Wednesday, 16 February 2022

SOME COUPLETS.....100.

ख़ुदा गवाह कि दोनों हैं दुश्मन-ए-परवाज़।
ग़म-ए-क़फ़स हो कि राहत हो आशियाने की।.......... गोपाल मित्तल...........

By God ! Both are detrimental to flight.
Be it nest comfort or prison's plight. 

अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें। 
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें।..... अहमद फ़राज़..... 

  We may meet in dreams, if now we part. 
As dry flowers in books from days of start. 

 तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फरिश्तों जैसा। 
दोनों इंसाँ हैं तो क्यूँ इतने हिजाबों में 
मिलें ?.... अहमद फ़राज़..... 

Neither you are God, nor my love is angelic. 
We are humans. Why curtains should keep us apart ? 

मिरा मोहताज होना तो मिरी हालत से ज़ाहिर है। 
मगर हाँ देखना है आपका हाजत-रवा होना।..... अकबर इलाहाबादी..... 

How depenant I am, is so clear from my condition. 
Which needs you fulfil will be only your rendition. 

न लुटता दिन को कब रात को यूँ बे-ख़बर सोता। 
रहा खटका न चोरी का दुआ देता हूँ रहज़न को।..... ग़ालिब..... 

Having been looted in the day, am carefree to sleep as I can. 
Nothing is left for the theft, well thanks to the highway man. 

उस ने जब से शह्र को छोड़ा हर रस्ता सुनसान हुआ। 
अपना क्या है सारे शह्र का इक जैसा नुक़सान हुआ।..... मोहसिन नक़्वी..... 

  Every road of the city is alone, when from here she has gone. 
It is not only mine, for the loss whole city is to pine. 

अपने चेहरे से जो ज़ुल्फ़ों को हटाया उस ने। 
देख ली शाम ने ताबिन्दा सहर की सूरत। 
..... आतिश बहावलपुरी..... 

When she took aside tress from her face. 
Eve' looked at the bright morning face. 

 



मैं आरज़ू-ए-जाँ लिखूँ या जान-ए-आरज़ू। 
तू ही बता दे नाज़ से ईमान-ए-आरज़ू। 
..... अख़्तर शीरानी..... 

Whether to wrte you desire of life or life of desire. 
Gracefully tell me O my love, O faith in desire. 

एक ख़ुशबू थी जो मल्बूस से ताबिंदा थी। 
एक मौसम था मिरे सर पे जोतूफ़ानी था। 
..... ताबिश..... 

  Fragrance in clothes was luminous as well. 
Weather on my head had tempestuous spell. 

तुम्हें ग़ैरों से कब फ़ुरसत, हम अपने ग़म से कब ख़ाली? 
चलो बस हो चुका मिलना, न तुम ख़ाली न हम ख़ाली। 

You can't bypass the rivals, while sorrows kept me fill. 
Well that's enough for meeting, as none is vacant still. 

तू कहाँ जाएगी कुछ अपना ठिकाना कर ले। 
हम तो कल ख़्वाब-ए-अदम में शब-ए-हिज्राँ होंगे। 

Where will you go, choose a site to redeem. 
Tomorrow, O parting night, I 'll be in final dream 

जल के मर जाना कमाल-ए-इश्क़ में दाख़िल नहीं। 
ऐ पतंगे तू अभी इस सोज़ के क़ाबिल नहीं। 

Death by burning is not included in skills of love. 
O firemoth ! You are not yet skilled in burns of love. 

मरने की दुआएँ क्यूँ माँगू, जीने की तमन्ना कौन करे ? 
ये दुनिया हो या वो दुनिया अब ख़्वाहिश- ए-दुनिया कौन करे ?.... जज़्बी.... 

 Why should I pray for death, why crave for life at all ? 
A desire for this world or that, for me that's very small. 

न इब्तिदा की ख़बर है न इंतिहा मालूम। 
रहा ये वहम किहम हैं सो वो भी क्या मालूम ?..... फ़ानी..... 

Neither we know about it's start, nor about it's end. 
There's a doubt that we exist, but that too is a blend. 


हमें ख़बर है कि हम हैं चिराग़-ए-आख़िर-ए-शब। 
हमारे बाद अंधेरा नहीं, उजाला है। 

we know that we are last lamps lit. 
But light, not darkness follows it. 

 आख़िर ग़ज़ल का ताजमहल भी है मकबरा। 
हम ज़िन्दगी थे हम को किसी ने जिया नहीं।..... बशीर बद्र..... 

Ghazal's Taj Mahal is but a tomb to last. 
I was life, yet no one lived me to last. 

दामन कशाँ वो जाए धा सैर-ए-चमन को और। 
मैं पीछे पीछे उस के गरेबाँ-दरीदा था। 
..... मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी..... 

 Ignoring, she was going for a garden walk. 
I was walking behind her in a tattered cloak. 

बड़ी मुश्किल से छुपाया है कोई देख न ले। 
आँख में अश्क जो आया है कोई देख न ले।..... जावेद सबा..... 

With great trouble I have hidden, let no one see. 
The tear that's appeared in my eye, let no one see

बहुत दिनों में ये उक़्दा खुला कि मैं भी हूँ।
फ़ना की राह मैं इक नक़्श - ए-जावेदाँ की तरह।..... रसा चुग़ताई..... 

Mystery was solved late that I was too. 
Towards death an eternal imprint like you. 

शक्ल, सूरत, नाम, पहनावा, ज़बाँ अपनी जगह। 
फ़र्क़ वर्ना कुछ नहीं इंसान और इंसान में।..... बशीर बद्र..... 

Face, get up, name, dress and language apart. 
No difference exists between men from start. 

दीवानों पर हाथ न डालो इस ज़िद में पछताओगे। 
सारे शहर में किस किस को तुम ज़ंजीरें पहनाओगे ?..... महशर बदायूनी..... 

Don't fiddle with lunatics, being stubborn you will repent. 
In this huge city, whom can you chain, these will be spent. 



मुझ से भी राहगीर से भी राह यार को। 
यकसाँ है दोनों पाँव तले ख़ैर-ओ-शर की राह।..... इमदाद अली बह्र..... 

With me, a traveller or loving partner to greet. 
The route of virtue and sin is similar under feet. 

मैंने रोका भी नहीं और वो ठहरा भी नहीं। हादसा क्या था जिसे दिल ने भुलाया भी नहीं।..... असलम अंसारी..... 

Neither did he halt, nor I had stopped. 
Heart didn't forget disaster that popped. 

बेख़ुद थे गश थे महव थे दुनिया का ग़म न था। 
जीना विसाल में भी तो हिज्राँ से कम न था।..... मोमिन ख़ाँ मोमिन..... 

Enraptured, unconscious, effaced  no worldly stress. 
Difference between  meeting and parting was no less. 

कुछ अजनबी से लोग थे कुछ अजनबी से हम। 
दुनिया में हो न पाए शनासा किसी से हम।
..... अंजुम रूमानी..... 

People were strange with me and I with them. 
In world, I could not be acquainted with rhem. 


याद में तेरी जहाँ को भूलता जाता हूँ मैं। 
भूलने वाले कभी तुझको भी याद आता हूँ मैं।..... आग़ा हश्र काश्मीरी..... 

In your memory I forget everyone everytime. 
O forgetter ! Do you remember me anytime ? 

उन का ज़िक्र उनकी तमन्ना उनकी याद ।
वक़्त कितना क़ीमती है आजकल ।
..... शकील बदायूनी..... 

Her talks, her memories and her desire. 
Time these days is so costly, admire. 

जो लिखा है जो पढ़ा है जो किया है। 
सब भुला देगी ये दुनिया इश्क़ कीजे। 
....... नोमान शौक़...... 

Whatever I have written, read and done. 
Love, as world 'll forget that 
as none. 

कूचा-ए-यार से हमको न उठाना यारब। 
इस बुरे हाल में भी हम तो यहीं अच्छे हैं। 
..... मुज़्तर ख़ैराबादी..... 

O God ! Don't move me from lover's lane. 
Even in bad state I am fine and sane. 

दुनिया तो चाहती है यूँ ही फ़ासले रहें। 
दुनिया के मशवरे पे न जा, उस गली में चल।........ हबीब तालिब...... 

World wants that the distance should maintain. 
Don't go by what world says, go in that lane. 

कौन करता है वफ़ाओं का तक़ाज़ा तुम से ? 
हम तो इक झूठी तसल्ली के तलबगार थे, बस ! 

Who is expecting faithfulness from you ?
False hope was all I had asked from you ?

मैं हूँ वो नंग-ए-ख़ल्क़ कि कहती फिरे है ख़ाक़।
इसको बना के क्यूँ मिरी मिट्टी ख़राब की  ?..... ज़िया बेग़म ज़िया....... 

I am the universal blot, whom dust goes to say in name. 
Why shaped him out of me and put my name to shame. 

वो अक्स बन के मिरी चश्म-ए-तर में रहता है। 
अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है। 
............ बिस्मिल साबरी.............. 

As a shadow, he lives in wet eyes, without grouse. 
He is a strange man, who resides in watery house. 

उम्र ही सारी कटी इश्क़-ए-बुताँ में 'मोमिन'। 
आख़िरी वक़्त में क्या ख़ाक मुसलमाँ होंगे ! 
O 'Momin' ! Whole life is spent as an idol-lover. 
How in old age, can I come in lslamic cover ? 

वैसे तो इक आँसू भी बहा कर मुझे ले जाय। 
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता। 
........... वसीम बरेलवी............ 

Though even a tear can sweep me away. 
Yet a typhoon can't even gently sway. 

अब अपना इख़्तियार है चाहे जहाँ चलें। 
रहवर से अपनी राह जुदा कर चुके हैं हम।....... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़........... 

 It's now in my control wherever I can go. 
I 've chosen my path 'n let the guide go. 

रोने वाले तुझे रोने का सलीक़ा ही नहीं। अश्क पीने के लिए हैं कि बहाने के लिए ?.......... आनंद नारायण मुल्ला........ 

O you ! Who can just weep,lack manners so deep. 
Are tears to swallow O freak or let flow over cheek  ? 

मोहब्बतें जब शुमार करना, तो साज़िशें भी शुमार करना। 
जो मेरे हिस्से में आई हैं, वो अज़िय्यतें 
भी शुमार करना।... नोशी गिलानी..... 

When you count  deeds of love, include intrigues too. 
What has come in my share, count those troubles too. 

 मैं रोना चाहता हूँ ख़ूब रोना चाहता हू मैं 
फिर उस के बाद गहरी नींद सोना चाहता हूँ मैं।...... फ़रहत अहसास..... 

I want to weep. For long, I want to weep. 
And then I want to undertake deep sleep. 

 कहने को ग़म-ए-हिज्र बड़ा दुश्मन-ए-जाँ है। 
पर दोस्त भी इस दोस्त से बेहतर नहीं मिलता 
*
Life time foe is said to be pain to part. 
But no better friend is found
 in any part. 

हसीं तेरी आँखें, हसीं तेरे आँसू। 
यहीं डूब जाने को जी चाहता है। 
.......... . जिगर मुरादाबादी............... 

Your eyes are beautiful and so are the tears. 
. I want to drown here, within these, cheers ! 

रफ़ीक़ों से रक़ीब अच्छे जो मर कर नाम लेते हैं। 
गुलों से ख़ार बेहतर हैं जो दामन थाम लेते हैं। 

Rivals are better than friends,  they name even after death. 
Thorns are better than flowers,   cling to skirt  till last breath. 

 दिल में इक दर्द उठा, आँखों में आँसू भर आए। 
बैठे बैठे हमें, क्या जाने कोई याद आया। ...... वज़ीर अली सबा लखनवी.......... 
*
Grief in heart quaked, tears in the eyes raked. 
Whose memory do I know, could have left me so. 

ख़्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है। 
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है।....... इफ़्तिख़ार आरिफ़........... 

I want to get scattered like a dream. 
I want to die, solitude is so extreme.

फिर मिरी आँख हो गई नमनाक। 
फिर किसी ने मिज़ाज पूछा है।... मजाज़

O ! Again my eyes got wet. 
She 's asked about me yet. 

इलाही मत किसू के पेश रंज-ए-इंतिज़ार आए। 
हमारा देखिए क्या हाल हो जब तक बहार आए।.... .मिर्ज़ा मज़हर जानेजानाँ....... 
*
O God ! Let no one, pain of parting with lover, face. 
Let's see what I 'll be like, when spring shows face. 

बहार बन के मोहब्बत ने जब पयाम दिए। नसीम-ए-सुब्ह ने फूलों के होंठ चूम लिए।........ माहिरुल क़ादरी........... 

When love sent messages through the spring. 
Breeze gently kissed lips of flowers in swing. 

शबनम के आँसू फूल पर, ये तो वही किस्सा हुआ। 
आँखें मिरी भीगी हुई, चेहरा तिरा उतरा हुआ।......... बशीर बद्र.............. 
*
Flowers with tears of dew, is a story with this clue. 
My wet eyes can face, looking down is your face. 

फूला ही फला छोड़ के उठ जाऊँ चमन से। 
अल्लाह दिखाए मुझे आलम न ख़िज़ाँ का।............ रिंद................ 

Let me leave the garden in flowering, fruiting stage. 
Almighty ! Don't show me picture of autumn rage. 

वो जुनूँ को बढ़ाए जाएँगे। 
उनकी शोहरत है मेरी रुस्वाई। 
......... सलीम अहमद....... 

She 'll let grow this mad game. 
Well, my disgrace is her fame. 

नहीं खेल ऐ' दाग़ ' यारों से कह दो। 
कि आती है उर्दू ज़बाँ आते आते। 

It is not a play, O' Daagh' let chums know. 
While learning Urdu, with time you grow. 

आरज़ू है कि तू यहाँ आए। 
और फिर उम्र भर न जाए कहीं। 
...... नासिर काज़मी......... 

"You come here",it is my desire. 
"Then don't leave for life, entire." 

मैं आदमी हूँ कोई फ़रिश्ता नहीं हुज़ूर। 
मैं आज अपनी ज़ात से घबरा के पी गया।......... साग़र सिद्दीक़ी.......... 

My lord ! I am a man, no angel of rank. 
Distressed with the self, today I drank. 

किस से शिकवा करें वीरान-ए-हस्ती का 
'हयात' ? 
हम ने ख़ुद अपनी तमन्नाओं को जीने न दिया।........... मसूदा हयात............. 

'Hayaat' about solitude of life, whom to complain ? 
I didn't allow my desires to be alive in bargain. 

तुझे अंदलीब-ए-नालाँ हो नजात गर क़फ़स से। 
मिरा तज़केरा भी करना, जो कभी बहार आए।....... शाद अज़ीमाबादी........ 

O crying nightingale ! From the cage, if you can fly out. 
Introduce me to garden, if spring sets in and about. 

कोई तो दोश से बार-ए-सफ़र उतारेगा। 
हज़ारों राहज़न उम्मीद - वार राह में हैं। 
....... हैदर अली आतिश....... 

Someone will offload from shoulder on the way. 
Highwaymen are hopeful in thousands and stay. 

मायूस ख़ुद-ब-ख़ुद दिल-ए-उम्मीद-वार है। इस गुल में बू ख़िज़ाँ की है, रंग-ए-बहार है।.... आल-ए-रज़ा रज़ा

So disappointed with himself is  the hopeful heart. 
This flower has autumn smell, 'n spring colour in part. 

साक़ी ! है इक तबस्सुम-ए-गुल फ़ुर्सत-ए-बहार। 
ज़ालिम !भरे है जाम तो जल्दी से भर कहीं।....... सौदा........... 

O wine- girl ! Smile of a flower is spring's leisure. 
O cruel ! Fill cup soon 'n that too, full measure. 

भला गर्दिश फ़लक की चैन देती है किसे 'इंशा' ? 
ग़नीमत है कि हम-सूरत यहाँ दो चार बैठे हैं। 

'Inshaa' ! To whom do cosmic circles give solace ? 
Well, there are others like me, seated at this place. 

लिपट कर चूम ले फूलों को बुलबुल। 
चमन में फिर बहार आए, न आए। 
........ असर सहबाई......... 
*
O nightingale ! Embrace these flowers and kiss. 
Spring may come in the garden, or give it a miss. 

जहाँ वो ऐश की रातें गुज़र गयीं 'दरवेश'। 
वहाँ ये रंज के दिन भी गुज़र ही जाएँगे। 
........... दरवेश मेरठी............. 

 'Darvesh' ! Where nights of pleasure were spent. 
The days of  sole grief will be surely spent. 

क्यूँ शिकव-संजे-गर्दिश-लैलो-नेहार हो ? 
इक ताज़ा ज़िन्दगी है हर इक इंकलाब में ......... असग़र गौंडवी............. 

Why blame the changed time cycle of any range ? 
There is a new life in each and every change . 



फ़ुर्सत-ए-ज़िंदगी बहुत कम है। 
मुग़तनिम है ये दीद जो दम है।... दर्द.. 

Life gives very little spare time. 
 Thanks for visual meet in time.

फिर वही कुंज-ए-क़फ़स है वही सैयाद का घर। 
चार दिन और हवा बाग़ की खा ले बुलबुल।....... रिंद लखनवी............ 

Same nook of prison in the same captor's home !
 O nightingale ! Four  days are in  garden to roam. 

ये उड़ी उड़ी सी रंगत, ये खुले खुले से 
 गेसू ! 
तेरी सुब्ह कह रही है तेरी रात का फ़साना।...... अहसान दानिश...... 

These faded colours, these dis-shevelled tresses ! 
The story of your night, this morning addresses. 

 गुदाज़ अंजुम में, एक दर्मांदगी का कैफ़ आलम में। 
'फ़िराक़'! ऐसी कहाँ है शाम-ए-ग़म सबके मुक़द्दर में ? 

With gentleness in stars and universe in exhausted, drunk state ! 
O 'Firaaq'! How can such a grievous night, be there in every fate? 

है ज़ेब-ए-गुलू कब से मिरे दार का फंदा। 
मुजरिम हूँ अगर मैं, तो सज़ा क्यूँ नहीं 
देते  ?......... कलीम उस्मानी.......... 

Hanging noose is adornment of my neck since long. 
If I am a criminal, why don't you punish me along. 

'फ़िराक़' देख शब-ए-ग़म गुदाज़ क़ल्ब-ए-नुजूम। 
छिड़ा हुआ है सुकूत-ए-अबद का अफ़साना। 

Dissolving grievous night  in heart of stars, 'Firaaq' watch, don't fail. 
There is an ever spreading stillness of universe in this tale. 

शाम है, आओ लब-ए-जू बैठ कर दो एक घड़ी। 
कुछ पिएँ, कुछ गर्दिश-ए-अय्याम की बातें करें !....... अब्दुल हमीद अदम...... 

It's evening ! On a river bank, let us sit for a while. 
Drink and talk about revolution of time in style ! 

दिल कभी ख़्वाब के पीछे कभी दुनिया की तरफ़। 
एक नए अज्र दिया एक नए उजरत नहीं दी।....... इफ़्तिख़ार आरिफ़............. 

At times, heart is after world,at times after dream. 
One did not pay the wages, other rewarded in esteem. 


ये तीरगी तो बहर हाल छट ही जाएगी। 
न रास आई हमें रौशनी तो क्या होगा ? 
............. फ़ारिग़ बोख़ारी........... 

Finally, this darkness will vanish with the night. 
But what if I don't find to my liking, the light ? 

दश्त में क़ैस नहीं, कोह प फ़रहाद नहीं। 
है वही इश्क़ की दुनिया, मगर आबाद नहीं।.......... साग़र निज़ामी .......... 

No Qais in the desert, no Farhaad in the mount. 
World of love is the same, but none worth count. 

 इंक़लाब आया तो यूँ आया निगाह-ए-यार में। 
कुछ मुरव्वत में इज़ाफ़ा कुछ मोहब्बत में  कमी। ..... फ़िराक़.......... 

In the eyes of my lover, O yes ! There's a change. 
A rise in being unkind 'n love of a lesser range. 

 कुछ बैठने कौन दे है फिर उसको ? 
जो तेरे आस्ताँ से उठता है।..... मीर.. 

After all, who will allow him to stay ? 
 One who quit your lane, went astray. 

दर्द दिया, करम किया, अब इसे ला-दवा बना। 
शीशा-ए दिल अता किया, अब इसे पाश पाश कर।.......... फ़ानी........ 

You gave pain to face, it was your grace, in a way now lace, none can it efface.
You gave me glass heart, now break, set apart, all the pieces part by part. 

 छूट जाएँ ग़म के हाथों से जो निकले दम कहीं। 
ख़ाक ऐसी ज़िन्दगी पर तुम कहीं और हम कहीं।...... मज़हर अली ज़ार...... 

I 'll be released from clutches of grief by death overdue.
Ash be on the life with distance between me and you 

क्या सुनाते हो कि है हिज्र में जीना मुश्किल। 
तुम से बेरहम पे मरने से तो आसाँ होगा। 
............ मोमिन......  

It's hard to live when parted, why do you so tell ? 
Dying on an unkind like you, it 'll be an easy spell. 

मुर्ग़-ए-दिल तेरी जुदाई में पड़ा तड़पे है। 
उसको क्या हुक्म है, आज़ाद करूँ या न करूँ ?.... आज़ाद मुर्शीदाबादी...... 

Heart bird writhes because you are away. 
"Release or imprison it" , what do you say ? 

दोस्ती और किसी ग़रज़ के लिए। 
वो तेजारत है दोस्ती ही नहीं। 
.......... इस्माइल मेरठी......... 

 If friendship is for a purpose. Not friendship, that's business

एक बात भला पूछें ? किस तरह मनाओगे ? जैसे कोई रूठा है और तुमको मनाना है
......... असर लखनवी.......... 

Let me just enquire, what will you try ? 
If someone is offended, you 've to pacify. 

तुम्हें ग़ैरों से कब फ़ुरसत, हम अपने ग़म से कब ख़ाली। 
चलो बस हो चुका मिलना, न तुम ख़ाली न हम ख़ाली।... जाफ़री अली हसरत... 

You aren't spared by rivals, from grief I am not free. 
So enough of our meeting, neither you are free nor me. 

खुल गया मेरी ज़िन्दगी का राज़। 
ऐ शब-ए-हिज्र तेरी उम्र दराज़ !.. फ़ानी 

It has revealed the secret of my life. 
O parting night! May you gain  more life ! 


मोती समझ के शान-ए-करीमी ने चुन लिए।
क़तरे जो थे मिरे अरक़-ए-इंफ़िआ'ल के।
.................. इक़बाल................

God' s majesty kindly picked those all.
Beads of my perspiration,   did not fall.

देख रहा था जाते-जाते हसरत से। 
सोच रहा होगा मैं उसको रोकूँगा। 
............ अब्दुर्रहीम नश्तर..........

While leaving, his look had a desire to show. 
Thinking that I 'd call back, won't let go.

सर्दियों से ज़माने का ये अंदाज़ रहा है।
साया भी जुदा हो गया जब वक़्त पड़ा है। 
............. जमील मुरस्सापुरी........ .....

Since centuries, world maintains this style. 
In testing times, shadow slips a mile. 

कुछ ऐसी भी गुज़री हैं तेरे हिज्र में रातें। 
दिल दर्द से ख़ाली हो मगर नींद न आए। 
......... फ़िराक़......... 

I have passed disunion nights with  such a care. 
Heart is devoid of pain but the sleep isn't there. 

सच तो कह दूँ मगर इस दौर के इंसानों को। 
बात जो दिल से निकलती है, बुरी लगती है।........... सलीम अहमद.............

I can speak the truth, but the  people of this age.
Feel bad when something comes from heart cage.

ये जो चश्म-ए-पुर-आब हैं दोनों।
एक खाना-ख़राब हैं दोनों।.... मीर.....

These two eyes filled with tear. 
A home to ruins, can steer.

पहले दरिया थे दीद-ए-तर  'मीर' 
अब जो देखो  सराब हैं दोनों। 

O 'Mir ! A river was eye with tear
Now,it's only a mirage O dear !

मेरे तग़ईर-ए-रंग को मत देख।
तुझ को अपनी नज़र न हो जाए।
.............. मोमिन...............

Do not look at my marked colour change. 
 Let not your eye keep you within range.

कुछ भी हो, मेरा हाल नुमायाँ तो नहीं है। दिल चाक सही, ख़ैर,  गरीबाँ तो नहीं है 
    ...... अज़ीम मुर्तगा............ 

Whatever it is,still exhibited isn't my state. 
Heart is shattered but it isn't hem at any rate. 

ग़ुंच-ए-नाशिगुफ़्ता को दूर से मत दिखा कि यूँ। 
बोसे को पूछता हूँ मैं, मुँह से मुझे बता कि यूँ।............. ग़ालिब.............. 

Don't show me an unbloomed bud, from a distance to say this way. 
I am asking you for a kiss, from your mouth, you show me the way. 

कहने वालों का कुछ नहीं जाता। 
सहने वाले कमाल करते हैं। 

No loss to men, who orally excrete. 
For those who tolerate, it is
 a feat. 

कहते हो कि हम दर्द किसी का नहीं सुनते। 
मैंने तो रक़ीबों से सुना और ही कुछ है। 
.............. अमीर मीनाई.............. 

"I don't listen to pain of anyone", you claim. 
Rivals tell a different story in your name.

मान लेता हूँ तेरे वादे को। 
भूल जाता हूँ मैं कि तू है वही। 
............ जलील मानिकपुरी........... 

I agree with every promise of yours. 
I forget  you are the same, of course. 

दोस्त नाराज़ हो गए कितने। 
इक ज़रा आईना दिखाने में। 
...... बक़ी अहमद पुरी...... 

Displeased were friends of my own. 
When to them,a mirror was shown. 

नाम होंटों पे तिरा आए तो राहत सी मिले। तू तसल्ली है, दिलासा है, दुआ है, क्या है ?......... . नक़्श लायलपुरी............. 

With your name on lips, there's some sort of ease. 
Such solace, a prayer, comfort, what are you please ? 

कुछ इस तरह शरीक तिरी अंजुमन में हूँ। 
महसूस हो रही है ख़ुद अपनी कमी मुझे। 
..... सादिक़-उल-क़ादरी...... 

I am  part of your society in such a way. 
I feel having lost myself in the sway. 

वादे का एतबार तो ऐ यार ! है मगर। 
क्या एतबार ज़िन्दगी-ए-मुस्तआर का ?
............ जलील मानिकपुरी.......... 

I fully believe on your promise, O friend ! 
But who can believe the' life on credit's end ? 

तुम आ रहे हो कि बजती हैं मेरी ज़ंजीरें ! 
न जाने क्या मेरे दीवार-ओ बाम कहते हैं?...........फ़ैज़ ............... 

She has come to my home, it's God's grace. 
At times I look at my home 'n then her face . 

किसे यक़ीन कि तुम देखने को आओगे ? 
अख़ीर वक़्त मगर इंतजार और सही ! 
............ आग़ा शायर देहलवी..........

 You will come to visit, who can be sure ? 
But this last time let me wait, endure.

एक आलम था मगर अल्लाह रे  ज़ोर-ए-कशिश। 
मेरे ही दिल में जगह निकली तुम्हारे तीर की।....... साक़िब लखनवी............ 

Whole world was there, but O God ! What an alluring spike ? 
Only in my heart was the space for your arrow to strike. 

तुम न आओगे तो मरने की हैं सौ तदबीरें। मौत कुछ तुम तो नहीं हो कि बुला भी न सकूँ।......... ग़ालिब........... 

There are a hundred ways to die, if you won't come O pal. 
Death is just not you, that would not come on call. 

इस अदा से मुझे सलाम किया। 
एक ही आन में ग़ुलामी किया। 
........ आसिफ़ुद्दौला आसिफ़....... 

She saluted me in such a coquettish style. 
That single stroke enslaved in a while. 

यूँ तेरी रहगुज़र से दीवाना-वार गुज़रे। काँधे पे अपने रख के अपना मज़ार 

गुज़रे।...... मीना कुमारी नाज़........ 

In frenzy, from your lane I cross. 

On the shoulder is  my own cross. 












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