Thursday, 14 April 2022

TODAY'S 5 COUPLETS


जिन से मिल कर ज़िन्दगी से इश्क़ हो जाए वो लोग।
आप ने शायद न देखे हों मगर ऐसे भी हैं।
..... सुरूर बाराबंकवी.....

You fall in love with life meeting those people, have been.
Such people are there, though you may not have seen.

दिल से उठता है सुब्ह-ओ-शाम धुआँ।
कोई रहता है इस मकाँ में अभी।
..... अंजुम रुमानी.....

From heart, morn' O eve', smoke does spill.
Someone resides in this home, still.

 सफ़र में कोई किसी के लिए ठहरता नहीं।
न मुड़ के देखा कभी साहिलों को दरिया ने।
..... फ़ारिग़ बुख़ारी.....

During journey , none stops for another, scores.
River just roars, never looks back on shores.

ग़म से मंसूब करूँ, दर्द का रिश्ता दे दूँ।
ज़िन्दगी आ ! तुझे जीने का सलीक़ा स क़ा दे दूँ।
.अली अहमद जलीली.

Let me tag you with pain and grief instil.
Come O life ! I 'll give you living skill.

मंज़र को किसी तरह बदलने की दुआ दे।
दे रात की ठंडक को पिघलने की दुआ दे।
. शीन काफ़ निज़ाम.

For scene to change anyway, you simply do pray.
For the cold of night, to melt pray alright. 

Translated by Ravi Maun.

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