Tuesday, 22 June 2021

RAVI MAUN

वक़्त नहीं है उन लोगों से नफ़रत कर लूँ, जो मुझसे नफ़रत करते हैं।
अपना वक़्त उन्हें दूँगा मैं जो मेरे हैं औ' मुझसे उल्फ़त करते हैं।

छोटी सी ज़िन्दगी है करूँ क्यूँ न ये यक़ीन।
तू जो मिरे ख़ुलूस के क़ाबिल नहीं रहा। 

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