Saturday, 12 December 2015

चकबस्त के अश'आर.. गर्दो ग़ुबार याँ का ख़िल'अत है अपने.... 16



गर्दो ग़ुबार याँ का ख़िल'अत है अपने 
तन को। 
मर कर भी चाहते हैं ख़ाके वतन 
कफ़न को। 
The dust of this place, is a prized dress in hand. 
On my coffin too, I want the soil of motherland.

उलझ पड़ूँ किसी दामन से मैं वो ख़ार नहीं। 
वोह फूल हूँ जो किसी के गले का हार नहीं।। 

Getting stuck to any hem, I am not such a thorn.
I am such a  flower, that would no garland adorn. 

जिस गोशए दुनिया में परस्तिश हो वफ़ा की ।
काबा है वही और वही बुतख़ाना है मेरा ।

Any corner of world where loyalty is paid heed. 
That site is my Kaaba and my temple indeed. 

ज़िन्दगी क्या है? अनासिर का ज़हूरे तरतीब। 
मौत क्या है? इन्हीं अजज़ा का परेशाँ होना।। 

It's life, when elements organise. 
It's death, when these disorganise.

इस को नाक़दरिये आलम का सिला कहते हैं। 
मर गये हम तो जमाने ने बहुत याद किया।। 

Well, this is the ultimate way of universal disregard. 
After death, I was showered with memories 'n regard. 

बादे फ़ना फ़िज़ूल है, नामो निशाँ की फ़िक्र। 
जब हम नहीं रहे, तो रहेगा मज़ार क्या? 

After death, why care for name or fame.
When I left, how long will stay the tomb' s name.

ये माना दूर की निस्बत है फिर भी इक त'आल्लुक है। 
हरम वालों की याद आई तो बुतख़ाना चले आए।

Some relation exists though a distance stands. 
I pray in a temple for my muslim friends. 

अगर दर्द-ए-मोहब्बत से न इंसाँ आश्ना होता। 
न कुछ मरने का ग़म होता न जीने का मज़ा होता। 


To the agonies of love if human heart didn't train. 

There'd be no pleasure in life and in death no pain. 

 वतन की ख़ाक से मर कर भी हम को उन्स बाक़ी है। 
मज़ा दामान - ए-मादर का है इस मिट्टी के दामन में। 

Even after death, there remains love for dust of land. 

There's pleasure of mother's lap in the hem of this sand. 

गुनहगारों में शामिल हैं गुनाहों से नहीं वाक़िफ़। 
सज़ा को जानते हैं हम ख़ुदा जाने ख़ता क्या है। 

I'm one among the criminals, unaware of my crime. 

I know the punishment, sin known to God sublime. 

इक सिलसिला हवस का है इंसाँ की ज़िन्दगी। 
इस एक मुश्त-ए-ख़ाक को ग़म दो जहाँ के हैं। 

Human life is a perpetual chain of lusty desires at hand. 

There are sorrows of two world's for this fistful of sand. 

एक साग़र भी इनायत न हुआ याद रहे। 
साक़िया जाते हैं महफ़िल तिरी आबाद रहे

Remember! Not a wine cup was offered to survive. 

O bar girl I leave, let this party keep alive. 

मज़ा है अहद-ए-जवानी में सर पटकने का। 
लहू में फिर ये जवानी रहे, रहे न रहे। 

Bang your head while young in pleasure 'n pain. 

This flow of blood may or may not remain. 

ये कैसी बज़्म है और कैसे उस के साक़ी हैं। 
शराब हाथ में है और पिला नहीं सकते। 

What a party, the bar girls' n what nerve! 

There is wine in hand and can't serve. 

किया है फ़ाश पर्दा कुफ़्र-ओ-दीं का इस क़दर मैं ने। 
कि दुश्मन है बरहमन और अदू शैख़-ए-हरम मेरा। 

I've so unveiled believers 'n non- believers of Islam. 

Chief of Kaaba is my rival and enemy who chants psalm. 

तेरी इक मुश्त ख़ाक के बदले। 
लूँ न सारा अगर बहिश्त मिले। 

In exchange of a fistful of your sand
I won't take heaven, given first hand. 




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