Friday, 31 July 2020

Ghalib... couplets 6ű

Man by himself,  is just a picture of thoughts in zoom 'n doom.
He thinks that he is in a meeting even when solitudes loom.... 

Aadmee bazaate khud hai ek mahshar e khayaal. 
Hum anjuman samajhte hain khilwat hi kyun n ho..

Hamne mana ki taghaful n karoge lekin.
Khak ho jayenge ham t 8umko khabar hone tak.

I am sure that you will not ignore. 
Before you know, I will be no more.

मैंने मजनूँ पे लड़कपन में 'असद'। 
संग उठाया था कि सर याद आया। 

O 'Asad', for Majnun, while I was still a child. 
Picked a stone, to remember my head in wild. 

दिल में ज़ौक़े वस्लो यादे यार तक बाक़ी नहीं।
आग इस घर में लगी ऐसी कि जो था जल गया। 

No desire to meet lover appears in my heart. 
So was this heart burnt  to finish from start. 

था ज़िन्दगी में मौत का खटका लगा हुआ। 
उड़ने से पेशतर भी मेरा रंग ज़र्द था। 

Even when alive, there was fear of death.
I was pale before flying 'n out of breath.

किस से महरूमिए क़िस्मत की शिकायत कीजे।
हम ने चाहा था कि मर जाएँ सो वो भी न हुआ। 

 To whom to report about debits of fate.
I wanted to die but could not, till date.

मै से ग़रज़ निशात है किस रू सियाह को। एक गूना बेख़ुदी मुझे दिन रात चाहिए। 

Who the black hearted just drinks for pleasure. 
I want to forget myself on all time measure.

उधर वो बदगुमानी है इधर ये नातवानी है।
न पूछा जाए है उनसे न बोला जाए है हमसे।

There is ill feeling on her side and the weakness to feel on mine.
Neither she can ask my state nor I can state that of mine.

हुए मर के हम जो रुस्वा हुए क्यों न ग़र्के दरिया।
न कभी जनाज़ा उठता न कहीं मज़ार होता। 

Ridiculed after death, why wasn't I drowned?
No corpse to be carried, no cementary crowned.

पकड़े जाते हैं फरिश्तों के लिखे पर नाहक़
आदमी कोई हमारा दमे तहरीर भी था?

I was caught for what angels chose to see. 
There was no human to vouch for me. 

शम'अ बुझती है तो उसमें से धुँआ उठता है।
शोल ए इश्क़ सियहपोश हुआ मेरे बाद।

 Extinguished candle flame leaves some smoke.
The flame of love wore dark for this worthy bloke. 

ख़ामोशी में निहाँ ख़ूंगुश्ता लाखों आरज़ूएँ हैं।
चिराग़े मुर्दा हूँ मैं बेज़ुबाँ गोरे ग़रीबाँ का।

Unfulfilled desires are hidden in silence O naive. 
As  extinguished lamp of  a silent, poor man's grave. 

वफ़ा कैसी? कहाँ का इश्क़? जब सर फोड़ना ठहरा।
तो फिर ऐ संगे दिल तेरा ही संगे आस्तां क्यों हो?

No faith, no love, if I have to bang my head. 
Then O stone hearted why on your door step instead?

लो वो भी कह रहे हैं ये बे नंगो नाम है। 
ये जानता अगर तो लुटाता न घर को मैं। 

Lo she too saysI have name nor fame. 
I won't have squandered the wealth, got blame.

दिले नाज़ुक पे उसके रहम आता है मुझे 
'ग़ालिब' ।
न कर सरगर्म उस काफ़िर को उल्फ़त आज़माने में। 

O 'Ghalib' I sympathise with her delicate heart.
Don't tease her to test my love apart.

 हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन।
दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है।

I know the truth  about heaven in every way. 
To keep heart pleased Ghalib, it's good to say. 

हूँ गर्मी - ए-निशात-ए-तसव्वुर से नग़्मा संज। 
मैं अंदलीब-ए-गुलशन-ए-ना-आफ़रीदा हूँ।

An imaginary song on tunes so keen. 
I am nightingale of the garden unseen. 

रगों में दौड़ने फिरने के हम नहीं क़ायल। 
जो आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है। 

I am not convinced that through vessels it has flown. 
Till it dribbles from eyes, as blood it won't be known. 

Ghoorte thaakook dhomoniye, aami aashwasto naain. 
Chok diye naa jhorle, aami  rokto bolibo naain. (Bengali) 

गो हाथ में जुम्बिश नहीं आँखों में तो दम है। 
रहने दो अभी साग़र- ओ- मीना मेरे आगे।

Though hands can't even flicker and yes they can't hold. 
Let wine cups 'n jar be here, my eyes can still behold. 

अपनी गली में मुझको न कर दफ़्न बाद- ए - क़त्ल। 
मेरे पते से ख़ल्क़ को क्यों तेरा घर मिले। 

After the murder, do not bury me in your street. 
Searching me why should world have your treat. 

कहते हैं जीते हैं उम्मीद पे लोग। 
हम को जीने की भी उम्मीद नहीं। 

In hope of something, people thrive. 
I do not even hope to be alive. 

छोड़ा न रश्क ने कि तिरे घर का नाम लूँ। 
हर इक से पूछता हूँ कि जाऊँ किधर को मैं।

Envy didn't allow to name your home to show. 
I simply ask every one, which way to go? 

रौ में है रख़्श - ए - उम्र कहाँ देखिए थमे। 
न हाथ बाग पर है न पा है रकाब में। 

Horse of life is running, none knows when it stands. 
Feet are out of padlock and rein is not in hands. 

रंज से ख़ूगर हुआ इंसाँ तो मिट जाता है रंज। 
मुश्किलें मुझ पर पड़ीं इतनी कि आसाँ हो गईं। 

The pain eases itself if one gets used to pain. 
Troubles upset me so much that they just didn't remain. 

उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़। 
वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है। 

There's glow on my face when she is in view. 
I am no longer sick, she holds that view. 

न लुटता दिन को तो कब रात को यूँ बेख़बर सोता। 
रहा खटका न चोरी का दुआ देता हूँ रहज़न को। 

I was looted at daytime, carefree to sleep as I can. 
Nothing was left for the theft, May God bless the highway man. 

मैं और बज़्म- ए- मै से यूँ तिश्नाकाम आऊँ। 
गर मैंने कई थी तौबा साक़ी को क्या हुआ था? 

To be back thirsty from tavern, that's not my way. 
If I took a vow, who stopped barmaid have her say. 

और बाज़ार से ले आए अगर टूट गया। 
जाम- ए- जम से ये मिरा जाम- ए- सिफ़ाल अच्छा है। 

If it breaks, from market I can get another cup. 
My earthen one is better than Alexander's cup. 1

Jamshed's cup stands alone, golden studded with stone.
Easy to change, worth it's matter. My earthen cup is really better. 2

कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर ए नीमकश को। 
ये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता। 

Your half withdrawn arrow, as is from my heart. 
Could it hurt so much, had it crossed from start. 

अपना नहीं ये शेवा कि आराम से बैठें। 
उस दर पे नहीं बाट तो काबे ही को हो आए। 

It is  not my habit to relax and sit. 
Went to Kaaba as her door was not open a bit. 

चलता हूँ थोड़ी दूर हर इक तेज़ रौ के साथ। 
पहचानता नहीं हूँ अभी राहबर को मैं। 

Whosoever walks fast, I costep then go stray. 
I do not recognise, who can show me the way. 

नुक़्ताचीं है ग़म ए दिल उस को सुनाए न बने। 
क्या बने बात जहाँ बात बनाए न बने। 

Finds faults, how to talk about pain of heart. 
How to tell where talks end right from start. 

मैं बुलाता तो हूँ उसको मगर ऐ जज़्बा- ए- दिल।
उस पे बन जाय कुछ ऐसी कि बिन आए न बने। 

Let it be so that she can not ignore. 
I invite her but listen O emotions of heart. 

ग़ैर फिरता है लिए यूँ तिरे ख़त को कि अगर। 
कोई पूछे कि ये क्या है तो छुपाए न बने। 

Rival roams freely with your letter in hand. 
If you ask about it, can't hide, isn't smart. 

क़ासिद के आते आते ख़त इक और लिख रखूँ। 
मैं जानता हूँ जो वो लिखेंगे जवाब में। 

 Before postman returns, let me draft another letter. 
I know what 'd be her answer, it's matter. 

शब को किसी कै ख़्वाब में आया न हो कहीं। 
दुखते हैं आज उस बुत- ए- नाज़ुक- बदन के पाँव। 

May be she went places in someone' s dream last night. 
She's delicate, today her feet must be tired and tight. 

हाँ खाइयो मत फ़रेब- ए- हस्ती। 
हरचंद कहें कि है, नहीं है। 

Deceit of existence is a beautiful plot. 
Though many may say so, believe it not. 

हम वहाँ हैं जहाँ से हम को भी। 
कुछ हमारी ख़बर नहीं होती। 

I am where even for me to know. 
No news of mine is there to show. 

नहीं मालूम किस किस का लहू पानी हुआ होगा। 
क़यामत है सर अश्क आलूद होना तेरी मिज़गाँ का। 

I don't know whose blood has been shed as tear. 
It is doom when misty your eyelashes appear. 

ज़ाहिद शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर। 
या वो जगह बता दे जहाँ पर ख़ुदा न हो। 

Inside the mosque O priest let me drink. 
Or tell where God isn't, you just think. 

मुद्दत हुई है यार को मेहमाँ किए हुए। 
जोश- ए- क़िदह से बज़्म चिराग़ाँ किए हुए। 

A lot of time has passed when she was my guest. 
With a gathering lit up by wine, fun and fest. 

नाकर्दा गुनाहों की भी हसरत की मिले दाद। 
यारब अगर  इन कर्दा गुनाहों की सज़ा है। 
Praise me for curbing desires of uncommitted sins O Lord! 
If I am punished for sins that were committed off guard. 

मौत का एक दिन मुक़र्रर है। 
नींद क्यों रात भर नहीं आती ? 

The day of death is fixed. 
Why can't I sleep at night ? 

पहले आती थी हाल- ए- दिल पे हँसी।
अब किसी बात पर नहीं आती। 

 I 'd laughed at the state  of heart. 
But, now my lips are tight. 

काबा किस मुँह से जाओगे' ग़ालिब '।
शर्म तुम को मगर नहीं आती। 

What a face for Kaaba O Ghalib
You are ashamed of  none in  sight. 

यारब न वो समझे हैं न समझेंगे मेरी बात 
दे और दिल उन को जो न दे मुझको ज़ुबाँ और। 

 She does not and will not understand me O Lord ! 
Give more heart to  her, if not words to me accord. 

क़फ़स में मुझ से रूदाद-ए-चमन कहते न डर हमदम। 
गिरी थी जिस पे बिजली, वो मेरा आशियाँ क्यों हो ? 

In prison, telling about the garden, do not be afraid. 
Why should it be my nest, in yesterday electric raid ? 

की मिरे क़त्ल के बाद उस ने जफ़ा से तौबा। 
हाय ! उस जूद-ए-पशेमा का पशेमा होना

After my murder, she promised not to repeat the act. 
She feels ashamed so early and that's a fact ! 

बहुत दिनों से तग़ाफ़ुल ने तेरे पैदा की। 
वो इक नज़र जो बज़ाहिर निगाह से कम है। 

Since long your neglect has let it grow. 
A glimpse less than full view as I know. 

था दाम-ए-सख़्त-ओ-तंग निहाँ आशियाँ के पास। 
उड़ने न पाए थे कि गिरफ़्तार हम हुए। 

Hidden near the garden, a tight net was set. 
Before I could fly, I was captured in the net. 

वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है। 
कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं। 

Beloved came to my house, it's God's grace. 
I look around  house and then at her face. 

नज़र लगे न कहीं उन के दस्त-ओ-बाज़ू को। 
ये लोग क्यों मिरे ज़ख़्म - ए-जिगर को देखते हैं। 

Let no evil affect her arms and hands. 
My heart wounds don't  deserve a space. 

तुम न आओगे तो मरने की हैं सौ तदबीरें।
मौत कुछ तुम तो नहीं हो कि बुला भी न सकूँ। 

There are many ways to die, if you fail to arrive. 
Well, death isn't you, to call it I  won't strive. 

काँटों की ज़ुबाँ सूख गई प्यास से यारब! 
इक आबला-पा वादी-ए-पुरख़ार में आए। 

O God, dried and thirsty are tongues of thorns. 
Let one with blistered feet come in valley of thorns. 

हुई जिन से तवक़्क़ो ख़स्तगी में दाद पाने की। 
वो हम से भी ज़ियादा ख़स्ता-ए-तेग़-ए-सितम निकले। 

Those whom we thought 'd listen to grief lore. 
Were found to be distressed and hurt to the core. 

और बाज़ार से ले आए अगर टूट गया। 
जाम-ए-जम से ये मिरा जाम-ए-सिफ़ाल अच्छा है। 

If it breaks, from the market can get another cup. 
My earthen cup is better than Alexander' s cup. 

कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीमकश को। 
ये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता। 

Your half withdrawn arrow and my poor heart. 
Could it grate so much, had it crossed from start ? 

मेहरबाँ हो के बुला लो मुझे चाहे जिस वक़्त। 
मैं गया वक़्त नहीं हूँ कि फिर आ भी न सकूँ। 

Be kind 'n call anytime, I' ll be back. 
 I am not past, unable to retrace track. 

सुनते हैं जो बहिश्त की तारीफ़ सब दुरुस्त। 
लेकिन ख़ुदा करे वो तेरी जल्वागाह हो। 

Whatever is heard in praise of paradise. 
Be it a place, where to you I visualise. 














No comments:

Post a Comment