Tuesday, 31 May 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

ज़िन्दगी किस तरह बसर होगी ?
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में। 
..... जौन एलिया.....

How will this life pass ?
Love is not heart's class.

तू कहानी के बदलते हुए मंज़र को समझ।
ख़ून रोते हुए किरदार की जानिब मत देख।..... अज़हर अब्बास.....

You understand the changing tell tale scene.
Characters shedding bloody tears, aren't  seen.

उठा ये शोर वहीं से सदाओं का क्यूँ- कर।
वो आदमी तो सुना अपने घर में तन्हा था।
..... उम्र अंसारी.....

 How why did sound calls there from make noise.
It's heard that lone man in his home kept poise.

बड़े अज़ाब में हूँ मुझ को जान भी है अज़ीज़। 
सितम को देख के चुप भी नहीं  रहा जाता।..... ज़ेब ग़ौरी..... 

I am in much agony and life is also dear. 
Looking at tyranny, silence  I can't bear. 

कितने दिल थे जो हो गए पत्थर। 
कितने पत्थर थे जो सनम ठहरे। 
..... शायर लखनवी  ..... 

Many hearts turned to stones. 
Many idols encamped, were stones. 


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