दुनिया वाले दिल वालों को और बहुत कुछ कहते हैं।.... हबीब तालिब.......
Just calling me desolate, is no big blame O mate !
World calls people of heart, by many names in mart.
शौक़िया कोई नहीं होता ग़लत
इस में कुछ तेरी रज़ा मौजूद है
अब्दुल हमीद अदम
No one just likes to be wrong.
Your wish gives tune to song.
पुराने अहद में भी दुश्मनी थी
मगर माहौल ज़हरीला नहीं था
अज़हर इनायती
We were enemies es earlier as well.
But poisonous wasn't the spell.
सवाल करती कई आँखें मुंतज़िर हैं यहाँ
जवाब आज भी हम सोच कर नहीं आए
.. ... आशुफ़्ता चंगेज़ी.......
Enquiring, awaiting, several eyes are here.
I haven't come prepared with answers dear.
तअल्लुक़ है न अब तर्क-ए-तअल्लुक़
ख़ुदा जाने ये कैसी दुश्मनी है
........ कामिल बहज़ादी.......
Neither a relation, nor break up fraud !
What kind of enmity is this O God ?
No comments:
Post a Comment