सबब ये है कि मोहब्बत ज़माना-साज़ नहीं
........... इक़बाल........
Never was love in world on the emperor 's list.
So love is not opportunist, pops up the gist.
ये चराग़ जैसे लम्हे कहीं राएगाँ न जाएँ
कोई ख़्वाब देख डालो कोई इंक़िलाब लाओ..... राही मासूम रज़ा.....
These lighted moments, let us just not waste.
Why not revolt or see some dream in haste ?
मुझे ज़िंदगी की दुआ देने वाले
हँसी आ रही है तिरी सादगी पर
गोपाल मित्तल
It's my life that you are praying for.
I am laughing, how simple you are.
हुए मदफ़ून-ए-दरिया ज़ेर-ए-दरिया तैरने वाले
तमांचे मौज के खाते थे जो बन कर गुहर निकले........ इक़बाल.......
Those swimming under water, got a watery grave.
They became pearls, who faced the slaps of wave.
अग़्यार क्यूँ दख़ील हैं बज़्म-ए-सुरूर में
माना कि यार कम हैं पर इतने तो कम नहीं........ इस्माइल मेरठी..........
In this ecstatic meeting, why are rivals there ?
Agreed that friends were less, but not so rare.
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