Wednesday, 22 December 2021

BASHIR BADR.. GHAZAL.. YE CHIRAGH BE NAZAR HAI, YE SITARA BEZUBAAN HAI....

ये चिराग़ बे-नज़र है, ये सितारा बे-ज़ुबाँ है।
अभी तुम से मिलता जुलता, कोई दूसरा कहाँ है ?

This lamp has no eye, no tongue is with this star. 
Where is one that's like you, even if not at par.

वही शख़्स जिस पे अपने, दिल - ओ-जाँ निसार कर दूँ।
वो अगर ख़फ़ा नहीं है, तो ज़रूर बद-गुमाँ है।

One whom I can bestow, my heart 'n liver in row.
If isn't an angry foe, is suspicious too far.

कभी पा के तुझ को खोना, कभी खो के तुझ को पाना।
ये जनम जनम का रिश्ता, तेरे मेरे दरमियाँ है। 

Losing when I got, finding you missing a lot. 
Beyond our lives in trot, this relation' s ajar.

मैं इसी गुमाँ में बरसों, बड़ा मुतमइन रहा हूँ।
तिरा जिस्म बे-तग़इयुर, मिरा प्यार जाविदाँ है।

In this fancy for years, I have been all cheers. 
While your face 'll fade, my love death can't charr.

मिरे साथ चलने वाले, तुझे क्या मिला सफ़र में ?
वही दुख भरी ज़मीं है, वही ग़म का आसमाँ है।

You walked with me a lot, just tell me what you got ?
Same sorrow stricken earth, aggrieved sky so far. 

उन्हीं रास्तों ने जिन पर, कभी तुम थे साथ मेरे ।
मुझे रोक रोक पूछा, तेरा हमसफ़र कहाँ है ?
Walking on that route, when you were with me, cute !
Barred me finding mute, where is your co-star ? 

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