Friday, 13 May 2022

GHALIB.. GHAZAL.. AAH KO CHAAHIYE IK UMR ASAR HONE TAK......

आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक।
कौन जीता है तिरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक।

Alas ! It takes time for the effect, till then.
Who'll live to conquer your tress, till then ?

दाम-ए-हर-मौज में है हल्क़-ए-सद-काम-ए-नहंग।
देखें क्या गुज़रे है क़तरे पे गुहर होने तक।

In chain of waves are chains of a hundred tasks.
Let's see as water drop becomes pearl, till then.

आशिक़ी सब्र - तलब और तमन्ना बे-ताब।
दिल का क्या हाल करूँ ख़ून-ए-जिगर होनै तक ?

Love needs patience, desire is impatient.
What 'll heart be, as bloodied is liver, till then.

ता-क़यामत शब-ए-फ़ुरक़त में गुज़र जाएगी उम्र।
सात दिन हम पे भी भारी हैं सहर होने तक। 

Parting night will consume my life till doom. 
Seven days are heavy on me to morn' , till then.

हम ने माना कि तग़ाफ़ुल न करोगे लेकिन। 
ख़ाक हो जाएँगे हम तुम को ख़बर होने तक ।

I agree that you will not ignore me , but. 
Before you know, I 'll become dust, till then. 

परतव-ए-ख़ुर से है शबनम को फ़ना की तालीम। 
मैं भी हूँ एक इनायत की नज़र होने तक। 

Dew is taught to be gone with morning light. 
I am there for a favourable glimpse, till then. 

इक नज़र बेश नहीं फ़ुरसत-ए-हस्ती ग़ाफ़िल। 
गर्मी-ए-बज़्म है इक रक़्स-ए-शरर होने तक। 

O unconscious ! A glimpse isn't enough for life. 
Heat of meeting lasts as spark dances, till then 

ग़म-ए - हस्ती का 'असद' किस से हो जुज़ मर्ग इलाज। 
शम'अ हर रंग में जलती है सहर होने तक। 

' Asad'who can cure life griefs before death ? 
Candle keeps burning upto morn' , till then. 


No comments:

Post a Comment