Saturday, 9 July 2016

Ravimaun ki Madhushala - 16

रवि मौन की मधुशाला - १६   

दिन भर जो अर्जित कर पाया चरणों में तेरे डाला। 
तिस पर भी रखा हाथों में साक़ी यह आधा प्याला। 
जीवन रक्षा हेतु पिलाती है थोड़ा थोड़ा मुझको। 
पीते-पीते धीरे-धीरे समझ रहा हूँ मधुशाला।। 

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