कुछ दिनों के लिए अब शहर को वीरानी दे।..... नदीम अहमद.....
Desert wants to be dwelt for a few days.
Let the city be deserted for a few days.
मालूम है वादे की हक़ीक़त।
बहला लेते हैं अपने जी को।
..... दत्तात्रेय कैफ़ी.....
Reality of promise I know very well.
Yet it consoles me in this spell.
ये मो'जिज़ा हमारे ही तर्ज़-ए-बयाँ का था। उसने वो सुन लिया था जो हमने कहा न था।..... अख़्तर शाहजहांपुरी.....
This was a miracle of how I said.
He listened to what I had not said.
ख़ुद अपने आप से मिलने की ख़ातिर।
अभी कोसों हमें चलना पड़ेगा।
..... सीमा ग़ज़ल.....
In order to meet with me.
On a long way I have to be.
रोज़ के रोज़ बदलता हूँ मैं ख़ुद अपना जवाज़।
जिंदगानी मैं तुझे हल नहीं होने देता।
..... सईदुल्लाह क़ुरैशी.....
Everyday, myself I change what's right.
O life ! I don't let you solve it right.
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