Friday, 27 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

कितने शोरीदा-सर मोहब्बत में।
हो गए कूचा-ए-सनम की ख़ाक।
..... क़ाबिल अजमेरी.....

In love, many a rebellious
 head.
Became ash in lover's lane ahead.

अपने माज़ी की जुस्तजू में बहार। 
पीले पत्ते तलाश करती है। 
..... गुलज़ार.....

Spring in search of it's past. 
Gathers yellow leaves cast.

'अख़्तर ' गुज़रते लम्हों की आहट पे यूँ न चौंक।
इस मातमी जुलूस मे इक ज़िन्दगी भी है। 
..... अख़्तर होशियारपुरी.....

'Akhtar' don't be surprised with passing moment's footfall.
A life is also  there in this mourner's gathering after all.

उस के कमरे से उठा लाया हूँ यादें अपनी। ख़ुद पड़ा रह गया लेकिन किसी अलमारी में।..... सनाउल्लाह ज़हीर.....

I have brought my memories from her room. 
But I was left in some cabinet of her room.  

ऐ सनम जिस ने तुझे चाँद सी सूरत दी है। उसी अल्लाह ने मुझ को भी मोहब्बत दी है।..... हैदर अली आतिश.....

One who has given you this moon-face O dear !
That God's also graced me 
love without fear. 



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