Thursday, 23 December 2021

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SUB'H HOTI HAI CHHUPA LO HUM KO....

सुब्ह होती है छुपा लो हम को।
रात भर चाहने वालो हम को। 

It's morning, conceal me. 
Night long, you did feel me.

हम ज़माने के सताए हैं बहुत। 
अपने सीने से लगा लो हम को। 

The world has tortured me. 
Just embrace 'n heal me. 

दिल न पा जाए कहीं शब का राज़। 
सुब्ह से पहले उठा लो हम को। 

Night secret be unknown to heart 
Before morn' pick, feel me.

हम हक़ीक़त हैं नज़र आते हैं। 
दास्तानों में छुपा लो हम को। 

I am truth, can be seen. 
In stories, conceal me. 

वक़्त के होंठ हम को छू लेंगे। 
अन-कहे बोल हैं गा लो हम को। 

 Lips of time will touch.
 Sing untold words, seal me. 

कल खरीदारों के पहरे होगे। 
आज की रात चुरा लो हम को। 

'morrow, buyers 'll guard. 
This night, you steal me. 


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