World wants that distance should always remain.
Don't follow it's advice, let's go in that lane.
ढूँढने पर भी न मिलता था मुझे अपना वजूद।
मैं तलाश-ए-दोस्त में यूँ बे-निशाँ था दोस्तो।..... जगन्नाथ आज़ाद....
I didn't get a trace of myself in the search.
I got trace less while conducting pal's search.
इश्क़ माशूक़ इश्क़ आशिक़ है।
यानी अपना ही मुब्तिला है इश्क़।
....... मीर तक़ी मीर.....
Love is beloved, lover is love.
Distressed with the self is love.
'फ़राज़' तर्क-ए-तअल्लुक़ तो ख़ैर क्या होगा।
यही बहुत है कि कम कम मिला करो उस से।...... अहमद फ़राज़.....
O 'Faraz' loss of contact is difficult for men.
It's enough that you meet only now and then.
गिर न जाए तिरे मेयार से अंदाज़-ए-हुरूफ़।
यूँ कभी नाम भी तेरा नहीं लिक्खा मैंने।
....... हामिद मुखर हामिद.......
Lest style of words should your level degrade.
So I never wrote your name, did always evade.
दिल उस चश्म को वो दिल-ए-ज़ार को।
कि देखे है बीमार बीमार को।
...... तस्वीर देहलवी.........
Heart sees that eye, eye sees broken heart.
One patient looks at other patient's heart.
मैं ढूँढता हूँ जिसे वह जहाँ नहीं मिलता।
नई ज़मीन नया आसमाँ नहीं मिलता।
........ कैफ़ी आज़मी........
The world that I search, is a phantom search.
New earth and new sky, are out of reach so high.
हम तो समझे थे कि बरसात में बरसेगी शराब।
आई बरसात तो बरसात ने दिल तोड़ दिया।.... सुदर्शन फ़ाक़िर......
In rains I so thought, wine 'll rain quite a lot.
With dark clouds on roar, broke the heart once more.
यूँ तो हर शाम उम्मीदों में गुज़र जाती है।
आज क्या बात है जो शाम पे रोना आया।..... शकील बदायूनी.....
Each eve' does pass, as hopes enmass.
There's something in eve', tears flew to relieve.
ऐ देखने वालो मुझे हँस हँस के न देखो।
तुम को भी मोहब्बत कहीं मुझ सा न बना दे।...... बहज़ाद लखनवी.....
O those of you who behold, don't laugh at me get bold.
Maybe love in it's spree, make you too just like me.
आज न जाने राज़ ये क्या है ?
हिज्र की रात और इतनी रौशन !.. जिगर
Don't know what may, be the secret in sway.
The departure night and so bright light !
दिल की बात कही नहीं जाती चुपके रहना ठाना है।
हाल अगर है ऐसा ही तो दिल से जाना जाना है।.... मीर तक़ी मीर.....
State of heart isn't told, will keep mum I, so bold.
If this remains the state, I 'll lose the heart O mate !
कभी हम में तुम में भी चाह थी, कभी हम में तुम में भी राह थी।
कभी हम भी तुम भी थे आश्ना, तुम्हें याद हो कि न याद हो ।... मोमिन....
Within us was a like someday, there was love on spike someday.
Someday we loved a lot, whether you remember or not.
आप कहते थे कि रोने से न बदलेंगे नसीब।
उम्र भर आप की इस बात ने रोने न दिया।..... सुदर्शन फ़ाक़िर.....
So you used to state, crying won't change the fate.
Lifelong I couldn't weep, for your words upkeep.
अपनी उजड़ी हुई दुनिया की कहानी हूँ मैं।
एक बिगड़ी हुई तस्वीर-ए-जवानी हूँ मैं।
....... अख़्तर अंसारी.....
I am a tale of ruined world, so smooth.
I am a spoilt portrait of the youth .
कभी जो खो गया था पा लिया है।
मगर जो खो गई थी चीज़ क्या थी ?
........ जावेद अख़्तर.......
I could get what I had lost.
But what's it that I had lost.
फ़क़त निगाह से होता है फ़ैसला दिल का
न हो निगाह में शोख़ी तो दिलबरी क्या है?
...... अल्लामा इक़बाल.......
Heart decisions dance, on a single glance.
Without a mischievous eye, love is bland and dry.
तमाम शहर से मैं जंग जीत सकता हूँ।
मगर मैं तुम से बिछड़ते ही हार जाऊँगा।
...... एजाज़ अंसारी.....
I can easily defeat, whole city as a feat.
But if you part, I 'll lose from start.
दुनिया के जो मज़े हैं, हरगिज़
वो कम न होंगे।
चर्चे युँही रहेंगे अफ़सोस हम न होंगे।
... आग़ा मुहम्मद तक़ी ख़ां तरक़्क़ी...
The world' n it's pleasures, won't reduce it's treasures.
The talks 'll all be there, alas I won't be there.
इन सितारों में कहीं तुम भी हो।
इन नज़ारों में कहीं मैं भी हूँ।
.... काशिफ़ हुसैन ग़ैर.....
Somewhere in these stars are you.
Somewhere in these views, me too.
न जाने लोग ठहरते हैं वक़्त-ए-शाम कहाँ। हमें तो घर में भी रहने का हौसला न हुआ।...... अख़्तर होशियारपुरी.......
I know not where people at evening time roam..
I don't even have the courage to stay home.
ये आँसू ये पशेमानी का इज़हार।
मुझे इक बार फिर बहका गई वो।
....... ज़िया जालंधरी......
Tears to repent, was exhibited intent.
She could regain, deceive me once again.
मैंने कहा जो बज़्म-ए-नाज़ ग़ैर से चाहिए तिही।
सुन कर सितम-ज़रीफ़ ने मुझ को उठा दिया कि यूँ।..... ग़ालिब......
आबाद रहेंगे वीराने शादाब रहेंगी ज़ंजीरें।
जब तक दीवाने ज़िंदा हैं फूलेंगी फूलेंगी ज़ंजीरें।.... हफ़ीज़ मेरठी.....
Deserts will be inhabited, always fresh 'll be the chains.
Till crazy are alive, flowering, fruiting' ll be the chains.
नींद को लोग मौत कहते हैं।
ख़्वाब का नाम ज़िन्दगी भी है।
.... अहसन यूसुफ़ ज़ई.....
People say that sleep is death.
Blame dream life in same breath.
शदीद गर्मी में कैसे निकले वो फूल चेहरा। सो अपने रस्ते में धूप दीवार हो रही है।
....... शकील जमाली.....
How in such intense heat can out flower face ?.
On the way, sun finds a wall with much grace.
सुकून दे न सकीं राहतें ज़माने की।
जो नींद आई तिरे ग़म की छाँव में आई।
...... पयाम फ़तेहपुरी....
Reliefs of the world could offer no solace.
In shade of your grief could sleep find place.
करोगे याद तो हर बात याद आएगी।
गुज़रते वक़्त की हर मौज ठहर जाएगी।
....... बशर नवाज़.......
Remembering, you 'll recall all things in between.
Each wave' ll stop on the passing time screen.
न जाने कब वो पलट आएँ दर खुला रखना।
गए हुए के लिए दिल में कुछ जगह रखना।.... इफ़्तिख़ार नसीम......
Keep open the door, don't know when he'll be back.
For him who has left, keep space in heart track.
ऐ हवा तू ही उसे ईद मुबारक कहियो।
और कहियो कि कोई याद किया करता है
।....... त्रिपुरारि.....
Tell her Eid greetings, O wind ! You will.
Tell her that someone remembers still.
जिसे तुम ढूँढती रहती हो मुझ में।
वो लड़का जाने कब का मर चुका है।
..... त्रिपुरारि.......
One whom you keep searching within me.
That boy is no more, long time no see.
ज़ेहन पे बोझ रहा दिल भी परेशान हुआ ।
इन बड़े लोगों से मिल कर बड़ा नुकसान हुआ।.... तारिक क़मर.....
There was a load on mind 'n heart suffered a toss.
Meeting these great people, I incurred great loss.
आँखों के ख़्वाब दिल की जवानी भी ले गया।
वो अपने साथ मेरी कहानी भी ले गया।
.... फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी....
He swept youth of heart and my dreams.
Along with him went my story, it seems.
ज़िंदा जो बच गए हैं सहें दुश्मनी के दुख।
अपना गला तो प्यार के ख़ंजर से कट गया।..... फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी.....
Agony of hatred is for those who still survive.
Love dagger has cut my throat, I am not alive.
मेरी उमीद का सूरज कि तेरी आस का चाँद।
दिए तमाम ही रुख़ पर हवा के रक्खे थे।
...... ज़फ़र मोरादाबादी.....
Sun of my hope, moon of your desire on show.
All these lamps confronted the wind, it's flow.
दर-ओ-दीवार पे शक्लें सी बनाने आई।
फिर ये बारिश मिरी तन्हाई चुराने आई।
........ कैफ़ भोपाली.......
On walls and gates, paints pictures, this rain.
Rain has come to steal my solitude again.
कैसे इक लफ़्ज़ में बयान करूँ ?
दिल को किस बात ने उदास किया।
....... कैफ़ भोपाली......
In one word, how can I tell ?
What saddened my heart as hell.
इतना भी ना-उमीद दिल-ए-कम-नज़र न हो।
मुमकिन नहीं कि शाम-ए-अलम की सहर न हो।.... नरेश कुमार शाद.....
Don't be so hopeless O narrow sighted heart.
Each evening of sorrow will in morning part.
छुप कर न रहसकेगा वो हम से कि उस को हम।
पहचान लेंगे उस की किसी भी अदा से हम।..... उमर अंसारी......
He can't be hidden from me all the while.
I 'll recognise him by any one style.
चश्म-ए-इंकार में इक़रार भी हो सकता था।
छेड़ने को मुझे फिर मेरीअना पूछती है।
....... असअद बदायूनी....
The glance of refusal and approval could be twain.
My ego is asking me to upset her again.
फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था। सामने बैठा था मेरे और वो मेरा न था।
........ अदीम हाशमी......
Distances can be such, I didn't think so much.
He was seated before me, but didn't belong to me.
तमाम उम्र तिरे इंतिज़ार में हमदम।
ख़िज़ाँ - रसीदा रहा हूँ बहार कर मुझ को।
...... नदीम गुल्लानी.....
I waited life long for my heart string to fling.
Always did autumn sting, you turn me in to spring.
कट गई अहतियात - ए-इश्क़ में उम्र।
हम से इज़हार - ए-मुद्दआ न हुआ।
....... हसरत मोहानी.......
Caution of love got me into the mire.
Whole life I couldn't express the desire.
हंगामा है क्यों बरपा थोड़ी सी जो पी ली है।
डाका तो नहीं डाला चोरी तो नहीं की है।
...... अकबर इलाहाबादी........
Why is everyone on run, if I drank a little for fun.
I didn't rob anyone, stealing wasn't done.
चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है।
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है।..... हसरत मोहानी......
Silently night and day,, I remember tears in sway.
I recollect even this day, that time of love so to say.
तुम्हारे ख़त में नया इक सलाम किस का था ?
न था रक़ीब तो आख़िर वो नाम किस का था ?...... दाग़ देहलवी.......
In your letter whose was the new salute ?
If not a rival, whose name was it O cute ?
महफ़िल में बार बार किसी पर नज़र गई।
हम ने बचाई लाख पे फिर भी उधर गई।
...... आग़ा बिस्मिल......
Inside the assembly domain, I saw someone again 'n again.
I tried a lot to contain, but eyes just did not refrain.
ठोकर किसी पत्थर से अगर खाई है मैंने।
मंज़िल का पता भी उसी पत्थर से मिला है।..... बिस्मिल सईदी.....
If I have stumbled upon some stone.
The sign of goal, it has always shown.
ऐ ज़ुल्फ़-ए-यार तुझ से भी आशुफ़्ता-तर हूँ मैं।
मुझ सा न कोई होगा परेशान-ए-रोज़गार।....... जोशिश अज़ीमाबादी....
Omy love ! Your tress.
I am more in distress.
None has been so made,so distressed in the trade.
इस में बसी हुई हैं तेरे दिल की धड़कनें।
हम से तिरे ख़ुतूत जलाए न जाएँगे।
...... ताबिश सुल्तानपुरी......
Imprinted in each part, are beats of your heart.
I can not set to fire, your letters out of ire.
मैं इस लिबास के सदक़े कि अंग अंग तिरा।
तिरे लिबास के बाहर दिखाई देता है।
....... ताबिश सुल्तानपुरी......
This attire I admire, your body parts are on fire.
These are seen outside, within clothes they reside.
बहारों में ये होश ही कब रहा था।
कि जलती है क्या शै कहाँ आशियाँ है ?
..... मदहोश ग्वालियरी......
Sense in spring was not at best.
What is burning, where is nest ?
उस साल फ़स्ल-ए-गुल में उजड़ा था बनते बनते।
रहता तो आशियाँ को अब एक साल होता।....... आसी लखनवी.......
It was scattered while making in spring that year.
Had it been, my nest could be an year old dear.
अब मैं नहीं तो बाग़ में इस का मुक़ाम क्यों ?
अच्छा हुआ कि लग गई आग आशियाने में।...... साक़िब लखनवी.......
In my absence why even that should survive ?
It's good that in fire, my nest didn't thrive.
गुलशन से उठ के मेरा मकाँ दिल में आ गया।
इक दाग़ बन गया है नशेमन जला हुआ।
........ साक़िब लखनवी......
My home has shifted from garden to heart.
That burnt out nest is a scar from start.
तामीर-ए-आशियाँ में मैंने ये राज़ पाया।
अहल-ए-नवा के हक़ में बिजली है आशियाना।..... इक़बाल.....
While making home, this secret was found O lark.
That a singer's nest is within range of the spark.
हो गए बरसों कि आँखों की खटक जाती रही।
जब कोई तिनका उड़ा घर अपना याद आया मुझे।..... साक़िब लखनवी.....
It has been years, in eyes the irritants didn't roam.
When a straw got air bound, I remembered the home.
गुलशन बहार पर था नशेमन बना लिया।
मैं क्यों हुआ असीर मिरा क्या क़ुसूर था ?
I made my nest, as in garden there was spring.
Why was I imprisoned, for what, which thing ?
निशान-ए-बर्ग-ए-गुल तक भी न छोड़ इस बाग़ में गुलचीं।
तेरी क़िस्मत से रज़्म आराइयाँ हैं बाग़बानों में।.... इक़बाल.....
O destroyer don't leave even a flower petal in the garden.
It's your fortune that there are quarrels in the garden.
मिरी क़ैद का दिलशिकन माजरा था।
बहार आई थी आशियाँ बन चुका था।
Being captured was a heart breaking thing.
My nest well made and there was spring.
हमीं नावाक़िफ़-ए-रस्म-ए-चमन थे ऐ क़फ़स वालो।
फ़लक से अहद ले लेते तो फ़िक्र-ए-आशियाँ करते।... आसी लखनवी...
O prison matesI knew not garden customs so high.
I should have made my nest, after promise from sky.
सियह-बख़्ती में कब कोई किसी का साथ देता है।
कि तारीकी में साया भी जुदा होता है इंसाँ से।..... नासिख़.....
When your fate is bad, none is on your side.
In darkness, even your shadow stands aside.
दें ग़ैर दुश्मनी का हमारी ख़याल छोड़।
याँ दुश्मनी के वास्ते काफ़ी हैं यार बस।
......... हाली.........
Let rivals for enmity pay no heed.
My friends are here to fulfil that need.
बहुत उम्मीद थी जिन से हुए वो मेहरबाँ क़ातिल।
हमारे क़त्ल करने को बने ख़ुद पासबाँ क़ातिल।
I was killed by those from whom I had hope.
Murder was planned by guardians, what hope !
ये सब ना आश्ना-ए-लज़्ज़त-ए-परवाज़ है शायद।
असीरों में अभी तक शिकवा-ए-सैयाद होता है।....... असग़र गौंडवी.....
They are probably unaware of the pleasure to fly.
Captured still lament on the captor, but why ?
कल बहुत नाज़ाँ उरूज़-ए-बख़्त पर सैयाद था।
बात इतनी थी कि मैं था क़ैद वो आज़ाद था।...... साक़िब लखनवी........
Yesterday my captor was very proud of his fate.
Only he was free, I was inside prison O mate.
मैं तो था मजबूर रहने पर कि था पाबंद-ए-इश्क़।
कोई पूछे बाग़ में क्या काम था सैयाद का
..... साक़िब लखनवी......
I was in love with the garden, so I had to stay.
What was the captor doing in garden, by the way ?
यहाँ कोताही-ए-ज़ौक़-ए-अमल है ख़ुद गिरफ़्तारी।
जहाँ बाज़ू सिमटते हैं वहाँ सैयाद होता है।....... असग़र गौंडवी.......
When desire to work recedes, you do not resent.
Arms are by side, are for the captor a present.
मिरे सैयाद की तालीम की है धूम गुलशन में।
यहाँ जो आज फँसता है वो कल सैयाद होता है।..... अकबर इलाहाबादी.....
The training of my captor is famous, so to say.
Who is captured today, turns captor in a day.
ये क्या मज़ाक़ फरिश्तों को आज सूझा है।
ख़ुदा के सामने ले आए हैं पिला के मुझे।
..... रियाज़ ख़ैराबादी......
What a joke do the angels have in their mind ?
Before God I am presented as a drunk of a kind.
जिनको पीने का तरीक़ा न सलीक़ा मालूम।
जाके कौसर में यकायक वो पिएँगे कैसे ?
Who learnt here no way or manner to drink.
In the heaven, how will they suddenly drink ?
यहाँ फ़साना - ए-दैर-ओ-हरम नहीं
असग़र।
ये मय- कदा है यहाँ बे-ख़ुदी का आलम है।
O 'Asghar' there is no rift in temple 'n mosque here. ;
It is wine house and all are lost in self here.
सदसाला दौर-ए-चर्ख़ था साग़र का एक दौर।
निकले जो मय-कदे से तो दुनिया बदल गई।....... असग़र गौंडवी.......
Equal to a century of the skies, was one drink round.
When I left the tavern, a changed worid was found.
पीता नहीं शराब कभी बेवज़ू किए ।
क़ालिब में मेरे रूह किसी पारसा की है ।
....... आबरू......
I don't start drinking before ablution any day.
The soul in my body is just angelic any way.
अज़ाँ हो रही है पिला जल्द साक़ी।
इबादत करूँ आज मख़मूर हो कर।
There's call for prayer, serve drink fast.
I want to pray very well drunk at last.
दिन में चर्चे ख़ुल्द के शब में मय-ए-कौसर के ख़्वाब।
हम हयम में आ गए मय-ख़ाना वीराँ देख कर।....... रियाज़ ख़ैराबादी......
Talk of heaven in day, drink at stream in night dream.
Seeing tavern deserted, I went to mosque in scheme.
ज़ाहिद को डेढ़ ईंट की मस्जिद पे ये ग़ुरूर।
वो भी ख़ुदा के फ़ज़्ल से घर का मकाँ नहीं।...... रियाज़ ख़ैराबादी....
Why about this little mosque is the priest so proud ?
For God's sake, It isn't his, can't say it so aloud.
लुत्फ़ - ए-मय तुझ से क्या कहूँ ज़ाहिद ?
हाय कम्बख़्त ! तूने पी ही नहीं।.. दाग़...
What to tell you the pleasure of drink O priest ?
O I'll fated ! you could not have it at least.
क़दम रखना संभल कर महफ़िल - ए-रिंदाँ में ऐ ज़ाहिद।
यहाँ पगड़ी उछलती है इसे मय-ख़ाना कहते हैं।..... दाग़ देहलवी....
In this gathering of drunks, O priest step in fear.
It is a tavern and turbans are tossed here.
बोतल खुली जो हज़रत-ए-वाइज़ के सामने।
मारे ख़ुशी के काग भी दो गज़ उछल गया।.... दाग़ देहलवी.....
When a bottle was opened in front of priest.
With pleasure the cork jumped yards at least.
बस इतना फ़र्क़ है इंसान में और उसकी तुर्बत में ।
वो है इक ढेर मिट्टी का ये है तस्वीर मिट्टी की ।...... मंज़ूर......
In man and his grave, a difference comes to boil.
That's a heap of soil, this is a sketch of soil.
दिल कि जिस की ख़ाना वीरानी का तुम को ग़म नहीं।
क्या बताएँ हम तुम्हें इस घर में कौन आबाद था ?...... साक़िब लखनवी...
You did not mind delapidation of this heart.
How to tell you, who was stationed in this heart ?
ख़ुशी क्या खेत पर मेरे अगर सौ बार अब्र आए।
समझता हूँ कि ढूँढे है अभी से बर्क़ ख़िरमन को।..... ग़ालिब.....
It does not please me a bit if clouds roar on my field.
I know that spark is searching for my nest in it's shield.
हम को उन से है वफ़ा की उम्मीद।
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है ?... ग़ालिब
From her I have hope of faith.
Who doesn't know what is faith
पिन्हाँ था दाम-ए-सख़्त क़रीब आशियाने के।
उड़ने न पाए थे कि गिरफ़्तार हम हुए।
......... ग़ालिब.......
A mesh was planted near the nest to snare.
I could not fly, was caught then and there.
छोड़ी 'असद' न हम ने गदाई में दिल लगी।
साइल हुए तो आशिक़-ए-अहल-ए-करम हुए।...... ग़ालिब.....
O 'Asad' even when popper, I didn't leave her gate.
Even as a hermit, I loved that prophetic state.
सफ़ीना जब कि किनारे पे आ गया 'ग़ालिब'।
ख़ुदा से क्या सितम-ए-जोर-ए-नाख़ुदा कहिए।
When the boat has ultimately reached the shore.
Why complain to God boatsman' s torture anymore ?
न सुनो गर बुरा कहे कोई।
न कहो गर बुरा करे कोई।
Don't listen if one says bad.
Don't state if one does bad.
रोक लो गर ग़लत चले कोई।
बख़्श दो गर ख़ता करे कोई।
Stop if one steps aside.
Spare if one commits bad.
बक रहा हूँ जुनूँ में क्या क्या कुछ।
कुछ न समझे ख़ुदा करे कोई।
O God ! No one should know.
What was said when I was mad
जब तवक्कोह ही उठ गई 'ग़ालिब'।
क्यों किसी का गिला करे कोई।
When there's nothing to expect
Then why complain nomad ?
हो चुकी 'ग़ालिब' बलाएँ सब तमाम।
एक मर्ग-ए-नागहानी और है।
O'Ghalib' all troubles are gone.
Untimely death one can moan.
उग रहा है दर-ओ-दीवार पे सब्ज़ा 'ग़ालिब' ।
हम बयाबाँ में हैं और घर में बहार आई है।
O'Ghalib' there's greenary on doors and dome.
While I am in desert, there is greenary at home.
हस्ती के मत फ़रेब कभी खाइयो 'असद'। आलम तमाम हल्क़-ए-दाम-ए-ख़याल है।
O 'Asad' never have an illusion of being there.
Whole world is a thought, a net to snare.
क़तअ कीजे न तआल्लुक़ हम से।
गर नहीं कुछ तो अदावत ही सही।
Do not break all contacts with me.
If nothing else, let rivalry be.
लाज़िम नहीं कि ख़िज्र की हम पैरवी करें। माना कि इक बुज़ुर्ग हमें हमसफ़र मिले।
It's not essential that for Khijra I should plead.
It's true, an elderly person met on way indeed.
ब क़द्र-ए-शौक़ नहीं ज़र्फ़-ए-तंग नाए ग़ज़ल।
कुछ और चाहिए वुसअत मेरे बयाँ के लिए।..... ग़ालिब.....
I feel confined in the field of ghazal to this extent.
Need more space for my thoughts to present.
ज़िन्दगी अपनी कुछ इस शक्ल से गुज़री यारब।
हम भी क्या याद रखेंगे कि ख़ुदा रखते थे।
O God when my life was spent in this way.
I 'll remember that I too had God, so to say.
हम ने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन ख़ाक हो जाएँगे हम तुम को ख़बर होने तक ।
I too agree that you will not ignore.
Before you know it, I' ll be no more.
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