Wednesday, 15 June 2016

Ravimaun ki Madhushala - 7

रवि मौन की मधुशाला - ७ 

भग्न हृदय यह मानव का है, कह न इसे टूटा प्याला।
प्रमुदित हो कर इंगित करती अभी गई साक़ीबाला।
कितने मतवालों ने इससे अपनी प्यास बुझाई थी।
टूटा गया यह, फिर भी इसकी ऋणी रहेगी मधुशाला।।



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