Sunday, 22 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

हर शय मुसाफ़िर हर चीज़ राही।
क्या चाँद तारे क्या मुर्ग़-ओ-माही।
..... अल्लामा इक़बाल.....

 Everything a traveller, wayfarer on every walk.
What to say about moon, stars, fish 'n cock.

तुम्हारी याद बढ़ी और दिल हुआ रौशन। 
ये एक शम'अ अंधेरे ने ख़ुद जला ली है।
..... ताजदार आदिल.....

Your memories overwhelmed and  heart was alit.
This solitary candle, the  darkness has  itself lit. 

जुदा हुए तो जुदाई में ये कमाल भी था। कि उससे राब्ता टूुटा भी था बहाल भी था
..... नावेद रज़ा...... 

When we parted, in separation, there was this art. 
The contact was lost and established from start. 

ऐ दिल-ए-बे-क़रार चुप हो जा। 
जा चुकी है बहार चुप हो जा। 
..... साग़र सिद्दीकी.....

O restless heart ! just shut up. 
The spring has gone, just shut up.

शाम ढलने से फ़क़त शाम नहीं ढलती है। 
उम्र ढल जाती है जल्दी चले आना मिरे दोस्त।.... अश्फ़ाक़ नासिर..... 

As evening wanes, not only evening wanes. 
Come back soon friend ! Life also wanes. 

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