Sunday, 25 October 2020

GHAZAL.. MUNAWWAR RANA.. SIYASAT KIS HUNARMANDI...

सियासत किस हुनरमंदी से सच्चाई छुपाती है ।
कि जैसे सिसकियों के ज़ख़्म शहनाई छुपाती है ।

So tactfully truth politics conceals. 
As wounds of sobs clarinet conceals 

जो इस की तह में जाता है वो फिर वापस नहीं आता। 
नदी हर तैरने वाले से गहराई छुपाती है। 

One who goes to bottom, doesn't return. 
From swimmer it's depth river conceals. 

ये बच्ची और कुछ दिन चाहती है माँ को ख़ुश रखना। 
ये कपड़ों की मदद से अपनी लंबाई छुपाती है। 

This girl wants mother to be happy a few days.
With help of clothes, height she conceals. 

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