Thursday, 9 September 2021

REKHTA:TODAY'S 5 COUPLETS

जिसे अंजाम तुम समझती हो।
इब्तिदा है किसी कहानी की। 
...... सर्वत हुसैन......

What you think is end of tale. 
It's just start of some tale.

हमें याद रखना हमें याद करना। 
अगर कोई ताज़ा सितम याद आए। 
......... हफ़ीज़ जालंधरी......

Remember me, keep me in mind. 
If there's tyranny of new kind. 

हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम। 
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता। 
........ अकबर इलाहाबादी.......

Even for a sigh I get ill-fame.
For murder, no one  takes his name.

एक दिल है और तूफ़ान-ए-हवादिस ऐ 'जिगर' ।
एक शीशा है कि हर पत्थर से टकराता हूँ मैं। ...... जिगर मुरादाबादी.......

O 'Jigar'! Storm of misfortunes 'n my heart.
One glass facing stone from every part.

काँटों से दिल लगाओ जो ता-उम्र साथ दें। फूलों का क्या कि साँस की गर्मी न सह सकें।...... अख़्तर शीरानी.....

Love thorns that stay with you till death. 
Flowers can't bear even heat of breath. 

Translated by Ravi Maun 

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