Sunday, 29 May 2022

KRISHNA BIHARI NOOR.. GHAZAL.. TEZ HO JAATAA HAI KHUSHBOO KA SAFAR SHAAM KE BAAD.....

तेज़ हो जाता है ख़ुश्बू का सफ़र शाम के बाद।
फूल शहरों में भी खिलते हैं मगर शाम के बाद। 

The journey of fragrance gathers speed after the eve'. Flowers bloom in cities too, 
but only after the eve '. 

उस से दरियाफ़्त न करना कभी  दिन के हालात।
सुब्ह का भूला जो लौट आया हो घर शाम के बाद। 

Don't  enquire what befell him all through the day. 
One lost since morn' , when   came home after the eve' . 

दिन तिरे हिज्र में कट जाता है जैसे तैसे।
मुझ से रहती है ख़फ़ा मेरी नज़र शाम के बाद।

Separated from you the day passes somehow. 
My sight remains angry with  me after the eve'. 

क़द से बढ़ जाए जो साया तो बुरा लगता है।
अपना सूरज वो उठा लेता है हर शाम के बाद। 

When shadow surpasses the height, it looks bad. 
He puts his sun away safely after the eve '. 

तुम न कर पाओगे अंदाज़ा तबाही का मिरे।
तुम ने देखा ही नहीं कोई शजर शाम के बाद। 

You can't estimate the 
tent of my ruin. 
You have never seen  any tree after the  eve' . 

मेरे बारे में कोई कुछ भी कहे सब मंज़ूर। 
मुझ को रहती ही नहीं अपनी ख़बर शाम के बाद। 

I accept all that anyone  says about me. 
I am  unaware of myself  after  the eve '. 

यही मिलने का समय भी है बिछड़ने का भी। 
मुझ को लगता है बहुत अपने से डर शाम के बाद।

This is the time to  meet  and also time to part. 
I am  so much afraid of myself after the eve' . 

तीरगी हो तो वजूद उस का चमकता हे बहुत।
ढूँढ तो लूँगा मैं उस को भी मगर शाम के बाद ।

In darkness, her individuality shines even more. 
I shall search her as well, but I only after the eve '. 

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