मगर वजह नहीं बनती थी मुस्कुराने की।
..... फ़ैज़ान हाशमी.....
What a pleasure it was that remained in heart.
But to smile, still could not
become it's part.
अपनी ज़ुबाँ से कुछ न कहेंगे चुप ही रहेंगे आशिक़ लोग।
तुम से तो इतना हो सकता है पूछो हाल बेचारों का।..... इब्न-ए-इंशा.....
The lovers won't say a word, 'll keep their mouths shut.
You can at least ask how they are, if you think so, but !
दिल-ए-बेताब के हमराह सफ़र में तन्हा।
हम ने देखा ही नहीं चैन से घर में तन्हा।
..... अहमद जावेद.....
En-route with the restless heart, alone.
I haven't been at peace at
home alone.
हमारा ज़िंदा रहना और मरना एक जैसा है।
हम अपने ज़ौम-ए-पैदाइश को भी बरसी समझते हैं।..... फ़रहत अहसास.....
My being alive or dead is the same, anyway.
I call death anniversary, my own birth day.
इक ख़ौफ़-ए-बे-पनाह है आँखों के आर-पार।
तारीकियों में डूबता लम्हा है सामने।
..... सुलेमान ख़ुमार.....
Across the eyes, an excessive fear is on etch.
Drowning in darkness is a moment's stretch.
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