Thursday, 26 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

इश्क़ की इब्तिदा तो जानते हैं।
इश्क़ की इंतिहा नहीं मालूम। 
..... शफ़ीक़ जौनपुरी. ....

It's known what's love at start.
Unknown is the  love's tail part. 

अपने सामान को बाँधे हुए इस सोच में हूँ।
जो कहीं के नहीं होते वो कहाँ जाते हैं ?
..... जव्वाद शैख़..... 

With my luggage packed, I am thinking so. 
One who lacks home, where  does he go ? 

क्या इरादे हैं वहशत-ए-दिल के ? 
किस से मिलना है ख़ाक में मिल के ? 
..... नातिक़ गुलावटी..... .

O frenzied heart ! What have you in mind ? 
Being part of soil, whom will you find ?

बुरा बुरे के अलावा भला भी होता है।
हर आदमी में है कोई दूसरा भी होता है।
..... अनवर शऊर.....

 Besides being bad,each man is good as well. 
Inside one human being , another does dwell.

गुंजाइश-ए-अदावत-ए-अग़्यार यक तरफ़। याँ दिल में जोफ़ से हवस-ए-यार तक नहीं।..... मिर्ज़ा ग़ालिब.....

Scope of enmity with rival be set aside to rust. 
In this weak heart,  for beloved, there's no lust.


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