अब सब रातें सूनी रातें लगती हैं।
All tales of love appear to be dreams.
All nights are vacant now, it seems.
कोई तो शिकवा सरायान-ए-वफ़ा से पूछे
वफ़ा भी तुम ही जो करते तो हम कहाँ होते ?
Why grumble that you aren't loyal to me.
If you too were loyal, where would I be ?
जफ़ा के ज़िक्र से तुम क्यों संभल के बैठ गए ?
तुम्हारी बात नहीं, बात है ज़माने की।
Why has talk of infidelity stirred you to core.
It's a tale of the world, not yours any more.
रंज तो ये है किवो अहद-ए-वफ़ा टूट गया।
बेवफ़ा कोई भी हो तुम न सही हम ही सही।
What hurts is a break of promise to be loyal.
If not you it's I who has been disloyal.
मेरा अदब कि मैं गुलचीं नहीं बना वर्ना ।
बहुत क़रीब से मेरे बहार गुज़री है ।
Not to pluck flowers is my restrain O dear.
Though the spring has passed by me from so near.
सुकून - ए-दिल जहाँ में बेश-ओ-कम हैं ढूंढने वाले।
यहाँ हर चीज़ मिलती है सुकून - ए-दिल नहीं मिलता।...... इक़बाल ........
....
O searcher in this world there is little peace of heart.
Everything else is available here in this mart.
उड़ जाएँगे इक दिन, तस्वीर के रंगों की तरह।
हम वक़्त की टहनी पर बैठे हैं परिंदों की तरह।........ गुलज़ार.............
Like colours of a painting we will fade away.
On twig of time we are sitting like birds today.
बिन तुम्हारे हमें सुकून नहीं।
सुफ़ैद बाल हुए हैं हमारा ख़ून नहीं।
Without you peace can't alight.
Not blood, only hair are white.
संभल के रखना क़दम दश्त - ए-ख़ार में मजनूँ।
कि इस नवाह में 'सौदा' बरहना-पा भी है।
O Majnun, step carefully in thorn jungle zone.
Here 'Sauda' also walks barefoot on his own.
बाग़-ए-बहिश्त से मुझे भेजा था पहले क्यों मुझे ?
कार-ए-जहाँ दराज़ है अब मेरा इंतज़ार कर।....... इक़बाल.........
From the garden of heaven why did you send me over here ?
Lot of work is still undone, so you wait for me over there.
ठहर के पाँव के काँटे निकालने वाले।
ये होश है तो जुनूँ कामयाब क्या होगा ?
........... राज़ सज़्दानी
O Traveller ! if you stop to remove thorns from the feet. With senses intact, frenzy is a difficult state to meet.
बहुत दिनों बाद पाई फ़ुरसत तो मैंने ख़ुद को पलट के देखा।
मगर मैं पहचानता था जिस को वो आदमी अब कहीं नहीं है।..
.........जावेद अख्तर.......
After so long I spared time to look back on my own.
Nowhere could he be found, the man that I had known.
ख़ुश भी हूँ डरता भी हूँ मुझको ख़ुशियाँ।
दुश्मन की भेजी सौगातें लगती हैं।
........... जावेद अख़्तर........
Happiness makes me happy 'n afraid.
As gifts sent before an enemy raid.
बहुत बुलंद है दिल का मुक़ाम - ए-ख़ुद्दारी।
मगर शिकस्त का इम्काँ नहीं तो कुछ भी नहीं।........ रविश सिद्दीक़ी.........
I keep at a high level self confidence of heart.
Without a chance to fail, I won't play this part.
दैर-ओ-हरम में बहस रही दिल कहाँ रहे।
आख़िर ये तय हुआ कि ये बे ख़ानुमाँ रहे।
A tussle was in temple 'n mosque, where should heart reside ?
O it would not stay anywhere, so did the wise men decide.
ख़ाम-ए-क़ुदरत ने दिल का नाम ये कह कर लिखा।
हर जगह इस लफ़्ज़ के मानी बदलते जाएँगे।...... अज़ीज़ लखनवी.....
Almighty' s quill so drafted in heart 's name.
At any two places, it won't mean the same.
यारब ये दिल है या कोई मेहमाँ सराय है ।ग़म रह गया कभी कभी आराम रह गया।
........... ख्वाजा मीर दर्द........
O God ! Is my heart a guesthouse on highway.
At different times grief and pleasure stay.
दिल भी तेरे ही ढंग सीखा है।
आन में कुछ है आन में कुछ है।
........... मीर तक़ी मीर..........
My heart for sure has learnt your ways.
In a fraction of second, it's mood sways.
अच्छे हुए ज़माने के बीमार सैकड़ों।
दिल वो भरीज़ है जो अभी ज़ेर-ए-ग़ौर है।
............ आसी उल्दनी.......
Hundreds of patients are now fit and smart.
Under observation is still my poor heart.
यूँ तो कहने की नहीं बात मगर कहता हूँ।
प्यार का नाम किताबों में लिखा देखा है।
जब कभी हाथ बढ़ाया है किसी की जानिब।
फ़ासला और भी कुछ बढ़ता हुआ देखा है।
बूँद भर दे न सका कोई मोहब्बत की शराब।
यूँ तो मैख़ाने का मैख़ाना लुटा देखा है।
... डा० ख़लील उर रहमान आज़मी...
Not worth saying but let me say.
Love is just a name in print.
. If I tried to reach someone.
Distance increased with no hint
None will spare a drop of love wine.
While tavern is robbed of stock and mint.
बाँट लें दुनिया को हम तुम मिल के ऐश-ओ-रंज में।
एक जानिब क़हक़हे हों इक तरफ़ फ़रियाद हो।..... साक़िब लखनवी.....
Let us divide this world in joy and pain O brother.
With prayers from one side and laughter from other.
दीदनी है शिकस्तगी दिल की।
क्या इमारत ग़मों ने ढाई है !... मीर....
Heart break is worth a look though brief.
O what a building collapsed by grief !
हक़ीक़त सुर्ख़ मछली जानती है।
समंदर कितना बूढ़ा देवता है।
.......... बशीर बद्र.........
Rare red fish can surely see.
How old is this God of sea ?
दिल तोड़ के जाने वाले सुन दो और भी रिश्ते बाक़ी हैं।
इक साँस की डोरी अटकी है इक प्यार का बंधन रहता है।..... क़यूम नज़र..........
Listen O shattered of my heart, two more relations remain.
Thread of breath is yet intact, bond of love I still maintain.
अजब रेसाई-ए-क़िस्मत है ऐ हिना तेरी।
चमन जो छूट गया दस्त-ए-नाज़नीं में रही।....... रियाज़ ख़ैराबादी........
O henna ! It's where your marvellous fate stands.
When garden was lost, you painted beloved's hands.
देखिए तक़रीर की लज़्ज़त कि जो उसने कहा।
मैंने ये जाना कि गोया ये भी मेरे दिल में है।........... . ग़ालिब...........
The beauty of her talk is what ever she said.
As if it's what I wanted to say instead.
शब को किसी के ख़्वाब में आया न हो कहीं।
दुखते हैं आज उस बुत-ए-नाज़ुक बदन के पाँव।.......... ग़ालिब..........
May be she went places in someone's dream last night.
Today her feet are tired, it's a delicate body's right.
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं।
तुझे ऐ ज़िन्दगी हम दूर से पहचान लैते हैं।.......... फ़िराक़ गोरखपुरी.......
Quite early do I recognise your footfall.
O life I know you from a far after all.
दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ यारब।
क्या लुत्फ़ अंजुमन का जब दिल ही बुझ गया हो।......... इक़बाल........
I am bored with assemblies of world, their part.
What good is organization with a doused heart.
अब ऐ ख़ुदा इनायत-ए-बेजा से फ़ायदा।
मानूस हो चुके हैं ग़म-ए-जावेदाँ से हम।
............ जोश मलीहाबादी.......
O God what good is this kindness so brief.
Now I have got used to eternal grief.
दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं।
साँझ ढले इस सूने घर में मेला लगता है।
Memories from all over come to meet in tears.
As the evening wanes, there's gathering of peers.
इस बस्ती में कौन हमारे आँसू पोंछेगा ?
जो मिलता है उस का दामन भीगा लगता है।
In this village who will wipe my tears ?
Everyone 's cloak is soaked with tears.
पके गेहूँ की ख़ुशबू चीख़ती है।
बदन कब का सुनहरा हो चुका है।
............. बशीर बद्र.......
Fragrance of ripe wheat cries anew.
Since long my body has a golden hue.
हुए फूल ख़ुश्क चमन जला कहीं नाम को न तरी रही।
यही अपने ज़ख़्म हरे रहे यही अपनी आँख भरी रही।
Flower's dried up, garden got burnt, there was no trace of moisture anywhere.
My wounds even then wet, my eyes wet and dripping everywhere.
सावन के बादलों की तरह से भरे हुए ।
ये वो नयन हैं जिनसे कि जंगल हरे हुए ।
........... सौदा...........
Filled like dark rain clouds, are seen.
These eyes have poured to turn jungles green.
अजल ठहर, न कर इस दर्जा शर्मसार मुझे।
लगा न दे कोई इल्ज़ाम - ए-इंतज़ार मुझे।
O death ! Just wait or I 'll feel ashamed.
That I couldn't wait for her' n then be blamed.
ज़िन्दगी से गराँ जवानी है रहम अपने पे खाइए 'कैफ़ी'।
देख कर अब कहीं घना साया आप भी बैठ जाइए कैफ़ी।
Youth is dearer than life, have mercy on yourself'Kaifi'.
Look for some heavy shade, you take some rest O Kaifi.
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