जिस ने चाहा और जो चाहा गया।
...... अख़्तर अंसारी.....
Ask that person the pleasures of desire.
One who loved and was loved entire.
उमीद का ये रंग है हुजूम-ए-रंज-ओ-यास में।
कि जिस तरह कोई हसीं हो मातमी लिबास में।... बेख़ुदी मोहानी....
Grief 'n dejection colour my hope game.
As mourning dress covers a lovely dame.
हमें हर वक़्त ये अहसास दामन-गीर रहता है।
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत ज़रा-सी है।...... . ख़ुर्शीद तलब......
This feeling is attached to me every time.
There's a lot of work to do in so little time.
रूह अरबाब-ए-मोहब्बत की लरज़ जाती है।
तू पशेमान न हो, अपनी जफ़ा याद न कर।...... फ़ानी बदायूनी.......
Souls of those who are in love get spun.
Don't be ashamed of the tyranny done.
वो थे जवाब के साहिल पे मुंतज़िर लेकिन।
समय की नाव में मेरा सवाल डूब गया।
......... बेकल उत्साही.....
On shore of reply, she was waiting profound.
On boat of time, my question got drowned.
No comments:
Post a Comment