नैनन के पथ मन में उतरी जब से तुमको देखा।
तू मेरे दिल की शहज़ादी और भाग्य की रेखा।।
ओ मेरे सपनों की रानी, कैसे तुझे बताऊँ ?
कब से तेरी राह निहारी, मैं कैसे समझाऊँ ?
जीवन पथ के एकल राही हाथ थामले मेरा।
जब तक डोर बंधी साँसों की साथ न छूटे तेरा।।
- रवि मौन
#Ravimaun
तू मेरे दिल की शहज़ादी और भाग्य की रेखा।।
ओ मेरे सपनों की रानी, कैसे तुझे बताऊँ ?
कब से तेरी राह निहारी, मैं कैसे समझाऊँ ?
जीवन पथ के एकल राही हाथ थामले मेरा।
जब तक डोर बंधी साँसों की साथ न छूटे तेरा।।
- रवि मौन
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