शबे विसाल के बाद आइना तो देख ऐ दोस्त।
तिरे जमाल की दोशीज़गी निखर आई।
Look at the mirror after nuptual night and know.
The beauty of your maidenhood is more aglow.
बहुत दिनों में मुहब्बत को ये हुआ मालूम। जो तेरे हिज्र में बीती वो रात रात हुई।
After many days, could love know it right.
Night spent in your absence was real night.
ज़िन्दगी क्या है आज इसे ऐ दोस्त।
सोच लें और उदास हो जाएँ।
Today, what is life? O pal.
Let's think, be sad after all.
मैं हूँ, दिल है, तन्हाई है।
तुम भी होते, अच्छा होता।
Solitude, I and heart are here. How good if you too were here.
तेरे आने की क्या उमीद मगर।
कैसे कह दूँ कि इंतज़ार नहीं।
Is there hope, you'll come O mate.
How to say that I don't wait.
कोई आया न आएगा लेकिन।
क्या करें गर न इंतज़ार करें?
None has come, no one will come.
But for waiting, what can be done?
ग़रज़ कि काट दिए ज़िन्दगी के दिन ऐ दोस्त।
वो तेरी याद में हों या तुझे भुलाने में।
Somehow days of my life are spent, I realise.
Whether it is to forget you or memorise.
इसी खंडर में कहीं, कुछ दिये हैं टूटे हुए।
इन्हीं से काम चलाओ, बड़ी उदास है रात।
From this ruin, some broken lamps can be found.
Make use of these, sadness of night is profound.
मौत का भी इलाज हो शायद।
ज़िन्दगी का कोई इलाज नहीं।
May be, there's some treatment of death.
But there's none for life, till death.
हम से क्या हो सका मुहब्बत में?
तुम ने तो ख़ैर, बेवफ़ाई की।
What could I achieve in love?
You could be infidel my love.
अब तो उनकी याद भी आती नहीं। कितनी तन्हा हो गईं तन्हाइयाँ !
Now even her memories do not come.
How alone has loneliness become !
कौन ये ले रहा है अंगड़ाई?
आसमानों को नींद आती है।
Who is stretching her limbs so high ?
There is a sleepy spell in the sky.
कोई समझे तो एक बात कहूँ।
इश्क़ तौफ़ीक़ है, गुनाह नहीं।
I can say, it is pure as a hymn.
Love's God's grace, not a crime
बहुत दिनों में मोहब्बत को ये हुआ मालूम।
कि तेरे हिज्र में गुज़री वो रात रात हुई।
The love after so many days, got it right.
That night passed in your absence, was night. 1
After many many days, to love, it was known.
That night of departure was night of my own.
रफ़्ता रफ़्ता इश्क़ मानूस-ए-जहाँ होने लगा।
ख़ुद को तेरे हिज्र में तन्हा समझ बैठे थे हम।
Gradually love became familiar with world, it's tone.
When you left, I had considered myself so alone.
दिल थामता कि चश्म पे रखता तिरी निगाह।
साग़र को देखता कि मैं शीशा सँभालता
Could I hold my heart or your eyes behold?
Could I look at the goblet or glass on hold.
आधी से ज़ियादा शबे ग़म काट चुका हूँ।
अब भी अगर आ जाओ तो ये रात बड़ी है।
I have passed more than half of this painful night.
If you come even now, enough is left in the night.
अब याद- ए - रफ़्तगाँ की भी हिम्मत नहीं रही।
यारों ने कितनी दूर बसाई हैं बस्तियाँ।
Even memories of past lost courage on way.
My friends have made homes so far away.
मुतरिब से कहो आज इस अंदाज़ से गाए। हर दिल पे लगे चोट सी हर आँख भर आए।
Tell the singer to sing in such a fair style.
That hurts every heart, in eyes tears pile.
कुछ ऐसी भी गुज़री हैं तेरे हिज्र में रातें।
दिल दर्द से ख़ाली हो मगर नींद न आए।
In your absence, some nights have passed this way.
The heart was painless but nap didn't stay.
साँस लेती है वो ज़मीन 'फ़िराक़ '।
जिस पे वो नाज़ से गुज़रते हैं।
O 'Firaaq'! It breathes with pride.
The track where she takes stride.
कुछ इशारे थे जिन्हें दुनिया समझ बैठे थे हम।
उस निगाह ए आश्ना को क्या समझ बैठे थे हम?
Some hint was there 'n for the world I mistook.
What did I take her for that seductive look ?
अहले ज़िंदा की ये महफ़िल है सुबूत इस का 'फ़िराक़' ।
कि बिखर कर भी ये शीराज़ा परीशाँ न हुआ।
O' Firaaq'! This prison gathering is the proof.
Despite being scattered, we are under one roof.
सर में सौदा भी नहीं दिल में तमन्ना भी नहीं।
लेकिन इस तर्क - ए-मोहब्बत का भरोसा भी नहीं।
No obsession in head, no desire in heart !
Can't rely on love with logic in it's part.
कर अहद-ए-गुज़श्ता को शरीक-ए-ग़म-ए-इमरोज़।
ख़ाकिस्तर-ए-माज़ी से कुछ उठता है धुआँ भी।
Let the gone by years be with the present pain.
From remains of past rises smoke in it's domain.