Tuesday, 19 November 2024

CHOSEN FOR HYDERABAD

सुब्अ तक वो भी न छोड़ी तूने ऐ बाद-ए-सबा
यादगार-ए-रौनक़-ए-महफ़िल थी परवाने की ख़ाक 

O breeze! You just swept, left nothing in sight. 
Fire moth's ashes were remains of a glorious night. 

कहे जा बँध चला है दास्ताँ का रंग महफ़िल में 
तिरी सुनने लगे हैं रू-ए-जानाँ देखने वाले 
साक़िब लखनवी 

God on saying for the masses now like how you tell. 
They are listening your story who were in her face spell. 

बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोय 
जो दिल खोजा आपना मुझ से बुरा न कोय 
कबीर 

Looking for a bad man, I could find none
Looking in my heart I found I was the one. 

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः 
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा। 

टेढ़ी सूँड महा काया है कोटि सूर्य सम करें प्रकाश 
कारज सब सम्पन्न करें मम औ' विघ्नों का करें विनाश। 

फीकी पै नीकी लगै कहिये समय बिचारि
सबका मन हर्षित करे ज्यों विवाह में गारि
रहीम

Unpleasant words sound pleasent , if timely thought and told. 
Marriage abuses are pleasent to ears, although crude and bold. 

जा घट प्रेम न संचरै सो घट जान मसान 
जैसे खाल लोहार की साँस लेत बिनु प्रान 
कबीर 

That heart is like a crematorium, where love doesn't thrive. 
As skin at blacksmith ''s workshop breathes but isn't alive. 

यक़ीं मोहकम अलम पैहम मोहब्बत फ़ातह-ए-आलम
जिहाद-ए-ज़िंदगानी में हैँ ये मर्दों की शमशीरें
इक़बाल 

Self faith, full attempt, world winning love for life. 
These are swords of a man as his religious pre life. 

वो जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने 
लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई
मुज़फ़्फ़र रज़मी

Eyes of calender have witnessed such torture for crime. 
For fault of some moments, centuries suffered in prime. 

मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है
किसी का भी हो सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता 
जावेद अख़्तर 

I expect self respect even from my foes. 
Be it anyone's head, looks no good. On toes. 

कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी 
यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता 
बशीर बद्र 

Helplessness must have come in way. 
None would be disloyal just by the way. 

मिट्टी से बन कर तप कर ही तो बन पाया है प्याला
अंगूरों को विघटित कर के ही तो बनती है हाला
बनने का विघटन का चक्र यहाँ भी चलता रहता है 
शायद यही खींच लाता है मानव को भी मधुशाला 

भग्न हृदय है यह मानव का कह न इसे टूटा प्याला 
अभी इसी को इंगित कर के चली गई साक़ीबाला
हा! इसने कितने पीने वालों की प्यास बुझाई थी
टूट गया है लेकिन इस की ऋणी रहेगी मधुशाला 

ऊँच नीच का अन्तर करता नहीं कभी कोई प्याला 
जाति धर्म का भेद नहीं होता जब ढलती है हाला
साक़ी की मुस्कान बिखरती ही है चारों ओर यहाँ 
अन्तर करते हैं धर्मस्थल, समदर्शी है मधुशाला 

अहंनाद जो करे मंच से यहाँ उठाता है प्याला 
वेष बदल कर बैठ गया है यहीं कहीं साक़ीबाला
किसे सुनाए व्यथा हृदय की कौन मंच से सुनता है
इसे सुनाने सुनने वाले मिल जाते हैं मधुशाला 

तुम मुख़ातिब भी हो क़रीब भी हो 
तुम को देखें कि तुम से बात करें
फ़िराक़ गोरखपुरी 

You are addressing me from so near. 
Should I talk with or look at you dear? 

देख ज़िंदाँ से परे रंग-ए-चमन जोश-ए-बहार
रक़्स करना है तो फिर पाँव की ज़ंजीर न देख
मजरूह सुल्तानपुरी 

Beyond prison, over garden, on spring have a glance. 
Don't look at your chains, if you want to dance. 

जिस पर हमारी आँखों ने मोती सजाए रात भर
भेजा वही काग़ज़ उन्हें हमने लिखा कुछ भी नहीं 
बशीर बद्र 

On which from both the eyes, pearls kept dropping all the night. 
I sent that paper blank to her as nothing else was there to write. 

कहानियों का मुक़द्दर वही अधूरापन 
कहीं फ़िराक़ नहीं है कहीं विसाल नहीं 
बशीर बद्र 

The stories have always an unfinished fate. 
Either meeting or departure is not on plate. 

अख़लाक़, वफ़ा, चाहत, सब क़ीमती कपड़े हैं 
हर रोज़ न ओढ़ा कर इन रेशमी शालों को
बशीर बद्र 

Costly clothes are morality, loyalty 'n desire. 
Silk shawls aren't meant for daily attire. 

तुम मेरी ज़िन्दगी हो ये सच है
ज़िंदगी का मगर भरोसा क्या 
बशीर बद्र 

It's true that you are my life. 
But who can trust his life? 

कभी पा के तुझ को खोना कभी खो के तुझ को पाना
ये जनम जनम का रिश्ता तिरे मेरे दरमियाँ है 
बशीर बद्र 

In a life I find to lose, in another I lose to find. 
Between you and me exists a bond of unique kind. 

तुम्हें लोग कहने लगें बेवफ़ा
ज़माने से इतनी वफ़ा मत करो
बशीर बद्र 

Lest people should call you disloyal. 
With this world don't be so loyal. 

पलकें भी चमक उठती हैं सोते में हमारी
आँखों को अभी ख़्वाब छुपाने नहीं आते
बशीर बद्र 

The eyelashes glisten while I am asleep.
Eyes yet can't hide my dreams so deep. 

जी बहुत चाहता है सच बोलें
क्या करें हौसला नहीं होता? 

My heart also wants that truth be told. 
What to do? My courage isn't so bold. 

दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे 
जब कभी हम दोस्त बन जाएँ तो शर्मिंदा न हों
बशीर बद्र 

Be enemies to hilt, but let some space remain. 
We shouldn't  be ashamed of being friends again. 

दो भटकती हुई रूह जैसे मिलें यूँ मिलीं वो निगाहें मगर ख़ौफ़ है
ज़ीस्त है रात मे जंगलों का सफ़र इस जन्म मे भी हम खो न जाएँ कहीं 
बशीर बद्र 

As if two wandering souls have met, those eyes have met but fear is there. 
Life is a journey of woods at night, even in this life they may part somewhere. 

खुसरो रैन सुहाग की, जागी पी के संग
तन मेरो मन पियो को, दोउ भए एक रंग

Khusrau ! On first night, both of us kept awake. 
My body to his desire were there for the take. 
  
खुसरो दरिया प्रेम का, उल्टी वा की धार
जो उतरा सो डूब गया, जो डूबा सो पार

Khusrau ! The stream of love has a reverse flow. 
One who crosses drowns,, one drowned 
fit to go. 

गोरी सोवे सेज पर, मुख पर डारे केस
चल खुसरो घर आपने, सांझ भयी चहु देस

Damsel sleeps on bed, tress all over her face. 
Khusrau let's go home, it's night all uver the place. 

अंदाज़ हूबहू तेरी आवाज़-ए-पा का था
बाहर निकल के देखा तो झोंका हवा का था
नदीम

The style was exactly your footfall aflush. 
Moving out I found it was wind with a gush. 

प्यार अजब तलवार है जिस पर हम दोनों के नाम लिखे हैं 
टहनी टहनी कलियाँ आँसू पत्थर पत्थर झरना आँसू
बशीर बद्र 

Carved on it are our own names,unique sword of love is to cheer. 
On flowering twigs the tears are buds, rolling stone in brook is tear. 

ख़ुशबू को तितलियों के परों में छुपाऊँगा
फिर नीले नीले आस्माँ में लौट जाऊँगा 
बशीर बद्र 

Fragrance concealed in butterfly wings O pal ! 
Back to blue clouds, I shall go after all. 

आ जा प्यारे नैन में पलक ढाँप तोय लूँ 
ना मैं देखूँ और को ना तोय देखन दूँ
कबीर 

Come in my eyes O lover, with lids I 'll cover thee. 
Neither I' ll see someone else, nor will let you see. 

सजदे करूँ सवाल करूँ इल्तिजा करूँ 
यूँ दे तो कायनात मेरे काम की नहीं 
वो ख़ुद अता करे तो जहन्नुम भी है बहिश्त 
माँगी हुई निजात मेरे काम की नहीं 
सीमाब अकबराबादी 

I pray, I ask for, beg over and over again 
Universe granted thus to me was in vain. 
If He gives it Himself, even hell is heaven. 
Useless is to me begged worldly domain. 

हमें ख़बर है कि हम हैं चराग़-आख़िर-ए-शब
हमारे बाद अंधेरा नहीं उजाला है

We know that we are last lamps of the night. 
What follows is not darkness but light. 

जो रेल की पटरी पे मुझे छोड़ गई थी
उस माँ से ये न कहना ब-क़ैद-ए-हयात हूँ 
बशीर बद्र 

She left me free to die on the railway track. 
Don't tell that mom in life's chains I am back. 

जो मुंतज़िर न मिला वो तो हम हैं शर्मिन्दा 
हमीं नेदेर लगा दी पलट के आने में 
जावेद अख़्तर 

We'll, I am ashamed that she could not wait. 
I took far too long to look back at her state. 

ख़ुदी को कर बुलन्द इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है? 
इक़बाल 

 Raise self esteem to a level that before writing future slate. 
Let God Himself enquire, what do you want written in fate? 

ये माना दूर की निस्बत है फिर भी इक त'आल्लुक है
हरम वालों की याद आई तो बुतख़ाना चले आए
चकबस्त 

We are related, though some distance stands. 
I pray in a temple for my Muslim friends. 

मुझे ज़िंदगी की दुआ देने वाले 
हँसी आ रही है तेरी सादगी पर
गोपाल मित्तल

When you bless me to live for long. 
How simple you are, I laugh for long. 

दुनिया ने तजुर्बात-ओ-हवादिस की शक्ल में 
जो कुछ मुझे दिया था सो लौटा रहा हूँ मैं 
साहिर लुधियानवी 

What world gave me in name of experience, mishaps. 
What I 've received, am returning
 it all, perhaps. 

याँ की सुपैद-ओ-स्याह में हमको दख़्ल जो है सो इतना है
रात को रो-रो सुब्अ किया और सुब्अ को ज्यों त्यों शाम किया 
मीर तक़ी मीर 

On it's light ' n darkness, I have this little say. 
Wept all through the night 'n somehow passed the day. 

नशेमन छोड़ कर जाना तुम्हारा
हक़ीक़त में शिकस्त-ए-बाग़बाँ है

When you are evicted and move elsewhere. 
Your guardians failed to keep you there. 

नई योनि में घुस पड़े जब भी मन में आय
आत्मा सों बढ़ कर रसिक नहीं ' मौन' कविराय 

 It gets deep within next body, when ever there's a desire. 
Soul scores over all lovers, it's tested over time with fire. 

मर्ग इक मांगी का वक़्फ़ा है
यानि आगे चलेंगे दम ले कर
मीर तक़ी मीर 

Death is simply a short period of rest. 
Will go after a while for another quest. 

दिल वो जगह कि फिर आबाद हो सके
पछताओगे सुनो हो ये बस्ती उजाड़ कर
मीर तक़ी मीर 

Heart is not a city that can be rehabilitated. 
Listen! You will repent if this locality is vacated. 

तेरे बिन मुझको ऐ साजन तो घर और बार क्या करना
अगर तू ना इछे मुझ कन तो यह संसार क्या करना? 
वली दकनी

O love! Without you, of a home what 'll I do? 
If you aren't mine, of the world what ' ll I do? 

ऐ ''वली' दुनिया में रहने को मुकाम-ए--आशिक़
कूच-ए-ज़ुल्फ़ है आग़ोशी -ए-तन्हाई है

O' Wali'! In this world for a lover to stay
Are embrace of solitude 'n tress gone astray. 

सरापा आरज़ू होने ने बन्दा कर दिया हम को
वर्ना हम ख़ुदा थे गर दिल-ए-बे-मुद्द'आ होते
मीर तक़ी मीर 

O desire! I turned servile because of you. 
But for you in my heart, I was a god too

नाहक़ हम मजबूरों पर यह तोहमत है मुख़्तारी की
करना है सो आप करे है हमको अबस बदनाम किया 
मीर तक़ी मीर 

"Do as you like"! What a crime, what a blame! 
He does it all Himself 'n that too in our name. 





























FAIZ AHMAD FAIZ.. GHAZAL.. DIL MEN AB YUUN TERE BICHHDE HUE GHAM AATE HAIN...

दिल में अब यूँ तेरे भूले हुए ग़म आते हैं
जैसे बिछड़े हुए काबे में सनम आते हैं 

Forgotten fragments of pain can my heart endure. 
As long lost idols visit Kaaba once more. 

एक एक कर के हुए जाते हैं तारे रौशन
मेरी मंज़िल की तरफ़ तेरे क़दम आते हैं 

The stars are getting lit up one by one
Now towards my goal your feet explore. 

और कुछ देर न गुज़रे शब-ए-फ़ुरक़त से कहो
दिल भी कम दुखता है वो याद भी कम आते हैं 

Tell night of departure to stay a little more. 
Heartache is less, her memories not galore. 

रक़्स-ए-मय तेज़ करो साज़ की लय तेज़ करो
सू-ए-मयख़ाना सफ़ीरान-ए-हरम आते हैं 

Speed up rounds of wine, let the sound of music roar. 
Towards the tavern, some priests are coming to it's door. 



Monday, 18 November 2024

AHMAD FARAZ.. GHAZAL.. RANJISH HII SAHII DIL KO DUKHANE KE LIYE AA...

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ

 If it's enmity, then come to cause some pain. 
Well you come back to leave me once again. 

अब तक दिल-ए-नाफ़हम को हैं तुझसे उम्मीदें
इन आख़िरी शम्ओं को बुझाने के लिए आ

Even now my heart has some hopes from you. 
You come to put out last flames that remain.

इक उम्र से हूँ लज़्ज़त-ए-गिरिया से भी महरूम 
ऐ राहत- ए- जाँ मुझ को रुलाने के लिए आ

Since long I long for the pleasure of a cry.
O reliever! Come to make me shed tears in chain.

कुछ तो मेरे पिन्दार-ए-मोहब्बत का भरम रख
तू भी तो कभी मुझको मनाने के लिए आ 

Just keep my doubt in the pride of love. 
Come some day to appease me 'n call in my lane.

पहले से मरासिम न सही फिर भी कभी तो 
रस्मों में ही दुनिया को दिखाने के लिए आ

We may not have earlier contacts but still. 
Come for worldly customs, a show in vain.

किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम
तू मुझसे ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ 

How can I tell everyone reason to part. 
Come for others though angry with me you remain. 

माना कि मोहब्बत का छिपाना है मोहब्बत 
चुपके से किसी रोज़ जताने के लिए आ 

I know that hiding love is love indeed. 
Silently, some day come to tell it again. 

जैसे तुम्हें आते हैं न आने के बहाने 
वैसे ही किसी रोज़ न जाने के लिए आ

You know many ways of skipping to meet. 
One day plan not to leave my terrain. 


(Last two couplets are probably by Bagpati.)