Monday, 15 March 2021

MIR KE ASHAAR ..97. COUPLETS

उल्टी हो गई सब तदबीरें कुछ न दवा ने काम किया।
देखा इस बीमारी ए दिल ने आख़िर काम तमाम किया। 

Drugs didn't work, efforts had a reverse bend. 
See, how this heartache  brought my life to an end.

लुत्फ़ पर उसके हमनशीं मत जा। 
कभी हम पर भी मेहरबानी थी। 

Yes, she is kind to you but see. 
Some day she was too kind to me. 

याद उसकी इतनी ख़ूब नहीं 'मीर' बाज़ आ। 
नादान फिर वो जी से भुलाया न जाएगा। 

Her memory isn't so good O 'Mir' let go. 
O naive! You can't forget , if you get to know. 

जी बहुत चाहता है रोने को। 
है कोई बात आज होने को। 

I want a lot to weep. 
Some event gives a beep. 

वस्ल उस का ख़ुदा नसीब करे। 
मीर जी चाहता है क्या क्या कुछ?

O Almighty! Let her union be my fate. 
O What then Mir wants from his mate? 

दीदनी है शिकस्तगी दिल की। 
क्या इमारत ग़मों ने ढाई है! 

Notable is heartbreak in brief. 
What a building, collapsed by grief ! 

क्या जानिए कि दिल पर गुज़रे है 'मीर' क्या-क्या। 
करता है बात कोई आँखें पुर आब कर-कर। 

O 'Mir'! Who knows what the heart goes through? 
With tear filled eyes when one talks with you !     1.
O Mir ! I know not what on heart befalls. 
When one talks with tear filled eyes and stalls. 2.

शिकस्त- ओ- फ़तह नसीबों से है वले वो 'मीर' ।
मुक़ाबला तो दिल- ए - नातवाँ ने ख़ूब किया। 

Destiny plays a role O 'Mir' in victory or defeat. 
This weak hearted faught so well and so neat.  1

O Mir! Victory or defeat depends on fate. 
But the weak hearted faught a lot o mate.  2

रौशन है इस तरह दिल- ए- वीराँ में दाग़ एक। 
उजड़े नगर में जैसे जले है चिराग़ एक। p

In my deserted heart, a spot glows in a way. 
In a desolate city, a single lamp emits ray. 

 तेज़ रखियो सर- ए- हर - ख़ार को ऐ दश्त- ए - जुनूँ। 
शायद आ जाय कोई आबला- पा मेरे बाद। 

Keep sharp every thorn O desert in lunacy. 
With blistered feet someone may cross after me. 

बाद मरने के मेरी क़ब्र पे आया वो 'मीर'। 
याद आई मेरे ईसा को दवा मेरे बाद। 

O Mir ! After demise to the grave, came she. 
Christ thought of medicine, when I ceased to be. 

कुछ न था याद ब- जुज़- कार- ए- मुहब्बत इक उम्र। 
वो जो बिगड़ा है तो अब काम कई याद आए। 

Since long, but for love, no work could I find. 
With love lost, many undone works came to mind. 

'मीर' उन नीम - बाज़ आँखों में। 
सारी मस्ती शराब की सी है। 

O Mir in those eyes half- closed. 
There is alcohol, full dosed. 

होश जाता नहीं रहा लेकिन। 
जब वो होते हैं तब नहीं आता। 

It's not that I have lost my sense. 
In her presence, it's in past tense. 

जब नाम तेरा लीजिए तब अश्क भर आवे
यूँ ज़िन्दगी करने को कहाँ से जिगर आवे। 
Eyes get filled with tears whenever I take your name. 
Leading life this way, how can the liver I tame. 

दमे आख़िर ही क्या न आना था। 
और भी वक़्त थे बहाने के ।

Why couldn't you come when I was breathing my last. 
There were so many times for excuses in the past. 

उस के ईफ़ा- ए- अहद तक न जिए। 
उम्र ने हम से बेवफ़ाई की। 

I did not live long for her promise to fulfill. 
My age betrayed, though she meant it still. 

मत ढलक मिज़गां से मेरे ऐ स- रश्क- ए- आबदार।
मुफ़्त ही जाती रहेगी तेरी मोती की सी आब। 

O rival of pearls! Don't drop from eyelashes of mine. 
Just for nothing will be lost your pristine shine. 

याराने दैर- ओ- काबा मुझ को बुला रहे हैं। 
अब देखें 'मीर' अपना जाना किधर बने है। 

Both temple and mosque are giving call of a kind. 
Which way to go, 'Mir' hasn't made up his mind. 

आग थे इब्तिदा- ए- इश्क़ में हम। 
हो गए ख़ाक इन्तहा ये है। 
 
In the beginning my love was fire. 
It is ashes, when I retire. 

काबा पहुँचा तो क्या हुआ ऐ शैख़। 
त 'अई कर टुक, पहुँच किसी दिल तक। 

What's there in reaching Kaaba O priest. 
Pray and reach some heart at least. 

ता' अत कोई करे है जब अब्र ज़ोर झूमे। 
गर हो सके तो ज़ाहिद उस वक़्त में गुनह कर। 

Why should someone pray, when dark clouds sway. 
O priest at times like these,just sin if you please. 

Does some one pray when dark clouds roar ? 
If possible, O priest this time, sin more. 

मैं रोऊँ तुम हँसो हो क्या जानो मीर साहब
दिल आपका किसू से शायद लगा नहीं है। 
I cry and you laugh, O Mir it's just no fun. 
Probably your heart isn't tucked with anyone. 

दिल गया रौनक़- ए- हयात गई। 
ग़म गया सारी कायनात गई। 

Love goes, all pleasures of life lose role. 
Without pain, universe is lost as a whole. 

काबे जाने से नहीं कुछ शैख़ मुझ को इतना शौक़। 
चाल वो बतला कि मैं दिल में किसी के घर करूँ। 

For me going to Kaaba O priest, is not a move so smart. 
Tell  a move with which I can be seated in someone's heart.. 

To visit Kaaba O priest will not give solace. 
Say how can I find in someone 's heart a place. 

बेकसी मुद्दत तलक बरसा की मेरी गोर पर। 
जो हमारी ख़ाक पर से हो के गुज़रा रो गया। 

Helplessness poured on my grave for so long. 
Whoever passed by my dust, simply cried strong. 

सख़्त काफ़िर था जिस ने पहले मीर। 
मज़हब ए इश्क़ अख्तियार  किया। 

O Mir! He was an infidel to the core. 
Who first braced religion of love, no more. 

आवारगान- ए- इश्क़ का पूछा जो मैं निशाँ। 
मुश्त- ए- ग़ुबार ले के हवा में उड़ा दिया। 

When I asked her about a lover's fate. 
A fistful of dust against wind showed state. 

दिल भी तेरे ही रंग सीखा है। 
आन में कुछ है आन में कुछ है। 

Heart has learnt your style. 
It's changing all the while. 1

My heart for sure has learnt your ways. 
Within a split second, it's mood sways. 2

दिल कि जिस की ख़ाना वीरानी का तुम को ग़म नहीं। 
क्या बताएँ हम तुम्हें उस घर में कौन आबाद था। 

The heart whose wreck isn't even worthy of you to roam. 
How to tell you who had lived within that lovely home. 

मसाएब और थे पर दिल का जाना। 
अजब एक सानेहा सा हो गया है। 

Troubles were many but loss of heart. 
Is a mishap, strange from the start. 

खिलना कम कम कली ने सीखा है। 
उनकी आँखों की नीमबाज़ी से। 

Bud has learnt to bloom slowly. 
From  her half open eyes held lowly. 

होगा किसी दीवार के साए के तले 'मीर'। 
क्या काम मोहब्बत से उस आराम तलब का। 

'Mir' is likely to be in the shade of a wall. 
He is idle, not working for love to befall. 

Lying in the shade of a wall, Mir is likely to be. 
He likes his rest and is not a love-bee. 

क्यूँ न देखूँ चमन को हसरत से? 
आशियाँ था मिरा यहाँ परसाल। 

Why should not I so lovingly long ? 
Last year, here did my nest belong. 

वजह- ए - बे - गानगी नहीं मालूम। 
तुम जहाँ के हो वाँ के हम भी हैं। 

I don't know why you are ill at ease? 
We share same land, smell same breeze. 

याँ की सुपैद ओ स्याह में हम को दख़्ल जो है तो इतना है। 
रात को रो रो सुबह किया और सुबह को ज्यों त्यों शाम किया। 

I have only this little say, in all the black 'n white over here. 
Wept all night till morning came and somehow through the day I sailed. 

सरज़द हम से बेअदबी तो वहशत में भी कम ही हुई। 
कोनाँ उस की ओर गए पर सिजदा हर हर गाम किया। 

Even in times of lunacy, I did not lose my manners. 
I went miles and at places, with the prayers had her hailed.

नाहक़ हम मजबूरों पर ये तोहमत है मुख़्तारी की। 
करना है सो आप करे है, हम को अबस बदनाम किया। 

For nothing are we dependants  are blamed to be free by Him. 
He does what he wants to do, for nothing has got us nailed.

किस का काबा कैसा किब्ला, कौन हरम है क्या अहराम।
 कूचे से उस के बाशिंदों ने, सब को यहीं से सलाम किया। 

Whose is Kaaba, Qibla, mosque, what a cover is  twin sheets. 
All the residents of her lane, from here had their prayers mailed. 

सुब्ह - ए-चमन में उस को कहीं तकलीफ़ - ए-हवा ले आई थी। 
रुख़ से गुल को मोल लिया, क़ामत से सर्व ग़ुलाम किया। 

During early morning hours,for a stroll she came to garden. 
Purchased the flower with her face, against height Sarv tree failed. 

दिल वो जगह नहीं कि फिर आबाद हो सके। 
पछताओगे सुनो हो ये बस्ती उजाड़ कर। 

Heart' s not a city that can be rehabilitated. 
Listen! You will repent if this locality is vacated. 

मर्ग इक मान्दगी का वक़्फ़ा है। 
यानी आगे चलेंगे दम ले कर। 

Death is just a period of rest.
'll then move for another quest. 

इब्तिदा ए इश्क़ है रोता है क्या। 
आगे आगे देखिये होता है क्या। 

O man! Why cry, it's only love at start. 
Just watch it grow  and then smart. 

बाग़बाँ ने आग दी जब आशियाने को मेरे 
जिन पे तकिया था वही पत्ते हवा देने लगे

When gardner set my nest ablaze.
Trusted straws just fanned the raze. 

टूटा अगर च काबा तो क्या जाए ग़म है शैख़। 
कुछ क़स्र- ए- दिल नहीं जो बनाया न जाएगा। 

If city of Kaaba is ruined, why worry so much O priest. 
It isn't city of heart, whose chance to rebuild is least. 

आँखों में ही रहे हो दिल में नहीं गए हो। 
हैरान हूँ ये शोख़ी आई तुम्हें कहाँ से? 

You had been in eyes, never gone up to heart. 
It surprises me how you learnt this mischievous art? 

मर्ग- ए- मजनूँ पे अक़्ल गुम है 'मीर'। 
क्या दिवाने ने मौत पाई है ? 

OMir! Mind is surprised, so out of breath. 
What a lovely way for that lunatic's death. 

वस्ल में रंग उड़ गया मेरा। 
क्या जुदाई को मुँह दिखाऊँगा ? 

On day of meeting I lost grace. 
How'll the day of departure I face? 

ऐ शब ए हिज्राँ रास्त कह तुझ को। 
बात कुछ सुबह की भी आती है। 

O night of departure! Truly say. Can you tell about morn' anyway. 

सरापा आरज़ू होने ने बंदा कर दिया हम को। 
वगर्ना हम ख़ुदा थे गर दिले बे मुद्दआ होते। 

O desire, I turned servile because of you. 
But for you in my heart, I was a God too. 

नाहक़ हम मजबूरों पर ये तोहमत है मुख़्तारी की। 
चाहते हैं सो आप करें हैं हमको अबस बदनाम किया। 

"Do as you like", what a crime, what a blame ! 
He does it all himself 'n that too in our name. 

हस्ती अपनी हुबाब की सी है। 
ये नुमाइश सराब की सी है। 

Our being is water bubble or so. 
Mirage like is this show. 

सुब्ह तक शम'अ सर को धुनती रही। 
क्या पतंगे ने इल्तमास किया ? 

Candle flame banged head all night.
Fire moth what a request out right?.. 1

All night flame banged it's head. 
What a request O firemoth, dead ! 

कुछ न देखा फिर बजुज़ इक शोल- ए- पुर- पेच- ओ- ख़म। 
शम' अ तक तो हम ने भी देखा कि परवाना गया। 

Nothing was seen but a flame in swing. 
Only firemoth seen near flame, poor thing! 

 दिल चले आते हैं ख़राम के साथ। 
देखी चलने में उन बुताँ की अदा ! 

Hearts also join along each step. 
That's how beauties take each step. 

आशिक़ों की ख़स्तगी बदहाली की पर्वा नहीं। 
ऐ सरापा नाज़ तूने बे-नियाज़ी ख़ूब की। 

Didn't care for weak lovers, their bad state aside. 
You were unconcerned, O top to bottom pride ! 

आँखों में ही रहे हो दिल में नहीं गए हो। 
हैरान हूँ ये शोख़ी आई तुम्हें कहाँ से ? 

You had been in eyes, never stepped  into heart. 
I'm surprised, how did you know mischievous art ? 

लुत्फ़ पर उसके हमनशीं मत जा। 
कभी हम पर भी मेहरबानी थी। 

Don't go for her care O mate. 
Earlier I was  in that state. 

मर्ग- ए- मजनूँ पे अक़्ल गुम है 'मीर'। 
क्या दिवाने ने मौत पाई है ! 

O 'Mir'! Mind is surprised, so out of breath. 
What a unique way for that lunatic's death ! 

मरते हैं 'मीर' सब प न इस बेबसी के साथ। 
मातम में तेरे कोई न रोया पुकार कर ! 

O 'Mir' ! Everyone dies, but none without the sighs ! 
None of those around,crying loudly weren't found. 

प्यार करने का जो ख़ूबाँ रखते हैं हम पर गुनाह। 
उन से भी तो पूछिये वो इतने प्यारे क्यों हुए। 

That I love cute dames, those who cast such blames. 
To them if one enquires, why they are so lovely triers ? 

बे-ख़ुदी ले गई कहाँ हम को। 
देर से इंतिज़ार है अपना। 

Where senselessness took me for a song. 
I am waiting for my own since long. 

अहद-ए-जवानी रो रो काटी, पीरी में ली आँखें मूँद। 
यानी रात बहुत थे जागे, सुब्ह हुई आराम किया। 

The youth was swept with tears, the eyes got closed with age. 
I had kept awake all night, with morning slept on stage. 

ये भी तुर्फ़ा माजरा है कि उसी को चाहते हैं। 
मुझे चाहिए है जिस से बहुत एतराज़ करना। 

How strange it is, I like her still. 
Whom I should avoid as much as I will. 

दूर बैठा ग़ुबार - ए-मीर उस से। 
इश्क़ बिन ये अदब नहीं आता। 

Even dust of 'Mir' did distance maintain. 
This regard, without love, you can not retain. 

कल न आने से एक याँ तेरे। 
आज सौ सौ तरफ़ गुमान गया। 

Yesterday when you didn't come here. 
A hundred thoughts in mind are there. 

जब नाम तिरा लीजिए तब अश्क भर आवे। 
यूँ ज़िन्दगी करने को कहाँ से जिगर आवे ? 

Whenever I take your name, in eyes rears fill. 
Where from to have a heart for such a life still ? 

चमन का नाम सुना था वले न देखा हाय। 
जहाँ में हम ने क़फ़स ही में जिंदगानी की। 
I had heard about the garden but did not see. 
The world was a prison and inside me. 

 अपने जी ही ने न चाहा कि पिएँ आब-ए-हयात। 
यूँ तो हम 'मीर' उसी चश्मे पे बे- जान हुए। 

To drink the nectar of life, I had not bowed. 
I breathed my last where that stream flowed. 

हाथ दामन में तिरे मारते झुँझला के न हम। 
अपने जामे में अगर आज गरेबाँ होता। 

Irritated, I wouldn't have tucked at your cloak. 
Had I been wearing any cloak. 

यक क़तरा ख़ून हो के पलक से टपक पड़ा। 
किस्सा ये कुछ हुआ दिल-ए-गुफ़राँ पनाह का। 

As a drop of blood from eyelashes it could part. 
That is the whole story of this foresaken heart.

 इश्क़ ऐ 'मीर' भारी पत्थर है। 
कब ये तुझ नातवाँ से उठता है। 

O Mir ! Love is a heavy stone. 
Weak like you, can't get it on. 

दिल की आबादी का क्या मज़कूर हो। 
ये नगर सौ मर्तबा लूटा गया। 

Why talk about heart, the way it was mooted. 
A hundred times, this city was looted. 

मत सहल हमें जानो, फिरता है फ़लक बरसों। 
तब ख़ाक के पर्दे ए इंसान निकलता है। 

For years the sky tries, as it must. 
Then man appears from screen of dust. 

अब तो जाते हैं बुतक़दे से मीर। 
फिर मिलेंगे अगर ख़ुदा लाया। 

'Mir' is now leaving temple terrain. 
Allah willing, he will be back again. 

दिल से रुख़सत हुई कोई ख़्वाहिश। 
गिरिया यूँ बेसबब नहीं आता। 

Some desire must have left my heart. 
Without a reason , tears don't start. 

शाख़-ए-गुल लचके है तो जानूँ हूँ। 
जल्वागर यूँ भी यार होता है। 

I know when flower branches sway. 
My dear love also appears this way. 

नहीं इश्क़ का दर्द लज़्ज़त से ख़ाली। 
जिसे ज़ौक़ है वो मज़ा जानता है। 

The pain of love is not a waste. 
Only he can taste it, who has taste. 

कहे है हर कोई अल्लाह मेरा। 
अजब निस्बत है बंदे की ख़ुदा से। 

Every one claims that his is the Lord. 
Lord and man  have strange accord. 

हाल गुलज़ार - ए-ज़माना का है जैसे कि शफ़क़। 
रंग कुछ और ही हो जावे है इक आन के बीच। 

The garden of world acts like redness of sky. 
It changes it's hue, as a moment passes by. 

हवा रंग बदले है हर आन 'मीर'। 
ज़मीन-ओ-ज़माँ हर ज़माँ और है। 

In every moment O 'Mir' there is change. 
Every time, earth and time are strange. 

क़द्र जैसी मिरे शे'रों की अमीरों में हुई। 
वैसी ही उन की भी होगी मिरे दीवान के बीच। 

My couplets were regarded by the rich in a way. 
In my book of poems, they'll be treated that way. 

यक बयाबाँ बरंग-ए-सौत-ए-जरस।
मुझ पे है बेकसी व तन्हाई। 

All through the desert, like sound of caravan bells. 
On me prevails solitude and 
helplessness tells. 

हम ख़ाक में मिले तो मिले लेकिन ऐ सिपहर। 
उस शोख़ को भी राह पे लाना ज़रूर था। 

Of course I was razed to dust, but O sky trade. 
It was necessary to set her in way and grade. 

मजलिस में रात एक तिरे पर्तवे बग़ैर। 
क्या शम'अ, क्या पतंग, हर इक बेहुज़ूर था। 

In the gathering last night, but for your shade. 
Be it candle or firemoth looked absent, unmade. 

मेरे मालिक ने मिरे हक़ में यह अहसान किया। 
ख़ाक-ए-नाचीज़ था मैं, सो मुझे इंसान किया। 

My Lord, in my favour accorded the grace. 
From insignificant dust, shaped this body, my face. 

मुझ को शा'यर न कहो' मीर' कि साहब मैंने। 
दर्द - ओ-ग़म जितने किए जम' अ सो दीवान किया। 

Do not call 'Mir' a poet, that in this poem base. 
All pain and sufferings gathered in life, are in place. 

पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है। 
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है। 

Every leaf and every plant knows about my state. 
Only flower doesn't know, garden knows it well O mate. 

छूटूँ कहाँ ईज़ा से रहा एक ही जल्लाद। 
ता हश्र मिरे सर पे ये अहसान रहेगा। 

O hangman ! Relieve me in a go from pain. 
Till doom, it'll be a blessing in my terrain. 

मुन'इम ने बिना ज़ुल्म की रख, घर तो बनाया। 
पर आप कोई रात ही मेहमान रहेगा। 

The rich based it on oppression for a home. 
This guest' ll stay a few nights in this lane. 

जाने का नहीं शोर सुख़न का मिरे हरगिज़। 
ता हश्र जहाँ में मिरा दीवान रहेगा। 

The sound of my written art 'll persist. 
Till doom, it' ll be a blessing in
my terrain. 

बिखरे है ज़ुल्फ़ उस रुख़-ए-आलम फ़रोज़ पर। 
वर्ना बनाव होवे न दिन और रात का। 

On the face that glows this universe, are scattered the tresses. 
Or else day and night won't be formed the way that it impresses. 

उस के फ़रोग़-ए-हुस्न से झलके है सब में नूर। 
शम'अ - ए-हरम हो या कि दिया सोमनाथ का। 

With the light of her beauty, glisten and shine all. 
Be it lamp of Kaaba or Somnath, it's  glow for all. 

वो आए बज़्म में इतना तो' मीर'ने देखा। 
फिर उस के बाद चरागों में रौशनी न रही। 

' Mir'noticed that she was getting in to the gathering. 
After that the light in lamps was withering. 

कहा मैंने गुल से है कितना स्वात। 
कली ने ये सुन कर तबस्सुम किया। 

When I said flower' s life is small. 
The bud just listened then smiled all. 

मुँह तका ही करे है जिस तिस का ।
हैरती है ये आईना किस का ।

To look at every face it's keen. 
Whose face has this mirror seen. 

शाम ही से बुझा सा रहता है। 
दिल हुआ है चिराग़ मुफ़लिस का। 

My heart is a poor man's lamp. 
Since eve', going out of scene. 












 




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