Saturday, 29 May 2021

JAVED AKHTAR.27 COUPLETS..

ख़ून से सींची है मैंने जो ज़मीं मर मर के।
वो ज़मीं एक सितमगर ने कहा उसकी है। I have shed blood for growth in the land.
Yet the cruel one claims, it is his land. 

उस ने ही इसको उजाड़ा है इसे लूटा है। 
ये ज़मीं उसकी अगर है भी तो क्या उस की है ?

  He has ruined and looted it at times.
Even if he owns it, is it his land?

वो जो बता रहा था कई रोज़ का सफ़र।
ज़ंजीर खींच कर वो मुसाफ़िर उतर गया। 

He would travel many days or so did he say.
 He pulled the chain and got down on the way.

इश्क़ की बातें ख़्वाब की बातें लगती हैं। 
अब सब रातें सूनी रातें लगती हैं। 

All talks of love look like dreams. 
Now, all the nights are vacant, it seems.

इक ग़म है जो गूँगा है और चेहरा चेहरा फिरता है। 
देखें इस ग़म को मिलती है लफ़्ज़ों की ख़ैरात कहाँ?

This sorrow is dumb, looks from face to face. 
Let 's see who donates it the words' n space.

आने न देते थे कभी हम दिल में आरज़ू।
पर क्या करें कि लेके तेरा नाम आ गई।

I hadn't allowed desire to enter my heart. 
It stepped in your name 'n I couldn't retort.

न तो दम लेती है तू और न हवा थमती है। ज़िन्दगी कोई तेरी ज़ुल्फ़ सँवारे कैसे ?

Neither the wind stops nor you rest. 
O life how to set your tress, at best. 

जब जल रहा था शहर तो सुर्ख़ आसमान था। 
मैं क्या कहूँ थी कैसी क़यामत की रौशनी? 

When city was on fire, the city was in red.
About light  of doom's day what can be said  

मिरी शिनाख,  मिरी इंफिरादियत, आवाज़।
अगर बुरा नहीं मानें हुज़ूर अब भी है। 

My identity, individuality, my voice.
Sir don't mind, mine is that poise.

मेरी सांसों में जिस की ख़ुशबू थी।
दिल के गुल दान से वो गुल भी गया।

Whose fragrance in my breath has grown.
From vase of heart that flower has gone.

कभी कभी मैं ये सोचता हूँ कि मुझ को तेरी तलाश क्यूँ है ? 
कि जब हैं सारे ही तार टूटे तो साज़ में इरतेआश क्यूँ है ?

At times I so think, why should I be searching for you still ?
When no wire is intact, why is the instrument trembling still ?

न फ़िक्र कोई न जुस्तजू है, न ख़्वाब कोई न आरज़ू है।
ये शख़्स तो कब का मर चुका है, तो बेकफ़न फिर ये लाश क्यूँ है?

 Neither worry nor quest, no dream or no desire is left.
This man is dead long ago, why in coffin none is wrapping still.

मेरी क़िस्मत में ख़ुदा जाने कहाँ से आ गए?
वो जो ख़म हैं आप की ज़ुल्फ़ - ए-परेशाँ के लिए।

God knows where from did they come in my fate ?
The twists of your tress in an entangled state !

हमें दुश्मन से भी ख़ुद्दार की उम्मीद रहती है।
किसी का भी सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता। 

I expect, self respect, even from the foes. 
Be it anyone 's head, looks no good on toes. 

 बुलंदी पर इन्हें मिट्टी की ख़ुशबू तक नहीं आती। 
ये वो शाख़ें हैं जिन को अब शजर अच्छा नहीं लगता।

When at peak, they don't get fragrance of earth. 
These branches no longer like the place of birth.

तुम्हें भी याद नहीं और मैं भी भूल गया। 
वो लम्हा कितना हसीं था मगर फ़ुज़ूल गया। 

I have forgotten and you can't recollect. 
That moment was a beauty with wasted effect.

यूँ सुकूँ आश्ना हुए लम्हे। 
बूँद में जैसे आई गहराई। 

Moments are so peace bound. 
A drop gathered depth abound.

छोड़ कर जिस को गए थे आप, कोई और था।
अब मैं कोई और हूँ, वापस तो आकर देखिए।

The one you had left was other than me. 
Now I am someone else, come back to see. 

पुर सुकूँ लगती है कितनी झील के पानी पे बत। 
पाँव की बेताबियाँ पानी के अंदर देखिये। 

The duck looks at peace on surface of water. 
How turbulent it is will be seen within water.

दिल बुझा जितने थे अरमान सभी ख़ाक हुए। 
राख में फिर ये चमकते हैं शरारे कैसे ?

Burnt heart is watered, all desires turned to ashes. 
Why in this heap of ash, still glow bizzare flashes ?

अक्सर वो कहते हैं वो बस मेरे हैं। 
अक्सर क्यों कहते हैं हैरत होती है। 

He is only mine, she says so often. 
I wonder why, she says so often.

यक़ीन का अगर कोई भी सिलसिला नहीं रहा। 
तो शुक् र कीजिए कि अब कोई गिला नहीं रहा। 

If there is total breach of trust, what is left to say O mate. 
Now let us just thank the stars, no ill will is left to state.

किसी की आँख में मस्ती तो आज भी है वही। 
मगर कभी जो हमें था ख़ुमार, जाता रहा।

To anyone, drunk her eyes can still make. 
After effects of drink, I can no longer take. 

मेरा तो अब ये आलम है अक्सर ऐसा होता है। 
याद करूँ तो याद नहीं आता घर कैसा होता है। 

 Such is the state of mind, so often this effect. 
What a home is like, I just can not recollect. 

ज़ख़्म ख़ुर्दा लम्हों को मसलिहत संभाले है। 
अनगिनत मरीज़ों में एक चारागर तन्हा। 

 Policy cares for wounded moments. 
A lonely doctor for countless patients. 

बूँद जब थी बादल में ज़िन्दगी थी हलचल में। 
क़ैद अब सदफ़ में है बन के है गुहर तन्हा। 
Life was in action for a drop in cloud. 
Imprisoned in oyster, pearl laments. 

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