Mirror of sunlight in stream for a while.
My enemy calls me in my own style.
आँसुओं से मिरी तहरीर नहीं मिट सकती
कोई काग़ज़ हूँ कि पानी से डराता है मुझे।
My writings can't be erased by tears.
Am I a paper afraid of water in guile.
सर पे सूरज की सवारी मुझे मंज़ूर नहीं।
अपना क़द धूप में छोटा नज़र आता है मुझे।
I don't want sun to be mounted on head.
My height is short in mid day sun every while.
दूध पीते हुए बच्चे की तरह है दिल भी।
दिन में सो जाता है रातों को जगाता है मुझे।
My heart is like a milk sucking babe.
Sleeping during day, awake at night every while.
धूप की आग से फूलों के बदन रौशन हैं।
सात रंगो में मिरा दर्द सजाता है मुझे।
Well lit are flwers from fire of sun.
Decoratng my pain in seven colours all the while
रोज़ कहता है कि गिरती हूई दीवार हूँ मैं
एक बादल है जो रह रह के डराता है मुझे।
Every day, it tells I am a(( collapsing wall.
A cloud frightens time to time in a while.
ऐसा लगता है कि उसने मुझे ग़ालिब जाना।
न उठाता है मुझे और न बिठाता है मुझे।
It appears that he has taken me for Ghalib.
Neither can I sit nor stand for a while.
No comments:
Post a Comment