Monday, 16 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

दश्त-ए-तन्हाई में जीने का सलीक़ा सीखिए।
ये शिकस्ता बाम-ओ-दर भी हमसफ़र हो जाएँगे।
..... फ़ुज़ैल जाफ़री.....

 Learn the manner to live in solitude of desert. 
Broken doors and windows will join you in  effort.

हैं ए'तिबार से कितने गिरे हुए देखा।
इसी ज़माने में किस्से इसी ज़माने के।
..... सलील देहलवी.....

You saw, how downcast from belief are these. 
The tales of this world, before this world tease.

इस क़दर मैंने सुलगते हुए घर देखे हैं। 
अब तो चुभने लगे आँखों में उजाले मुझ को।..... कामिल बहज़ादी.....

I have seen the houses burning in this way. 
In my eyes now pierce each glow, each ray.

पहला पत्थर याद हमेशा रहता है। 
दुःख से दिल आबाद हमेशा रहता है।
..... साबिर वसीम.....

You always remember the first stone thrown.
Always heart is inhabited with pain of it's own.

दर्द के सहारे कब तलक चलेंगे ?
साँस रुक रही है रास्ता बड़ा है।
..... ख़लील मामून.....

How long can you travel with support of pain. 
The path is long, stopping is breath chain. 

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