O Mohsin ! It isn't good to keep looking at her class.
While your eyes are stone, her whole form is glass.
खींच लाई है तिरे दश्त की वहशत वर्ना।
कितने दरिया ही मिरी प्यास बुझाने आते।..... रज़्मी असीम.....
Wildness of your desert has brought me here.
Many streams 'd come to quench my thirst there.
चीख़ उठता है दफ़-अतन किरदार।
जब कोई शख़्स बदगुमाँ हो जाय।
..... अहमद अश्फ़ाक़.....
Suddenly character starts crying.
When someone is suspicious, trying.
शायद यूँ ही सिमट सकें घर की ज़रूरतें।
' तनवीर ' माँ के हाथ में अपनी कमाई दे।
..... तनवीर सिप्रा.....
May be, the home needs 'll sqeeze within hand.
' Tanveer' ! Place your earnings on mother's hand.
इक हल्क़ा-ए-अहबाब है तन्हाई भी उस की।
इक हम हैं कि हर बज़्म में तन्हा नज़र आए।..... वामिक़ जौनपुरी.....
Even her separation is a friendly chain.
Even in each gathering,
alone I remain.
No comments:
Post a Comment