Tuesday, 4 August 2020

FAIZ.. GHAZAL.. DIL MEN AB YUN TERE BHOOLE...

दिल में अब यूँ तेरे भूले हुए ग़म आते हैं।जैसे बिछड़े हुए काबे में सनम आते हैं।Forgotten fragments of pain can my heart endure. 
As long lost idols visit Kaaba once more.
एक एक करके हुए जाते हैं तारे रोशन। 
मेरी मंजिल की तरफ़ तेरे क़दम आते हैं। 
The stars are getting lit up one by one. 
Now that my goal, your feet explore.
और कुछ देर न गुज़रे शबे फ़ुर्क़त से कहो। 
दिल भी कम दुखता है वो याद भी कम आते हैं। 
Tell night of departure to stay a little more. 
Heartache is lesser, her memories not galore. 
रक़्स मय तेज़ करो साज़ की लय तेज़ करो। 
सूए मैख़ाना सफ़ीराने हरम आते हैं। 
Speed up rounds of wine, let music sound roar. 
Some priests are coming towards tavern door. 

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