Saturday, 14 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

तुम हमारे किसी तरह न हुए।
वर्ना दुनिया में क्या नहीं होता। 
..... मोमिन ख़ान मोमिन.....

No wsy mine you could be.
In world, what else can't be. 

  अब तो घर की आबादी मेहमानों पर है।
कोई आता है तो वक़्त गुज़र जाता है। 
..... ज़ेहरा निगाह.....

Guests now make the house populace. 
When they come, time finds it's place.

इक ख़ौफ़-ए-बे-पनाह है आँखों के आर-पार।
तारीकियों में डूबता लम्हा है सामने। 
..... सुलेमान ख़ुमार.....

An unlimited fear crosses through the eyes. 
Drowning in darkness is a moment before eyes.

ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा।
जा चुकी है बहार चुप हो जा। 
.....साग़र सिद्दीक़ी..... 

O restless heart ! Now keep mum.
The spring is gone, now keep mum.

उस का जलवा दिखाई देता है। 
सारे चेहरों में सब किताबों में। 
..... रज़ी रज़ीउद्दीन..... 

Only her appearance comes in view. 
In all faces, books all through. 

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