Sunday, 29 May 2022

BASHIR BADR.. GHAZAL.. KHUDA HAM KO AISI KHUDAAI NA DE....

ख़ुदा हम को ऐसी ख़ुदाई न दे ।
कि ख़ुद के सिवा कुछ दिखाई न दे।

O God ! Don't give godliness so mean. 
That but for the self, nothing is seen. 

ख़ता-वार समझेगी दुनिया तुझे ।
अब इतनी ज़ियादा सफ़ाई न दे ।

World will think you are at fault. 
Now don't try to come so clean 

ग़ुलामी को बरकत समझने लगें। 
असीरों को ऐसी रिहाई न दे ।

Thinking that captivity was bliss. 
Release not prisoners off the sheen. 

मुझे ऐसी जन्नत नहीं है चाहिए। 
जहाँ से मदीना दिखाई न दे। 

I want no heaven of that sort. 
Wherefrom Madeena can't be seen. 

मुझे अपनी चादर में है यूँ ढाँप लो।
ज़मीं आसमाँ कुछ दिखाई न दे। 

Thus conceal me in your sheet. 
Neither earth nor sky can be seen. 

हँसो आज इतना कि इस शोर में। 
सदा सिसकियों की सुनाई न दे। 

Laugh so much that in it's din. 
Can't hear sigh sound in between. 

ख़ुदा ऐसे एहसास का नाम है। 
रहे सामने और दिखाई न दे।

God is name of such a feeling. 
Which confronts but can't be seen. 

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