting this world just for your hope. 
Do you too have  trust that you can cope? 

अजब ए'तिबार ओ बे-ए'तिबारी के दरमियान है ज़िंदगी 
मैं क़रीब हूँ किसी और के मुझे जानता कोई और है 
सलीम कौसर 

Life is hanging between strange belief and distrust. 
I am so close to someone, another knows me as must. 

ख़ामुशी अच्छी नहीं इंकार होना चाहिए 
ये तमाशा अब सर-ए-बाज़ार होना चाहिए 
ज़फ़र इक़बाल 

Silence isn't so good, 
well, refuse you should. 
This pageant should now, 
be in market somehow. 

हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी 
और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है 
निदा फ़ाज़ली

My lips could never express, 
the state of heart's stress. 
And she didn't understand, 
what for did silence stand. 

चटख़ के टूट गई है तो बन गई आवाज़ 
जो मेरे सीने में इक रोज़ ख़ामुशी हुई थी 
सालिम सलीम 

It broke to sound 'n became a voice. 
It was silence in my heart by choice . 

कभी-कभी तो किसी अजनबी से मिलने पर
बहुत पुराना कोई सिलसिला निकलता है 
मंज़ूर हाशमी 

At times when you meet 
a stranger across street. 
A very old chain, 
or events maintain. 

क़ुबूल कैसे करूँ उन का फ़ैसला कि ये लोग 
मिरे ख़िलाफ़ ही मेरा बयान माँगते हैं 
मंज़ूर हाशमी

How can I accept their decision, these men? 
Want to use my statement against me then. 
 
बदला न अपने-आप को जो थे वही रहे 
मिलते रहे सभी से मगर अजनबी रहे 
निदा फ़ाज़ली

I didn't change myself, maintained my zone. 
Kept meeting everyone, yet remained unknown. 

इसी लिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं 
तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं 
बशीर बद्र 

That's why I am a stranger in this clan
All are angels here, only I am a man. 

मक़ाम-ए-वस्ल तो अर्ज़-ओ-समा के बीच में है
मैं इस ज़मीन से निकलूँ तू आस्माँ से निकल। 
अभिषेक शुक्ला 

Our meeting site is between earth and sky. 
I come out of earth, you leave the sky. 

जज़्बे की कड़ी धूप हो तो क्या नहीं मुमकिन 
ये किसने कहा संग पिघलता ही नहीँ है
अख़्तर लखनवी 

What's impossible in intense sun of passion? 
Who says that the stone will never soften? 

कह देना समन्दर से हम ओस के मोती हैं 
दरिया की तरह तुझसे मिलने नहीं आएँगे 
बशीर बद्र 

We are proud dew pearls, tell it to the sea.
 Like a stream, we won't come to meet thee. 

यहाँ लिबास की कीमत है आदमी की नहीं 
मुझे गिलास बड़े दे शराब ककम कर दे
 
मैं ने आँखों में झाँकना चाहा 
उस ने दिल में उतार दीं आँखें 
अब्दुर्रहमान मोमिन 

I wanted to peep in her eyes. 
She set in my heart her eyes. 

मेरी पोशाक तो पहचान नहीं है मेरी
दिल में भी झाँक मिरी ज़ाहिरी हालत पे न जा
ऐतबार साजिद 

My dress is not my identity card O mate. 
Peep in heart too, don't see my outer state

इत्र मिट्टी का लगाया चाहिए पोशाक में 
ख़ाक से रग़बत रहे मिलना है इक दिन ख़ाक में 
अज्ञात 

Fragrance of soil should be used in dress. 
It needs be the wish, it 'd finally compress. 

हँस के फ़रमाते हैं वो देख के हालत मेरी 
क्यूँ तुम आसान समझते थे मोहब्बत मेरी 
अमीर मीनाई 

Looking at my state, she says with a smile. 
Why did you think my love was easy awhile? 

ऐसी बेगानगी नहीं देखी
अब किसी का कोई यहाँ न रहा
बाक़र मेहदी

Such abject indifference was not seen. 
Here no one now had anyone 's been. 

दिल के फफूले जल उठे सीने के दाग़ से 
इस घर को आग लग गई घर के चराग़ से 
महताब राय ताबाँ

Heart blisters got alit with old chest stamp. 
This house caught fire by it's own lamp. 

किस ने देखें हैं तिरी रूह के रिसते हुए ज़ख़्म 
कौन उतरा है तिरे क़ल्ब की गहराई में 
रईस अमरोहवी

Who has seen seeping wounds of your soul? 
Who has delved deep in your heart to console? 

फ़रिश्ता है तो तक़द्दुस तुझे मुबारक हो 
हम आदमी हैं तो ऐब-ओ-हुनर भी रखते हैं 
दिल अय्यूबी

You are an angel, so be happy being pure. 
We are men, have art and faults for sure. 

ये मय-ख़ाना है मय-ख़ाना तक़द्दुस उस का लाज़िम है 
यहाँ जो भी क़दम रखना हमेशा बा-वज़ू रखना 
आतिश बहावलपुरी 

It's a tavern, a tavern! Here purity is a must. 
When you step in here, wash the hands first. 

तेरी मासूम निगाहों के तक़द्दुस की क़सम 
सो भी जाऊँ तो तिरे ख़्वाब जगा देते हैं 
अज्ञात 

I swear by the purity of your innocent eyes, so deep 
Your dreams awaken me even if I happen to sleep. 

आई वो रफ़्ता - रफ़्ता तक़द्दुस की राह तक
फिर यूँ हुआ कि निय्यत-ए-नासेह बिगड़ गई
नसीम ज़ाहिद

Ever so slowly, she found the purity route. 
But by then, preacher found she was cute. 

ख़ुदी वो बहर है जिस का कोई किनारा नहीं 
तू आबजू इसे समझा अगर तो चारा नहीं
इक़बाल 

Self esteem is an ocean with out any shore. 
If you think it's a stream, can't help anymore. 

छोड़ा नहीं ख़ुदी को दौड़े ख़ुदा के पीछे 
आसाँ को छोड़ बंदे मुश्किल को ढूँडते हैं 
अब्दुल हमीद अदम 

They ran after God, didn't leave self pride. 
Leaving simple things men follow hard stride. 

ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले 
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है 
इक़बाल 

Raise self respect to a level that prior to fate. 
God 'd ask man, "what do you want on plate?" 

इक कली कोई चटकी कुछ पत्ते लगे हिलने 
इक ज़िंदगी की आहट हर ओर मुस्कराई
सिमिन उस्मानी 

A bud shed garb, trembled some leaves. 
A foot fall of life, smiled in it's sleeves. 

दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है 
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में 
गुलज़ार 

Who is knocking on heart over here? 
In a desert, whose foot fall do I hear? 

ख़त्म होता ही नहीं सिलसिला तन्हाई का 
जाने किस दर्जा मसाफ़त में है ढाली गई शब 
अरशद जमाल सारिस

Sequence of solitude continues plight. 
What an interval does shape this night? 

नहीं होती है राह-ए-इश्क़ में आसान मंज़िल 
सफ़र में भी तो सदियों की मसाफ़त चाहिए है 
फ़रहत नदीम हुमायुँः

The goal of love journey isn't an easy state. 
A distance of centuries is needed O mate ! 

जब तलक आज़ाद थे हर इक मसाफ़त थी वबाल 
जब पड़ी ज़ंजीर पैरों में सफ़र अच्छे लगे 
अस'अद बदायूनी 

While free, each step was loaded neat. 
Journey is pleasant with chained feet, 

उड़ते- उडते आस का पंछी दूर उफ़क़ में डूब गया 
रोते - रोते बैठ गई आवाज़ किसी सौदाई की
क़तील शफ़ाई

Bird of desire kept flying in it's course. 
Lover kept crying till voice got hoarse. 

रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय। 
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ लग जाय। 

O Raheem! It's a cord of love, I pray you break it not. 
If broken, it won't tie, if tied, would bear a knot. 

चूम लेती हैं कभी लब कभी आरिज़-ए-गुल
तूने ज़ुल्फ़ों को बड़ा सर पे चढ़ा रक्खा है! 

These kiss your cheeks 'n with the lips lock. 
Your tresses are really a very heady stock ! 

तर - दामनी पे शैख़ हमारी न जाइयो
दामन निचोड़ दें तो फ़रिश्ते वुज़ू करें 

About my wet cloak O priest don't dare talk. 
If I squeeze, to wash hands, angels' d flock! 

मेहरबाँ हो के बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्त 
मैं गया वक़्त नहीं हूँ कि फिर आ भी न सकूँ 
मिर्ज़ा ग़ालिब

Be kind! Call me when you have time. 
Can't come back! I am not gone time

इक ज़ख़्म था जो वक़्त के हातों से भर गया
क्या पूछते है आप किसी मेहरबाँ की बात 

A wound that healed by time. We'll it can. 
 Don't enquire about that considerate man. 

न जाना कि दुनिया से जाता है कोई 
बहुत देर की मेहरबाँ आते आते 
दाग़ देहलवी 

Not knowing, I leave world sublime 
O kind one! You took a lot of time. 

इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना
मिर्ज़ा ग़ालिब 

Pleasure of a drop is to get lost in stream. 
When pain crosses limit, drug it may seem

कर्ज़ कुछ ज़िंदगी का ऐसा है
जां भी दे कर अदा नहीं होता। 
रोज़ के ग़म भी मार देते हैं 
आदमी सिरफिरा नहीं होता। 
डाक्टर चन्द्रकिशोर चौरे 'कपिल' 

Such is the debt of life, 
It's not paid even with life. 
Griefs of every day kill. 
Man is'nt fanatic by will. 

हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं 
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं 
जिगर मुरादाबादी 

Time  can't get rid of me, it has no such force 
I am not from time, time is from me of course 

इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है 
सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है 
जिगर मुरादाबादी 

This word love has got a little story to tell 
Shrinks in lover's heart, spreads as age spell. 

ग़ुर्बत की ठंडी छाँव में याद आई उस की धूप 
क़द्र-ए-वतन हुई हमें तर्क-ए-वतन के बाद 
कैफ़ी आज़मी 

I recalled sun warmth in cold poverty shade. 
I praised my land after the farwell I bade. 

मेरी ग़ुर्बत को शराफ़त का अभी नाम न दे 
वक़्त बदला तो तिरी राय बदल जाएगी 
निदा फ़ाज़ली

My poverty is decency, you still  don't call. 
If time changed, your view 'd alter after all. 

ज़मीं रोई हमारे हाल पर और आसमाँ रोया 
हमारी बेकसी को देख कर सारा जहाँ रोया 
वहशत रज़ा अली कलकत्वी

Even earth and sky, on my state did cry. 
My helpless state was worth a cry O mate! 

आँखें भी हाए नज़अ में अपनी बदल गईं 
सच है कि बेकसी में कोई आश्ना नहीं 
ख़ाजा मीर दर्द

Even eyes get out of focus before death. 
It's true none loves destitute next breath

हाँ ठीक है मैं अपनी अना का मरीज़ हूँ 
आख़िर मिरे मिज़ाज में क्यूँ दख़्ल दे कोई 
जौन एलिया 

I am a patient of my ego, it's true so brood. 
But why 'd someone interfere in my mood? 

अदा आई जफ़ा आई ग़ुरूर आया हिजाब आया 
हज़ारों आफ़तें ले कर हसीनों पर शबाब आया 
नूह नारवी

Style,then calamity, then pride, came veil. 
With troubles, on cuties did youth prevail

दुश्मनों की जफ़ा का ख़ौफ़ नहीं 
दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं 
हफ़ीज़ बनारसी 

About tyranny of enemies, I am not afraid. 
What troubles is faith of friends well laid. 

उल्फ़त में बराबर है वफ़ा हो कि जफ़ा हो 
हर बात में लज़्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो 
अमीर मीनाई 

For love, faith 'n infidelity are equal to chart
There's taste in every thing, if it's joy in heart 

न पूछो मुझ से लज़्ज़त ख़ानमाँ-बर्बाद रहने की 
नशेमन सैकड़ों मैं ने बना कर फूँक डाले हैं 
अल्लामा इक़बाल 

Don't ask me the joy  of being unfortunate ! 
Many times I built' n burnt my home, mate! 

अपने मरने का मुझे रंज अगर है तो ये है
कौन उठाएगा तिरे रंज-ओ-सितम मेरे बाद 

About my death  to me there's only one pain. 
After me, who'll your grief 'n tyranny retain? 

अजीब किस्म की लज़्ज़त मिली है इन से मूझे
कुछ और ज़ख़्म मिरे दिल में डालिए साहब

I have got from him a taste so strange. 
 Offer more wounds in  my heart range. 

जफ़ा जो इश्क़ में होती है वो जफ़ा ही नहीं 
न हो जफ़ा तो मोहब्बत में कुछ मज़ा ही नहीं 

The calamity in love is no calamity at all. 
There's no joy in love sans calamity call. 

ऐ वाए इंक़लाब ज़माने के जौर से 
दिल्ली 'ज़फ़र' के हाथ से पल में निकल गई 

O wow revolution ! With tyranny of small 'n of clout. 
In a moment Delhi from 'Zafar' s hand slipped out. 

जौर क्या क्या जफ़ाएँ क्या क्या हैं 
आशिक़ी में बलाएँ क्या क्या हैं 
मीर तक़ी मीर 

What's tyranny as a group or alone? 
What calamities in love are shown? 

आप पछताएँ नहीं जौर से तौबा न करें 
आप के सर की क़सम 'दाग़' का हाल अच्छा है 

Don't you repent nor give tyranny a break. 
I swear by you, my state is within check. 

इन्हीं हैरत-ज़दा आँखों ने देखे हैं वो आँसू भी 
जो अक्सर धूप में मेहनत की पेशानी से ढलते हैं 
जमील मज़हरी

These surprised eyes have seen tears that trickle. 
Which appear in sun on the forehead , using sickle. 

जुनूँ का हज्म ज़ियादा तुम्हारा ज़र्फ़ है कम
ज़रा सा गमला है इस में शजर लगेगा नहीं
उमैर नजमी

Your capacity is less, spread of ecstasy is more. 
This little pot can't contain the tree in it's core. 
 
उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानों में 
नज़र आती है उन को अपनी मंज़िल आसमानों में 
अल्लामा इक़बाल 

When in youth there's rise of falcon soul. 
In the  skies they look for their own goal. 

अदा हुआ न क़र्ज़ और वजूद ख़त्म हो गया 
मैं ज़िंदगी का देते देते सूद ख़त्म हो गया 
फ़रियाद आज़र

The debt persisted while my life didn't stay. 
I got finished paying interest on life each day. 

उम्र-ए-दराज़ माँग के लाई थी चार दिन 
दो आरज़ू में कट गए दो इंतिज़ार में 
सीमाब अकबराबादी 

I had begged for a life span of four days long.  
Two were spent in desire, two waiting too strong. 

न जी भर के देखा न कुछ बात की 
बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की
बशीर बद्र 

Neither I talked with her, nor had full view. 
The desire of meeting was long overdue. 

 सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का 
यही तो वक़्त है सूरज तिरे निकलने का
शहरयार 

The dark night simply lingers on. 
It's time for sun to spread it's zone. 

जुस्तुजू करनी हर इक अम्र में नादानी है 
जो कि पेशानी पे लिक्खी है वो पेश आनी है 
इमाम बख़्श नासिख़

Our search is simply foolish in every age. 
It will happen what's written in fate page. 

इक मोहब्बत ही पे मौक़ूफ़ नहीं है 'ताबिश' 
कुछ बड़े फ़ैसले हो जाते हैं नादानी में 
अब्बास ताबिश 

O 'Taabish'! All isn't dependent on love alone. 
Some big decisions are taken in foolish tone. 

दिल पागल है रोज़ नई नादानी करता है 
आग में आग मिलाता है फिर पानी करता है 
इफ़्तिख़ार आरिफ़ 

Heart is mad, does something foolish each day. 
Mixes fire with fire then douses in it's own way

मैंने तुझे मुआफ़ किया जा कहीं भी जा
मैं बुज़दिलों पे अपनी कमाँ तानती नहीं 

I 've pardoned you, go, won't lay any claim. 
On cowards like you, I don't take the aim. 

वो बेवफ़ा जो राह में टकरा गया कहीं 
कह दूँगी मैं भी साफ़ कि पहचानती नहीं 

I'll  tell the infidel, if he meets on the way. 
Clearly I don't recognize you even by name. 

मुझ ऐसे पेड़ों के सूखने और सब्ज़ होने से क्या किसी को
ये बेल शायद किसी मुसीबत में है जो मुझ से लिपट रही है

Trees getting new leaves or dried like me, people have nothing to do. 
Probably this creeper is in trouble and so is embracing me anew. 

रहिए अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो
हम सुख़न कोई न हो और हम ज़बाँ कोई न हो

Where none exists, choose to live in that part
None knows your language and your art. 

मैं जानता हूँ मोहब्बत में क्या नहीं करना
ये वो जगह है जहाँ क़ैस भी फिसलता है
राना आमिर लियाक़त

I know what not to do in love race? 
Even a man like Qais slips in this place! 

तबाह कर गई पक्के मकान की ख़्वाहिश 
मैं अपने गाँव के कच्चे मकान से भी गया
शाहिद कबीर 

Got ruined by desire of stone polychrome
I lost hold on my thatched village home. 

दुनिया है सम्भल के दिल लगाना 
याँ लोग अजब अजब मिलेंगे 
मीर हसन

In world, enrol with care on love sheet. 
Here many strange people you will meet. 

ख़्वाब होते हैं देखने के लिए 
उन में जा कर मगर रहा न करो
मुनीर नियाज़ी 

Dreams are just meant to be seen. 
 But don't live in these, you mean ! 

जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

Served by those innocent eyes in jest. 
I am taking note of those deceits at best. 

 कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं 
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

At least I don't expect so from death. 
Life served deceit breath after breath. 

हर-चंद ए'तिबार में धोके भी हैं मगर 
ये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए 
जाँ निसार अख़्तर 

Though at times there are deceits in belief. 
But you just don't stop stepping in this fief. 

ले मेरे तजरबों से सबक़ ऐ मेरे रक़ीब
दो-चार साल उम्र में तुझ से बड़ा हूँ मैं
क़तील शफ़ाई

O rival ! Let my experience be your guide. 
I 'm elder to you by a few years on age slide

इस तरह ज़िंदगी ने दिया है हमारा साथ 
जैसे कोई निबाह रहा हो रक़ीब से 
साहिर लुधियानवी 

Life co existed with me this way. 
As if one is living with rival's sway

ये तमन्ना नहीं अब दाद-ए-हुनर दे कोई 
आ के मुझ को मेरे होने की ख़बर दे कोई 
ख़लील-उर-रहमान आज़मी

No desire exists to be praised for skill
Let someone tell me that I am alive still

ये धूप तो हर रुख़ से परेशान करेगी
क्यों ढूँढ रहे हो किसी दीवार का साया 
अतहर नफ़ीस

This sun will trouble from every side. 
Why look for shade of a wall to hide? 

तुझ को पा कर भी न कम हो सकी बेताबी - ए-दिल
इतना आसान तिरे इश्क़ का ग़म था भी नहीं 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

Getting you didn't diminish impatience of heart. 
It wasn't so easy, it was grief of love you impart. 

दिल की बे-ताबी ठहरने नहीं देती मुझ को 
दिन कहीं रात कहीं सुब्ह कहीं शाम कहीं 
नज़ीर अकबराबादी 

The impatience of heart doesn't allow me to stop anywhere 
Day is somewhere night elsewhere, morning here, night there. 

अपनी हालत का कुछ अहसास नहीं है हम को
मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मैं 
आसी उल्दनी

I am not aware of my own state. 
I 've heard  being worried O mate! 

हुस्न को शर्मसार करना ही 
इश्क़ का इंतिक़ाम होता है 
मजाज़

Making beauty feel ashamed. 
Revenge of love is claimed. 

कोई तुम सा भी काश तुम को मिले 
मुद्दआ हम को इंतिक़ाम से है 
मीर तक़ी मीर 

How I wish you get your like !
I want only revenge to strike. 

हम ने तो ख़ुद से इंतिक़ाम लिया 
तुम ने क्या सोच कर मोहब्बत की 
सलीम कौसर 

I wanted to seek  revenge with own. 
Thinking what was your love grown? 

ये वफ़ा की सख़्त राहें ये तुम्हारे पाँव नाज़ुक 
न लो इन्तिक़ाम मुझ से मिरे साथ-साथ चल के
ख़ुमार बाराबंकवी 

 Your delicate feet on the tough love terrain ! 
Don't take revenge on me cowalking this lane. 

शिव तो नहीं हम फिर भी हम ने दुनिया भर के ज़हर पिए 
इतनी कड़वाहट है मुँह में कैसे मीठी बात करें
अज़ीज़ बानो दाराब वफ़ा

Though I am not Shiv the Lord ! 
Yet gulped world poison in accord. 
How can  sweet talk sprout O mate! 
With such bitterness in mouth plate 

बिछड़ते वक़्त अना दरमियान थी वर्ना 
मनाना दोनों ने इक दूसरे को चाहा था
अतीक़ अंज़र

While parting, ego stood in their way. 
When both wanted to appease 'n stay

वो भी शायद रो पड़े वीरान काग़ज़ देख कर
मैंने उन को आख़िरी ख़त में लिखा कुछ भी नहीं 
ज़ुहूर नज़र

Probably he wept seeing the paper blank. 
I didn't write, sent him last letter blank. 

बहुत ब' ईद न था मसअलों का हल होना
अना के पाँव से ज़ंजीर हम हटा न सके
अहमद अश्फ़ाक़

Solving problems was neither tough nor far. 
From feet of ego we couldn't remove the bar. 



अजब चराग़ हूँ दिन रात जलता रहता हूँ 
मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाने मुझे
बशीर बद्र  

I am a strange lamp, keep alit day 'n night. 
I am exhausted let wind put out with might. 

आसमाँ इतनी बुलंदी पे जो इतराता है
भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है
- वसीम बरेलवी 

Sky so often boasts about it's height. 
It forgets being seen from earth alright. 

बक रहा हूँ जुनूँ में क्या क्या कुछ
कुछ न समझे ख़ुदा करे कोई
- मिर्ज़ा ग़ालिब

I know not what in frenzy I say. 
O God! May none know my way. 

हम भी क्या ज़िंदगी गुज़ार गए
दिल की बाज़ी लगा के हार गए
- दाग़ देहलवी

What sort of life did I take part
Set and lost the bet on heart. 

इस रास्ते के नाम लिखो एक शाम और
या इस में रौशनी का करो इंतिज़ाम और
- दुष्यंत कुमार

Either allot one more eve' in name of this road
Or arrange for more light to glow on it's mode

मेरे रोने की हक़ीक़त जिसमें थी
एक मुद्दत तक वो काग़ज़ नम रहा
- मीर 

The paper which knew truth of my cry. 
For a long time that paper could not dry. 

वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करे
मैं तुझे भूल के ज़िंदा रहूं ख़ुदा न करे
- क़तील शिफ़ाई

Is it a heart that doesn't pray meeting you? 
O God! I should not survive forgetting you. 

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
- गुलज़ार

When the hands part, don't relations breach.
To pick moments let not hands time reach

कुछ फैसला तो हो कि किधर जाना चाहिए
पानी को अब तो सर से गुज़र जाना चाहिए 
- परवीन शाकिर

आज देखा है तुझ को देर के बाद
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं
- नासिर काज़मी


आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
- जाँ निसार अख़्तर

आप की याद आती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
- मख़दूम मुहिउद्दीन


और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा
- फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

दर्द ऐसा है कि जी चाहे है ज़िंदा रहिए
ज़िंदगी ऐसी कि मर जाने को जी चाहे है
- कलीम आजिज़


देखा है ज़िंदगी को कुछ इतने क़रीब से
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से
- साहिर लुधियानवी

चाहिए ख़ुद पे यक़ीन-ए-कामिल
हौसला किस का बढ़ाता है कोई
- शकील बदायुनी


धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो
ज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो
- निदा फ़ाज़ली

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो
- मुनव्वर राना


और तो क्या था बेचने के लिए
अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं
- जौन एलिया



यूँ तुझे देख के चौंक उठती हैं सोई यादें
जैसे सन्नाटे में आवाज़ लगा दे कोई 
नज़ीर कैसर

Seeing you get startled memories asleep. 
As if some one calls in silence so deep. 

जिन से अंधेरी रातों में जल जाते थे दिए
कितने हसीन लोग थे क्या जाने क्या हुए
शीन काफ़ निज़ाम

Whose presence could ignite even lamps asleep. 
What happened to those pretty people, so deep? 

तुम अपने रंग नहाओ मैं अपनी मौज उड़ूँ
वो बात भूल भी जाओ जो आनी - जानी हुई
उबैदुल्लाह अलीम

You bathe in your solours, I fly my way. 
Forget what happened on your way - 

दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है 
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में 
गुलज़ार 

Who has come to knock at my heart? 
Whose footfall do I hear in the desert? 

आहट सी कोई आए तो लगता है कि तुम हो 
साया कोई लहराए तो लगता है कि तुम हो 
जाँ निसार अख़्तर 

I recognize you so much from footfall. 
A swinging shadow reminds your call. 


बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं 
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

Since long before, I recognise her footfall. 
O life! I recognize you from distance after all

 ये जानता है पलट कर उसे नहीं आना
वो अपनी ज़ीस्त की खिंचती हुई कमान में है 
नईम जर्रार अहमद

He knows that he will never be back. 
He is on stretched bow of life track. 


इस भरोसे पे कर रहा हूँ गुनाह 
बख़्श देना तो तेरी फ़ितरत है 
अज्ञात 

I am commiting crimes with this belief. 
Sparing is your nature, a habit, in chief. 

दिल है क़दमों पर किसी के सर झुका हो या न हो 
बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो 
जिगर मुरादाबादी

Heart is bowed on someone 's feet

दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है 
लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

Heart is ineffective but there's hope to conceive 
Evening of grief is long but after all, it
is an eve'

तुम्हारा दिल मिरे दिल के बराबर हो नहीं सकता 
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता 
दाग़ देहलवी 

Your heart and mine just can not simulate. 
Yours can't be mirror mine can't stone equate.

और क्या देखने को बाक़ी है 
आप से दिल लगा के देख लिया 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

What else is there to see? 
Tagged heart with you to see. 

कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिसना
हमें भी है याद आज तक वो नज़र से हर्फ़-ए-सलाम लिखना
हसन रिज़वी

At times scribbling on trees the names,at times keeping flowers in books 
I remember even today, the way you would write salute delicately by looks

ये बातों में नर्मी ये तहज़ीब-ओ-आदाब 
सभी कुछ मिला हम को उर्दू ज़बाँ से 
बशीर महताब

This soft talk, manners and culture. 
From Urdu language we could nurture. 

हम ने काँटों को भी नरमी से छुआ है अक्सर 
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं 
बिस्मिल सईदी

Often I 've touched with softness, thorns even 
People are cruel, crush flowers quite often. 

और क्या इस से ज़ियादा कोई नर्मी बरतूँ 
दिल के ज़ख़्मों को छुआ है तिरे गालों की तरह 
जाँ निसार अख़्तर 

How soft can I be more than that, it speaks. 
I' ve touched heart wounds like your cheeks. 

सिलवटें हैं मिरे चेहरे पे तो हैरत क्यूँ है 
ज़िंदगी ने मुझे कुछ तुम से ज़ियादा पहना 
अहमद फ़राज़ 

Why are you surprised by wrinkles on my face
The life has worn me more with lesser grace. 

फ़रिश्ते से बढ़ कर है इंसान बनना 
मगर इस में लगती है मेहनत ज़ियादा 
अल्ताफ़ हुसैन हाली

It's to be human than being angel. 
But to be that it takes far greater trouble. 

ये दर्द है हमदम उसी ज़ालिम की निशानी 
दे मुझ को दवा ऐसी कि आराम न आए
हक़ीम नासिर 

This pain is a gift of my lover O mate! 
Treat me that the pain shouldn't abate.

क्या कोई नई बात नज़र आती है हम में? 
आईना हमें देख के हैरान सा क्यूँ है? 
शहरयार 

 Is something new seen with in me?
Why is mirror surprised seeing me? 

शहर का शहर ये पीछे जो पड़ा है मेरे
तेरे दीवाने में कुछ बात तो होती होगी 
अहसन गुलफ़ाम

That this entire city is running after me. 
Your frenetic must have something to be. 

सुना है ऐसे भी होते हैं लोग दुनिया में 
कि जिन से मिलिए तो तन्हाई ख़त्म होती है 
इफ़्तिख़ार शफ़ी

It's heard that in the world some people are such. 
When you meet them, solitude vanishes as much. 

अय्याम के ग़ुबार से निकला तो देर तक
मैं रास्तों को धूल बना देखता रहा
अफ़ज़ल नवेद

Emerging from the dust of time, for long. 
I saw passages turn to dust from strong. 

रोते-रोते मेरे हँसने पे तअज्जुब न करो
है वही चीज़ मगर दूसरे अन्दाज़ में है
इब्राहीम होश

Don't be surprised if I laogh crying awhile 
It's the same thing but in a different style. 

अपने जलने में किसी को नहीं करते हैं शरीक
रात हो जाए तो हम शम्म्अ बुझा देते हैं 
सबा अकबराबादी 

In self ignition none's included within 
I put out the candle as night aets in. 

अफ़्सुर्दगी भी हुस्न है ताबिंदगी भी हुस्न 
हम को ख़िज़ाँ ने तुम को सँवारा बहार ने 
इज़्तिबा रिज़्वी

Melancholy is beauty and so as well is glow. 
I am groomed by autumn, spring springs your show. 

तिश्नगी आ तुझे दरिया के हवाले कर दूँ। 
तुझ को इस हाल में प्यासा नहीं देखा जाता 
आदिल राह

Let me hand you over to stream O thirst! 
I can't see you suffering this state at first. 

हर मुसीबत का दिया एक तबस्सुम से जवाब 
इस तरह गर्दिश-ए-दौराँ को रुलाया मैं ने 
फ़ानी बदायूनी 

I replied all the troubles with a smile. 
 I made whorls of time cry for a while. 

मिरे लबों का तबस्सुम तो सब ने देख लिया 
जो दिल पे बीत रही है वो कोई क्या जाने 
इक़बाल सफ़ी पूरी

All have seen my lips are glowing in smile. 
Who'll know what's heart suffering awhile 

इश्वा भी है शोख़ी भी तबस्सुम भी हया भी 
ज़ालिम में और इक बात है इस सब के सिवा भी 
अकबर इलाहाबादी 

Style, playfulness, smile and shame. 
Something is added to it in her name

गुफ़्तुगू किसी से हो तेरा ध्यान रहता है 
टूट टूट जाता है सिलसिला तकल्लुम का 
फ़रीद जावेद

Who ever I talk with, you stay in thought. 
The sequence of talks is broken  in not. 

वो किसका है इस से क्या लेना देना
बाज़ दफ़ा काफ़ी है उस का होना ही
पूजा भाटिया 

Whose is he, how does that matter? 
At times his being only does matter. 

सारी दुनिया तिरे होटों की हँसी में गुम है। 
कौन देखेगा मिरी आँख के पानी की तरफ़
अरमान जोधपुरी

The world is lost in  laughter on your lips. 
Who will look at the water on my eye tips? 

छुप जाएँ कहीं आ कि बहुत तेज़ है बारिश 
ये मेरे तिरे जिस्म तो मिट्टी के बने हैं 
सबा इकराम 

Let's get concealed as it's heavy rain. 
Our bodies are made of soil as main. 

ले के ख़त उन का किया ज़ब्त बहुत कुछ लेकिन 
थरथराते हुए हाथों ने भरम खोल दिया 
जिगर मुरादाबादी

Holding her letter I held myself a lot. 
But trembling hands revealed the plot. 

ये भी क्या कम है कि दोनों का भरम क़ाएम है 
उस ने बख़्शिश नहीं की हम ने गुज़ारिश नहीं की 
अहमद फ़राज़ 

Is it any less that our doubts remain. . 
I didn't ask for she didn't grant a grain. 


ये उड़ी - उड़ी सी रंगत ये खुले-खुले से गेसू
तेरी सुब्अ कह रही है तिरी रात का फ़साना
अहसान दानिश 

The disheveled tress, this off coloured face. 
Your morn' states night out without a trace. 

दरख़्त करते नहीं इस लिए उम्मीद-ए-वफ़ा
वो जानते हैं परिन्दों के पर निकलते हैं 
कुलदीप कुमार 

Trees just don't lay their faith hope. 
With new bird wings they can't cope

ख़ुद अपने हिज्र की ख़्वाहिश मुझे अज़ीज़ रही
तुम्हारे वस्ल का किस्सा तो इक बहाऩा था



चेहरे पे मिरे ज़ुल्फ़ को फैलाओ किसी दिन 
क्या रोज़ गरजते हो बरस जाओ किसी दिन
अमजद इस्लाम अमजद

 Spread your tress on my face in your lane some day
Why do you only roar each time simply rain
 some day

परीशाँ कर दे मेरी बेक़रार बाहों पर
कि बार-ए-ज़ुल्फ़ों से थक जाएँगे तिरे शाने

Spread out on my restless arms your tress. 
Your shoulders will tire by weight in excess. 

मेरे हवास इश्क़ में क्या कम हैं मुंतशिर 
मजनूँ का नाम हो गया क़िस्मत की बात है 
अकबर इलाहाबादी 

My senses in love aren't scattered any less. 
Majnu got the fame, it is his fate's access. 

नींद मत ढूँढ मेरी आँखों में 
सिलवटें देख मेरे बिस्तर पर 
इक़बाल ख़ावर

In my eyes, don't search for sleep, instead. 
Simply count these wrinkles in my bed
होश ओ हवास ओ ताब ओ तवाँ 'दाग़' जा चुके 
अब हम भी जाने वाले हैं सामान तो गया 
दाग़ देहलवी 

O'Daagh'! All senses and power have left. 
Now it's our turn, whole luggage has left. 

कहीं बैठने दे दिल अब मुझे जो हवास टुक मैं बजा करूँ 
नहीं ताब मुझ में कि जब तलक तू फिरे तो मैं भी फिरा करूँ 
नज़ीर अकबराबादी 

O heart! Let me rest a bit to regain senses to tone. 
I don't have the power to roam with you alone. 

सुना रहा हूँ उन्हें झूट-मूट का किस्सा 
कि एक शख़्स मोहब्बत में कामयाब हुआ 
ख़लील-उर-रहमान आज़मी 

I am reciting her a concocted tale
That one man got over love without fail. 

ज़िंदगी से ज़िंदगी रूठी रही 
आदमी से आदमी बरहम रहा 
बक़ा बलूच

Lives were arrogant then. 
There was anger in all men . 

न हो बरहम जो बोसा बे-इजाज़त ले लिया मैं ने 
चलो जाने दो बेताबी में ऐसा हो ही जाता है 
जलाली लखनवी

Don't be angry with me for an ungranted kiss
Forget it, for a desperate attempt like this. 

उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए 
कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए 
इरफ़ान सिद्दीक़ी 

Get up to witness glorious glowing night. 
Sleep isn't required for a dream in sight. 

रोने की तरकीब हमारे आई काम 
ग़म की मिट्टी पानी पा कर बैठ गई
 इर्शाद ख़ान सिकन्दर

The crying worked for me there after. 
The earth of sorrow settled with water

तुझ से बरहम हूँ कभी ख़ुद से ख़फ़ा 
कुछ अजब रफ़्तार है तेरे बग़ैर 
शकील बदायूनी 

At times I'm angry with the self or you . 
Life is on a strange speed without you. 




कुछ ख़ुशियाँ कुछ आँसू दे कर टाल गया 
जीवन का इक और सुनहरा साल गया 
अज्ञात 

Giving some joys and tears, it crossed. 
Another golden year of my life passed


वस्ल को मौक़ूफ़ करना पड़ गया है चंद रोज़ 
अब मुझे मिलने न आना अब कोई शिकवा नहीं 
अज्ञात 

Meetings need be cut off for a few days 
I have no laments, don't come in my ways

इक मोहब्बत ही पे मौक़ूफ़ नहीं है 'ताबिश' 
कुछ बड़े फ़ैसले हो जाते हैं नादानी में 
अब्बास ताबिश 

O 'Taabish'! Love is not always sole reason. .
 Some big decisions are made for no reason. 

एक हंगामे पे मौक़ूफ़ है घर की रौनक़ 
नौहा-ए-ग़म ही सही नग़्मा-ए-शादी न सही 
मिर्ज़ा ग़ालिब 

A pandemonium is needed for get up of home
If not marriage song, a tune for sorrow to come. 

सिर्फ़ अल्फाज पे मौक़ूफ़ नहीं लुत्फ़-ए-सुख़न
आँख ख़ामोश अगर है तो ज़ुबाँ कुछ भी नहीं 
मुग़ीसुद्दीन फ़रीदी

Joy of poetry isn't dependent on words alone. 
When eyes are silent, tongue just fails to tone 


 

न ग़रज़ किसी से न वास्ता मुझे काम अपने ही काम से
तेरे ज़िक्र से तिरे फ़िक्र से तेरी याद से तिरे नाम से 
जिगर मुरादाबादी 

Concern or contact with none, I am busy with my own. 
Your thoughts, your views, memories and name you own

तू भी अब जा के कहीं अपना ठिकाना कर ले। 
हम तो कल ख़्वाब-ए-अदम में शब-ए-हिज्राँ होंगे
मोमिन 

You also go and search to stay at some place. 
Parting night 'll be death dream withoit a trace. 

यूँ न वीरान कर के जा ज़ालिम 
कुछ तो कर शर्म दिल में आने की
शाद अज़ीमाबादी 

Don't leave in deserted state. 
Have shame being in heart gate. 

वस्ल में रंग उड़ गया मेरा
क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा
मीर तक़ी मीर 

On day of meeting I lost grace. 
How will I departing day face? 

अक़्ल अय्यार है सौ भेस बदल लेती है 
इश्क़ बेचारा न ज़ाहिद है न मुल्ला न हकीम 
इक़बाल 

Intellect is clever changes many a face. 
Love is neither priest nor treater to trace. 

दिल ही अय्यार है बेवजह धड़क उठता है
वर्ना फ़सुर्दा हवाओं में बुलावा कैसा
साक़ी फ़ारूक़ी

Heart palpitates for nothing to detect any change. 
Or else why would cold winds blow within range? 

चलो अच्छा हुआ काम आ गई दीवानगी अपनी
वगर्ना हम ज़माने भर को समझाने कहाँ जाते
क़तील शफ़ाई

It's good that my frenzy gave help in task. 
How else could I tell all coming to ask? 

कुछ तो तिरे मौसम ही मुझे रास कम आए
और कुछ मिरी मिट्टी में बग़ावत भी बहुत थी
परवीन शाकिर 

I didn't like your weathers as such. 
My soil was also rebellious to touch. 

देखने वाले को तेरे देखने आते हैं लोग 
जो कशिश तुझ में थी वो अब तेरे दीवाने में है 
शाद अज़ीमाबादी 

People come to see him who had watched you. 
Your attraction is now shared by your lover too. 

मौत के दरिंदे में इक कशिश तो है 'सरवत' 
लोग कुछ भी कहते हों ख़ुद-कुशी के बारे में 
सरवत हुसैन 

There's some attraction in the death beast. 
Whatever people say about suicide at least. 


इसी लिए तो है ज़िंदाँ को जुस्तुजू मेरी 
कि मुफ़लिसी को सिखाई है सर-कशी मैं ने 
अली सरदार जाफ़री 

That's why the prison looks for me. 
:'Cos I have taught revolt to poverty. 

मुफ़लिसी सब बहार खोती है 
मर्द का ए'तिबार खोती है 
वली मोहम्मद वली

Poverty loses entire shine. 
For your confidence you pine. 

कह गया मैं सामने उस के जो दिल का मुद्दआ
कुछ तो मौसम भी अजब था कुछ मिरी हिम्मत भी थी

That I could narrate before her my state of heart. 
Weather was strange and some courage on my part. 

ग़ैर ने तुम को जाँ कहा, समझे भी तुम कि क्या कहा 
यानि कि बेवफ़ा कहा जान का एतबार क्या 

My rival called you life, did you realize what did he say? 
He had called you faithless, what faith on life can you lay? 

ख़ारज़ारों का भला हो हौसला देने लगे
आबले मंज़िल की दूरी को दुआ देने लगे

Let thorns be thanked for courage infused. 
Open blisters prayed for distant goal diffused. 

रात भर दर्द की शम्अ जलती रही 
ग़म की लौ थरथराती रही रात भर
मख़्दूम मुहीउद्दीन

Whole night kept alit candle of grief. 
It's flame kept flickering in grief fief. 

तमाम उम्र इसी एहतियात में गुज़री 
कि आशियाँ किसी शाख़-ए-चमन पे बार न हो
मीर अनीस

My life was spent in this caution so staunch. 
My nest must never be a load on any branch. 

मुझे सँभालने में इतनी एहतियात न कर 
बिखर न जाऊँ कहीं मैं तिरी हिफ़ाज़त में 
सलीम कौसर 

Do not handle me with so much care. 
Your care may scatter me all bare. 

मज़ा आता अगर गुज़री हुई बातों का अफ़साना 
कहीं से तुम बयाँ करते कहीं से हम बयाँ करते
वहशत रज़ा अली कलकतवी

It 'd be pleasure if foregone tale parts per se. 
Were told at places as pieces by you and me. 

आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू 
इक तिरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला 
सरवर आलम राज़

Desires laments tears and hope
Your memory and what I can't cope. 

न जाने कौन सा आसेब दिल में बसता है 
कि जो भी ठहरा वो आख़िर मकान छोड़ गया 
परवीन शाकिर 

I know not which trouble inhabits the heart. 
Whoever had come, just vacated this part. 

अब जान-ए-मन तू तो नहीं शिकवा-ए-ग़म किस से कहें 
या चुप रहें या रो पड़ें क़िस्सा-ए-ग़म किस से कहें

You aren't here my love before whom to lament my grief. 
Either to keep mum or cry before
 whom  to say my brief. 

जान इंसाँ की लेने वालों में 
एक है मौत दूसरा है इश्क़ 
मीर मेंहदी मजरूह

Those who claim lives of men
Are death 'n love now and then. 

अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो 
आँसू की जगह आँख से हसरत निकल आए 
अहमद फ़राज़ 

As per heart' s desire, let it be so. 
Let desire replace tears as outflow. 

ये ग़म मिरा है तो फिर ग़ैर से इलाक़ा क्या 
मुझे ही अपनी तमन्ना का बार ढोने दे
कबीर अजमल

Well it's my grief, not rival's fief. 
Load of my desire is mine entire. 

कोई इल्ज़ाम कोई तंज़ कोई रुस्वाई 
दिन बहुत हो गए यारों ने इनायत नहीं की 
हलीम कुरेशी

No blame no criticism no bad name
 Long since chums passed baton game. 

वो तंज़ को भी हुस्न-ए-तलब जान ख़ुश हुए 
उल्टा पढ़ा गया, मिरा पैग़ाम और था 
नौमान शौक़

She read my criticism as beautiful praise. 
It was read inverse, out of text, that it says. 

ज़िंदगी यूँही बहुत कम है मोहब्बत के लिए 
रूठ कर वक़्त गँवाने की ज़रूरत क्या है 
अज्ञात 

Life is very little for love, not much
Why sulk 'n waste the time as such. 

ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद 
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी 
नासिर काज़मी

For friendship sake, despite love brake.
I have felt your need, at times indeed. 

इक उम्र तक मैं उस की ज़रूरत बना रहा 
फिर यूँ हुआ कि उस की ज़रूरत बदल गई 
नौमान शौक़ 

For long I was a part of her need. 
Then there was change in it indeed. 

शानों पे ज़ुल्फ़ ज़ुल्फ़ में दिल दिल में हसरतें
इतना तो बोझ सर पे नज़ाकत कहाँ रही

Tresses on shoulders, heart in tress and desires in heart. 
So much load is on your head, can delicacy
 be even in part? 

तामीर जब कि ख़ाना-ए-काबा की हो चुकी
जो संग बच गया था सो उस बुत का दिल बना

When Kaaba was erected, from left over stone. 
The heart of that infidel was carved and shown. 

सब को है तेरे जल्वा-ए-रंगीं की जुस्तजू
ये कौन सोचता है कि ताब-ए-नज़र नहीं 

All search for your glowing colourful face. 
Who thinks that he has no power to face. 

सामने उसके न कहते मगर अब कहते हैं 
लज़्ज़त-ए-इश्क़ गई ग़ैर के मर जाने से

In his presence I could not but now would tell. 
Love gives no joy with my rival in death's spell. 

कुछ तो मिरे पिन्दार-ए-मोहब्बत का भ्रम रख
तू भी तो कभी मुझको मनाने के लिए आ
अहमद फ़राज़ 

Maintain a little doubt of my love pride. 
You come to woo me sometime this side. 

इसी तलाश-ओ-तजस्सुस में खो गया हूँ मैं 
अगर नहीं हूँ तो क्यूँ कर जो हूँ तो क्या हूँ मैं 

In it's deep search I find myself often lost. 
If not why, if yes what am I, at what cost? 

ऐ'दाग़' ये सब हज़रत-ए-दिल के फ़ुतूर हैं 
जो कुछ किया जनाब ने रुस्वा किया मुझे

O 'Daagh'! All these are done by the heart. 
He did all these and left me to face retort. 

गुज़र जा अक़्ल से आगे कि यह नूर
चराग़-ए-राह है मंज़िल नहीं है

Go ahead of the intellect as it's light
Shows way but brings no end in sight. 

सुब्अ तक वो भी न छोड़ी तूने ऐ बाद-ए-सबा
 यादगार-ए-रौनक़-ए-महफ़िल थी परवाने की ख़ाक 

O breeze till morning you left nothing in sight. 
Ashes of firemoth were remains of a glorious night. 

हमें ख़बर है कि हम हैं चराग़-ए-आख़िर-ए-शब
हमारे बाद अन्धेरा नहीं उजाला है

We know that we are last lamps alit. 
But light, not darkness follows it. 

विस्तृत होता ही रहता है अन्तरिक्ष में है हाला। 
कहीं सिकुड़ कर गड्ढे बनते और कहीं पर्वतमाला। 
ज्वाला कहीं धधकती है तो कहीं बहुत शीतलता है। 
किन्तु धरा पर ही मिलते हैं साक़ी प्याला मधुशाला।। 
रवि मौन 

दुष्टहृदय हूँ मैं भी माता विदित तुम्हें सब हाल। 
छिन्नमस्तिका कर लें शामिल गल में मेरा भाल।
हो प्रसन्न मैं नाचूँ गाऊँ वक्षस्थल पर झूलूँ। 
जो न कर सका जीते जी मैं मर कर उसको छू लूँ।। 
रवि मौन 


 तुम आओगे और शब को ज़रा सोच के कहते 
तुम से तो तसव्वुर में भी आया नहीं जाता
तालिबान बाग़पती

You 'll visit at night, had you even thought. 
When you can not come even in thought. 

लुटाते हैं वो दौलत हुस्न की बावर नहीं आता 
हमें तो एक बोसा भी बड़ी मुश्किल से मिलता है 
जलील मानकपुरी

I can't believe she squanders wealth of beauty. 
I hardly ever get a chance to kiss that
 cutie.  






देख सुकरात ने तो ज़हर पिया था लेकिन 
ज़िंदगी मैं तो तुझे घोल के पी जाऊँगी
फ़ौज़िया रबाब

Look! Socrates had just poison to ingest. 
O life! I 'll simply dissolve you and digest. 

जो ज़हर पी चुका हूँ तुम्हीं ने मुझे दिया 
अब तुम तो ज़िंदगी की दुआएँ मुझे न दो
अहमद फ़राज़

The poison I had was given by you. 
At least you don't wish for my life too. 

वस्ल है उनकी अदा हिज्र है उनका अन्दाज़ 
कौन सा रंग भरूँ इश्क़ के अफ़सानों में 
मख़्दूम मुहिउद्दीन

Meeting is coquetry parting is her style. 
Which colour to impart in tales every while? 

हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कुरा देना 
हसीनों को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना 
अकबर इलाहाबादी 

Bowing head feeling shy, 
Smiling with graceful sigh. 
For cutes it is with ease,
Electrocute as they please. 

हम तो तमाम उम्र तिरी ही अदा रहे 
ये क्या हुआ कि फिर भी हमीं बेवफ़ा रहे 
जमील मलिक

Life long I maintained your own style. 
Why was I called faithless all the while? 

ये भी इक रंग है शायद मिरी महरूमी का 
कोई हँस दे तो मोहब्बत का गुमाँ होता है 
ग़ुलाम मोहम्मद कासिर

It's for my deprival, probably a shade. 
A little laugh appears to be love grade. 

साया है कम खजूर के ऊँचे दरख़्त का
उम्मीद बाँधिए बड़े आदमी के साथ 
कैफ़ भोपाली

A high date tree offers very little shade.
 Let no high hope from big man be made

अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो 
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो 
मुनव्वर राना

My parting travel please 
Let it be with some ease. 
Don't come in my dreams
And trouble as it seems. 




मूझे ज़िंदगी की दुआ देने वाले 
हँसी आ रही है तेरी सादगी पर
गोपाल मित्तल

A blessing to upgrade my life graph! 
Your simplicity just makes me laugh. 

बाग़-ए-बहिश्त से मुझे भेजा था पहले क्यूँ यहाँ 
कार-ए-जहाँ दराज़ है अब येरा इन्तज़ार कर
इक़बाल 

In the first place whu did you evict from heavenly garden?
Now wait for me, 'cos here. a lot of work 
is yet to be done. 

तिरा हुस्न भी बहाना मिरा इश्क़ भी बहाना
ये लतीफ़ इस्ति'आरे न समझ सका ज़माना 
जमील मज़हरी

Your beauty is an excuse and so is my love।
These delicate metaphors aren't known to drove. 

तिरी ज़िंदगी तबस्सुम मिरी ज़िंदगी तलातुम 
मिरी ज़िंदगी हक़ीक़त तिरी ज़िंदगी फ़साना

Your life is beauty and mine turmoil
My life is reality, yours tale well above. 

तू भी ख़्वाबों में मिली मै भी धुँधलके में तुझे 
ज़िंदगी देख कभी ग़ौर से चेहरा मेरा 

We met through dreams 'n mist interface 
O life! Have a closer look at my face! 

 जाने कब तक तुझे अल्लाह ने शायर बन कर 
शे' र-ए-नाज़ुक की तरह ज़हन में सोचा होगा
तब कहीं जा के इस दीवान-ए-मुक़द्दर को तिरे
गुनगुनाते हुए गाते हुए लिक्खा होगा। 

For long as a poet, the Lord must have 
As a delicate couplet in mind thought. 
Only then did he shape your book of fate
Humming and singing to life had brought. 

और क्या देखने को बाक़ी है 
आप से दिल लगा के देख लिया 
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ 

What's left now to see? 
Matched heart 'n all to be. 

मैं हूँ दिल है तन्हाई है 
तुम भी होते अच्छा होता 
फ़िराक़ गोरखपुरी 

I am, there's solitude and the heart. 
With you it could be good from start. 

दश्त-ए-तन्हाई में जीने का सलीक़ा सीखिए 
ये शिकस्ता बाम-ओ-दर भी हमसफ़र हो जाएँगे 
फ़ुज़ैल जाफ़री

Learn the technique of living in solitude of desert. 
These broken door 'n windows will join in effort. 

रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है 
चाँद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है
राहत इन्दौरी

Exhibited stars get disturbed stark
Moon is mad, gets out in the dark. 

उस की याद आई है साँसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है 

Her memory is here, go slow O breaths. 
Even heart throbs disturb praying in park. 

वो सामने हैं मगर तिश्नगी नहीं जाती 
ये क्या सितम है कि दरिया सराब जैसा है 
अज्ञात 

Though she confronts me, yet persists the thirst. 
How woeful that stream looks like mirage
 first. 

इतनी कुदूरत अश्क में हैराँ हूँ क्या कहूँ 
दरिया में है सराब कि दरिया सराब में 
मोमिन ख़ाँ मोमिन 

So soiled is the tear, I am surprised what to say. 
Whether mirage is in river or in it does mirage lay? 




इक तजस्सुस दिल में है ये क्या हुआ कैसे हुआ 
जो कभी अपना न था वो ग़ैर का कैसे हुआ 
ख़ातिर ग़ज़नवी 

There's a query in the heart what and how
 did it come to be? 
One who could not be mine, how some one else's could he be? 

अब उस पे चाँद सितारे भी रश्क करते हैं 
वो इक दिया जो कभी दश्त में बुझाया गया
अदनान मोहसिन 

Even the moon and stars envy it now. 
The lamp put out in desert somehow.  


ज़िंदगी शायद इसी का नाम है 
दूरियाँ मजबूरियाँ तन्हाइयाँ
कैफ़ भोपाली 

Probably names of life simply include 
Distance, helplessness and solitude. 

उस ने आँचल से निकाली मिरी गुम-गश्ता बयाज़
और चुपके से मोहब्बत का वरक़ मोड़ दिया ! 
जावेद सबा

She took out my long lost diary from dress. 
Then silently folded love page to impress ! 

मेरे दुख की दवा भी रखता है
ख़ुद को मुझ से जुदा भी रखता है
विशाल खुल्लर

He has got the cure of my pain. 
But from me maintains restrain. 

 भुला भी दे उसे जो बात हो गई प्यारे 
नये चराग़ जला रात हो गई प्यारे 
हबीब जालिब

Make light of what's past my love. 
Kindle new lamps, it's night my love

दुनिया ये चाहती है यूँही फ़ासले रहें
दुनिया के मशवरों पे न जा उस गली में चल

World wants that distance should always remain. 
Don't follow it's advice, let's go in that lane. 

आँसू तमाम शहर की आँखों में हैं मगर 
हाकिम बता रहा है कि सब ठीक - ठाक है

There are tears in all city dwellers eyes. 
Yet dictator tells all is well under skies. 

इन हवाओं से मौसम बदलने लगा धूप में प्यार की नर्म चुमकार है
फिर कबूतर के जोड़े के दिल में उठी तिनके चुन-चुन के लाने की फ़ितरी चुभन
बशीर बद्र 

Winds have set a change in weather 'n stealthily kissing is now the sun. 
 In pigeon pair's hearts again, an instinct
  to gather straws has begun. 

लाम के मानिंद हैं गेसू मिरे घनश्याम के 
हैं वही काफ़िर कि जो बंदे नहीं 'इस लाम' के 
अज्ञात(शायद चकबस्त) 

Curly like letter' Laam' is my Ghanshyam's tress..
They are faithless whom  the curls don't impress ! 

गुज़रे हैं मैकदे से जो तौबा के बाद हम 
कुछ दूर आदतन भी क़दम लड़खड़ाए हैं 

After promising to abstain, when I passed by the bar. 
Just habitually the legs have staggered quite far. 

लड़ा कर आँख उस से हम ने दुश्मन कर लिया अपना 

निगह को नाज़ को अंदाज़ को अबरू को मिज़्गाँ को 

बहादुर शाह ज़फ़र

ग़म-ए-उम्र-ए-मुख़्तसर से अभी बेख़बर हैं कलियाँ 
न चमन में फेंक देना किसी फूल को मसल कर
शकील बदायूनी 

Buds are yet unaware of the pain of short life span. 
Don't crush 'n throw a flower in the  garden O vain man! 

सुब्अ को शबनम के मोती बाग़ में चोरी गए
फूल किरनों से ये कहते हैं तुम्हारा काम है
बृज नारायण चकबस्त

Dew drops were missing
 from the garden in morning. 
Flowers firmly claim
 lay on sun rays the blame. 

हम जुदा हो गए आग़ाज़-ए-सफ़र से पहले
जाने किस सम्त हमें राह-ए-वफ़ा ले जाती
शहरयार 

We got separated before journey could start
Who knows, which way, faith could impart? 

सारे पत्थर नहीं होते हैं मलामत का निशाँ 
वो भी पत्थर है जो मंज़िल का निशाँ देता है 
परवेज़ अख़्तर

Not a sign of disgrace is every stone. 
Showing way to goal is also a stone 

तू ने यूँ देखा है जैसे कभी देखा ही न था 
मैं तो दिल में तिरे क़दमों के निशाँ तक देखूँ 
अहमद नदीम कासमी 

You have viewed this way like never before. 
While I see your footprints to my heart core. 

उलझ रहे हैं कई लोग मेरी शोहरत से 
किसी को यूँ तो कोई मुझ से इख़्तलाफ़ न था
बेकल उत्साही 

Some persons are getting perturbed with my fame. 
No one showed difference earlier in the game 

कभी तो बात करो हमसे दोस्तों की तरह
फिर इख़्तलाफ़ के पहलू निकालते रहना
क़तील शफ़ाई

Talk with me like a friend sometime. 
Then, discord may be shown anytime. 

पीर-ए-मुग़ाँ से हम को कोई दुश्मनी नहीं 
थोड़ा सा इख़्तलाफ़ है मर्द-ए-ख़ुदा के साथ 
अब्दुल हमीद अदम 

I bear no enmity with the keeper of tavern. 
A little difference exists with Lord of concern 

सियासत किस हुनरमंदी से सच्चाई छुपाती है 
कि जैसे सिसकियों के ज़ख़्म शहनाई छुपाती है 

Politics conceals truth in such a crafty, tasty way. 
As clarinet obscures sob wounds on teary, misty day. 

जिस तरह वापस कोई ले जाय अपनी चिट्ठियाँ
जाने वाला इस तरह से कर गया तन्हा मुझे 

As someone takes her letters back. 
She left me alone with this setback. 

तुम ने देखा है किसी मन्दिर में मीरा को कभी
एक दिन उसने ख़ुदा से इस तरह माँगा मुझे 

Have you ever seen Meera in a temple. 
From God, she asked for me with knack. 

मैं फ़रिश्तों की सोहबत के क़ाबिल नहीं 
हमसफ़र कोई होता गुनहगार सा

The company of angels ! I am not worth. 
A sinful companion would be well worth. 

बात क्या है कि मशहूर लोगों के घर
मौत का सोग लगता है त्योहार सा

Why is it, in homes of people with fame? 
Even gloom of death has festive worth. 

ऐसा लगता है हर इम्तिहाँ के लिये 
ज़िंदगी को हमारा पता याद है 

It appears that for each test stand. 
Life recalls our address off hand . 

तू भी ख़्वाबों में मिली मैं भी धुँधलके में तुझे 
ज़िंदगी देख कभी ग़ौर से चेहरा मेरा
बशीर बद्र 

We met in fog and mist interface
O life! Have a closer look at my face. 

लिपट भी जा न रुक 'अकबर' ग़ज़ब की ब्यूटी है 
नहीं नहीं पे न जा ये हया की ड्यूटी है 
अकबर इलाहाबादी

Don't stop O Akbar! Embrace, what a beauty! 
Don't bother about her no, it is just a shy duty. 

ग़ज़ब किया तिरे वअ'दे पे ए'तिबार किया 
तमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया 
दाग़ देहलवी

A belief in your promise was an outrage. 
I waited whole night like doomsday age. 

ये हाल मिरा मेरी मोहब्बत का सिला है
जो अपने ही दामन  से बुझा हो वो दिया हूँ 
ताबिश सिद्दीक़ी 

My love is the cause of my present state.
I am a lamp put out by own hem O mate! 

तू मुझे बनते बिगड़ते हुए अब ग़ौर से देख
वक़्त कल चाक पे रहने दे न रहने दे मुझे 
ख़ुर्शीद रिज़्वी

You watch me being formed as well as deformed now. 
 Tomorrow I may not be on the turning 
wheel somehow. 

सावन के बादलों की तरह से भरे हुए 
ये वह नयन हैं जिन से कि जंगल हरे हुए 
सौदा

Filled like dark rain clouds were seen. 
These eyes poured, turned jungles green. 

बदनाम होंगे, जाने भी दो इम्तिहान को
रक्खेगा कौन तुम से अज़ीज़ अपनी जान को 
मीर तक़ी मीर 

  You 'll get a bad name just bypass the game. 
Just dearer than you,, who' ll his life claim? 

जब नाम तिरा लीजिए तब चश्म भर आवे
इस ज़िंदगी करने को कहाँ से जिगर आवे
मीर तक़ी मीर 

  Whenever your name is taken, with tears
 my eyes get filled. 
For this life to pass, wherefrom to have courage instilled. 

वे बन्द-ए-क़बा खुले थे शायद 
सद चाक गुलों का पैरहन है
मीर तक़ी मीर 

Open were perhaps bands of her dress. 
Torn at a hundred sites, is floral dress. 

थे चाक गिरेबान गुलिसाताँ में गुलों के
आया था मगर खोले हुए बन्द-ए-क़बा तू
मीर तक़ी मीर 

In garden, is tattered each flower's dress. 
While you came with open bands of dress. 

सुब्अ होती है शाम होती है
उम्र यूँ ही तमाम होती है 
मीर तक़ी मीर 

Morning comes'n the evening goes. 
In this way, my life also goes. 

 तेज़ रखियो सर-ए-हर ख़ार को ऐ दश्त-ए-जुनूँ
शायद आ जाए कोई आबला-पाई मेरे बाद 
मीर तक़ी मीर 

Keep sharpened every thorn of the desert
 in lunacy. 
With blistered feet, may be, after me, one crosses thee. 

मेरी गोर पे जो आना तो रक़ीब को न लाना
मेरी जाँ ! मुसलमाँ मुर्दे जलाया नहीं करते
(पहला मिसरा मेरा है दूजे का पता नही) 

In case you visit my grave, 
don't bring rival O naive! 
My love! Don't play this game
 putting Muslim dead to flame. 



रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई 
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई 
कैफ़ी आज़मी 

None comes to world for all time stay. 
But none leaves it in your unique way. 

ये बात तर्क-ए-तअल्लुक़ के बाद हम समझे
किसी से तर्क-ए-तअल्लुक़ भी इक तअल्लुक़ है
अज्ञात 

I learnt it only after losing contact. 
Losing contact is a way of contact. 

ज़ोर से साँस जो लेता हूँ तोअक्सर शब-ए-ग़म
दिल की आवाज़ अजब दर्द भरी आती है
बशीरुद्दीन अहमद देहलवी 

Often in painful nights, breathing deep. 
Heart sound is strange grievous bleep. 

रात थी जब तुम्हारा शहर आया 
फिर भी खिड़की तो मैंने खोल ही ली
शारिक़ कैफ़ी 

When your city was there, it was night. 
I opened the window to look at the site. 

कभी पाओं में पड़ते हैं 
कभी दामन पकड़ते हैं 
कोई मेहमाननवाज़ी सीख ले 
ख़ार-ए बयाबाँ से 

They fall on your feet and cling to your dresses. 
Worth learning from thorns, their hospitality impresses 

दामन-ए-यार से 
जा लिपटे हमारे आँसू 
गिर के इस तरह 
सम्भलते हैं सम्भलने वाले

My tears clung to darling's hem on fall. 
That's how the fallen rise after fall. 

वो लोग जिन्होंने ख़ूँ देकर 
इस बाग़ को ज़ीनत बख़्शी है 
दो चार से दुनिया वाकिफ़ है 
गुमनाम न जाने कितने हैं

Who who bestowed blood to honour the garden, this land. 
The world knows very few, most are out of recognition band

जाम-ए-मय तौबा-शिकन
तौबा मिरी जाम-शिकन
सामने ढेर है 
टूटे हुए पैमानों का

Wine cup breaks promise, promise shatters wine cups. 
Confronting me is a heap of shattered wine cups

हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए
चरागों की तरह आँखें जलें जब शाम हो जाए

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाए

कल न हो ये कि मकीनों को तरस जाए ये घर
दिल के आसेब का हर एक से चर्चा न करो

जैसे वर्क़-ए-गुल पर अंगारा कोई रख दे
यूँ दस्त-ए-हिनाई पर आँसू अभी टपका है

As an ember is placed on floral sphere. 
On hennaed hands, has dropped a tear

दिल की बस्ती भी शहर-ए-दिल्ली है
जो भी गुज़रा है उस ने लूटा है

City of Delhi and my heart are just the same. 
Whoever has traversed, looted in the game. 

उड़ते उड़ते आस का पंछी दूर उफ़क़ में डूब गया
रोते-रोते बैठ गई आवाज़ किसी सौदाई की
क़तील शफ़ाई

Bird of hope kept flying, in horizon, got lost. 
While crying for long, fanatic ''s voice got lost

कहते हैं उम्र-ए-रफ़्ता कभी लौटती नहीं 
जा मैकदे  से मेरी जवानी उठा के ला

 It's said lost youth never comes back. 
God to the tavern and get my youth pack

एक गुस्ताख़ी करूँगा वो भी मर जाने के बाद 
यार तुम पैदल चलोगे मैं जनाज़े पर सवार 

जाती हुई मय्यत देख तो ली पर देख के भी तुम आ न सके
दो चार क़दम तो दुश्मन भी तकलीफ़ गवारा करते हैं

You watched corpse rally but  joined it not. 
Even enemies take a few steps in such spot. 




मेरे ख़ुदा मुझे थोड़ी सी ज़िंदगी दे दे
उदास मेरे जनाज़े से जा रहा है कोई 

Allot me O Lord ! A little life for a while. 
One is leaving my carcus sad, 'd smile. 

मेरी लाश के सिराहने वो खड़े ये कह रहे हैँ 
इसे नींद यूँ न आती अगर इंतज़ार होता

Standing by my body, she is saying in disdain. 
He wouldn't sleep well, having waited in vain. 

तेरे वादे पर मितमगर अभी और सब्र करते
अगर अपनी ज़िन्दगी का हमें एतबार होता

O torturer! I could wait longer on your hope. 
If I had known , that for it my life would cope

ग़ैर ने तुम को जाँ कहा समझे भी तुम कि क्या कहा
यानी कि बे-वफ़ा कहा जान का एतबार क्या 

To my rival you labelled life, do you know what you have said? 
You have called him disloyal, can life ever 
 be believed as said. 

ग़ज़ब किया तेरे वादे पे ए'तिबार किया 
तमाम रात क़यामत का इंतजार किया 

It was too much to believe in what you said. The night was spent for doom' 's morn' instead 

बाद-ए-मुर्दन कुछ नहीं यह फ़लसफ़ा मरदूद है
 देखिए इंसान को मुर्दा है और मौजूद है

There's nothing after death, this theory is a lie
Look at men, they are there, even when they die

उन की याद आई है साँसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है

Move slow O breaths, her memory
 is on move. 
Even heart throbs disrupt prayers in
 the groove. 

चूम लेती हैं कभी लब कभी आरिज़-ए-गुल
तूने ज़ुल्फ़ों को बड़ा सर पे चढ़ा रक्खा है

Flowery cheeks it kisses, 
then lips it kisses.
 Heady is your tress,
 so haughty to impress. 

यार-आशना नहीं कोई टकराएँ कि से जाम
किस बे-वफ़ा की याद में ख़ाली सुबू करें

Neither love nor chums, with whom to tinkle cup. 
For which infidel dame, should I gulp the wine cup. 

मै से ग़रज़ निशात है किस रू-सियाह को
इक गूना बे-ख़ुदी मुझे दिन - रात चाहिए 

आया ही था ख़याल कि आँखें छलक पड़ीं
आँसू किसी की याद के कितने क़रीब हैं 

A thought came, eyes oozed out tears.
How near with her memory are tears? 

दिल टूटने से थोड़ी सी तकलीफ़ तो हुई 
लेकिन तमाम उम्र का आराम हो गया

It caused discomfort when the heart broke. 
But a lifetime relief was there in a stroke. 

दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं

I am making inroad in someone ''s heart. 
What a beautiful sin it is , on my part? 

ज़ाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर
या वो जगह बता दे जहाँ पर ख़ुदा न हो

Let me drink inside mosque O priest! 
Or tell me where he isn't there at least. 

मस्जिद दिखा हिला के दुआ में जो अस्र है
दो घूँट पी वगर्ना औ' मस्जिद को हिलता देख

If there is power in prayers, make the
 mosque shake. 
Or take a few sips and then watch the mosque shake. 

जब वो मेरे क़रीब से हँस कर गुज़र गए
कुछ ख़ास दोस्तों के भी चेहरे उतर गए 

When she passed by me and whisked a  smile. 
Even some close friends didn't bear for a while. 

किसी को क्या हो दिलों की शिकस्तगी की ख़बर
कि टूटने में ये शीशे सदा नहीं करते

Who can keep account of breaking heart? 
 No sound emits as these glasses fall apart

चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ
चाह नहीं मैं चढूँ देव के शीश भाग्य पर इठलाऊँ
मुझे तोड़ लेना वनमाली औ' उस पथ पर देना फेंक
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जाएँ वीर अनेक

माखन लाल चतुर्वेदी 

To decorate mane of a beautiful dame is not my desire.
Or adorn god's heads and turn heads With envy 'n fire. 
O gardener of  jungle, just don't bungle, pluck me and throw. 
With heads on  hand to sacrifice for motherland, soldiers' d go. 


तुम्हारे हुस्न की बस और क्या करूँ तारीफ़
नहीं कोई भी शै ऐसी, कहूँ मैं तुझ जैसी
रवि मौन

How can I appreciate you, your beauty.
There's nothing to compare with you cutie. 

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