Friday, 4 February 2022

RANDOM COUPLETS.....102.. .

कल न हो ये कि मकीनों को तरस जाए ये घर ।
दिल के आसेब का हर एक से चर्चा न करो ।...... बशीर बद्र.......

Do not talk about the troubles of heart to all. 
This house may long to have anyone at all. 

हमें ख़ुदा के सिवा कुछ नज़र नहीं आता। 
निकल गए हैं बहुत दूर जुस्तजू में हम।
.......... रियाज़ ख़ैराबादी........

But for God there iथू68s nothing in sight. 
My search has gone too far outright.

ग़ैरत से रंग-ए-नाम-ए-आमाल मर न जाए।
कैफ़ीयत-ए-निगाह-ए-गुनहगार देख कर।
.......... यगाना चंगेज़ी ...........

The colour of His work may lose it's name. 
Looking at the state of sinner's shame. 

मेरी ख़ता पे आप को लाज़िम नहीं नज़र। 
ये देखिए मुनासिब-ए-शान-ए-अता है क्या ?......... हसरत मोहानी.......... 

Looking at my fault isn't worthy of you. 
Look at what you gave was worthy of you. 

देने वाले तुझे देना है तो इतना दे दे। 
कि मुझे शिकवा-ए-कोताही-ए-दामाँ हो जाए।...... बेदम वारसी........... 

Give me so much O Almighty if you want. 
For stretch of hem I grieve and chant. 

अपनी ही ख़बर नहीं है हमको। 
बेकार किसी की जुस्तजू है। 
..... जगमोहन लाल रैना शौक़....... 

 I do not have the knowledge of my own. 
It's useless to look for others and moan. 

भूले हैं रफ़्ता रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हम। 
किश्तों में ख़ुदकुशी का मज़ा हमसे पूछिए।..... ख़ुमार बाराबंक्वी..... 

I have forgotten her gradually over a lot of time. 
You know pleasure of suicide, a little at a time. 

अब भागते हैं साया-ए-ज़ुल्फ़-ए-बुताँ से हम। 
कुछ दिल से हैं डरे हुए कुछ आस्माँ से हम।................. हाली............... 

Now I run away from the shade of tress of dames. 
I am partly terrified by heaven, partly by heart games. 

मजाल-ए-तर्क-ए-मुहब्बत न एक बार हुई। ख़याल-ए-तर्क-ए-मुहब्बत तो बार बार आया।....... वहशत कलकतवी......... 

The courage to part with love didn't come even once. 
The thought to part with love had come in tons. 

एक हम हैं कि हुए ऐसे पशेमान कि बस। 
एक वो हैं कि जिन्हें चाह के अरमाँ होंगे। 
............... मोमिन.............. 

I am the one who can but repent. 
He is  one to have desire, intent. 

उनसे भी हो सका न ज़ब्त, उनको भी रहम आ गया। 
पा-ए-बरहना देख कर, जिस्म-ए-फ़िगार देख कर।..... जिगर मुरादाबादी....... 

She also had mercy, she could not control. 
Seeing me barefoot and injured as a whole. 

'सौदा' का तूने हाल न देखा तो क्या हुआ 
आईना ले के आप को देखे है तू हनोज़। 

What if you didn't look at 'Sauda' s condition even now. 
With a mirror in hand, you look  at your self even now.

अगर कार-ए-उल्फ़त को मुश्किल समझ लूँ। 
तो क्या तर्क-ए-उल्फ़त में आसानियाँ हैं ? 
.............. आज़ाद अंसारी............. 

If I think difficult is  love deed. 
Is love break up easy indeed ? 

एलाहदा न कर अल्फ़ाज़ से मआनी को। 
मजाज़ ही में हक़ीक़त का राज़ रहने दे। 
........... नातिक़ लखनवी............ 

Don't separate meaning from words, let it remain. 
Let it be cryptic,the mysteries. @8:
of truth  to sustain. 

एक ऐसा राज़ दिया है मुझे छुपाने को। 
जिसे वो चाहें तो ख़ुद भी छुपा नहीं सकते
........ मुइन अहसन जज़्बी......... 

He has given me such a secret to conceal. 
Which he will also find it hard to conceal. 

हुस्न के राज़-ए-नेहाँ शरह-ए-बयाँ तक पहुँचे। 
आँख से दिल में गए दिल से ज़ुबाँ तक पहुँचे।..... मुहम्मद दीन तासीर.......... 

The secrets of beauty have reached a stage to reveal. 
From eyes to heart, then to tongue that can't conceal. 

हो गई शहर शहर रुस्वाई। 
ऐ मेरी मौत तू भली आई।...... मीर...... 

From city to city spread bad name. 
O death ! It was good that you came. 

तुम अपने बाम से फ़रियाद की इजाज़त दो। 
यहाँ से तो नहीं सुनता है आसमाँ मेरी। 
.......... रियाज़ ख़ैराबादी............ 

From your roof you allow me to pray. 
Here He doesn't listen what I say. 

न तड़पने की इजाज़त है न फ़रियाद की है। 
घुट के मर जाऊँ ये मर्ज़ी मेरे सय्याद की है।...... मुहम्मद जान शाद.......... 

Neither can I show torment nor can pray. 
I stifle 'n die is what captor wants to say. 

अब कोई सदा मेरी सदा पर नहीं देता। 
आवाज़-ए-तरब और थी आवाज़-ए-फ़ुग़ाँ और।.... आनंद नारायण मुल्ला...... 

Now none emits his sound for my own. 
The joy tone was different from cry tone. 

सबब हर एक मुझसे पूछता है मेरे रोने का। 
इलाही ! सारी दुनिया को मैं क्यूँ कर राज़दाँ कर लूँ ?...ताजवर नजीबाबादी..

Every one is asking me why do I cry ?
 O God ! How can I let everyone pry ? 

ये कौन हाल है अहवाल-ए-दिल पे ऐ आँखों ! 
न फूट फूट के इतना बहो हुआ सो हुआ। 
................. सौदा.................... 

In what a state is the distressed heart O eyes ! 
What has happened has happened, why the cries ? 

बाइस-ए-गिरिया न पूछ ऐ हमनशीं। 
क्या कहूँ मैं आ गया था याद क्या?... दाग़

O partner, don't ask me the reason to cry. 
What came to my mind and let you pry ? 

तवील उम्र और उस पर ये अश्कबारी-ए-ग़म। 
न ख़त्म होता है पानी न जाम भरतार है। 
........... साक़िब लखनवी............ 

A long life and weeping all through the grief. 
Neither cup gets filled, nor watering is brief. 

होंगे बदनाम तो हो लेने दो। 
हमको जी खोल के रो लेने दो। 
............ अज़ीज़ लखनवी......... 

Let it be so, if I get a bad name. 
I want to cry heart out, no blame. 

तेरी बेसब्री है 'हसरत' ख़ामकारी की दलील। 
गिरिया-ए-उश्शाक़ में होती हैं तासीरें कहाँ ? 

O'Hasarat' your dissatisfaction is a plea of the immature. 
There is no effect of lovers cries, the skies don't roar. 

इलाही ख़ैर करना आशियाँ की दिल धड़कता है। 
चमक फिर कुछ नशेमन के क़रीं मालूम होती है।.... क़ैस शेखपुरवी.......... 

O God ! Save the nest, throbs my heart again. 
The spark is very near the garden site main. 

बच गया कल किसी हिकमत से नशेमन अपना। 
आज की तुंद हवा देखिए क्या करती है ? 
... नवाब ज़फ़र मुज़फ़्फ़रपुरी....... 

It was yesterday,the nest could be saved some way. 
Today the winds are fast, let's see how long they last. 

मुझे शादाबी-ए-सहन-ए-चमन से ख़ौफ़ आता है। 
यही अंदाज़ था जब लुट गई थी ज़िन्दगी अपनी।...... ज़हीर कश्मीरी...... 


When garden is green, well laid. I always feel so much afraid 
It was in a similar style, that my life was lost in a while. 

दामे हर मौज में है हल्क़-ए-सदकाम-ए-निहंग।
देखें क्या गुज़रे है क़तरे के गुहर होने तक।......... ग़ालिब........... 

In every wave with might, crocs are ready to bite. 
Let's see how times twirl,till water drop becomes pearl. 

सैयाद से भी उन्स रिहाई का शौक़ भी। 
इक दिल मिरा क़फ़स में है इक आशियाने में।....... नातिक़ लखनवी........... 

I love my captor and have a desire to be free. 
One heart is in prison, the other is on tree. 

शम'अ है, गुल भी है, बुलबुल भी है, परवाना भी। 
रात की रात में सब कुछ है, सहर कुछ भी नहीं..... मुहम्मद अली तिश्ना...... 

There's candle, flower,moth 'n nightingale. 
All are in night, the morning looks pale. 

किस से पैमान-ए-वफ़ा बाँध रही है बुलबुल ? 
कल न पहचान सकेगी गुल-ए-तर की सूरत।....... हाली........ 

With whom are you tying the knot of faith O nightingale ? 
Tomorrow you won't recognise this flower, when it's stale. 

ऐ सिज्दा फ़रोश-ए-कू-ए-बुताँ हर सर के लिए एक चौखट है। 
ये भी कोई शान-ए-इश्क़ हुई, जिस दर पे गए सर फोड़ लिया।... जमील मज़हरी.. 

O prayer seller in lane of dame, there's a door post for each head's name. 
There's no credit in it for love, to bang your head where ever you came. 

मिल गया होगा ख़ाक में जूँ-अश्क। 
तेरी आँखों से जो गिरा होगा। 
........ अमीनुद्दीन ध व ै

Like a tear, it mingles, gets lost with the dust..
This fate for all falling from your eye is  a must. 

मोहब्बत एक तपिश-ए-नातमाम होती है। 
न सुब्ह होती है इसकी न शाम होती है। 
............. रविश सिद्दीक़ी............ 

  Love is unending, it is warm. 
It has no evening 'n no morn'. 

हम तौर-ए-इश्क़ से तो वाक़िफ़
 नहीं हैं लेकिन। 
सीने में दिल को जैसे कोई मला करे है। 
............. मीर तक़ी मीर........... 

I am not aware of love, it's style and art. 
But as if in chest, someone rubs the heart. 

शायद इसी का नाम मोहब्बत है 'शेफ़्ता'। 
एक आग सी है सीने के अंदर लगी हुई। 

O 'Shefta' probably it is called love by name. 
Inside the chest, yes there is ignited a flame. 

जिसकी ज़िल्लत में भी इज़्ज़त है सज़ा में भी मज़ा। 
कुछ समझ में नहीं आता कि मोहब्बत क्या है ?..... हसरत मोहानी........... 

Whose disgrace is regard, punishment is pleasure. 
I simply do not understand, 
what's love, it's measure. 

ज़माना जिस क़दर शरह-ए-मोहब्बत करता जाता है। 
मोहब्बत और मुबहम, और मुबहम होती जाती है।... जिगर मुरादाबादी..... 

The way world  keeps explaining love. 
It becomes unclear over and above. 

रफ़्ता रफ़्ता इश्क़ मानूस-ए-जहाँ होने लगा। 
ख़ुद को तेरी याद में तन्हा सभझ बैठे थे हम।...... फ़िराक़ गोरखपुरी......... 

Gradually with the world, love became aware.
In your memory, I was feeling so lonely there. 

मेरे जिगर की ताब देख, रुख़ की शिकस्तगी न देख। 
फ़ितरत-ए-आशिक़ी समझ, क़िस्मत-ए-आशिक़ी न देख।
....... आनंद नारायण मुल्ला......... 

Look at courage of my heart, not ill facial state. 
Know the character of love and not it's ill fate. 

ऐ दिल ! तमाम नफ़ा है सौदा-ए-इश्क़ में। 
इक जान का ज़ियाँ है सो ऐसा ज़ियाँ नहीं 
.......... सदरुद्दीन आरज़ू......... 

O heart ! It's all profit in the love trade toss. 
Only loss of life is there, that's no big loss

इश्क़ फ़रमूदा-ए-क़ासिद से सुबुक-गाँम-ए-अमल। 
अक़्ल समझी ही नहीं मानी-ए-पैग़ाम अभी।....... इक़बाल.......... 

Love  started working on messenger 's will. 
Brain has not understood
 the massage still. 

इश्क़ पहले ही क़दम पर है यक़ीं से वासिल। 
इंतिहा अक़्ल की ये है कि गुमाँ तक पहुँचे
........ . मुहम्मद दीन तासिर............ 

Full confidence is love' s first step game. 
Probability is the extent brain can claim. 

ठीक आई अपने तन पे क़बा-ए-बरहनगी। बाक़ी लिबास छोटे हुए या बड़े हुए। 
.......... आतिश......... 

Befitting my body was  dress bare all.
Other dress was either large 
or small. 

मर्ग-ए-मजनूँ पे अक़्ल गुम है 'मीर'। 
क्या दिवाने ने मौत पाई है ! 

O'Mir' ! On Majnun's death, I have lost mind. 
What a death did the fanatic get, what kind ! 

ग़ज़ालाँ तुम तो वाक़िफ़ हो कहो मजनूँ के मरने की। 
दिवाना मर गया आख़िर तो वीराने पे क्या गुज़री ?... नारायण मौज़ूँ अज़ीमाबादी...
 
You are aware O deer ! Make Majnun's death clear. 
When the lunatic died, what was desert denied ? 

मरते हैं 'मीर' सब प न इस बेकसी के साथ। 
मातम में तेरे रोया न कोई पुकार के। 

Not so helplessly 'Mir', though everyone dies.
In your mourning, there were
 no loud cries. 

सहरा में कहीं हैं तो बयाबाँ में कहीं हैं। हम ख़ानाबदोशों का कहीं घर नहीं होता। 

In deserts and in jungles we roam. 
We nomads do not own any home. 

घर तो क्या घर का निशाँ भी नहीं बाक़ी 'सफ़दर' ।
अब वतन में कभी जाएँगे तो मेहमाँ होंगे। 
............ सफ़दर मिरज़ापुरी......... 

What home, 'Safdar', not even it's remains are there. 
If we return to place of birth, we 'll be guests there. 

न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँ। 
जो किसी के काम न आ सके मैं वो एक मुश्त-ए-ग़ुबार हूँ।... बहादुर शाह ज़फ़र... 

Neither shine of any eye nor peace of any heart. 
I am a handful of dust, which no use can impart. 

रायगाँ 'हसरत' न जाएगा मेरा मुश्त-ए-ग़ुबार। 
कुछ ज़मीं ले जाएगी कुछ आसमाँ ले जाएगा।...... हसरत मोहानी.............. 

O 'Hasrat' ! My handful of dust won't go waste 
Partly sky will scatter, partly land will taste. 

नसीम है तेरे कूचे में और सबा भी है। 
हमारी ख़ाक से देखो तो कुछ रहा भी है। 
.............. सौदा............ 

There is still smell of breeze in your lane. 
Look if there's something of my remain. 

जुज़ दिल-ए-हैरत-आश्ना और को ये ख़बर नहीं। 
एक मोक़ाम है जहाँ शाम नहीं, सहर नहीं।.......... असग़र गौंडवी......... 

But for a heart used to surprise, no one is aware. 
There's a place where, no morn' or eve' is there. 

जो राह अहल-ए-ख़िरद के लिए है ला-महदूद। 
जुनून-ए-इश्क़ में वो चंद गाम होती है। 
........... रविश सिद्दीक़ी......... 

The route that is infinite for the wise. 
Is just a few steps in love franchise.

ले हुस्न - ओ-मोहब्बत के वो अय्याम भी आए। 
कुछ कम है तेरा लुत्फ़ भी कुछ दर्द-ए-जिगर भी।....... फ़िराक़........... 

Times when beauty and love can set pace.
 Less is the pain in heart, less is your grace.

'जिगर' तेरी निगाह-ए-यास ने क्या कह दिया उनको। 
निगाहें नीची नीची आँख पुरनम होती जाती है।..... जिगर मुरादाबादी........ 

O 'Jigar' what your helpless look to her, has conveyed
 The eyes are tear-moist and looks too are low laid. 

सुनाते हो किसे अहवाल 'माहिर'। 
वहाँ तो मुस्कुराया जा रहा है।
........ माहिरुल क़ादरी...... 

O 'Mahir' whom are you narrating your state ? 
Over there, she is simply smiling O mate ! 

ज़ुबान दिल की हक़ीक़त को क्या बयाँ करती। 
किसी का हाल किसी से कहा नहीं जाता।........ अज़ीज़ लखनवी.... 

How can tongue express truth of heart ? 
None can tell other's state, full or in part. 

जवाब देने से पहले वो शक्ल देखते हैं। 
ये क्या हुआ मिरे चेहरे को अर्ज़-ए-हाल के बाद।........ आरज़ू लखनवी.......

Before answering, she just looks at my face.
What's happened to it after citing the case ? 

दिल है किस का जिस में अरमाँ आपका रहता नहीं। 
फ़र्क़ इतना है कि सब कहते हैं मैं कहता नहीं।....... नातिक़ लखनवी....... 

Whose heart doesn't possess your desire ? 
I don't, but others tell what they require. 

मर्ज़ी - ए-यार के ख़िलाफ़ न हो। 
लोग मेरे लिए दुआ न करें। 
.......... हसरत मोहानी........... 

It shouldn't be against lover's wish. 
Let not people pray for me, I wish. 

जान तुम पर नेसार करता हूँ । 
मैं नहीं जानता दुआ क्या है।... ग़ालिब.. 

I sacrifice my life on you.
 Know not a prayer, how to do ? 

किसी दिन ऐ ग़ुरूर-ए-इश्क़ ! अर्ज़-ए-
मुद्दआ कर दे। 
मिज़ाज-ए-हुस्न को थोड़ी सी बेचैनी अता कर दे।....... जमील मज़हरी...... 

Some day O proud love, put forth your request. 
In the mood of beauty, produce a little unrest. 

 मैं पूछता तो हूँ मगर जवाब के लिए नहीं। ये क्यों फिरी तेरी नज़र ये क्यों बदल गई हवा ?....... फ़िराक़ गोरखपुरी........ 

Of course I ask but not for the answer as concern. 
Why did your look change, why did the wind turn ? 

करेंगे अर्ज़ भी कुछ चैन ले ज़रा ऐ दिल। 
वो अंजुमन में हमारी तरफ़ नज़र तो करें। 
....... सूरज नारायण मेहर......... 

I 'll also request  but O heart just wait. 
In the gathering let her look at me O mate. 

अर्ज़-ए-शौक़ पर मेरी पहले कुछ अताब उन का। 
ख़ास इक अदा के साथ उफ़ वो फिर हिजाब उन का।.... जिगर..........

. On expression of my desire, first she was on fire. 
Then with a style so high, she was very much shy. 

हमें ये डर कहीं कुछ कह न दे नज़र उनकी। 
उन्हें गिला कि पयाम-ए-नज़र ज़ुबाँ पे नहीं।..... आनंद नारायण मुल्ला.... 

I was so terrified ,that her looks may take some side. 
She had this as lament, tongue didn't tell eye intent. 

दोस्ती है तो न देखा करो उदू की तरफ़। 
जादू भरा हुआ है तुम्हारी निगाह में। 

If we are friends, don't look at the rival. 
Let it be clear that your look is magical. 

ख़ुदा जाने करेगा चाक किस किस के गरेबाँ को। 
अदा से उन का चलने में वो दामन को उठा लेना।..... जुरअत........... 

God knows it will tatter dresses of how many men. 
Her walking in style, lifting hem every now and then. 

नर्मी-ओ-आहिस्तगी से पाँव रखने की अदा। 
सीख लें शबनम के क़तरे आप की रफ़्तार से।....... जोश मिली आबादी........ 

Softly and stylishly placing feet with grace. 
Let dew drops learn this art from your pace. 

नासेह को बुलाओ मेरा ईमान संभाले। 
फिर देख लिया उसने शरारत की नज़र से।...... हफ़ीज़ जालंधरी........ 

Just call the priest so as to hold my belief.
 She saw me again with that look of mischief. 

शरीर आँख निगह बेक़रार चितवन शोख़।
तुम अपनी शक्ल तो पैदा करो हया के लिए।....... दाग़ देहलवी.......... 

Mischievous eye, restless look and wanton view. 
At least grow on your face a little shy clue. 

क्या ज़िद है मेरे साथ ख़ुदा जाने वगरना। 
काफ़ी है तसल्ली को मेरे एक नज़र भी। 
............. सौदा.............. 

God knows, what keeps her away and why ? 
Just one look is sufficient for me, to satisfy. 

मुद्दत के बाद उसने की जो लुत्फ़ की निगाह। 
जी ख़ुश तो हो गया मगर आँसू निकल पड़े।........ कैफ़ी आज़मी...... 

After such a long time, when she saw me with grace. 
My heart was  happy, but tears rolled down the face. 

क्या बहार-ए-नक़्श-ए-पा है ऐ नयाज़-ए-आशिक़ी।
लुत्फ़ सर रखने में क्या सर रख के मर जाने में है।..... असग़र गौंडवी...... 

O lovely request, what a springy foot print ! 
Joy isn't in bowing  head, but getting extinct. 

पड़ता है ठीक पाँव जो तारीक राह में। 
ऐ चश्म रौशनी ये किसी नक़्श-ए-पा की है।.......... शाद अज़ीमाबादी.......... 

When foot steps right even in the dark route. 
O eye this glow is from foot-print of a cute. 

तिरछी नज़रों से न देखो आशिक़-ए-
दिलगीर को। 
कैसे तीरंदाज हो सीधा तो कर लो तीर को।...... ख्वाजा वज़ीर......... 

Don't look with deviated took a lover holding heart.
 Straighten your arrow, O marks-man of what sort . 

उस नक़्श-ए-पा के सज्दे ने क्या क्या किया ज़लील। 
मैं कूचा-ए-रक़ीब में भी सर के बल गया 
.............. ...... मौमिन.............. 

Bowing before that footprint, dishonoured me a lot. 
I went in the rival's lane, headbent on the trot. 

क्या कह गई है उन की नज़र कुछ न पूछिए। 
क्या कुछ हुआ है दिल पे असर कुछ न पूछिए।.........अख़्तर शीरानी...... 

What has her look said, just don't ask. 
What's effect on heart, just don't ask. 

एक हालत पर न रहने पाईं दिल की हसरतें। 
तुम ने जब देखा नए अंदाज़ से देखा मुझे।......... आसी उल्दनी......... 

In one state could not desires of heart pile. 
You looked at me every time in a new style. 

घड़ी घड़ी न इधर देखिए कि दिल पे हमें। 
है एख़्तियार पर इतना भी एख़्तियार नहीं।........ नेयाज़ फ़तेहपुरी........ 

Do not look towards me from time to time as such. 
I have some control on heart but not all that much. 

उस नज़र के झुकने में उस नज़र के उठने में। 
नग़्मा-ए-सहर भी है आह-ए-सुब्हगाही भी।......... मजरूह सुल्तानपुरी......... 

When that look rises, when that look falls. 
There's morning music, there are cry calls. 

उठा के नाज़ से शब-आफ़रीं निगाहोंको। 
किसी की सोई हुई रूह को जगाता जा। 
...........जोश मलीहाबादी......... 

Raise it with a style, night bound eyes for a while. 
Then some sleeping soul, can be in a waking role. 

वो दुश्मनी से देखते हैं देखते तो हैं। 
मैं शाद हूँ कि हूँ तो किसी की निगाह में। 
............ अमीर मीनाई........

She sees with enmity but still she looks. 
I am happy that I am still in her looks. 

जीना भी आ गया मुझे मरना भी आ गया। 
पहचानने लगा हूँ तुम्हारी नज़र को मैं 
........ असग़र गौंडवी......... 

I have learnt to live, I have learnt to die.
I can now read what goes in your eye. 

हम क्या करें न तेरी अगर आरज़ू करें ? 
दुनिया में और भी कोई तेरे सिवा है क्या? 
..   ....  .. हसरत मोहानी.....  ........ 

But for your desire, what else can I do ? 
What else is there in world, but for you ? 

तेरा तबस्सुम फ़रोग़-ए-हस्ती तेरी नज़र एतबार-ए-मस्ती।
बहार इक़रार कर रही है, शराब ईमान ला रही है।..... अब्दुल हमीद अदम....... 

Your smile encourages life, your look ensures the mood. 
Spring is agreeing with it, wine promises it is screwed. 

ये आरज़ू थी तुझे गुल के रू-ब-रू करते। 
हम और बुलबुल-ए-बेताब गुफ़्तगू करते। 
.................... आतिश....................

 It was my desire that you and flower be face to face. 
I and restless nightingale discuss about the case.

सेहन-ए-हरम नहीं है ये कू-ए-बुताँ नहीं। 
अब कुछ न पूछिए कि कहाँ हूँ कहाँ नहीं।......... असग़र गौंडवी........... 

This isn't mosque premise, this isn't lover's lane. 
Don't ask where am I, where I don't remain. 

जब कश्ती साबित-ओ-सालिम थी, साहिल की तमन्ना किस को थी। 
अब ऐसी शिकस्ता कश्ती पर साहिल की तमन्ना कौन करे ? 
......... मुइन अहसन जज़्बी......... 

When boat was completely intact, desire for shore wasn't in fact. 
With this boat damaged to core, who can desire for the shore ? 

ये तो बुरे आसार हैं 'फ़ानी' ग़म हो ख़ुशी हो कुछ तो हो। 
दिल का ये क्या हाल हुआ, मग़मूम नहीं 
मसरूर नहीं। 

O'Faani' ! It's a bad state, be it grief or joy, O mate. 
What state the heart has had, it's neither happy nor sad. 

नहीं है याद भली इतनी भी, दुआ कर 'मीर'। 
कि अब जो देखूँ उसे मैं, बहुत न प्यार आए।...... मीर तक़ी मीर........... 

Remembering her isn't that good, O 'Mir' you just pray. 
When you see her next, so much love doesn't spray. 

प्यार करने का जो ख़ूबाँ रखते हैं हम पर गुनाह। 
उन से भी तो पूछिए तुम इतने प्यारे क्यों हुए ?......... मीर तक़ी मीर.......... 

Beautiful dames who on us lay, the crime of loving them they say. 
Let someone from them should claim, why are you so cute O dame ? 

जहाँ है शौक़ वहाँ कैफ़-ओ-कम की बात नहीं। 
जहान-ए-इश्क़ में दैर-ओ-हरम की बात नहीं।......... जोश मलीहाबादी....... 

In state of hobby, how and how much don't matter. 
In world of love, temple and mosque don't matter. 

मौत माँगूँ तो रहे आरज़ू-ए-ख़्वाब मुझे। 
डूबना चाहूँ तो दरिया मिले पायाब मुझे। 
.................. आतिश................... 

If I ask for death, there's desire of dream. 
If I want to drown, foot deep is stream. 

कुछ इस तरह गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसे। 
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा। 
............... अहमद फ़राज़....    ....... 

 As if I have passed this life in a way. 
In sometime else's home, you  stay. 

जमा करते हो क्यों रक़ीबों को। 
एक तमाशा हुआ गिला न हुआ। 
.................. ग़ालिब.............. 

Why, on collecting rivals are you bent. 
Making it a stage show, not a lament. 

नसीम-ए-सुब्ह से मुरझा या जाता हूँ वो ग़ुंचा हूँ। 
वो गुल हूँ मैं जिसे शबनम बला-ए-आसमानी है...... आतिश......... 

I am a bud that wilts when breeze lullabies. 
A flower for whom dew is a trouble from skies. 

तू जो ग़मख़्वार हो जाए तो ग़म क्या ? 
ज़माना क्या ज़माने का सितम क्या ? 
........ त्रिलोकी चंद महरूम....... 

If you are helpful, then what's pain ? 
What's world and it's torture rain ? 























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