Tuesday, 30 November 2021

GHAZAL.. KRISHNA BIHARI NOOR.. WOH LAB KI JAISE SAAGHAR- E- SAHBAA DIKHAI DE...

वो लब कि जैसे साग़र-ए-सहबा दिखाई दे।
जुंबिश जो हो तो जाम छलकता दिखाई दे। 

Those lips in which twin cups of wine can be seen. 
A touch 'n overflowing cup of wine can be seen. 

दरिया में यूँ तो होते हैं क़तरे ही क़तरे सब। 
क़तरा वही है जिस में कि दरिया दिखाई दे। 

There are drops and drops that make a stream. 
But the drop is one in which stream can be seen. 

क्यूँ आईना कहें उसे पत्थर न क्यूँ कहें ? 
जिस आईने में अक्स न उनका दिखाई दे

Why label it a mirror, why not a stone ? 
A mirror in which her image can't be seen. 

उस तिश्ना-लब की नींद न टूटे ख़ुदा करे। 
जिस तिश्ना-लब को ख़्वाब में दरिया दिखाई दे। 

Disturb not sleep of that dry lipped, pray.
The one in whose dream, stream can be seen. 

कैसी अजीब शर्त है दीदार के लिए। 
आँखें जो बंद हों तो वो जल्वा दिखाई दे। 

What a strange condition is set for her glimpse ? 
When you close your eyes, her face can be seen. 

क्या हुस्न है, जमाल है, क्या रंग रूप है ? 
वो भीड़ में भी जाए तो तन्हा दिखाई दे। 

What beauty, what elegance 'n what looks ? 
Even when in crowd, so distinctly can be seen. 



GHAZAL.. KRISHNA BIHARI NOOR.. AAG HAI MITTI HAI PAANI HAI HAVA HAI MUJH..

आग है, मिट्टी है, पानी है, हवा है मुझ में।
और फिर मानना पड़ता है ख़ुदा है मुझ में 

There are fire, air, earth 'n water within me.
And then I have to agree there's
God within me 

अब तो ले दे के यही शख़्स बचा है मुझ में। 
मुझ को जो मुझसे जुदा कर के छुपा है मुझ में।

Now he is all that is left within me. 
One who's separate, yet hidden within me.

आईना ये तो बताता है मैं क्या हूँ लेकिन। 
आईना इस पे है ख़ामोश कि क्या है मुझ में ? 

Mirror just tells me what I look like. 
But it's silent about what's within me ? 

अब तो बस जान ही देने की है बारी ऐ 'नूर' ।
मैं कहाँ तक करूँ साबित कि वफ़ा है मुझ में ? 

O 'Noor', it's time to part with the life. 
How far can I prove constancy within me ? 

मुज़्तर ख़ैराबादी के अश'आर..... 1

जिए जाते हैं पस्ती में तिरे सारे जहाँ वाले। कभी नीची भी नज़रें डाल ऊँचे आसमाँ वाले।

What a poor life is lead by your humans so diverse. 
At times look downward, sitting high on universe. 

Friday, 26 November 2021

SHAKEEL BADAYUNI....17...... COUPLETS

ये अदा-ए-बेनियाज़ी तुझे बेवफ़ा मुबारक।
मगर ऐसी बेरुख़ी क्या कि सलाम तक न पहुँचे।

The style to be possessed, O faithless you be blessed. 
But I don't care feel, why should you that reveal ?

कोई ऐ 'शकील' पूछे ये जुनूँ नहीं तो क्या है।
कि उसी के हो गए हम जो न हो सका हमारा।

O Shakeel let someone enquire, if not frenzy what 's the desire.
That I had always been her' s, whom I could never acquire.

ऐ मोहब्बत तिरे अंजाम पे रोना आया ।
जाने क्यूँ आज तिरे नाम पे रोना आया ।

O love I have wept considering your end. 
On your name, why this weeping trend ?

कैसे कह दूँ कि मुलाक़ात नहीं होती है। 
रोज़ मिलते हैं मगर बात नहीं होती है। 

How can I say that we do not meet. 
We meet daily but don't talk at meet. 

उन का ज़िक्र उन की तमन्ना उन की याद।
वक़्त कितना क़ीमती है आजकल ।

Her mention, memory and desire. 
How precious is time but on fire. 

कभी यक-ब-यक तवज्जो कभी दफ़-अतन तग़ाफ़ुल ।
मुझे आज़मा रहा है कोई रुख़ बदल बदल कर।

A sudden attention, then neglect to lace. 
Someone 's testing me by change of face.

मेरे हमनफ़स मेरे हमनवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे। 
मैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जाँ-ब-लब मुझे ज़िन्दगी की दुआ न दे।

My friend, my companion, being a friend do not deceive. 
With love pain I' m soaked to lips, prayer for life I can't receive. 

उन्हें अपने दिल की ख़बरें मिरे दिल से मिल रही हैँ। 
मैं जो उन से रूठ जाऊँ तो पयाम तक न पहुँचे। 

From my heart to hers, there is a news breach. 
If I get angry with her, no message will reach. 

मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे। 
ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है। 

As you call me a friend, then keep faith till the end. 
It is a demand of right, no request from my site. 

मुझे छोड़ दे मिरे हाल पर तिरा क्या भरोसा है चारागर। 
ये तिरी नवाज़िश-ए-मुख़्तसर कहीं मेरा दर्द बढ़ा न दे। 

You leave me in my state, O healer why trust you mate. 
I fear your brief request, may raise my pain to inquest. 

मोहब्बत में ही मिलते हैं शिकायत के मज़े पैहम। 
मोहब्बत जितनी बढ़ती है शिकायत होती जाती है। 

In love as it's content, is pleasure of constant lament. 
As you love more and more, there are complaints in galore. 

तर्क-ए-मय ही समझ इसे नासेह। 
इतनी पी है कि पी नहीं जाती। 

You call it abstinence O priest. 
So drunk, I can no longer feast. 

नई सुब्ह पर नज़र है मगर आह ये भी डर है। 
ये सहर भी रफ़्ता रफ़्ता कहीं शाम तक न पहुँचे। 

I have new morn' in sight, but still there is a fright. 
This morn' will slowly pass, till evening shows it's class. 

मैं नज़र से पी रहा था तो ये दिल ने बद-दुआ दी। 
तिरा हाथ ज़िन्दगी भर कभी जाम तक न पहुँचे। 

I was drinking with the eyes, heart cursed to give the prize. 
Hand is cursed for breach, cup of wine will be out of reach. 

मेरा अज़्म इतना बुलंद है कि पराए शोलों का डर नहीं। 
मुझे ख़ौफ़ आतिश-ए-गुल से है ये कहीं चमन को जला न दे। 

My love is simply great, isn't afraid of embers in spate. 
The heat of flowers in bloom, may set garden to fire in zoom. 

दिल की बर्बादियों पे नाज़ाँ हूँ ।
फ़तह पा कर शिकस्त खाई है। 

I am proud of heart, it's waste. 
After win could failure taste. 

वो हवा दे रहे हैँ दामन की। 
हाय किस वक़्त नींद आई है। 
This wind source is her hem. Let someone sleep stem. 






Thursday, 25 November 2021

PARVEEN SHAKIR.. GHAZAL.. SHAB VAHII LEKIN SITAARAA AUR HAI......

शब वही लेकिन सितारा और है।
अब सफ़र का इस्तिआ'रा और है।

Night is the same but star is another. 
Metaphor now for journey is another. 

 हद चराग़ों की यहाँ से ख़त्म है।
आज से रस्ता हमारा और है। 

Here, limit of the lamps is over. 
From today, my route is another. 

साथ तो मेरा ज़मीं देती मगर। 
आसमाँ का ही इशारा और है। 

Earth could have taken my side. 
But sky is pointing side, another 

और कुछ पल उसका रस्ता देख लूँ। 
आस्माँ पर एक तारा और है। 

Let me wait a few moments more. 
On the sky is a star, another. 

हारने में इक अना की बात थी। 
जीत जाने में ख़सारा और है। 

To lose was a matter of ego. 
But this winning is loss, another. 

मत्न में तो जुर्म साबित है मगर। 
हाशिया सारे का सारा और है। 

Guilt is proved in the middle. 
But the border all over is another. 

Monday, 22 November 2021

GHAZAL.. GHULAM MOHD. QAASIR... BAGHAIR USKE AB AARAAM BHI NAHIN AATA.....

बग़ैर उस के अब आराम भी नहीं आता।
वो शख़्स जिस का मुझे नाम भी नहीं आता। 

Without him, peace is not within call. 
A person, whose name I can not recall. 

उसी की शक्ल मुझे चाँद में नज़र आए। 
वो माह-रुख़ जो लब-ए-बाम भी नहीं आता।

Her face, I visualize within the moon. 
Moonfaced ! Who doesn't on terrace stroll. 

ANAND NARAYAN MULLA...... COUPLETS.

 रोने वाले तुझे रोने का सलीक़ा भी नहीं।
अश्क पीने के लिए हैं कि बहाने के लिए।

Those who weep, have no manner to cry still. 
Are tears meant to be swallowed or to spill..? 

PARVEEN SHAKIR.... 32.. COUPLETS

अपनी रुस्वाई तिरे नाम का चर्चा देखूँ।
इक ज़रा शे'र कहूँ और मैं क्या क्या देखूँ

My disgrace and your fame to see. 
Compose a couplet, then what to see ? 

कलरात जो ईंधन के लिए कट के गिरा है 
चिड़ियों को बड़ा प्यार था उस बूढ़े शजर से।

What was chopped down for fuel last night. 
Sparrows loved that old tree with delight. 

बस ये हुआ कि उसने तकल्लुफ़ से बात की। 
और हमने रोते रोते दुपट्टे भिगो लिए। 

He used etiquette when we talked 'n met.
I cried and cried till scarves got wet. 

शाम भी हो गई धुँधला गईं आँखें भी मिरी।
भूलने वाले मैं कब तक तिरा रस्ता देखूँ ?

My eyes are misty, it's eve' what was day.
O fogetter ! How long should I look your way ?

कमाल - ए-ज़ब्त को, ख़ुद भी तो आज़माऊँगी।
मैं अपने हाथ से उसकी दुल्हन सजाऊँगी। 
Tolerance limit I 'll try on myself.
I' ll decorate his bride, all myself.

बिछड़ा जो एक बार तो मिलते नहीं देखा। इस ज़ख़्म को हमने कभी सिलते नहीं देखा। 

Meeting one who has parted, wasn't seen. 
This wound getting stitched, I  haven't seen. 

किस तरह मिरी रूह हरी कर गया आख़िर ?
वो ज़हर जिसे जिस्म में खिलते नहीं देखा। 

Well, how then could it paint my soul green?
This poison, blossoming in body, wasn't seen. 

काँटों से घिरे फूल को चूम आएगी लेकिन। 
तितली के परों को कभी छिलते नहीं देखा। 

Kissing flowers surrounded by thorns was seen. 
But butterfly wings getting scratched hasn't been.

यक-लख़्त गिरा है तो जड़ें तक निकल आईं। 
जिस पेड़ को आँधी में भी हिलते नहीं देखा। 

Suddenly it fell, even roots got exposed. 
Shaking even in storm, this tree wasn't seen. 

दुश्मनों के साथ, मेरे दोस्त भी आज़ाद हैं। 
देखना है, खींचता है मुझ पे पहला तीर कौन   ? 

Along with foes, my friends are also free. 
Who aims the first arrow, I just want to see. 

मेरा सर हाज़िर है लेकिन मेरा मुंसिफ़ देख ले। 
कर रहा है मेरे फ़र्द-ए-जुर्म को तहरीर कौन ? 

My head is on offer, but let the judge see. 
To turn into culprit, who has provoked me? 

वो मुझ को छोड़ के, जिस आदमी के पास गया। 
बराबरी का भी होता, तो सब्र आ जाता। 

He had left me, for someone else, as a sequel. 
I could have patience, had he been my equal. 

हुस्न के समझने को उम्र चाहिए जानाँ। 
दो घड़ी की चाहत में लड़कियाँ नहीं खुलतीं । 

To understand beauty, needs a life time dear. 
Liking for a while,  girl's don't come clear. 

वो तो ख़ुशबू है, हवाओं में बिखर जाएगा 
मसअला फूल का है, फूल किधर जाएगा? 

He is fragrance, along with the wind 'll spread. 
Trouble is with flower, where' ll it go instead ? 

चलने का हौसला नहीं, रुकना मुहाल कर दिया। 
इश्क़ के इस सफ़र ने तो, मुझ को निढाल कर दिया। 

There's no courage to walk, difficult is even rest. 
This love journey is very tiring, at its best. 

वो न आएगा हमें मालूम था इस शाम भी। इंतिज़ार उसका मगर कुछ सोच कर करते रहे। 

That evening too, he won't come, I knew. 
But I kept waiting with some thoughts, new. 

इक नाम क्या लिखा तिरा साहिल की रेत पर। 
फिर उम्र भर हवा से मिरी दुश्मनी रही। 

I had just written your name on the sands of shore.
 Life long enmity with the winds was in store. 

इतने घने बादल के पीछे। 
कितना तन्हा होगा चाँद। 

Covered by dense cloud zone. 
Moon must be feeling alone. 

मैं सच कहूँगी मगर फिर भी हार जाऊँगी। वो झूट बोलेगा और ला-जवाब कर देगा। 

I 'll be defeated while speaking the fact. 
He 'll tell a lie, get silence, a tact. 

कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी। 
दिल को ख़ुशी कै साथ साथ होता रहा मलाल भी। 

The wind was a little chill, your thoughts were there still. 
The heart was so pleased, but bearing pain on frill. 

उस के ही बाज़ुओं में और उस को ही सोचते रहे। 
जिस्म की ख़्वाहिशों पे थे रूह के और जाल भी। 

Confined in his arms and thinking about him. 
There were nets of soul over body's will. 

शाम की ना-समझ हवा, पूछ रही है इक पता। 
मौज-ए-हवा-ए-कू-ए-यार कुछ तो मिरा ख़याल भी। 

लड़कियों के दुख अजब होते हैं सुख उस से अजीब। 
हँस रही हैं और काजल भीगता है साथ-साथ। 

Strange are the griefs of girls and joys even more. 
The koel  keeps wet,even when laughing to the core. 

मिलते हुए दिलों के बीच और था फ़ासला कोई। 
उस ने मगर बिछड़ते वक़्त और सवाल कर दिया। 

The meeting hearts parted on another matter. 
While parting, he raised just another matter. 

ख़ुशबू बता रही है कि वो रास्ते में है। 
मौज-ए-हवा के हाथ में उसका सुराग़ है। 

Fragrance is telling me that he is on this way. 
His is the hint on  gusts of wind, their sway. 

अब तो इस राह से वो शख़्स गुज़रता भी नहीं। 
अब किस उम्मीद पे दरवाज़े से झाँके कोई ? 
Now he doesn't pass this way anymore. 
With what hope should I look through door? 

कैसे कह दूँ कि मुझे छोड़ दिया है उस ने। 
बात तो सच है मगर बात है रुस्वाई की। 

How to say that he has set me aside. 
It's true but there's infamy inside. 

नींद पर जाल से पड़ने लगे आवाज़ों के। 
और फिर होने लगी तेरी सदा आहिस्ता। 

Sleep is being covered by voice ambush. 
Slowly your voice subsided in the bush. 

मैं उस की दस्तरस में हूँ, मगर वो। 
मुझे मेरी रज़ा से चाहता है। 

Yes, I am within his reach, but still. 
He wants me out of my own will. 

मैं बर्ग बर्ग उस को नुमू बख़्शती रही। 
वो शाख़ शाख़ मेरी जड़ें काटता रहा। 

I helped him leaf-wise for his growth. 
He chopped my branches 'n roots, both. 

बोझ उठाती हुई फिरती है हमारा अब तक। 
ऐ ज़मीं माँ ! तिरी ये उम्र तो आराम की थी

You are even now bearing our load at your best. 
O mother earth! It was your age for some rest. 

राय पहले से बना ली तू ने। 
दिल में अब हम तिरे क्या घर करते ? 

You have formed a  view beforehand. 
How in your heart, could I then land ? 

काँच उठती हूँ मैं ये सोच के तन्हाई  में ! 
मेरे चेहरे से तिरा नाम न पढ़ ले कोई ? 

 I am terrified to think, in solitude  to interlink. 
Someone reading my face, your name may not trace. 

तेरे तोहफ़े तो सब अच्छे हैं मगर मौज-ए-बहार। 
अब के मेरे लिए ख़ुशबू-ए-हिना आई हो। 

O wave of spring ! Your gifts are all very well. 
But this time for me, be it Henna's smell ! 

 









Sunday, 21 November 2021

BASHIR BADR.10.... COUPLETS

मुख़ालफ़त से मिरी शख्सियत सँवरती है। मैं दुश्मनों का बड़ा एहतराम करता हूँ।

Contradictions dress up my esteem. 
I respect enemies beyond their dream.

 अगर फ़ुरसत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना ।
हर एक दरिया हज़ारों साल का अफ़साना लिखता है।

Read what's written on water if you have leisure. 
Each stream writes story of thousand year treasure.

मैं डर गया हूँ बहुत सायादार पेड़ों से। 
ज़रा सी धूप बिछा कर क़याम करता हूँ। 

I am afraid of the trees with shade.
To stay, bed of sunshine I've made.

लहज़ा कि जैसे सुब्ह की ख़ुशबू अज़ान दे
जी चाहता है मैं तिरी आवाज़ चूम लूँ ।

The tone was a fragrant morning prayer call.
My desire is to kiss your voice after all. 

मुझे ख़ुदा ने ग़ज़ल का दयार बख़्शा है
ये सल्तनत मैं मुहब्बत के नाम करता हूँ 

God has given me ghazal's plot
And this empire to love I allot. 

ये ज़र्द पत्तों की बारिश मिरा ज़वाल नहीं। 
मिरे बदन पे किसी दूसरे की शाल नहीं। 

This cascade of yellow leaves isn't my downfall. 
On my body there isn't another person's shawl. 

कोई फूल धूप की पत्तियों में हरे रिबन से बँधा हुआ। 
वो ग़ज़ल का लहजा नया नया न कहा हुआ न सुना हुआ। 

 A flower tied with sunlit leaves by a green ribbon. 
A brand new tone of ghazal, neither heard nor spoken. 

तुझे भूल जाने की कोशिशें कभी कामयाब न हो सकीं। 
तिरी याद शाख़-ए-गुलाब है जो हवा चली तो लचक गई। 

The attempts to forget you have always failed. 
Rose twig is your memory, swung as wind sailed. 

अभी राह में कई मोड़ हैं कोई आएगा कोई जाएगा। 
तुम्हें जिसने दिल से भुला दिया उसे भूलने की दुआ करो। 

There are many turns en route, some will come, some will go. 
One who forgot you from heart
You forget him well pray so.

बहुत अजीब है ये क़ुर्बतों की दूरी भी। 
वो मेरे पास रहा और मुझे कभी न मिला। 

This distance in togetherness is so strange to be. 
He had been with me, though I could never see. 

Tuesday, 16 November 2021

BASHIR BADR.. GHAZAL.. HOTHON PE MOHABBAT KE FASAANE NAHIN AATE...

होटों पे मोहब्बत के फ़साने नहीं आते।
साहिल पे समंदर के ख़ज़ाने नहीं आते। 

From my lips don't emerge sweet love lore. 
Ocean doesn't throw it's treasure on shore. 

पलकें भी चमक उठती हैं सोते में हमारी। 
आँखों को अभी ख़्वाब छुपाने नहीं आते। 

My eyebrows glisten while deep in sleep. 
My eyes can not still dreams ignore. 

दिल उजड़ी हुई एक सराय की तरह है। 
अब लोग यहाँ रात बिताने नहीं आते। 

The heart is a deserted highway inn. 
To stay, people do not knock at it's door. 

यारो नए मौसम ने ये अहसान किए हैं। 
अब याद मुझे दर्द पुराने नहीं आते। 

O chums! New weather has been kind to me. 
Old pain now doesn't knock at the door. 

उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में। 
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते।

Let the birds fly in this frenetic wind. 
Childhood period won't come any more. 

इस शहर के बादल तिरी ज़ुल्फ़ों की तरह हैं। 
ये आग लगाते हैं बुझाने नहीं आते। 

Clouds of this city are like your tress. 
These can inflame but shower no more. 

अहबाब भी ग़ैरों की अदा सीख गए हैं। 
आते हैं मगर दिल को दुखाने नहीं आते। 

Friends have learnt the rival's style. 
They visit but no longer pain explore. 



Saturday, 13 November 2021

GHAZAL.. RAVI MAUN.. LAFZ HI HAIN BAHUT SATAANE KO

 लफ़्ज़ ही हैं बहुत सताने को।
और क्या चाहिए जलाने को ? 

और कुछ देर बाद चहकेंगी। 
पेड़ पर फल हैं बहुत खाने को। 

तोड़ दी, लूट ली, जला डाली।
आप आए हैं अब मनाने को। 

मेरे महबूब की अदा है ये। 
कुछ नया चाहिए बहाने को। 

मंच से ज़हर उगलने वालो। 
बख़्श भी दीजिए ज़माने को। 

वोट माँगे थे जिनके घर जा कर। 
जाएँ दुखड़ा किसे सुनाने को ? 

लुट गई जिनकी आबरू उन को।
'मौन' क्या रह गया बचाने को ? 

GHAZAL.. RAVI MAUN.. AAP AKSAR UDAAS RAHTE HAIN...

आप अक्सर उदास रहते हैं।
जब मेरे आस पास रहते हैं। 

एक बच्चे का दिल अगर टूटा। 
आप भी मकबरे में रहते हैं। 

दश्त हो, शहर हो, जहाँ भी हैं।
तेरी यादों के साथ रहते हैं। 

कैसी पूजा नमाज़ है कैसी ?
दिल में नफ़रत जो पाले रहते हैं। 

ज़िन्दगी में ख़ुशी भी ग़म भी है। 
लोग तो जाने क्या क्या कहते हैं। 

पेड़ के नीचे ठिठुरता बुड्ढा। 
जिनको पाला था कहाँ रहते हैं। 

प्यार बहता सा एक दरिया है। 
आप क्यों ऐसी बात कहते हैं। 

इल्म तो नाम है समंदर का।
 खोज में कितने लोग बहते हैं।

उड़ते पंछी का साया पाया है। 
ज़ख़्म हैं अपने 'मौन' सहते हैं। 

GHAZAL... MERE KHUDA MUJHE ITNA TO MOTBAR KAR DE... IFTIKHAR...AARIF. .....

मेरे ख़ुदा मुझे इतना तो मोतबर कर दे।
मैं जिस मकान में रहता हूँ उसको घर कर दे। 

Make me at least so reliable O Lord. 
To house live in, grant home's regard.

ये रौशनी के त 'आक़्क़ुब में भागता हुआ दिन।
जो थक गया हो तो अब उसको मुख़्तसर कर दे। 

The day was in pursuit of light all through.
If it's exhausted, let it's greed retard. 

मैं ज़िन्दगी की दुआ माँगने लगा हूँ बहुत। 
जो हो सके तो दुआओं को बेअसर कर दे। 

I have started praying a lot for life. 
If possible, do not grant the reward. 

सितारा-ए-सहरी डूबने को आया है।
ज़रा कोई मिरे सूरज को बाख़बर कर दे

The morning star is  about to sink.
Let my sun be informed in this regard. 

क़बीलावार कमाने कड़कने वाली हैं। 
मिरे लहू की गवाही मुझे निडर कर दे। 

The tribes are about to be at war. 
Let the evidence of blood be my accord. 

मैं अपने ख़्वाब से कट कर जिऊँ तो मेरे ख़ुदा। 
उजाड़ दे मिरी मिट्टी को दर-ब-दर कर दे।

If I survive without my dream, well then. 
Scatter my burial dust from door to door O Lord.

 मिरी ज़मीन मिरा आख़िरी हवाला है।
 सो मैं रहूँ न रहूँ  इसको बारवर कर दे। 

My ground is the final reference for me. 
Whether or not I stay, make it fruitful O Lord. 

WASEEM BARELVI...... 5. COUPLETS

मैं बोलता गया हूँ वो सुनता रहा ख़ामोश।
ऐसे भी मेरी हार हुई है कभी-कभी। 

He kept mum while I spoke and spoke. 
I have also lost this way in a stroke

तुम मेरी तरफ़ देखना छोड़ो तो बताऊँ। 
हर शख़्स तुम्हारी ही तरफ़ देख रहा है।

If you stop looking at me, I can tell. 
Every one is looking at you in a spell. 

मुंतज़िर मैं ही नहीं रहता किसी आहट का
कान दरवाज़े पे उसके भी लगे रहते हैं।

Not only I wait for a little sound. 
To door, her ears are also bound. 

क़लम मैं तो उठा कर जाने कब का रख चुका होता। 
मगर तुम हो कि किस्सा मुख़्तसर करने नहीं देते। 

I could have set aside my pen since long. 
You don't want me to cut it short, let prolong.

वैसे तो इक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए। 
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता। 

Even one tear can sweep me away.
 A storm can't displace me any way. 

Friday, 12 November 2021

QATEEL SHAFAAI.. GHAZAL.. APNE HATHON KI LAKEERON MEN SAJAA LE MUJHKO...

अपने हाथों की लकीरों में सजा ले मुझको।
मैं हूँ तेरा तू नसीब अपना बना ले मुझको। 
Give me a place in the lines of your palm. 
I am yours, make me your fate, be calm. 

मैं जो काँटा हूँ तो चल मुझ से बचा कर दामन। 
मैं हूँ गर फूल तो जूड़े में सजा ले मुझ को। 
If I am at horn, skirt away from me. 
If a flower I am, let in your tress jam. 

तर्क - ए-उल्फ़त की क़सम भी कोई होती है क़सम।
तू कभी याद तो कर भूलने वाले मुझको। 

The promise of break up in love is no promise. 
Just remember me O forgetful man, be calm. 

मुझ से तू पूछने आया है वफ़ा के मा'नी।
ये तिरी सादा दिली मार न डाले मुझको।

You came to ask me meaning of fidelity. 
This simplicity ' ll kill me leaving for balm. 

मैं समंदर भी हूँ, मोती भी हूँ, ग़ोताज़न भी। 
कोई भी नाम मिरा ले के बुला ले मुझको। 

I am ocean, pearl and diver too. 
Call me by any name, I am a psalm. 

तूने देखा नहीं आईने से आगे कुछ भी। 
ख़ुद परस्ती में कहीं तू न गँवा ले मुझको। 

You have not looked beyond the mirror. 
In this narcissism, you'll lose, suffer harm. 

बाँध कर संग-ए-वफ़ा कर दिया तूने ग़र्क़ाब। 
कौन ऐसा है जो अब ढूँढ निकाले मुझको। 
Tied with fidelity stone, you let me drown. 
Who 'll now search me 'n break the calm. 

ख़ुद को मैं बाँट न डालूँ कहीं दामन दामन। 
कर दिया तूने अगर मेरे हवाले मुझको। 

I may gift myself to others part by part. 
If you hand me over to myself to be calm. 

मैं खुले दर के किसी घर का हूँ सामाँ प्यारे। 
तू दबे पाँव कभी आ के चुरा ले मुझको। 

I am the luggage of an u bolted house. 
You can come and pick me  break no calm. 

कल की बात और है मैं अब सा रहूँ या न रहूँ। 
जितना जी चाहे तिरा आज सता ले मुझको। 

I know not whether tomorrow I 'll be like this. 
To your heart' s content torture me, be calm. 

बादा फिर बादा है मैं ज़हर भी पी जाऊँ 'क़तील' ।
शर्त ये है कोई बाहों में संभाले मुझको। 

Wine is just wine, I 'll gulp poison' Qateel'. 
Only someone should hold me in her arm. 

JAVED AKHTAR.. GHAZAL.. KAL JAHAAN DEEWAR THI HAI AAJ IK DAR DEKHIYE...

कल जहाँ दीवार थी है आज इक दर देखिए। 
क्या समाई थी भला दीवानेके सर देखिए।

Yesterday there was a wall, today there's a way.
Some ideas in the lunatic's mind did sway.

पुरसुकूँ लगती है कितनी झील के पानी पे बत। 
पैरों की बेताबियाँ पानी के अंदर देखिए।

The duck looks peaceful on surface of lake. 
Only turmoil of feet inside water can pay. 

छोड़ कर जिसको गए थे आप कोई और था।
अब मैं कोई और हूँ वापस तो आकर देखिए। 

Whom you had left, was someone else. 
Come back 'n see I am different every way.

छोटे से घर में थे देखे ख़्वाब महलों के कभी। 
और अब महलों में हैं तो ख़्वाब में घर देखिए। 

In a small house I had dreamt of palace. 
Now from palace I dream of home all the way. 

अहले-इंसानी इधर, आफ़ाक़ की वुस'अत उधर।
इक मज़ा है यहाँ, अंदर है कि बाहर देखिए।

Human brain inside, universal expanse on the other. 
There is one world inside or outside in the sway. 

अक़्ल ये कहती है दुनिया मिलती है बाज़ार में। 
दिल मगर ये कहता है कुछ और बेहतर देखिए। 

The brain says, world can be sought from the mart. 
The heart tells we should look for a better way. 

JAVED AKHTAR.. GHAZAL. JIDHAR JAATE HAIN SAB JAANA UDHAR ACHCHHA....

जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता।
मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता। 

Where every one goes, I don't want to go. 
On oft beaten track, I don't want to go.

ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना।
बहुत हैं फ़ायदे इसमें मगर अच्छा नहीं लगता। 

Silently listening to wrong talks and then agree. 

There are gains in it, but I don't want it so. 

 मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है।
किसी का भी हो सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता। 

I expectselfrespecteven from the foes. 
Be it any one 's head, on the feet, on no.

बुलंदी पर इन्हें मिट्टी की ख़ुशबू तक नहीं आती। 
ये वो शाख़ें हैं जिनको अब शजर अच्छा नहीं लगता। 

From high up, they can not smell the soil. 
To these branches, love for tree isn't so.

ये क्यों बाक़ी रहे, आतिश-ज़नो ये भी जला डालो।
कि सब बेघर हों और मेरा हो घर, अच्छा नहीं लगता। 

Burn it too scorchers, why leave it alone. 
Why should I have a home, there's none in the row. 

Thursday, 11 November 2021

रवि मौन छोटी कविता

प्रेम मय संसार है।
विश्व का आधार है। 
धरा हो या हो गगन। 
बजता इसी का तार है। 

बाँसुरी घनश्याम की हो। 
राधिका के धाम की हो। 
धूल होगी गोपदों की। 
भक्ति कुछ अविराम सी हो।

धरा हो या हो गगन। 
बजता इसी का तार है। 
प्रेम मय संसार है।
विश्व का आधार है।

रवि मौन। 

बिखरे विचार..... रवि मौन

Inside the bar, he is always a star.
And that's because he raises the bar....... 

 बलै कालजो याद माँ साँसां आवै सेक
भर्यो समन्दर आँख माँ ढुल्याँ न रीतै तेक

झरनों का संगीत मधुर जो सुनते अपने कान
राह पड़े रोड़ों का भी है इस में कुछ अवदान

बनें याद में बुत न इमारत क़ैद न हूँ पन्नों में 
मेरी लिए बहुत है इतना तुम न भुलाना साथी

चाहे मानो या न मानो सच्ची बात यही है
आशिक़ मैकश दीवाने का एक ठिकाना साथी

बात कभी जब काशी की चलती है तो लगता है
एक पुराना मंदिर है वाँ, एक पुराना साथी

यतो वेदवाचो विकुण्ठा मनोभिः 
सदा नेति नेतीति यत्ता गृणन्ति ।
परब्रह्मरूपं चिदानन्दभूतं 
सदा तं गणेशं नमामो भजामः ।।

जिन का वर्णन करते वेदवाणि कुण्ठित है, 
नेति-नेति कहती है, मन की पहुँच नहीं है । 
देते हैं आनन्द सदा, परब्रह्म रूप हैं, 
करें सदा ही भजन नमन हम उचित यही है।। 

मैं अज़ल से कर रहा हूँ इंतज़ार
तुम ही ये सोचो मुझे है कितना प्यार 

कुछ भी तो नया नहीं लगता
शिशु का वो भोला सा मुखड़ा 
वो आँखें सोई सोई सी
उल्लासित हैं सब के चेहरे
माँ लगती खोई खोई सी
कुछ भी तो नया नहीं लगता 
मैं समझा था इक क्रान्ति हुई
लगता है मुझ को भ्रान्ति हुई


बूँद नहीं बारिश की कोई यह विज्ञान सिखाता
मोती बनता वही सीप में जो कण तन में रड़के

दीद की भीख तक नहीं देते
हुस्न वाले ग़रीब होते हैं 

 They don't spare in alms even a look. 
Beautiful dames are so rich, I mistook. 

अनगढ़  हीरे की तरह उस ने दिया पठाय
जितना इसे तराशिए उतना चमकत जाय
..... रवि मौन..... 

शादी का माहौल था घर में था उत्साह 
मुझे याद आ रहा हुआ था जब पुष्पा का ब्याह
मुझे नहीं विश्वास हो गए पूरे साल पचास 
जीजाजी की उम्र ही नहीं लगती अभी पचास 

लाम्बा जीजाजी म्हारा ठिगणी है जीजी
इनकी कद काठी देखी जीजी पसीजी

घर मैं हलचल है भारी, जम कै बैठी हैं सारी 
बेटा-बेटी अर बहुआँ, कोई गोरी कोई गेहुँआ

बेटाँ नै काम सिखायो, बेटियाँ नैं बिदा करायो
आछा आछा घर खोज्या, सब का पो-बारह होगा 

ऐसा मौका पै आया, टाबर भी यूँ शरमाया
वो ब्या तो देख्यो कोन्या, जी ईंनैं देख भर्यो ना

फिर सैं वा रात मनैगी, तब जा कै बात बणैगी
देखाँ जब आवैं बाहर, कैयाँ र्हैं नारी अर नर

 नव शिशु क्रंदन, हर दुःख भंजन, है अभिनंदन भाई।
शिशु की हर क्रीड़ा, हरती पीड़ा, लगती है सुखदाई।...... रवि मौन ।

एक बच्चे की मुस्कराहट पर।
 कुछ भी कर दें निसार, वो कम है। 

अनगढ़ हीरे की तरह उस ने दिया पठाय
जितना इसे तराशिए उतना चमकत जाय
..... रवि मौन..... 

हर इंसाँ के माज़ी में कुछ तस्वीरें हैं। 
क्या पाओगे ये तो सोचो उरियाँ कर के। 

भाग्य सोच ले कब तक मेरे पीछे होगा तू 
कभी हार थक जाएगा और छोड़ ही देगा तू। 

मश्क करना भी तो लाज़िम है हर इक फ़न के लिए। 
सिर्फ़ तक़दीर से मुमकिन नहीं अच्छा होना। 

दोस्तों को भी हर इक बात न दिल की कहिये। 
सह सकेंगे क्या किसी राज़ का उरियाँ होना ? 

ग़ैर को पाती लिखूँ ये भी कोई बात हुई। 
अभी तो अपने मिरे ख़त के इंतज़ार में हैं। 

वक़्त गुज़रता, यादें लेकिन रह जाती हैं। 
कितनी सारी बातें हमसे कह जाती हैं। 
साथ-साथ जो वक़्त गुज़ारा हम ने प्यारा
उसी समय का दिखलाती हैं हमें नज़ारा। 

शाश्वत सत्य यही है, जो भी आता है सो जाता। 
लेकिन बच्चों से तो माता का विचित्र है नाता। 
वह कमरा सूना सूना है, लगता ख़ाली ख़ाली। 
बैठे घूर रहे हैं उसको मैं, मेरी घरवाली ।
स्नेह मिला है इतना तुम से, शब्द पड़ रहे कम हैं ।
लें प्रणाम परिजन का माते, आँखें सब की नम हैं ।

What parts your heart and soul, then rolls down the cheek is tear. 
Copious fluid shed on the departure of a treacherous one or dear is tear. 

Biyer dine dibo kee Maan aashirbaad tor. 
Shaajan ke bhoolish na jaano eyee khaner por. 
Maa, baaba ar deedi, daada shetaau paribaar. 
Nutun baarhir bohu hoyecho, shei tomaar shanshaar. 

हे प्रभु ये क्या  नियम है तेरे इस संसार का ? 
क्यों लिखी उनसे जुदाई जिनके दिल में प्यार था ? 
गर मैं इस लायक नहीं थी साथ रह सकती सदा। 
तो मुझे पैदा किया क्यों माँ ज़रा ये तो बता ? 

सालगिरह राजा बेटे की बहू लाड़ली मेरी। सदा चूड़ियाँ खनकें रहे माँग सिंदूरी तेरी। 
प्यार रहे आपस में यूँही ऋतु आयें ऋतु जाएँ ।
इक नन्हा सा बालक तेरा घर आँगन महकाए। 
बाबा कह कर प्यारा सा शिशु सीने से लग जाए। 
पास खड़ी दादी मुस्काते अपने पास बुलाए। 
नन्हें राजा! आजा, तेरे साथ साथ मैं खेलूँ।
तेरी सभी बलाएँ बेटा अपने सर पर लेलूँ। 

When ever in your mind, some thoughts grow. 
Record these, later it may not be so. 

छलक पड़े हैं आँसू जब भी भर आई हैं आँखें।
कभी ख़ुशी ने और कभी ग़म ने भी साथ दिया। 

राखी के दिन आ गई फिर से भाभी याद। 
नश्वर है संसार यह जितना हो आबाद। 
स्नेह मिला था जो हमें उन हाथों भरपूर। 
विधना क्यों छीना उन्हें होकर इतना क्रूर। 

दूरभाष पर मन की गाँठें खोल चुके हो बच्चो। 
अब तन की भी ओर ध्यान दो हृदय पटल के सच्चो। 
कब इनकी बगिया में प्यारे प्यारे सुमन खिलेंगे। 
दोनों व्यक्ति हिसाबी हैं यह निर्णय स्वयं करेंगे ।

First cry of a newborn is simply a boon. 
Sends heart of listener over the moon. 
When the twins cry, it's doubled pleasure. 
These moments are just there to treasure. 

नाज़ुक सा, नन्हा सा शिशु जब इस दुनिया में आए। 
रोने पर भी वो सुनने वालों का मन हर्षाए।
 रहा पेट में जब से माँ की धड़कन ख़ूब सुनी है। 
इसीलिए माँ के सीने से लग कर चुप हो जाए। 

नमन करूँ गिरिजा तनय गौरी पुत्र गणेश।
 करें कृपा इस काव्य पर दें आशीश विशेष। 
गुरुजन औ' माता-पिता जिनसे सीखी वाणि। 
चरण छुऊँ माँ सरस्वति रखें शीश पर पाणि।।। 

हमने तिरी दुनिया में बड़ा काम कर लिया। 
यूँ मुफ़्त अपने आप को बदनाम कर लिया। 

कुछ दोस्तों के साथ कटी ऐसे ज़िन्दगी। 
थोड़ा सा काम और बहुत आराम कर लिया। 

कुछ लोग साथ वक़्त के बहते चले गए। 
कुछ सोच नई लाए अपना नाम कर लिया। 

उनकी कहो जिन्हें नहीं रोटी हुई नसीब। 
और हुक़्मरान-ए-वक़्त ने बदनाम कर दिया। 

कल रात ही तो जश्न में शामिल थे हम सभी। 
जब सुब्ह ने अंगड़ाई ली सुनसान कर दिया। 

उड़ते हुए पंछी किसे अच्छे नहीं लगते। 
सैयाद ने इनको भी तह-ए-दाम कर लिया। 

जो भूल गए काश उन्हें हम भी भूलते। 
क्यूँ 'मौन' हो के किस्सा ही तमाम कर दिया। 

अंकित मानस पटल पर वो मनभावन शाम। 
लिख रखा मैंने जिसे भाभी तेरे नाम। 
परसा जिसको प्यार से भाभी ने निज हाथ। 
उस भोजन की याद मैं ले आया हूँ साथ। 

कोमल इसके हाथ पाँव हैं कोमल इसके बाल। 
सुंदर इसकी उँगलियाँ तलवे इसके लाल। 
मुस्काते हौले से जब तो मन को बहुत लुभाय। 
उन्नत इसकी नासिका उन्नत इसका भाल।

दिल भरा है हमारा खुशियों से आज तो हरि की मेहरबानी है।
दो दो बच्चों को दिया गोदी में ख़ूबसूरत सी ये कहानी है। 

इसको गोदी में लूँ कि उसको लूँ
बात कब ये समझ में आनी है। 

ये भी प्यारा है वो भी प्यारी है
इस तरफ़ दादी उधर नानी है। 

Who doesn't know that man is born and stays a sucker. 
Who knows not about milk'n who suckles with love, mother. 
That man 'll drink' n drown his griefs, as 'n when they appear. 
That is why the mammary pores are kept open by the mother. 

दिल धड़कना छोड़ देगा हमनवा। 
आप भी गर ग़ैर होकर रह गए। 
ज़ीस्त का दामन नहीं इतना वसीअ। 
कहिए यूँ क्यूँ' मौन' होकर रह गए। 

सेहरा ने सेहर डाल दिया आज दुल्हन पर। 
हाँ कह ही दिया चेहरे पे डाली नहीं नज़र ।
शाकी नहीं हूँ साक़ी के दामन की ख़ैर हो 
सब पी रहे हैं कुछ तो मुझे भी मिले अगर 
सहर तक फूल मुरझाएँगे जो हैं सेज पर बिखरे। 
करेंगे गुफ़्तगू हीआज भी क्या आप यूँ शब भर ।

ज़ीस्त तेरे साथ गुज़रे था न मेरे बख़्त में। 
ग़ैर का हो जाऊँ मैं ये तो नहीं कर पाऊँगा। 
मेरे मालिक उसको देना मेरे हिस्से की ख़ुशी।
 यह हुआ तो अक्स उसके नूर का पा जाऊँगा। 
ज़िन्दगी कोई गिला तुझसे नहीं होता है ये। 
रफ़्ता रफ़्ता मैं भी तेरी रौ में बहता जाऊँगा। 

पितु ने भी तो हाथ उठाया पति सम निकला दुष्ट। 
सारे मर्द एक से होते कथन हो गया पुष्ट। 
बहुत देर तक हिचकी लेकर बिटिया रोई रात। 
बंद हुए जब झटके माता पिता हुए संतुष्ट। 
झटके यदि चलते रहते तो विपदा आती भारी। 
इन्हें रोकना आवश्यक था यह ही थी लाचारी। 
मूत्राशय अंतड़ियाँ बाहर आने को हो जाती। 
यह कैसे होने देते हम समझो बिटिया प्यारी। 

उतनी ही प्रिय अब लगती हो जितनी पहली रात। 
हे सर्वांग सुंदरी हे मेरे बच्चों की मात। 
शब्द कहाँ से लाऊँ जो तेरे गुण करें बखान। 
चयन रात भर करते-करते हो जाए परभात। 

सावण मैं सारी भौजाई। 
लागैं सैं सासू की जाई।

Shabai gurujon ke boli, aami O bhat khabo. 
Shudhu dudhu koto bolun aami aar chalaabo. 
Dadu Thakur Ma ke boli Toole kole dulao. 
Eika Eika 1 keinun aamaaye bhaat khaavao. 
Maayer doodh to khachchi ee majhe majhe eoo khabo. 
Bhaater oopure lobh uthe che aaj keyee she khaabo. 

Pudhaano pokaa chhilo raatrer shabhaaye sriti chinho. 
Shakaal parjonto tumi chhaadhle naa oke he shameer.

Jaar buke aagun jole, sheyi boojate paare. 
Arthoheen, bemaani laage she chharha shonshaar. 

Ghoorte thakuk dhamaniye, aami aashwasto naanyi. 
Chok diye naa jhorle, aami rokto bolibo naanyi. 

Jotodoor parjonto morubhoomi daikha jaay.
Aamaar mutuni ee sheoo eklaayi dekhaay. 

Aito rege cholchish kainun he baataash. 
Shesher paataa to nije yi podte chai che. 


Shubhra Tewari.. Duarte, California  0016263580247.


Copied from Dr. C. K. Chatter Ji's chamber....... 

Why worry ? 
There are only two things to worry about. 
Either you are well or you are sick. 
If you are well there is nothing to worry about. 
If you are sick either you will get well or you will die.
 If you get well, there's nothing to worry about. 
If you die there are only two things to worry about. 
Either you go heaven or hell
If you go to heaven, there's nothing to worry about. 
If you go to hell, you will be so busy shaking hands with old friends, you won't have time to worry. 
So why worry ? 

मोहित पर मोहित हुई पूजा सी सुकुमारि। 
मन ही मन पूजा करे मोहित छवि निहारि।
हे प्रभु इनका भी रहे जीवन भर का साथ।
 रखें कृपा इन पर सदा हरि ब्रह्मा त्रिपुरारि।

रौनक़ ने की कामना रहूँ कामना संग। 
ये कन्या सुंदर लगी लागूँ इसके अंग। 
मम्मी सी लागे अगर बीस बरस के बाद। 
तो मैं मानूँगा इसे श्रीहरि का प्रसाद। 

रेखा संग महेन्द्र के बीते पच्चिस साल। 
जीवन रेखा बन गई भैया की तत्काल। 
जीवन में सुख दुःख हैं हर प्राणी के साथ। 
काटे जिनने प्रेम से उन्नत उनके भाल। 

था गणतंत्र दिवस पर घर में शादी का उत्साह।
 साक्षी अग्निदेव की भैया भाभी का था ब्याह। 
मुझे नहीं विश्वास हुए शादी को साल पचीस। 
भाभी की तो उम्र अभी लगती है केवल बीस। 

काम बहुत मुश्किल है सारे रिश्तों को ख़ुश रखना। 
अंधियारा तो रूठेगा ही जब चिराग़ जलता है। 

आता है अभिमान जब हमें लगता हम करते हैं। 
मिलता है सम्मान लगे जब जग को हम करते हैं। 

भक्ति नहीं धन देती पर रखती है हृदय प्रसन्न। 
नर्क निराशा, स्वर्ग है जब हो हृदय प्रसन्न। 

जोश-ए-बहार दामन-ए-गुल चाक कर गया। 
इल्ज़ाम साथ रहने से काँटों के सर गया। 

दोस्त बिन मांगे सलाह दें उनकी ये फ़ितरत नहीं। 
दुश्मनों से लूँ नसीहत ये मेरी आदत नहीं। 
धूल उछले गर युंही इसमें कोई इज़्ज़त नहीं। 
नई पीढ़ी दूर सच से जाय तो इबरत नहीं। 

मधुर कभी झरनों से ना संगीत सुनाई देता
जल के रस्ते में न कहीं गर पत्थर होते प्यारे। 

मेरी आस ही है वो जाम जिस में शराब मेरी ही चाह है
मेरा सूनापन वो नशा है जिसकी न प्यास बुझती न चाह है

कोई करे प्रशंसा या निंदा, इच्छा है उन की
वे विचार प्रिय हैं कहते जो विपदा इनकी, उनकी। 

पक्षी गण ज्यों आन वृक्ष पर सोते, होते रात
दशों दिशाओं में उड़ जाते, जब होता परभात। 

मिलन बिछोह युँही होते मत होना मित्र अधीर
जन्म मृत्यु विधि का लिखा, इनसे कैसी पीर? 

 बलि, कृपाचार्य, अश्वत्थामा, परशुराम औ'व्यास। 
 हनुमान जी, सात अमर हैं सदा करेंगे वास।। 

ख़ूबी दिखेगी उस को जो तराशता है
ख़ामी मिलेगी उस को जो तलाशता है 

याद भी पास से गुज़रे तो मो'अत्तर हो जाए
कैसे बतलाऊँ कि किस शख़्स का ये चेहरा है













Wednesday, 10 November 2021

FAANI BADAYUNI... GHAZAL... KHALQ KAHTI HAI JISE DIL...

ख़ल्क़ कहती है जिसे दिल तिरे दीवाने का।
एक गोशा है ये दुनिया इसी वीराने का। 

What the world labels your lover's heart.
World is an area in this desert mart. 

 इक मु'अम्मा है समझने का न समझाने का।
ज़िन्दगी काहे को है ख़्वाब है दीवाने का।

A riddle unworthy of being listened or solved. 
Life is nothing but a crazy's dream of art.

हुस्न है ज़ात मिरी इश्क़ सिफ़त है मेरी। 
हूँ तो मैं शम'अ मगर भेस है परवाने का। 

Beauty is my quality' n love the style.
I am the flame playing firemoth's part.

काबे को दिल की जियारत के लिए जाता हूँ। 
आस्ताना है हरम मेरे सनमख़ाने का। 

Temple is the site of worship for me.
I go to Kaba as  pilgrim of heart

मुख़्तसर क़िस्सा-ए-ग़म ये है कि दिल रखता हूँ।
राज़-ए-कोनैन खुलासा है इस अफ़साने का।

The gist of my story is that the work site.
In short, story of grief is in having a heart.

ज़िन्दगी भी तो परेशाँ है यहाँ ला के मुझे। 
ढूँढती है कोई हूला मिरे मर जिने का। 

Life is repentant to bring me here.
Looking for a pretence of carrying on cart.

अब इसे दार पे ले जा के सुला दे साक़ी। 
यूँ बहकना नहीं अच्छा तिरे दीवाने का। 

Now just take him to gallows for sleep.
For your crazy, it's not a good start. 

दिल से पहुंची तो हैं आँखों में लहू की बूँदे
सिलसिला शीशे से मिलता तो है पैमाने का। 

The sequence is  meeting cup from jug.
To eyes drops of blood have come from heart. 

वहशत-ए-हुस्न केजल्वों की है कसरत ऐ इश्क़।
दिल के हर ज़र्रे में आलम है परीख़ाने का। 
It's an exercise for exhibits of beauty. 
There's fairyland in every corner of heart. 

चश्म-ए-साक़ी असर-ए-मय से नहीं है गुलरंग।
दिल मिरे ख़ून से लबरेज़ है पैमाने का। 

It's not wine colouring barmaid 's eyes.
Filled to brim is cup with blood of my heart. 

किस की आँखें दम-ए-आख़िर मुझे याद आई हैं।
दिल मुरक़्क़ा है छलकते हुए पैमाने का। 

Whose eyes have come to my mind at the end.
Splashing cup is the album of my heart. 

TETRADS... RAVI MAUN

हया भी है शोख़ी भी आँखों में तेरे। यहाँ तक समझ बात आती है मेरे।
मगर हर घड़ी ये तिरा मुस्कुराना। 
ये सीखा कहाँ से कहो जान-ए-जाना।

जी में आता है कि देखूँ यार के रुख़सारो पर।
हाँ वहीं जिस पर कि तिल है और गड्ढा भी मगर। 
जो नहीं दिखता किसी को एक मेरा दिल भी है। 
जिस ने सीखा रूठने का मुस्कुराने का हुनर। 

BASHIR BADR..GHAZAL.. AGAR YAQIN NAHIN AATA TO AZMAYE MUJHE...

अगर यक़ीं नहीं आता तो आज़माते मुझे।
वो आईना है तो फिर आईना दिखाए मुझे

Let her try me, if she does not believe. 
If she is a mirror, then let her perceive. 

अजब चिराग़ हूँ दिन रात जलता रहता हूँ। मैं थक गया हूँ हवा से कहो बुझाए मुझे। 

I am a strange lamp that's always alit. 
Let a sudden gush of wind now come 'n deceive. 

मैं जिस की आँख का आँसू था उस ने क़द्र न की। 
बिखर गया हूँ तो अब रेत से उठाए मुझे। 

She cared not for me, a tear of her eyes. 
I am spilt on the sand, now pick up to achieve. 

बहुत दिनों से मैं इन पत्थरों में पत्थर हूँ। 
कोई तो आए ज़रा देर को रुलाए मुझे। 

Since long I am a stone among these stones. 
Let someone make me cry and relieve. 

मैं चाहता हूँ कि तुम ही मुझे इजाज़त दो। 
तुम्हारी तरह से कोई गले लगाए मुझे। 

I want that you should permit it be done. 
Let someone embrace and an armlock achieve. 

FAIZ AHMAD FAIZ.. A TETRAD

रात यूँ दिल में तिरी खोई हुई याद आई।
जैसे वीराने में चुपके से बहार आ जाए। 
जैसे सहराओं में हौले से चले बाद-ए-समीर।
जैसे बीमार को बेवजह क़रार आ जाए। 

Last night your memories erupted in heart. 
As in a barren land has appeared the spring.
As in a desert flows morning breeze. 
As now there is hope for the patient to cling. 

A QAT'AA.. AKHTAR ANSARI

ये बोसीदा फटी गुदड़ी ये सूराख़ों भरी कमली ।
जिसे सब आसमाँ के नाम से मौसूम करते हैं।
तिरी रहमत पे क़ुर्बां इस को नीचे फेंक दे यारब ।
ज़मीं वाले बहुत रातों की सर्दी में ठिठुरते हैं। 

This old tattered sheet, with very many holes. 
Which is labelled sky by all on spot. 
By your grace, you gently let it slide. 
In chilly winter nights, people shiver a lot. 

Tuesday, 9 November 2021

RAVI MAUN KI MADHUSHALA.. VIRAH VEDNA MARMANTAK...

विरह वेदना मर्मांतक है, दधक रही है यह ज्वाला।
अपने होते तो न छोड़ते, कहती है साकीबाला।
अपने दुःख पहुँचाते हैं तो पीड़ा दुगुनी होती है। 
शायद मदिरा से बुझ जाए, आया हूँ मैं मधुशाला। 

RAVI MAUN KI MADHUSHALA.. KAI TARAH KE VASTRPAHAN KAR AATI HAI SAQIBALA.

कई तरह केे वस्त्र पहन कर आती है साकीबाला।
कई तरह के मधुघट मिलते कई तरह की है हाला।
कई धर्म के कई जाति के लोग यहाँ पर आते हैं।
एक साथ मिल कर पीते हैं जब आते हैं मधुशाला। 

GHAZAL.. RAVI MAUN.. JAB SE PYAR JAGA JIVAN MEN...

जब से प्यार जगा जीवन में।
उस पल से तुम मेरे मन में 

टुकड़े टुकड़े आसमान है। 
छोड़ो शहर चलो अब वन में। 

मैंने प्यार जता भी डाला। 
तुम हो अब तक किस उलझन में। 

दुनिया को पहचान न पाए। 
धोके खाए जब से जन्मे। 

नाम प्यार से लेकर मेरा। 
मुख देखो अपना दर्पन में। 

जीत तुम्हारी मेरी ही है। 
छोड़ो क्या रखा अनबन में। 

मेरी चाहत की गहराई। 
पाओगे अपने नैनन में। 

तुम ही हो विश्वास हो गया। 
देखा जिस को कभी सपन में। 

मन बेचारा, रहा हमारा।
'मौन' सदा तेरे बंधन में। 

MALIK MOHAMMAD JAYESI.. ONE COUPLET

हाड़ भए सब काँकरी नसें भई सब ताँत।
रोम रोम से धुन उठै कहूँ बिरह केहि भाँत

Bones have turned into pebbles
every tendon has become a cord.
Tune pours from every pore, how to set parting on record. 

NASIR KAZMI... GHAZAL.. DIL MEN AUR TO KYA RAKHA HAI..

दिल में और तो क्या रखा है।
तेरा दर्द छुपा रखा है। 

What else is there in heart. 
Your pain hidden in a part. 

इतने दुखों की तेज़ हवा में। 
दिल का दीप जला रखा है। 

In swift winds of pain.
Alit is lamp of heart. 

धूप से चेहरों ने दुनिया में। 
क्या अंधेर मचा रखा है। 

Sunny faces of world. 
Do injustice impart. 

इस नगरी के कुछ लोगों ने। 
दुख का नाम दवा रखा है। 

Some people in this place. 
Call pain as drug in mart. 

वादा-ए-यार की बात न छेड़ो।
ये धोका भी खा रखा है। 

Leave aside promise of pals. 
I have seen them retort. 

भूल भी जाओ बीती बातें। 
इन बातों में क्या रखा है। 

Forget bygone things.
 It is nothing smart. 

चुप चुप क्यूँ रहते हो 'नासिर'। 
ये क्या रोग लगा रखा है। 

Why are you silent 'Nasir' 
This is bad for heart. 

Monday, 8 November 2021

KHATIR GHAZNAVI..2. ...COUPLETS

गो ज़रा सी बात पर बरसों के याराने गए।
लेकिन इतना तो हुआ, कुछ लोग पहचाने गए।

A friendship of years couldn't bypass a small remark.
But at least it identified some people in the dark. 

मैं इसे शोहरत कहूँ या अपनी रुस्वाई कहूँ। 
मुझ से पहले उस गली में मेरे अफ़साने गए। 

ShouldI label it my fame or call my disgrace. 
Much before me in that lane, my tales could leave a mark. 

MAJAZ LAKHNAVI.. COUPLETS

सब का तो मदावा कर डाला अपना ही मदावा कर न सके।
सब के तो गरेबाँ सी डाले अपना ही गरेबाँ सी न सके। 

You treated one and all but could not treat your own. 
Stitched cloaks of one and all but for just your own. 

MIR TAQI MIR..... QAT'AA

क्या बूद-ओ-बाद पूछो हो पूरब के साकिनो।
हम को ग़रीब जान के, हँस हँस पुकार के। दिल्ली जो एक शहर था आलम में यादगार।
हम रहने वाले हैं उसी उजड़े दयार के। 

Why talk about us O people of east. 
Thinking, we are poor 'n laughing at our state.
Delhi city that had dazzled in minds of all. 
We are the residents of that ruined state. 

RAVI MAUN 4 TETRADS, 2 COUPLETS.

तुम को चाहूँ यही तमन्ना है।
 ये जनम हो कि हो जनम अगला ।
रूह में हो मेरी धड़कन में हो ।
मैं तो शायर हूँ मौन इक पगला। 

फूल ख़ुशबू बिखरते हर सू। 
और काँटे कभी नहीं खिलते। 
फिर भी काँटों की मेहरबानी है। 
वर्ना ये फूल याँ नहीं मिलते। 

रेत पर पाँव के निशानों को। 
आने वाली लहर मिटा देगी। 
और फिर कौन कह सकेगा यह। 
मैं भी इस रास्ते से गुज़रा हूँ। 

मेरे मालिक मिरी ख़ता तो बता ।
किस गुनह की मुझे सज़ा दी थी। 
प्यार जब था न मेरी क़िस्मत में ।
किसलिए ज़िन्दगी अता की थी ।


मिट गई ख़ुशबू तिरे ख़त से मगर 'मौन' उसे। 
छूके दिल झूम उठा, नैन मेरे भर आए। 

नींद आँखों से उड़ गई मेरी।
बूँद बारिश की शोर करती हैं। 

FAIZ AHMAD FAIZ.. TETRADS

वक़्फ़-ए-हिरमान-ओ-यास रहता है।
दिल है, अक्सर उदास रहता है।
तुम तो ग़म दे के भूल जाते हो। 
मुझ को अहसाँ का पास रहता है। 

Expecting nothing, it is bound. 
Often in sorrow, heart is found. 
You give sorrow, then forget. 
Your gratitude with me stays sound. 

रात यूँ दिल में तेरी खोई हुई याद आई। 
जैसे वीराने में चुपके से बहार आ जाए। 
जैसे सहराओं में हौले से चले बाद-ए-नसीम।
जैसे बीमार को बेवजह क़रार आ जाए। 

Last night your lost memories came to cling. I 
As stealthily comes in desert, the spring. 
As in Sahara the wind just blows. 
As if a patient achieves solace in nothing.

मता-ए-लौह-ओ-क़लम छिन गई तो क्या ग़म है।
कि ख़ून-ए-दिल में डुबो ली हैं उँगलियाँ मैंने।
ज़बाँ पे मोहर लगी है तो क्या कि रख दी है। 
हर एक हल्क़ा-ए-ज़ंजीर में ज़ुबाँ मैंने।

What if they snatched my pad 'n pen.
I' ve soaked in blood my fingers then.
Why worry, if they 've sealed my tongue.
My voice will be heard in  chains of den. 

रवि मौन... कविता

दिल में है ख़लिश कुछ यादों की तो आँखें भी भर आएँगी ।
है धूल वक़्त की चेहरे पर थोड़ी सी बहा ले जाएँगी। 

ग़म किस से बाँटूँ ये मेरे अपने हैं मुझ को प्यारे हैं। 
ख़ुशियाँ हैं चीज़ बाँटने की औरों को ख़ुशी दे पाएँगी। 

कल किस ने देखा है यारो जैसा जीना है आज जियो। 
हों रातें जितनी अंधियारी फिर सुब्ह नई ले आएँगी ।

RAVI MAUN KI MADHUSHALA

भगवा वस्त्र पहनता हैपर जपता है स्वर्णिम माला।
पीता नित्य सोमरस शिष्यों को वर्जित करता हाला। 
रात्रि बिताने चलासंभल कर जहाँ षोडशी कन्या थी।
इस से तो अच्छा था तू भी आ जाता यदि मधुशाला। 

RAVI MAUN KI MADHUSHALA

दिन भर जो अर्जित कर पाया, चरणों में तेरे डाला।
तिस पर भी रखा हाथों में साक़ी यह आधा प्याला।
जीवन रक्षा हेतु पिलाती है थोड़ा थोड़ा मुझ को। 
पीते पीते धीरे-धीरे समझ रहा हूँ मधुशाला। ु

Saturday, 6 November 2021

तीन चतुष्पदी... रवि मौन

रेत पर पाँव के निशानों को।
आने वाली लहर मिटा देगी। 
'मौन' फिर कौन कह सकेगा यह।
मैं भी इस रास्ते से गुज़रा हूँ। 

मेरे मालिक मिरी ख़ता तो बता। 
किस गुनह की मुझे सज़ा दी थी। 
प्यार जब था न मेरी क़िस्मत में। 
किसलिए ज़िन्दगी अता की थी   ?

तुम को चाहूँ यही तमन्ना है ।
ये जन्म हो कि हो जन्म अगला।
रूह में हो मिरी धड़कन में हो। 
मैं तो शायर हूँ 'मौन' इक पगला। 

एक ग़ज़ल.... रवि मौन

अपनी क़िस्मत आज़माना चाहता हूँ।
हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ। 

आख़िरी हिचकी तिरे शाने पे निकले। 
मौत भी मैं शायराना चाहता हूँ। 

ज़िन्दगी में ग़म ख़ुशी जो भी मिलेंगे। 
साथ तेरे मैं बिताना चाहता हूँ। 

बेवफ़ा कह दूर मत कर ज़िन्दगी से। 
वक़्त का मरहम लगाना चाहता हूँ। 

दिल में बसने वाले अब बस भी करो तुम। याद सीने में बसाना चाहता हूँ। 

मेरी तबियत ठीक है ऐ'मौन' फिर भी। 
थोड़ा सा उस को सताना चाहता हूँ। 

दीपावली.... रवि मौन

जगमग जगमग दीप जलेंगे आई आज दिवाली ।
कुछ बच्चे रोएँगे और कुछ रोएँगी घरवाली। 
सरहद पर जो गिरे वीर रोएँ उनकी माताएँ 
उनकी स्मृति में आओ हर घर एक प्रदीप जलाएँ ।
श्रद्धांजलि उन वीरों को देना कर्तव्य हमारा ।
जिनको मेरा देश लगा अपने प्राणों से प्यारा ।

रवि मौन... एक चतुष्पदी

नहीं मैंने कोई कहानी कही है।
जवानी सदा से दिवानी रही है। 
अगर आप समझें, हमें भी बता दें।
 ग़लत क्या है इस में, क्या इस में सही है। 

Thursday, 4 November 2021

MIR TAQI MIR.. GHAZAL.. MUNH TAKAA HI KARE HAI JIS TIS KA...

मुँह तका ही करे है जिस तिस का ।
हैरती है ये आईना किस का ।

To look at each face is keen. 
Whose face has mirror seen. 

शाम ही से बुझा सा रहता है।
 दिल हुआ है चिराग़ मुफ़लिस का। 

A dying out light emits. 
Poor man's lamp heart has been. 

फ़ैज़ ऐ अब्र चश्म-ए-तर से उठा। 
आज दामन वसीअ है इस का। 

O cloud glorified wet eyes. 
Widespread it's cloak has been. 

सब्र किस कोजो हाल-ए-मीर सुने। 


Who has time to listen about 'Mir'? 
Condition of gathering all have seen. 



GHAZAL.. RAVI MAUN.. KABHI KISI KE LIYE MAN MEN...

कभी किसी के लिए मन में इल्तिजा रखिए।
 वगर्ना दुनिया में रखा ही क्या है क्या रखिए ?

न इस तरह हो महबूब घर में आ न सके। 
किसी के वास्ते दरवाज़ा दिल का वा रखिए।

न जाने क्या कहा काँटों ने आज शबनम से ?
ये कह रहे हैं गुल हम से न वास्ता रखिए। 

तुम्हारी याद के ज़ख़्मों ने जब भी दस्तक दी। 
यही दुआ की कि ज़ारी ये सिलसिला रखिए। 

वो जिस ने डाल दीं बाहें गले में दुश्मन के। ख़बर तो आती रहे इतना वास्ता रखिए। 

GHAZAL... GHALIB.. BAZIICHA E ATFAAL HAI DUNIYA MERE...

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मिरे आगे।
होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मिरे आगे।

The world is a child's playground before me.
Day 'n night this play is abound before me.

इक खेल है औरंग-ए-सुलेमा मिरे नज़दीक।
इक बात है ऐजाज़-ए-मसीहा मिरे आगे।

The throne of Suleman is but an illusion.
Massiha' s miracle is something around before me.

जुज़ नाम नहीं सूरत-ए-आलम मुझे मंज़ूर। जुज़ वहम नहीं हस्ती-ए-अशिया मिरे आगे।

Nothing but appearance of world is approved. 
Life of things is a fancy around before me. 

सच कहते हो ख़ुद बीन-ओ-ख़ुद आरा क्यूँ न हूँ ?
बैठा है बुत-ए-आईना-सीमा मिरे आगे।

It's true I am vain, adore myself why not ?
A silvery mirror idol is sitting bound before me. 

आशिक़ हूँ प माशूक़ फ़रेबी है मिरा काम। मजनूँ को बुरा कहती है लैला मिरे आगे। 

I am a lover, deceiving beloved is my job. 
Laila calls Majnun bad on the ground before me. 

फिर देखिए अंदाज़-ए-गुल-अफ़्शानी-ए-गुफ़्तार। 
रख दे कोई पैमाना - ए-सहबा मिरे आगे।

Then note my flowery style, the way I talk. 
Just keep a glass of wine around before me. 

नफ़रत का गुमाँ गुज़रे है मैं रश्क से गुज़रा। 
क्यूँ कर कहूँ लो नाम न उन का मिरे आगे। 

The doubt of hate passes as envy is passed.
Why not to let her name sound before me? 

ईमाँ मुझे रोके है तो खींचे है मुझे कुफ़्र। 
काबा मिरे पीछे है कलीसा मिरे आगे। 

Faith blocks as infidelity pulls towards it.
Kaaba is behind, temple ground before me.

होता है निहाँगर्द में सहरा मिरे होते। 
घिसता है जबीं ख़ाक पे दरिया मिरे आगे। 
Desert happens to hide in dust before me. 
Stream rubs forehead in dust  around before me. 

मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तिरे पीछे। 
तू देख कि क्या रंग है तेरा मिरे आगे। 

Do not ask what happens in your absence. 
Look at the colour in your background before me. 

गो हाथ में जुम्बिश नहीं आँखों में तो दम है। 
रहने दो अभी साग़र-ओ-मीना मिरे आगे। 

Eyes can fix it even if hands can't move. 
Keep wine in jug 'n cups around before me. 

हम-पेशा-ओ-हम-मशरब-ओ-हमराज़ है मेरा। 
' ग़ालिब 'को बुरा क्यूँ कहो अच्छा मिरे आगे। 

We share secrets, profession and bottle as well. 
Why call 'Ghalib' bad in this background before me ? 

RAVI MAUN KI MADHUSHALA

श्रद्धा सुमन चढ़ाने आया मैं अद्भुत पीनेवाला।
आँसू की बूँदों से यह पावन मधुकलश भिगो डाला।
गुरु माता और संतों पर तो सुमन चढ़ाते देखा है।
कष्ट हर सके जो सब के वह ही कहलाती मधुशाला। 

हे प्रभु मेरी जुगत सुधारो ... रवि मौन

हे प्रभु मेरी जुगत सुधारो।
भक्त तुम्हारे चरनन का मैं मेरी ओर निहारो।
कब तक युँही उमरिया बीतै भटकूँ मारो मारो। 
शांति मिले चरनाँ में थारै बिरथा टैम बितारो।
भक्त और भगवान मिलें तो कुछ भी रहे न न्यारो। 

Wednesday, 3 November 2021

KESHAV DAS... COUPLETS

केशव केशन अस करी जस अरि हूँ न सुहाय।
चंद्रबदन मृगलोचनि बाबा कहि कहि जाय।

White hair have taken a toll O 'Keshav' not even befitting a foe.
Moonfaced, gazalle eyed belles call me grandfather and go. 

RIAZ KHAIRABADI... COUPLETS

क़फ़स में हम थे घिरी बादलों में बिजली थी।
तड़प तड़प के रहे दोनों आशियाँ के लिए। 
I in prison and spark in clouds had interest. 
As both were longing for my little nest. 

Tuesday, 2 November 2021

खजुराहो.. रवि मौन.. एक कविता

खजुराहो के मंदिर सुंदर।
करें प्रक्रिया बाहर अंदर। 
चेहरे पर तो शांति बनी है।
मेरे मन में भ्रांति बनी है। 
कांति  नहीं यह भोगी की है। 
यह तो शाश्वत योगी की है। 

रवि मौन.... चतुष्पदी....

राजा के दरबार में होता था यह नित्य।
सुंदर तुम सम मात नहिं, कहा देख कर नृत्य।
अलवर का दरबार था, संत विवेकानंद।
सुन कर रोई नर्तकी, उर उमड़ा आनंद। 

MEERA.2... COUPLETS

लकड़ी जल कोयला भई, कोयला जल भई राख।
मैं बिरहन ऐसी जली, कोयला भई न राख।

The wood burned to charcoal, which then burned to ash. 
Burning in separation, I neither turned to coal nor ash.

 कागा सब तन खाइयो चुन चुन खाइयो मास।
दो नैना मत खाइयो मोहे पिया मिलन की आस। 

O crows ! From my corpse, have choicest of flesh. 
Spare the eyes, I hope to see my lover afresh. 


RAVI MAUN KI MADHUSHALA

दुःख से मुक्ति मिलेगी ऐसा सोच उठाया था प्याला।
और सांत्वना बंधुजनों सी दे देगी साकीबाला। 
आर्तनाद ही प्रणय निवेदन में परिवर्तित होता है। 
उर के छालों से ही खींची हाला तूने मधुशाला। ।

Monday, 1 November 2021

DR. KHALILUR REHMAN AZMI..

यूँ तो कहने की नहीं बात मगर कहता हूँ।
प्यार का नाम किताबों में लिखा देखा है। जब कभी हाथ बढ़ाया है किसी की जानिब। 
फ़ासला और भी कुछ बढ़ता हुआ देखा है
बूँद भर दे न सका कोई मुहब्बत की शराब। 
यूँ तो मयखाने का मय-ख़ाना लुटा देखा है। 

People don't say it but let me say. 
Love is a name just found in print. 
When ever I tried to reach someone. 
The distance increases without a hint. 
No one spared a drop of love's wine.
Though taverns are robbed of stock and mint.