Wednesday 12 August 2020

SAHIR.. GHAZAL.. DEKHA TO THA YUNHI KISI........

देखा तो था यूँ ही किसी ग़फ़लत शआर ने।
दीवाना कर दिया दिले बेइख़्तियार ने।
 A careless person had seen by the way.
The uncontrolled heart turned crazy on way. 
ऐ आरज़ू के धुँधले ख़राबो, जवाब दो। 
फिर किस की याद आई थी, मुझको पुकारने। 
O shady ruins of hope just tell. 
Whose memory has called me on the way. 
तुझको ख़बर नहीं मगर इक सादालौह को।
बर्बाद कर दिया तेरे दो दिन के प्यार ने।
You are not aware but a simple man. 
Was ruined by your two day love this way.
 मैं और तुमसे तर्के मुहब्बत की आरज़ू।
दीवाना कर दिया है ग़मे रोज़गार ने। 
 I won't hope to part with your love.
The troubles of world turned me crazy on way. 
अब ऐ दिले तबाह, तेरा क्या ख़याल है?
हम तो चले थे काकुले गेती सँवारने।
O distorted heart! What's now your view?
I had wanted to dress, I world tress all the way. 

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