Sunday, 28 March 2021

.100 couplets of different poets

शोर दिन को नहीं सोने देता।
शब को सन्नाटा जगा देता है। 
..........  सैफुद्दीन सैफ़.......

Noise at day stops eyes to shut tight. 
While silence wakes up during the night.

ग़ैरों से तो फुर्सत तुम्हें दिन रात नहीं है। 
हाँ मेरे लिए वक़्त- ए - मुलाक़ात नहीं है। 
......... लाला माधव राम.......

No rest from rivals day 'n night at all.
O yes, for me there's no tlme to call. 

उलझ के रह गए चेहरे मिरी निगाहों में। 
कुछ इतनी तेज़ी से बदले थे उनकी बात के रंग। ....... फातिमा हसन....... 

Enmeshed were faces within my eyes at last.
The colours of his talks were changing so fast.

 रहता है इबादत में हमें जान का ख़तरा ।
हम याद- ए- ख़ुदा करते हैं कर ले न ख़ुदा याद ।

There is risk of life in prayer, when you chant His name. 
It's alright but what happens when He spells your name. 

हवा बहार की आएगी और मैं चूमूँगा। 
वो सारे फूल कि जिन में तिरी शबाहत है

I'll kiss in the winds of spring that will blow.
Those flowers that look like you and grow. 

कभी तो मेहरबाँ हो कर बुला लें। 
ये महवश हम फ़क़ीरों की दुआ लें। 
 ........ हबीब जालिब.......

Let them call us someday, let them with kindness reek. 
These moon faced dames, from hermit, let some blessings seek.

है उसूल- ए - आरज़ू का राज़ तर्क- ए- आरज़ू।
मैंने दुनिया छोड़ दी तो मिल गई दुनिया मुझे।

Secret of getting the desired is when you leave the pack. 
When I left the world I always got world back.

वो मुझ से हारा मिरी पीठ थपथपा के गया। 
मिरा ग़ुरूर मिरी जीत सब मिटा के गया।

He was defeated. He patted my back and left. 
Erased my pride, my win on the track that crept.

ये वफ़ा की सख़्त राहें ये तुम्हारे पा- ए- नाज़ुक ।
न लो इंतकाम मुझसे मेरे साथ-साथ चल के ।

Fidelity route is hard, your feet so gentle, weak. 
By walking along with me, don't a revenge seek.

बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर। 
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जायँ।........ राहत इन्दौरी....

Very arrogant is the river of it's being, it's esteem. 
If tangled with my thirst, to tatters it would seem.

उसी को जीने का  हक़ है जो इस ज़माने में। 
इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए। 

He alone, has the right to be in this world habitat. 
Who appears to be on this side 'n shifts on that. 

ये ऐसा क़र्ज़ है तो मैं अदा कर ही नहीं सकता। 
मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सज्दे में रहती है।...... मुनव्वर राना....... 

This is a debt  that I can never repay., no chance. 
Till I get back home, my mother is in trance. 

हाल में अपने मगन हो फ़िक्र- ए - आइन्दा न हो। 
ये उसी इंसान से मुमकिन है जो ज़िन्दा न हो। 

Unconcerned with others and self-content. 
One who is dead, can have such intent. 

क्यूँ मिरे हर अमल को सराह कर ये अज़िय्यतें न किया करो। 
मिरी जान तुम भी अजीब हो तुम्हें रूठना भी तो चाहिए।.... आग़ा सरोश...... 

Why should you always agree with what I do and say. 
My love you are so strange,  should also sulk some day. 

ख़ल्क़ कहती है जिसे दिल तिरे दीवाने का एक गोशा है ये दुनिया इसी वीराने का ।
........ फ़ानी बदायूनी..... 


What world calls the heart of your insane. 
The world is a corner of fhis desert lane. 


इक मुअम्मा है समझने का न समझाने का। 
ज़िन्दगी काहे की है ख़्वाब है दीवाने का। 

It's a riddle neither to be known nor told. 
Life is nothing but dream of an insane. 

दानिस्ता हम ने अपने सभी ग़म छुपा लिए। 
पूछा किसी ने हाल तो बस मुस्कुरा दिए। 
....... आफ़ाक़ सिद्दीक़ी..... 

Knowingly I have concealed each and every grief. 
If condition was enquired, just smiled in relief. 

समझी गई जो बात हमारी ग़लत तो क्या 
याँ तर्जुमा कुछ और है आयत कुछ और है
      ....... अंजुम रूमानी...... 

What if considered wrong as all I did converse. 
Here translation is different from what's in The Verse. 

तूने हमें तराश कर हीरा बना दिया। 
वर्ना मिरा शुमार इन्हीं पत्थरों में था। 

You have cut and shaped me into precious stone. 
Or else, amidst stones, I was just a stone. 

न कोई दर है न दीवार न रौज़न 'कामिल' हाय मुझ को मिरे अहबाब कहाँ छोड़ चले

O Kamil, there are no walls, no window and no door. 
Where have they left me alone, those who used to adore. 

न आबशार न सहरा लगा सके क़ीमत। 
हम अपनी प्यास को लेकर दहन में लौट आए।..... अमीर इमाम  ........ 

Neither waterfall nor desert could vaue exact. 
I came back with thirst in my mouth intact. 

दे हौसले की दाद कि हम तेरे ग़म में आज
बैठे हैं महफ़िलों को सजाए तिरे बग़ैर।
........ अदील ज़ैदी...... 

Praise my courage that with your sorrows too. 
I still manage meetings even without you. 

दूर तक फैला हुआ पानी ही पानी हर तरफ़। 
अब के बादल ने बहुत की मेहरबानी हर  तरफ़।...... शबाब ललित..... 

There's stretch of water on land all around. 
The clouds have been very kind all around. 

वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन। 
उसे इक ख़ूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा।...... साहिर..... 

That story whose result is not possible to seek. 
Good to leave with a lovely twist, let not peak. 

सोचो तो सिलवटों से भरी है तमाम रूह। 
देखो तो इक शिकन भी नहीं है लिबास में
......... शकेब जलाली........ 

If you think, full of wrinkles, is the soul. 
You see no wrinkle on the dress as a whole. 

ऐ दोस्त कहीं तुझ पे भी इल्ज़ाम न आए। 
इस मेरी तबाही में तिरा नाम न आए। 
....... हक़ीम नासिर...... 

O friend! A blame on you, shouldn't be there. 
In my ruin, there need not be your affair. 

जब भी मिलती है मुझे अजनबी लगती क्यूँ है। 
ज़िन्दगी रोज़ नए रंग बदलती क्यूँ है ? 
......... शहरयार....... 

Always a stranger, when meets on the way. 
Why does life change colour every day ? 

ज़माना था वो दिल की ज़िन्दगी का। 
तिरी फ़ुर्क़त के दिन लाऊँ कहाँ से ? 
........ जौन एलिया........ 

That was  life when heart showed ways. 
Where from to get your parting days? 

एक लम्हा था अजब उस की शनासाई का
कितने नादीदा ज़मानों से मुलाक़ात हुई। 
...... क़ैसर-उल-जाफ़री....... 

Strange had the moment of knowing her, been. 
I have met with so many worlds unseen. 

आओ पतझड़ में कभी हाल हमारा देखो। ख़ुश्क पत्तों के सुलगने का तमाशा देखो। 
........ जमील मलिक....... 

Come and look at my state during autumn, the drier. 
Watch the way dry, fallen leaves catch the fire. 

तुम्हारी सीधी नज़र ने तो कोई बात न की। 
तुम्हारी तिरछी नज़र का सवाल अच्छा था। 

Your straight forward look never talked with mine. 
What your crooked look asked, well that was fine. 

इन आबलों से पाँव के घबरा गया था मैं। 
जी ख़ुश हुआ है राह को पुरख़ार देख कर

I was worried about blisters of my feet. 
Am happy to find path thorny not neat. 

उठाए जा के कहाँ लुत्फ़ - ए-जुस्तजू कोई। 
जगह वो कौन सी है तू जहाँ नहीं होता। 
...... अज़ीज़ लखनवी

Where should one seek the pleasure to discover. 
There is no place that's not under your cover. 

घर टपकता है औद उस पर घर में वो मेहमान हैं। 
पानी पानी हो रही है आबरू बरसात में। 
...... मुज़्तर मुज़फ़्फ़रपुरी...... 

Water trickles in the house where she is the guest. 
My honour is watered down in rains, at the best. 

जो फूल आता है गुलशन में गरीबाँ चाक आता है। 
बहार-ए-रंग-ओ-बू में ख़ून दीवानों का शामिल है।....... आसी उल्दनी.......... 

Every flower blooms when it tatters it's covers. 
In smell and colour of spring, there is blood of lovers. 

देख लो अहल-ए-चमन ! रुस्वाई - ए-फ़स्ल-ए-बहार।
कौन सा गुल है कि जिस पर क़तरा-ए-शबनम नहीं।.... नातिक़ गुलावटी....... 

Look at the garden, dishonour of spring was due. 
Just trace a flower, where there's no drop of dew. 

लो हम बताएँ ग़ुंचा-ओ-गुल में है फ़र्क़
 क्या। 
इक बात है कही हुई इक बे कही हुई। 
....... आग़ा शायर देहलवी....... 

I can tell the difference between a bud and a flower. 
One talk is unsaid, another told with power. 

वो शाख़-ए-गुल पे रहें या किसी की मय्यत पर। 
चमन के फूल तो आदी हैं मुस्कुराने के। 

Whether these bloom on a branch or on shroud. 
To smile is flower's habit, it makes garden proud. 

चमन में कौन है पुरसान-ए-हाल शबनम का। 
ग़रीब रोई तो फूलों को भी हँसी आई। 
........ अर्श मल्सियानी...... 

In the garden, who cares about the dew, who hears. 
Even flowers smile when the dew sheds tears. 

सहमनशीं कुंज-ए-क़फ़स में मुतम इन हो कर न रह। 
वर्ना हर्फ़ आएगा तेरी जुर'अत-ए-परवाज़ पर।..... माहिरुल क़ादरी...... 

O pal, don't be satisfied with the life, when jailed. 
Your capacity to fly will be said to have failed. 

' हसन'गर पारसा हूँ मैं तो नाचारी से हूँ वर्ना। 
नज़र है जाम पर मेरी सदा और दिल है शीशे में।....... मीरहसन........ 

If 'Hasan' is devout, it is my inability to plug. 
My eyes are riveted to wine cup and heart is in jug. 

पूछती है वो नर्गिस - ए-मख़मूर ? 
किस को दावा है पारसाई का ? 

The eye that's drunk, looks like daffodil. 
Enquires, who claims to be pious still. 

 मिट गए मेरी उम्मीदों की तरह हर्फ़ मगर 
आज तक तेरे ख़तों से तिरी ख़ुशबू न गई 

 Words got erased as my hopes got a dent. 
But still your letters retain your scent. 

तमाम जिस्म की उरियानियाँ थी आँखों में। 
वो मेरी रूह में उतरा हिजाब पहने हुए। 

With nudity of body in her eyes all gone. 
She entered my soul with the veil still on. 

इक दम की ज़िंदगी के लिए मत उठा मुझे। 
ऐ बेख़बर मैं नक़्श-ए-ज़मीं की नशिस्त हूँ। 
Do not lift me for a moment 's life hint. 
O unaware, I am the meeting of earth print. 

गुलशन की फ़क़त फूलों से नहीं काँटों से भी ज़ीनत होती है। 
जीने के लिए इस दुनिया में ग़म की भी ज़रूरत होती है। 
....... सारा अफ़रानी........ 

Not only flowers but thorns also garden adore. 
To live in this world, grief needs be in store. 

 ये इंतिज़ार नहीं शम'अ है रिफ़ाक़त की। 
इस इंतिज़ार से तन्हाई ख़ूबसूरत है।
...... अरशद अब्दुल हमीद.... 

It's not waiting but friendship in flame. 
Solitude is more beautiful than this game. 

दिल के हाथों कहीं दुनिया में गुज़ारा न हुआ। 
हम किसी के न हुए कोई हमारा न हुआ। 
..... हबीब अशर देहलवी...... 

In this world it was difficult for heart to have a start. 
I couldn't be of anyone, none could be my part. 

तख़लीक-ए-कायनात के दिलचस्प जुर्म पर। 
हँसता तो होगा आज भी यजदाँ कभी कभी। 

On creation of this world, an interesting crime. 
Almighty even today, must be laughing some time. 

मिसाल - ए-तार-ए-तंबूरा जुदा हम सब से रहते हैं।
 ज़रा छेड़े से मिलते हैं, मिला ले जिस का जी चाहे। 

I maintain a distance with all, like musical instrument's strings. 
Whoever can play the tune,while strings nearby he brings. 

कोशिश भी कर, उम्मीद भी रख, रास्ता भी चुन। 
फिर इस के बाद थोड़ा मुक़द्दर तलाश कर।..... निदा फ़ाज़ली..... 

 Try, have faith in self 'n choose the way straight. 
It is then, that you may search for help of fate. 

अंदाज़ हूबहू तेरी आवाज़ - ए-पा का था। 
घर से निकल के देखा तो झोंका हवा का धा।...... नदीम..... 

The sound of your foot step, the  same style. 
Got out to find a gush of wind for a while. 

ज़हर मीठा हो तो पीने का मज़ा आता है। 
बात सच कहिये मगर यूँ कि हक़ीक़त न लगे।....... फ़ुज़ैल जाफ़री..... 

If poison is sweet, it's a pleasure to drink. 
Speak truth but let not others so think. 

कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं। 
नाख़ुदा जिनका नहीं, उनका ख़ुदा होता है।....... बेदम शाह वसी.........

All ships finally reach the shore. 
If boatman is out, God comes to fore. 

बिस्मिल के तड़पने की अदाओं में नशा था। 
मैं हाथ में तलवार लिए झूम रहा था। 
........ आदिल मंसूरी....... 

It was intoxicating to watch the victim dither. 
With sword in hand, I wasn't steady either. 

ख़ूब निभेगी हम दोनों में, मेरा जैसा तू भी है। 
थोड़ा झूटा मैं भी ठहरा, थोड़ा झूटा तू भी है। 

We 'll have good time together, we are almost alike. 
Many lies I love to tell, many lies you too like. 

मेरी अपनी और उसकी आरज़ू में फ़र्क ये था। 
मुझे बस वो उसे सारा ज़माना चाहिए था।..... बुशरा फ़ैज़..... 

There was a difference in what we two desire. 
I wanted only him, he wanted world entire. 

देख सकता है भला कौन ये प्यारे आँसू। 
मेरी आँखों में न आ जाएँ तुम्हारे आँसू। 
........ अख़्तर शीरानी...... 

Who can look at your lovely tears O dear.
 O God ! In my eyes let these not appear. 

वो चाँद है तो अक्स भी पानी में आएगा। 
किरदार ख़ुद उभर के कहानी में आएगा
...... इक़बाल साजिद..... 

If she is moon, in water her shadow 'll appear. 
By itself her character in the story will appear. 

इतनी पी जाए कि मिट जाए मैं और तू की तमीज़। 
यानि ये होश की दीवार गिरा दी जाए। 
......... फ़रहत शहज़ाद...... 

Drink so much that I and you are gone. 
Or else, wall of senses is overthrown. 

क्या कहूँ उससे कि जो बात समझता ही नहीं। 
वो तो मिलने को मुलाक़ात समझता ही नहीं।..... फातिमा हसन..... 

What to tell him who doesn't understand a thing.
We often meet, but he doesn't think it is meeting. 

 इरादे बाँधता हूँ सोचता हूँ तोड़ देता हूँ। 
कहीं ऐसा न हो जाए कहीं वैसा न हो जाए।..... हफ़ीज़ जालंधरी..... 

I intend, think and then break. 
Will it this way or that way break. 

 गुनहगारों में शामिल हैं गुनाहों से नहीं वाक़िफ़। 
सज़ा को जानते हैं हम ख़ुदा जाने ख़ता क्या है ? 

I am one of the criminals, unaware of my crime. 
I know the punishment, fault known to God sublime. 

इक सिलसिला हवस का है इंसाँ की ज़िंदगी। 
इस एक मुश्त-ए-ख़ाक को ग़म दो जहाँ के हैं। 

Human life is a chin of lusty desires at hand. 
There are sorrows of both world's hor this fistful of sand

मज़ा है अहद-ए-जवानी में सर फटकने का। 
लहू में फिर ये रवानी रहे रहे न रहे। 

Ba g your head while young in pleasure 'n pain. 
This flow of blood may or may not sustain. 

किया है फ़ाश पर्दा कुफ्र-ओ-दीं का इस क़दर मैंने। 
कि दुश्मन है बिरहमन और उदू शैख़-ए-हरम मेरा। 

To this level I raised curtain between thiest and atheist. 
Chief of Kaaba is my rival and enemy the temple priest. 

एक साग़र भी इनायत न हुआ याद रहे। 
साक़िया जाते हैं महफ़िल तिरी आबाद रहे। 

Remember, not a winecup was offered to survive. 
O wine girl ! I leave, let this party keep alive. 

अगर दर्द-ए-मुहब्बत से न इंसाँ आश्ना होता। 
न कुछ मरने का ग़म होता न जीने का मज़ा होता। 

To the agony of love, if human heart couldn't train. 
There'll be no pleasure in life 'n in death no pain. 

 ये कैसी बज़्म है और कैसे उस के साक़ी हैं। 
शराब हाथ में है और पिला नहीं सकते। 

What a party the wine girl and what nerve ! 
There's wine in hand' n you can not serve. 

 मैं ख़ुदकुशी के जुर्म का करता हूँ एतराफ़
अपने बदन की क़ब्र में कब से गड़ा हूँ मैं। 
..... क़तील शफ़ाई...... 

I accept the crime of having committed suicide. 
It's grave of my body where I am buried inside. 

उस चीज़ का क्या ज़िक्र जो मुमकिन ही नहीं है। 
सहरा में कभी साया-ए-दीवार न माँगो। 

What to talk about a thing that's impossible to call. 
In the desert, never ask for the shade of a wall. 

नामाबर अपना हवाओं को बनाने वाले। 
अब न आएँगे पलट कर कभी जाने वाले।

Making your letter carrier the winds that pass. 
Those who have left, you 'll never come across. 

मैं बाग़ में हूँ तालिब-ए-दीदार किसी का। 
गुल पर है नज़र ध्यान में रुख़सार किसी का।..... तअश्शुक़ लखनवी..... 

In a garden I am longing for lover's sight. 
Flower in view, mind on her cheek' s delight. 

ये ज़मीं ख़्वाब है, आसमाँ ख़्वाब है। 
इक मकाँ ही नहीं ला-मकाँ ख़्वाब है। 
......... फ़रहत शहज़ाद...... 

This earth is dream, this sky is dream. 
Sitelessness, not only site is dream. 

तुम्हारे हिस्से के जितने भी ग़म हैं, मैं ले लूँ। 
मिरे नसीब की हर इक ख़ुशी मिले तुम को।...... उल्फ़त बटालवी.... 

Let me take all griefs of your share. 
Each joy of my fate be for you there. 

आँखों से वो कभी मिरी ओझल नहीं रहा 
ग़ाफ़िल मैं उसकी याद से इक पल नहीं रहा।...... सआदत सईद....... 

Never was she concealed from my view. 
Negligent of memory, no moment I knew. 

पानी में अक्स और किसी आसमाँ का है। ये नाव कौन सी है ये दरिया कहाँ का है ? 
...... अहमद मुश्ताक़...... 

Shade of some other sky which I mistook. 
Which is this boat, where to goes the brook ? 

काम आई कोहकन की मशक्कत न इश्क़ में। 
पत्थर से जू-ए-शीर के लाने से क्या हुआ! ...... मिर्ज़ा रफ़ी सौदा....... 

In love, useless was stride of stone cutter in haste. 
Carving a milky canal in mountain was a waste ! 

सुहानी रात के दिलकश नज़ारे याद आते हैं। 
नहीं हो तुम मगर वो चाँद तारे याद आते हैं।....... शौकत परदेसी..... 

Hearty scenes of the pleasant night come to mind. 
You aren't there but the moon and stars remind. 

किस क़दर महदूद कर देता हराम इंसान को ? 
ख़त्म कर देता है हर उम्मीद हर इम्कान को।..... ज़ीशान साहिल...... 

How far can the forbidden limit a man ? 
Finishes hopes 'n chances as only it can. 

दूर ख़ामोश बैठा रहता हूँ। 
इस तरह दिल का हाल कहता हूँ। 
....... आबरू शाह मुबारक..... 

I keep sitting silently far away. 
I convey state of heart this way. 

शाम को आओगे तुम, अच्छा अभी होती है शाम। 
गेसुओं को खोल दो सूरज छुपाने के लिए।...... क़मर जलालवी...... 

You 'll come at eve', let's make it outright. 
Let your tress down obscuring sun 'n it's light. 

अपने माज़ी की जुस्तजू में बहार। 
पीले पत्ते तलाश करती है।...गुलज़ार.. 

Spring in search of it's own past. 
Searches leaves pale and cast. 

 लुत्फ़ - ए-बहार कुछ नहीं गो है वही बहार। 
दिल ही उजड़ गया कि ज़माना उजड़ गया।... अज़ीज़ लखनवी..... 

There's no pleasure in spring though spring is the same. 
Heart is now deserted as deserted is world game. 

था इंतज़ार मनाएँगे मिल के दीवाली। 
न तुम ही लौट के आए न वक़्त - ए-शाम हुआ।...... आनिस मोइन.... 

We waited to celebrate together Diwali's flame. 
Neither you got back nor evening time came. 

वो जो प्यासा लगता था सैलाबज़दा था। 
पानी पानी कहते कहते डूब गया था। 
...... आनिस मोइन..... 

He was flood hit whom we thought thirsty, gave water. 
He got drowned saying repeatedly water ! Water ! 

इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में आप। 
शहर वालों से हमारी दुश्मनी बढ़ जाएगी। 
Don't look at me with love in meeting, being bold. 
My enmity with city folk will grow many fold. 

पलकों के सितारे भी उड़ा ले गई 'अनवर' 
वो दर्द की आँधी जो सर-ए-शाम चली थी।..... अनवर मसूद.... 

It blew away even my eyelash star
The storm of pain since eve' went far. 

  ज़िन्दगी जिस ने तल्ख़ की मेरी। 
वो मुझे ज़िन्दगी से प्यारा है। 
......... सुहैल अख़्तर...... 

One who made bitter my life. 
He is dearer to me than  life. 

मैं कहाँ हूँ तू बता दे ज़िन्दगी ऐ ज़िन्दगी। 
फिर सदा अपनी सुना दे ज़िन्दगी ऐ ज़िन्दगी।.... ख़लील-उर-रहमान आज़मी

Where am I, you tell me life, O life ? 
Let me listen your voice, life O life ! 

ज़िन्दगी से ज़िन्दगी रूठी रही। 
आदमी से आदमी बरहम रहा। 
......... बक़ा बलूच....... 

Lives are peeved with in them. 
Angry with each other are men.

ज़िन्दगी ख़्वाब देखती है मगर। 
ज़िन्दगी ज़िन्दगी है ख़्वाब नहीं। 
........ मक़बूल नक़्श........ 

Life visualizes dream. 
But it's life, not dream. 

किया बादलों में सफ़र ज़िन्दगी भर। 
ज़मीं पर बनाया न घर ज़िन्दगी भर। 
....... अनवर श'ऊर....... 

I have sailed through clouds life long. 
On land, never made a house life long. 

सभी ज़िन्दगी के मज़े लूटते हैं। 
न आया हमें ये हुनर ज़िन्दगी भर। 

Every one enjoys pleasure in life. 
I didn't learn this art life long. 

मोहब्बत रही चार दिन ज़िन्दगी में। 
रहा चार दिन का असर ज़िन्दगी भर। 

Love only lasted for four days. 
Effect of four days was life long. 

ज़िन्दगी गुल है नग़्मा है महताब है। 
ज़िन्दगी को फ़क़त इम्तिहाँ मत समझ। 
........ मोहसिन भोपाली....... 

Life is a flower, song and moon
Life isn't only a test, know soon

तुझे मैं ज़िन्दगी अपनी समझ रहा था मगर। 
तिरे बग़ैर बसर मैंने ज़िन्दगी कर ली। 
...... आरिफ़ शरीक..... 

You are my life, this was my view. 
But I have passed this life without you. 

वही है ज़िन्दगी लेकिन 'जिगर' ये हाल है अपना। 
कि जैसे ज़िन्दगी से ज़िन्दगी कम होती जाती है। 

'Jigar' life is same but my state is such. 
As if life is ebbing out of life as such. 

ज़िन्दगी यूँ हुई बसर तन्हा। 
कारवाँ साथ और सफ़र तन्हा।.. गुलज़ार.

 Life, this wat was passed alone. 
With in a  caravan, still alone. 

ज़िन्दगी का भी क्या भरोसा है ? 
ज़िन्दगी की क़सम भी क्या खाऊँ ? 
....... राणा गन्नौर...... 

Who can believe the length of life ? 
Then, why to pledge for the life ? 

रुस्वा अगर न करना था आलम में यूँ मुझे। 
ऐसी निगाह-ए-नाज़ से देखा था क्यूँ    मुझे ? ..... मज़हर मिर्ज़ा जान-ए-जाना.. 

If dishonouring me was not your intent, so to say. 
Then why did you look at me in that coquettish way ? 

बे-सबब बातें बढ़ाने की ज़रूरत क्या है? 
हम ख़फ़ा कब थे मनाने की ज़रूरत क्या है?..... शाहिद कबीर.... 

Baseless is this talk, why prolong the debate ? 
When was I angry, there's no need to placate. 

कट गई एहतियात-ए-इश्क़ मे उम्र। 
हम से इज़हार-ए-मुद्दआ न हुआ। 
.......हसरत मोहानी........ 

Caution of love got me into the mire. 
Whole life, I couldn't express deaire. 

दिल के लुटने का सबब पूछो न सब के सामने। 
नाम आएगा तुम्हारा ये कहानी फिर सही 
...... मसरूर अनवर..... 

Who could my heart rob? Don't ask in front of mob. 
Your name 'll come on date, the tale I 'll later narrate. 

मैं डूबता जज़ीरा थामौजों की मार पर। 
चारों तरफ हवा का समंदर सियाह था। 
........ ज़फ़र इक़बाल....... 

I was a sinking island, waves were thrashing. 
All around was a sea of dark winds lashing. 

मैंने आबाद किए कितने ही वीराने 'हफ़ीज़'।
ज़िन्दगी मेरी इक उजड़ी हुई महफ़िल ही सही।.... हफ़ीज़ बनारसी..... 

O 'Hafiiz'! I have inhabited many deserted sites. 
My life may be a plight, one of ruined sights. 

हज़ार शौक़ नुमायाँ थे जिस नज़र से कभी।
वही निगाह बड़ी अजनबी सी लगती है। 
....... मसूदा हयात..... 

Eyes which thousand desires had shown. 
Somehow, those eyes look so unknown. 

बहुत क़रीब से अनजान बन के गुज़रे हैं
वो जो बहुत दूर से पहचान लिया करते थे।..... अज्ञात..... 

As an unknown, he has passed from so near. 
One who could recognise from far O dear ! 

बहुत दिनों से कहीं हिज्र-ए-माह-ओ-साल के बाद। 
रुका हुआ है ज़माना तिरे विसाल के बाद।..... सलीम कौसर..... 

In a state of departure for months 'n years this time. 
The world has stopped after our meeting sublime. 




































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