Thursday, 30 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

मिल भी जाता  जो कहीं आब-ए-बक़ा क्या करते? 
ज़िन्दगी ख़ुद भी थी जीने की सज़ा क्या करते?..... तनवीर अहमद अल्वी..... 

Even if I had found elixir of life, what to do?
This life was a fine of survival, what to do?

अब तो उतनी भी मयस्सर नहीं मैख़ाने में।
जितनी हम छोड़ दिया करते थे पैमाने में।
..... दिवाकर राही.....

Drinks aren't there in the tavern to this little extent. 
Which we 'd leave in wine-cup finding it redundant.

कफ़न ऐ गर्द-ए-लहद देख न मैला हो जाए। 
आज ही हम ने ये कपड़े हैं नहा के बदले। 
..... फ़ानी बदायूनी..... 

See to it, coffin be not dirty O dirt of grave path!  
This set I whave changed today after a bath. 

फ़साने यूँ तो मोहब्बत के सच हैं पर कुछ कुछ। 
बढ़ा भी देते हैं हम ज़ेब-ए-दास्ताँ के लिए।..... शेफ़्ता मुस्तफ़ा ख़ान..... 

Though stories of love are true without fail. 
I add a little bit for beauty of the tale. 

पहाड़ काटने वाले ज़मीं से हार गए। 
इसी ज़मीन में दरिया समाए हैं क्या 
क्या ?..... यगाना चंगेज़ी..... 

Stone- cutters were defeated by the earth. 
In it, many streams have found a berth ! 

चुप चाप सुनती रहती है पहरों शब-ए-फ़िराक़। 
तस्वीर-ए-यार को है मिरी गुफ़्तगू पसंद ।
..... दाग़ देहलवी..... 

Parting night silently listens to it for long. 
My lover 's sketch likes me talk for long. 

ग़ज़ल उस ने छेड़ी मुझे साज़ देना। 
ज़रा उम्र-ए-रफ़्ता को आवाज़ देना। 
..... सफ़ी लखनवी..... 

Give me device, she's set ghazal to tune. 
Call upon the by-gone times immune ! 







Tuesday, 28 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

ज़ख़्म झेले, दाग़ भी खाए बहुत।
दिल लगा कर हम तो पछताए बहुत।
..... मीर तक़ी मीर.....

I tolerated wounds, had scars presented a lot.
O heart! Falling in love, I have
repented a lot.

झूट बोला है तो फिर क़ायम रहो उस पर 'ज़फ़र'।
आदमी को साहिब-ए-किरदार होना चाहिए।..... ज़फ़र इक़बाल.....

O'Zafar'!  Persist on it, if you have  told a lie. 
A man with  character, should maintain it high.

मैं फ़ैसले की घड़ी से गुज़र चुकी हूँ  मगर।
किसी का दीदा-ए-हैराँ मिरी तलाश में है।
..... नोशी गिलानी.....

Though, O judging time, I have passed through thee. 
Someone 's discerning eyes are  in search for me.

जो रेज़ा-रेज़ा नहीं, दिल उसे नहीं कहते। 
कहें न आईना उस को जो पारा-पारा नहीं।..... अहमद ज़फ़र.....

You don't call it a heart, till it's bits are scattered.
 I don't label it a mirror, until 'n unless it is shattered.

ज़माने भर में उलझते हैं जिन की जानिब से। 
अकैले-पन में उसे हम भी क्या नहीं कहते?..... सग़ीर मलाल..... 

Siding whom, often I have fought with the world.
In solitude, haven't I said 
her  many a word? 

Saturday, 25 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

मेरे नालों में असर हो ये ज़रूरी तो नहीं।
हर शब-ए-ग़म की सहर हो ये ज़रूरी तो नहीं।..... नुसरत हाशमी.....

My laments will be effective, it's not essential. 
Night of sorrow 'll see morn', it's not essential.

ग़रज़ कि काट दिए ज़िन्दगी के दिन ऐ दोस्त।
वो तेरी याद में हों या तुझे भुलाने में।
..... फ़िराक़ गोरखपुरी.....

Somehow, I have passed this life-set.
Whether to remember you or forget. 

'मुसहफ़ी' क्यूँके छुपे उन से मिरा दर्द-ए-निहाँ। 
यार तो बात के अंदाज़ से पा जाते हैं। 
..... मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी..... 

'Mushafi' ! From her, how can I hide my pain? 
From a little gesture, she gets
gist of main. 

न चारागर की ज़रूरत  , न कुछ दवा की है। 
दुआ को हाथ उठाओ कि ग़म की रात कटे।..... राजेन्दर कृशन..... 

Neither medicine is needed, nor healer is needed . 
To pass the night of sorrows, let prayers be seeded. 

इस अदा से मुझे सलाम किया। 
एक ही आन में है ग़ुलाम किया। 
..... आसिफ़ुद-दौला....

She wished me with such a style. 
And enslaved me within a while. 





Friday, 24 June 2022

RAVI MAUN..... MY COUPLETS

तेरी वफ़ा की छाँव में इतना सुकूँ मिला।
मंज़िल मिरे क़दम के निशाँ ढूँढती रही। 

कौन जाने ज़िन्दगी ये साथ कब तक दे मेरा ? 
देखते ही देखते इक दिन फ़ना हो जाऊँगा। 

मंज़िलें कितनी भी ऊँची क्यूँ न हों? 
रास्ते पाओं के नीचे पाएँगे। 

अक्सर उन्हीं दियों से जले हैं हमारे हाथ ।
जिनको हवा बुझा न दे, कोशिश में रहे हम।।

हाथ थामो जो किसी का, तो कुछ इस तरह अगर। 
कभी छूटे, तो लकीरों में असर रह जाए।। 

 शान्त हुआ तूफ़ान, मगर मेरे आँसू संचित करने को। 
सागर की लहरों पर चढ़ कर, कितने सीप किनारे आए ! 

ये कचरा तुम ने फेंका है, तुम्हें कचरा लगेगा ये। 
मगर उसको तो इस ढेरी में, इक रोटी ही दिखती है। 

रेत पर पाँव के निशानों को, आने वाली लहर मिटा देंगी। 
और फिर कौन कह सकेगा यह, मैं भी इस रास्ते से गुज़रा हूँ ? 

अगर ये जान लेते चल रहा है क्या ख़यालों में 
तो शायद मुद्दतों तक मुझ से वो बातें नहीं करते

भाव की अभिव्यक्ति है पहचान कवि की।
 भाव बिन, साहित्य के अपमान सी है ! 

खेल का आँगन धरा है, वक्ष माँ का है बिछौना।
गोद में बैठा स्वयं शिशु लग रहा है इक खिलौना। 

फूल ख़ुशबू बिखरते हर सू और काँटे कभी नहीं खिलते। 
फिर भी काँटों की मेहरबानी है, वर्ना ये फूल याँ नहीं मिलते ।

जब तक जगे हैं, दिल में, साँसों में छा गए हैं। 
जब नींद आ गई तो, ख़्वाबों में आ गए हैं।

शिकायतें तो महज़ दूरियों की वजह से हैं।
जो लब मिले तो सिलेंगे, गिले कहाँ होंगे? 

कर सकने की लगन अगर हो, अक़्ल और सच्चाई हो। 
जिसे जवानी भर न पाए, ऐसी कोई उड़ान नहीं। 

दीद की भीख भी नहीं देते। 
हुस्न वाले ग़रीब होते हैं। 
P
जो किसी डाल पर नहीं बैठे। 
ऐसे पंछी अजीब होते हैं। 

दिन गुज़रता गया, रात ढलती रही। 
ज़िन्दगी मोम बन कर पिघलती रही। 

याद भी पास से गुज़रे तो मो'अत्तर हो जाए ! 
कैसे बतलाऊँ कि किस शख़्स का ये चेहरा है? 

अर्थ-प्रधान जगत है, कौन सुनेगा तेरी? 
इसीलिए ऐ' मौन'! मौन तुम भी हो जाओ। 

नया साल है, नई उमंगें, नया जोश है। 
क्या खोया है, क्या पाया है, किसे होश है? 

मेरा अपना था कभी, ग़ैर हुआ है जो आज। 
दिल दुखाता है मगर, उसका परेशाँ होना।

आजकल मैं उदास रहता हूँ। 
तुम को भी आज, कल न आए कहीं! 

कौन साथ देता है जग में, सब कहने की बातें हैं। 
जीवन-संध्या आते - आते, जीवन-साथी चला गया। 

सीने से लगाया यादों को, तो नींद रूठ कर यूँ बोली। 
मैं पास तुम्हारे क्यों आऊँ, जब तुम रक़ीब के साथ रहो? 

जलती चिता को देख कर, आया मुझे ख़याल। 
ता-उम्र मैं जला किया, होने को सिर्फ ख़ाक ! 

चश्म-ए - तर बैठे हैं हम तुम रू-ब-रू। 
हाय वो आँसू ! जो यूँ ही बह गए। 

हाँ, मैंने ये वचन दिया था, जनम - जनम पकड़ूँगा हाथ। 
पिछले पहर, रक़ीब की आँखें भीगी देखीं, क्या करता ? 

सर पर बहू के हाथ रख, बोली दुलार से। 
बिटिया का ही आँचल अभी गीला नहीं हुआ ! 

जिस्म से रूह को छू लेने की कोशिश की है। 
क़ाबिल-ए-रश्क है, काँटों का पशेमाँ होना ! 

जगमग जगमग करती गलियाँ, घर घर में ख़ुशियाँ छाई हैं। 
मन का अँधियारा जो हर ले, ऐसा कोई दीप जला दे। 

मुस्कुरा कर कहो जिस जगह जान-ए-मन, सर वहीं पर हमारा ये झुक जाएगा। 
आप मेरे हैं, कहिए न ये ग़ैर से, सिलसिला उस की साँसों का चुक जाएगा। 

दिल तो बेताब था, ख़ुद ही आता वहाँ, 
माँग कर क्यूँ पशेमाँ किया आप ने। 
हुस्न को दे सकेगा भला इश्क़ क्या,
 मुँह सवाली का देखा तो झुक जाएगा। 

शुक्रिया उन सबका, जिनने हाथ छोड़ा था मेरा। 
मैं निपट लूँगा अकेले, ये भरोसा था उन्हें।

बहुत परेशाँ था मैं सब की कर कर के परवाह । 
चैन मिला है उस दिन से जब हो गया बेपरवाह।

हृदय से जो दे सकोगे हाथ से होता नहीं। 
मौन से जो कह सकूँगा शब्द से होता नहीं। 

तुम साथ चल रहे हो या चल रहे अकेले। 
हर रास्ते पे तुम को अपने लिए है चलना। 

तुम्हारे हुस्न की मैं और क्या करूँ तारीफ़। 
जहाँ में कोई शै ऐसी नहीं, हो तुम जैसी। 




हरि! थे थामो मन की डोर।... रवि मौन

हरि ! थे थामो मन की डोर।

वृंदावन के रास-रचैया ! नटवर, नंदकिशोर।
हे गिरिधर बनवारी! मेरो चित भटकै चहुँ ओर।
हरि ! थे थामो मन की डोर।

मेरी भी सुध लीजो हे हरि ! राधा का चितचोर।
दीनानाथ, दयानिधि, माधव, भक्तन का सिरमौर।
हरि ! थे थामो मन की डोर।

हे गौ-पालक, जसुदा-नंदन, बृज का माखन-चोर।
विषय-ग्राह खींच्याँ ले स्वामी ! गहरा जल की ओर।

हरि ! थे थामो मन की डोर। 

Thursday, 23 June 2022

SAHIR.. GHAZAL.. AHAL-E-DIL AUR BHI HAIN, AHAL-E-VAFAA AUR BHI HAIN.....


अहल-ए-दिल ओर भी हैं, अहल-ए-वफ़ा और भी हैं। 
एक हम ही नहीं, दुनिया से ख़फ़ा और भी हैं। 

Other lovers of faith and heart also exist. 
Who find world less than worth also exist. 

सर सलामत है तो क्या संग-ए-मलामत की कमी ? 
जान बाक़ी है तो पैकान-ए-क़ज़ा और भी हैं। 

The censure will be here, if head is there. 
Fatal arrows don't cease, till breaths persist. 

क्या हुआ गर मिरे यारों की ज़ुबानें चुप हैं? 
मेरे शाहिद मेरे यारों के सिवा और भी हैं। 

What if silence prevails on lips of my chums ? 
Witnesses other than the friends also exist. 

हम पे ही ख़त्म नहीं मस्लक-ए-शोरीदा-सरी। 
चाक-ए-दिल और भी हैं, चाक-ए-क़बा और भी हैं। 

Being madly in love doesn't cease with me. 
Other shattered hearts and dresses also exist. 

मुंसिफ़-ए-शहर की वहदत पे न हर्फ़ आ जाए। 
लोग कहते हैं कि अर्बाब-ए-जफ़ा और भी हैं। 

Let none raise a finger on the city judge. 
People say, other disloyals also exist. 







Wednesday, 22 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

सैर कर दुनिया की ग़ाफ़िल, जिंदगानी फिर कहाँ?
जिंदगानी गर कुछ रही, तो ये जवानी
 फिर कहाँ?..... ख्वाजा मीर दर्द.....

O oblivious ! Search the world, when 'll this life be again?
Even if some life persists, when will this youth be again?

दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया। 
जब चली सर्द हवा, मैंने तुझे याद किया।
..... जोश मलीहाबादी.....

Heart wounds never allowed me to be at ease.
Your memories stormed, 
as arrived the cold breeze.

रुख़-ए-रौशन के आगे शम'अ रख कर वो ये कहते हैं।
उधर जाता है देखें या इधर परवाना आता है ?..... दाग़ देहलवी.....

She says, keeping candle in front of her face.
This way or that, which path will moth trace?

धीमा धीमा दर्द सुहाना हम को अच्छा लगता था । 
दुखते जी को और दुखाना हम को अच्छा लगता था ।..... कृष्ण अदीब..... 

I was agreeable with gentle pleasing pain. 
I just liked hurting the aching 
heart again. 


..... बाल-कृष्ण की सेवा.....

बाल-कृष्ण को सोंप कर बाल-सखी के हाथ।
तीर्थ - यात्रा को चली अपने दल के साथ।

सखी रूप को देख कर रख बालक का ध्यान। 
वस्त्र उतारें कृष्ण के, सोचा करें स्नान। 

बालक से क्या शर्म है, यह भी है यदि साथ। 
नहला दूँगी इसे भी, पहले धो लूँ माथ

बालक को निर्वस्त्र कर, देखी टेढ़ी टाँग। 
ये मुझ से क्या हो गया, सखी करेगी 
माँग ? 

छोटा सा शिशु भी नहीं मैं क्यों सकी संभाल? 
लगी प्रेम से तेल ले शिशु - घुटने पर 
डाल। 

मैं भी कितनी मूर्ख हूँ रखा न शिशु का ध्यान। 
होना था जो हो गया, होनी है बलवान। 

एक माह तक प्यार से मालिश कर निज हाथ। 
भूली अपनी प्रार्थना, रक्षा कर रघुनाथ ! 

बाल-कृष्ण को प्रेम से रोज़ लगाती भोग। 
मल-मल कर सीधी हुई टाँग, अजब संयोग। 

खड़ा देख नंदलाल को हो गई सखी निहाल। 
सारा जीवन कट गया, दिखे नहीं नंदलाल। 

छुए सखी के चरण तब, बोली रो कर बैन।
एक माह में मिल रहे नंद-लला संग नैन। 

सारा जीवन व्यर्थ है, व्यर्थ तीर्थ का दान। 
सखी - पाँव छू कर मिटा, मेरा सब अभिमान। 
प्रेम नहीं तो कुछ नहीं, झूटे तप, जप, नेम।
नंदलला को जीत ले जो, वह तो है प्रेम। 

..... काव्य रूप..... रवि मौन..... 

Tuesday, 21 June 2022

JAUN ELIA.... . GHAZAL..... NAYAA IK RISHTA PAIDA KYUN KAREN HAM.....

नया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हम 
बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हम 

Why should  fresh relation start? 
Why quarrel, if we have to
 part ? 

ख़मोशी से अदा हो रस्म-ए-दूरी 
कोई हंगामा बरपा क्यूँ करें हम 

Why should there be a 
riot? 
Silently, let's get apart. 

ये काफ़ी है कि हम दुश्मन नहीं हैं 
वफ़ा-दारी का दावा क्यूँ करें हम 

It's enough, we aren't 
foes. 
Why a loyalty claim , start? 

वफ़ा इख़्लास क़ुर्बानी मोहब्बत 
अब इन लफ़्ज़ों का पीछा क्यूँ करें हम 

Loyalty, purity, sacrifice, love! 
Why  pursue such words 
In mart? 

हमारी ही तमन्ना क्यूँ करो तुम 
तुम्हारी ही तमन्ना क्यूँ करें हम 

Why long for me alone ? 
Long only for you in mart ? 

किया था अहद जब लम्हों में हम ने 
तो सारी उम्र ईफ़ा क्यूँ करें हम 

Promise was made in moments. 
Why pay life long our part? 

नहीं दुनिया को जब पर्वा हमारी 
तो फिर दुनिया की पर्वा क्यूँ करें हम 

World doesn't care for us? 
Why care for it in retort? 

ये बस्ती है मुसलमानों की बस्ती 
यहाँ कार-ए-मसीहा क्यूँ करें हम 

This  is a Muslim colony. 
Why drive Healer 's cart? 


Monday, 20 June 2022

TODAY'S 5 COUPLETS

धूप में कौन सी किसे याद किया करता है?
पर तिरे शहर में बरसात तो होती होगी।
..... अमीर इमाम..... 

Who can remember anyone in scorching sunlight ?
But rains must be there in your city too, all right !

ज़मीं रोई हमारे हाल पर और आसमाँ रोया। 
हमारी बेकसी को देख कर सारा जहाँ  रोया।
.. ... वहशत रज़ा अली कलकतवी..... 

Earth wept on my state and so did the sky.
My loneliness made the whole world cry. 

थोड़ी सी अक़्ल लाए थे हम भी मगर 'अदम' ।
दुनिया के हादसात ने दीवाना कर दिया। 
..... अब्दुल हमीद अदम..... 

O 'Adam' I had also some  wisdom in store. 
Calamities made me a lunatic 
to the core. 

जब यार ने उठा कर ज़ुल्फ़ों के बाल बाँधे। हम ने भी अपने दिल में लाखों ख़याल बाँधे।..... सौदा मोहम्मद रफ़ी..... 

When my love shaped her dis - shevelled tress. 
My heart shaped so many thoughts to impress. 

दिलबरी जज़्ब-ए-मोहब्बत का करिश्मा है फ़क़त। 
कुछ करामात नहीं, जादू नहीं, एजाज़ नहीं।..... इस्माइल मेरठी..... 

Loveliness is simply a divine deed of love. 
It's no greatness, magic, direction from above. 


Sunday, 19 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

रंग-ए-महफ़िल चाहता है इक मुकम्मल इंक़लाब।
चंद शम'ओं के भड़कने से सहर होती नहीं।..... क़ाबिल अजमेरी.....

Assembly wants complete revolution as it's game . 
Day-break isn't achieved if
 a few candles inflame .

अक़्ल से सिर्फ़ ज़हन रौशन था। 
इश्क़ ने दिल में रौशनी की है। 
..... नरेश कुमार शाद.....

Brain only gave luminous start. 
Love has illuminated the heart.

बुरा हो आईना तिरा, मैं कौन हूँ न खुल सका।
मुझी को पेश कर दिया गया मिरी मिसाल में।..... अब्दुल अहद साज़.....

Bad be on you O mirror ! My identity is yet under cover.
You have simply presented 
me, as  an example of me.

इस महफ़िल-ए-कैफ़-ओ-मस्ती में, इस अंजुमन-ए-इरफ़ानी में।
सब जाम-ब-कफ़ बैठे ही रहे, हम पी भी गए छलका भी गए।..... मजाज़.....

In this group of drinks and joy, in a group with tactful ploy.
People sat with drinks in hand, I drank and splashed the brand.

मिरी ख़ामोशियों की झील में फिर। 
किसी आवाज़ का पत्थर गिरा है। 
.....आदिल रज़ा मंसूरी..... 

My lake of silence is again.
Disturbed by stone sound gain. 

Saturday, 18 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

हुए मदफ़न-ए-दरिया ज़ेर-ए-दरिया तैरने वाले।
तमाचे मौज के खाते थे जो बन कर गुहर निकले।..... अल्लामा इक़बाल.....

Those who swam substream, got a water burial in the end.
Those who faced wave slaps, emerged as pearls, set trend.

इश्क़ माशूक़ इश्क़ आशिक़ है ।
यानी अपना ही मुब्तला है इश्क़ ।
..... मीर तक़ी मीर.....

Love is beloved, love ie lover.
Love is entangled in it's cover.

सैल-ए-ज़माँ में डूब गए मशहूर-ए-ज़माना लोग।
वक़्त के मुंसिफ़ ने कब रक्खा क़ायम उन का नाम ?..... अनवर सईद.....

Famous persons were drowned in stream of time.
When was their name stayed by judge of time ?

लोग दुश्मन हुए उसी के 'शकेब'। 
काम जिस मेहरबान से निकला। 
..... शकेब जलाली..... 

O 'Shakeb'! People became his foes. 
He,who sympathised with their woes. 

कोई इशारा, दिलासा, न कोई वा'दा मगर।
जब आई शाम, तिरा इंतिज़ार करने लगे। 
..... वसीम बरेलवी..... 

Not a gesture, solace, promise made by you. 
Since evening , I have waited,  unpaid by you. 




BASHIR BADR... GHAZAL.. DHOOP AATI HAI MUJH KO PHAILAANE.....

धूप आती है मुझ को फैलाने।
शामियाना मिरा हवा ताने। 

Spreading me is the sunlight. 
Wind keeps my canopy tight.

फिर हवा में गिलास लहराए। 
दो सितारे उठे हैं टकराने। 

Glasses swung in air again. 
Two stars will jingle, so light.

पत्ते मोती हथेलियों पे लिए। 
सुब्ह को दे रहे हैं नज़राने। 

Leaves with pearls on palms. 
Make offers to morning light. 

 झूमते फूल माँगते हैं दुआ। 
अब हवा आए हम को बिखराने। 

Swinging flowers pray now . 
Let breeze scatter us alight. 

रात बिलकुल बरहना लेटी है। 
बिखरे हैं चाँद तारों के दाने। 

The night is lying undressed. 
Moon, stars are scattered in sight. 


JIGAR MORADABADI...... COUPLETS

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

दिल को भी ग़म का सलीक़ा न था पहले पहले ।
उसको भी भूलना अच्छा लगा पहले पहले।..... किश्वर नाहीद..... 

Earlier, heart didn't have decency to deal with grief.
Earlier, I also felt good to
 expel him from the fief.

विसाल-ए-यार की ख़्वाहिश में अक्सर। 
चिराग़-ए-शाम से पहले जला हूँ। 
..... अलमताब तिश्ना..... 

Often, to meet with the lover, in  desire - camp. 
I have got ignited before the evening lamp. 

हार जाएगी ज़िन्दगी लेकिन।
 हारने का नहीं मिरा ये इश्क़। 
..... फ़रहत अब्बास..... 

Though life will suffer a loss. 
My love would wade across. 

हर तरफ़ हर जगह बे-शुमार आदमी। 
फिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी। 
..... निदा फ़ाज़ली..... 

Countless men are  around, everywhere. 
Yet men in solitude, abound everywhere. 

मुझ को तो होश नहीं, तुम को ख़बर हो शायद। 
लोग कहते हैं कि तुम ने मुझे बरबाद किया।..... जोश मलीहाबादी..... 

I do not recollect, may be you heard the news. 
You have destroyed me, people hold these views. 




Friday, 17 June 2022

दोहे.. काव्य रूप.. रवि मौन

मौन से जो कह सकोगे, शब्द से होगा नहीं।
हृदय से जो दे सकोगे, हाथ से होता नहीं।

जिस से गहरा लगाव होता है।
उस से ही गहरा घाव होता है।

रिश्ते संभालने की तो कोशिश करी मगर।
ताली भी एक हाथ से बजती नहीं कभी।

शुक्रिया उन सब का जिन ने साथ छोड़ा था मेरा। 
हर मुसीबत से निपट लूँगा , भरोसा था उन्हें।

बहुत परेशाँ था मैं सब की कर कर के परवाह ।
चैन मिला उस दिन से जब मैं हो गया  लापरवाह।

रिश्ता रखना है तो अच्छाई बयान कर दे। 
तोड़ने की चाह है, सच्चाई बयान कर दे।

ज़िन्दगी ने ज़ख़्म इतने दे दिए मुझको यहाँ। 
जो छिड़क दें नमक उनको ढूंढने जाऊँ कहाँ ? 

Thursday, 16 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

वो दिल-नवाज़ है लेकिन नज़र-शनास नहीं।
मिरा इलाज मिरे चारागर के पास नहीं।
..... नासिर काज़मी.....

He is kind, but can't value a man. 
Treat me ! No way my healer can. 

फेंक दे ख़ुश्क फूल यादों के। 
ज़िद न कर, तू भी बे-वफ़ा हो जा। 
..... तौक़ीर तक़ी..... 

Throw away the dry flowers of remembrance. 
Don't resist, you too take a faithless stance. 

आँख से आँख जब नहीं मिलती। 
दिल से दिल हम-कलाम होता है। 
..... असरार-उल-हक़ मजाज़..... 

When eyes don't meet with 
the eyes. 
Hearts converse with each other, guys! 

राह-रौ बच के चल दरख़्तों से। 
धूप दुश्मन नहीं है, साए हैं ! 
..... एजाज़ वारसी..... 

Co-traveller! Walk avoiding the trees. 
Enemy isn't sun but shadows, these ! 







Wednesday, 15 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

धुआँ जो कुछ  घरों से उठ रहा है।
न पूरे शहर पे छाए तो कहना !
..... जावेद अख्तर.....

From some houses is rising the smoke.
Tell me, if it doesn't entire city choke. 

शहरों के सारे जंगल गुंजान हो गए है़ ।
फिर लोग मेरे अंदर सुनसान हो गए हैं। 
. .... तनवीर अंजुम..... 

Jungles of cities have become  so dense. 
Inside me, humans 've desolate sense. 

मैं कि काग़ज़ की एक कश्ती हूँ। 
पहली बारिश ही आख़िरी है मुझे। 
..... तनवीर हफ़ी.....

Made of paper, I am a boat. 
First rain is my last to quote. 

है ग़लत गर गुमान में कुछ है। 
तुझ सिवा भी जहान में कुछ है। 
..... ख्वाजा मीर दर्द..... 

If there is vanity within you, 
it 's untrue. 
In world, there's something besides you. 

फ़िक्र-ए-म'आश, मातम-ए-दिल और ख़याल-ए-यार। 
तुम सब से म'आज़रत कि तबीअ'त 
उदास है।..... जावेद इक़बाल..... 

Job, mourning of heart and beloved's thoughts stall. 
That my state is crestfallen, 
I am apologetic of you all. 


JIGAR MORADABADI.. GHAZAL.. MOHABBAT MEIN KAISE MUQAAM AA RAHE HAIN.....


मोहब्बत में कैसे मुक़ाम आ रहे हैं। 
कि मंज़िल पे हैं और चले जा रहे हैं। 

Which sites in love are on the move? 
I am on goal, but still on the move. 

ये कह कह के हम दिल को बहला रहे हैं। 
वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं। 

Saying so, I am setting heart in groove. 
Now she has started, is on the move. 

वो अज़-ख़ुद ही नादिम हुए जा रहे हैं। 
ख़ुदा जाने क्या क्या ख़याल आ रहे हैं। 

She is ashamed of self, on to prove
 O God! What ideas are on the move? 

हमारे ही दिल से मज़े उन के पूछो। 
वो धोके जो दानिस्ता हम खा रहे हैं। 

Enquire about her joys from my heart. 
I know, these are deceits on the move. 

जफ़ा करने वालों को क्या हो गया है? 
वफ़ा कर के भी हम तो शर्मा रहे हैं।

What's happened to the faithless lot? 
I am faithful but ashamed to prove. 

वो आलम है अब यार-ओ-अग़्यार कैसे ? 
हमीं अपने दुश्मन हुए जा रहे हैं। 

That state is, who is  pal or rival? 
My enmity with self is on the  move. 

मिज़ाज-ए-गिरामी की हो ख़ैर या-रब ! 
कई दिन से अक्सर वो याद आ रहे हैं। 

O God! Enquiry about well being be blessed.
 For days, her memory is on the  move. 

Tuesday, 14 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

कमाल-ए-ज़ब्त को ख़ुद भी तो आज़माऊँगी।
मैं अपने हाथ से उस की दुल्हन सजाऊँगी।..... परवीन शाकिर.....

Extent of tolerance, I 'll also test on my own. 
His bride' ll be decorated by hands of my own.

देख कर मेरा दश्त-ए-तन्हाई।
रंग-ए-रू-ए-बहार उतरा है।
..... इब्न-ए-सफ़ी.....

With my lonely desert string. 
 Off-colour is  face of spring.

उस अजनबी से हाथ मिलाने के वास्ते। 
महफ़िल में सब से हाथ मिलाना पड़ा मुझे।..... हसन अब्बासी.....

To shake hands with that strange man, pal. 
I had to shake hands with 
them all.

ख़बर कर दे कोई उस बे-ख़बर को।
मिरी हालत बिगड़ती जा रही है। 
..... सैयदा अर्शिदा हक़.....

With that ignorant, converse. 
My condition is getting worse. 

कार-ए-ज़िन्दगानी के शोर-ओ-शर में मुद्दत से। 
उन को भूल जाने का अहतिमाल रहता है।..... मुस्तफ़ा शहाब..... 

In tumult of working life since long. 
The fear of losing her is so strong. 


Monday, 13 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

ज़िंदगी दर्द भी दवा भी थी।
हमसफ़र भी गुरेज़-पा भी थी।
..... असलम इस्लाम अमजद..... 

Life was sorrow, it's remedy too.
Was co-traveller and evasive too.

वस्ल हो या फ़िराक़ हो 'अकबर'।
जागना रात भर मुसीबत है। 
..... अकबर इलाहाबादी.....

Whether it's union or separation 'Akbar'.
To be awake all night 
is a torture.

रखते हैं मोहब्बत को तग़ाफ़ुल में छुपा कर। 
परवा ही तो करते हैं जो परवा नहीं करते।..... जुनैद अख़्तर.....

I keep concealed love in indifference.
I exhibit concern by this indifference. 

उदासी, शाम, तन्हाई, कसक, यादों की बेचैनी। 
मुझे सब सौंप कर सूरज चला जाता है पानी में।..... अलीमा इतरत..... 

Sadness, eve', loneliness, pangs of pain, restlessness. 
Handing over all these to me, sun conceals himself in sea. 

कभी इश्क़ करो और फिर देखो, इस आग में जलते रहने से। 
कभी दिल में पर आँच नहीं आती, कभी रंग ख़राब नहीं होता।
..... सलीम कौसर..... 

Love sometime and see, to keep burning in this fire. 
Neither you  get discolored, 
nor is heart in heat of fire. 





Sunday, 12 June 2022

SAHIR HOSHIARPURI.. GHAZAL.. BAS FARQ IS QADAR HAI GUNAAH-O-SAWAAB MEN

बस फ़र्क़ इस क़दर है गुनाह ओ सवाब में 
पीरी में वो रवा है ये जाएज़ शबाब में 

This is the difference between reward and sin.
A bit in old age, permitted to the young grin. 

तासीर-ए-जज़्ब-ए-शौक़ का ये सेहर देखिए 
ख़ुद आ गए हैं वो मिरे ख़त के जवाब में 

This is the efficacy of my fascination. 
Replying my letter, she has appeared in skin. 

आख़िर तड़प तड़प के ये ख़ामोश हो गया। 
दिल को सुकून मिल ही गया इज़्तिराब में।

It kept writhing to become silent at last. 
The heart gained peace from anxiety within. 

आँखें मिला के या तो इनायत हो एक जाम। 
या ज़हर ही मिला दो हमारी शराब में। 

Either make eye contact 'n offer winecup. 
Otherwise, let my drink be poisoned within. 

रुख़ आफ़ताब, होंट कँवल, चाल हश्र-ख़ेज़ ।
किस शय की अब कमी है तुम्हारे शबाब में ? 

Sunny face, lotus lips and doomsday moves. 
Now what's missing in your youth din ? 

दुनिया में ढूँढते रहे हम राहतें अबस। 
दुनिया की राहतें तो हैं तेरे इताब में। 

Futile was my search for comforts in world. 
Worldly ease is there in your temper within. 

'साहिर' अजीब शै है मोहब्बत का दर्द भी। 
दिल मुब्तला है एक मुसलसल अज़ाब में।

O 'Sahir' ! The sorrow of love is so strange. 
Heart is afflicted with constant agony within. 

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

काश देखो कभी टूटे हुए आईनों को।
दिल शिकस्ता  हो तो फिर अपना पराया क्या है ?
..... ओबैदुल्लाह अलीम.... 

Would that you look at broken mirrors so fine. 
When heart is broken, what's else's or mine?

इंसान की निय्यत का भरोसा नहीं कोई। 
मिलते हो तो इस बात का इम्कान भी रखना। ..... अंजुम ख़लीक़......

Intention of man can't 
 be believed anyway. 
While meeting, keep this possibility in sway.

ग़म-ए-फ़िराक़ को सीने से लग के सोने दो।
शब-ए-तवील की होगी सहर कभी न कभी।..... करामत अली करामत.....

Let sorrow of separation cling to chest and sleep. 
Sometime,there will be morn' of long night so deep.

आशिक़ की भी हस्ती है दुनिया में अजब हस्ती। 
ज़िंदा है तो रुस्वा है, मर जाए तो अफ़साना।..... हयात अमरोहवी .....

The entity of lover is a thing
 so strange
Bad name till alive, dead in
 tale-range.

सच्ची ख़ुशी की आस न टूटे दुआ करो। 
झूटी तसल्लियों से बहलते रहा करो।
..... अयूब फ़हमी.....

Let not break hope of true joy, pray.
Let false consolations pacify on way.


Saturday, 11 June 2022

AMIIR QAZALBAASH...20....... COUPLETS

मिरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा 
इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा 

Result of my frenzy will emerge 
From this sea, light will emerge. 

लोग जिस हाल में मरने की दुआ करते हैं 
मैं ने उस हाल में जीने की क़सम खाई है

People just pray to die in this state. 
I 've promised to live in that state. 

इक परिंदा अभी उड़ान में है 
तीर हर शख़्स की कमान में है 

A bird is still in aerial route. 
Each man has arrow to shoot. 

यकुम जनवरी है नया साल है 
दिसम्बर में पूछूँगा क्या हाल है 

It's first January and a new year. 
In December, 'll ask your state dear. 
 
उसी का शहर वही मुद्दई वही मुंसिफ़ 
हमें यक़ीं था हमारा क़ुसूर निकलेगा 

His is city, he is plaintiff and judge. 
I was sure, I ' ll be found guilty by judge. 

तुम राह में चुप-चाप खड़े हो तो गए हो 
किस किस को बताओगे कि घर क्यूँ नहीं जाते 

You have stood silently while on  way. 
Why don't go home, whom ' d you say? 

सुना है अब भी मिरे हाथ की लकीरों में 
नजूमियों को मुक़द्दर दिखाई देता है

In lines of my hand, it's still said.
Astrologers see destiny instead. 

 मिरे पड़ोस में ऐसे भी लोग बसते हैं 
जो मुझ में ढूँड रहे हैं बुराइयाँ अपनी

Near me, such people also dwell. 
Who search their fault in my spell. 

 मुझ से बच बच के चली है दुनिया 
मेरे नज़दीक ख़ुदा हो जैसे

World has bypassed me as such. 
As if Almighty is within my touch. 
आज की रात भी गुज़री है मिरी कल की तरह 

हाथ आए न सितारे तिरे आँचल की तरह 
 
  
 ज़िंदगी और हैं कितने तिरे चेहरे ये बता 

तुझ से इक उम्र की हालाँकि शनासाई है


यार क्या ज़िंदगी है सूरज की 

सुब्ह से शाम तक जला करना

क्या गुज़रती है मिरे बाद उस पर 

आज मैं उस से बिछड़ कर देखूँ

मिरे घर में तो कोई भी नहीं है 

ख़ुदा जाने मैं किस से डर रहा हूँ

मैं ने क्यूँ तर्क-ए-तअल्लुक़ की जसारत की है 

तुम अगर ग़ौर करोगे तो पशीमाँ होगे

न जाने कैसा मसीहा था चाहता क्या था 

तमाम शहर को बीमार देख कर ख़ुश था

जहाँ जहाँ भी है नहर-ए-फ़ुरात का इम्काँ 

वहीं यज़ीद का लश्कर दिखाई देता है

ज़रा बदलूंगा इस बे-मंज़री को 

फिर उस के बाद मर जाऊँगा मैं भी

अदा हुआ है जो इक लफ़्ज़ बे-असास न हो 

मिरा ख़ुदा कहीं मेरी तरह उदास न हो

सुकूत-ए-शब में दर-ए-दिल पे एक दस्तक थी 

बिखर गई तिरी यादों की कहकशाँ मुझ से

मेरे उस के दरमियाँ हाइल कई कोहसार हैं 

मुझ तक आते-आते बादल तिश्ना-लब हो जाएगा

Friday, 10 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

इतना तो बता जाओ ख़फ़ा होने से पहले।
वो क्या करें जो तुम से ख़फ़ा हो नहीं सकते।..... असद भोपाली.....

Before you get angry, just clarify it to me too. 
 What should he do, who can't be angry with you.

माह-ओ-अंजुम पर नज़र पड़ने लगी।
उन को देखे इक ज़माना हो गया। 
.... जलील मानिकपुरी .....

Moon 'n stars are coming to  view. 
Since too long, I haven't seen you. 

अजीब शै है तसव्वुर की कार-फ़रमाई। 
हज़ार महफ़िल-ए-रंगीं शरीक-ए-तन्हाई। 
..... पायम फ़तेहपुरी..... 

Doings of imagination are things, very strange. 
So colourful meetings 'n solitude within range. 

ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में। 
तिरी याद आँखें दुखाने लगी। 
..... आदिल मंसूरी..... 

I just sat in solitude for a while. 
Your memory hurt eyes in
 style . 

अगर वो आज रात हद्द-ए-इल्तिफ़ात तोड़ दे। 
कभी फिर उस से प्यार का ख़याल भी न आएगा।..... याक़ूब यावर..... 

If she breaks the limits of kindness tonight.
Never will the idea of loving 
 her seem right. 




Tuesday, 7 June 2022

AHMAD FARAZ.... COUPLETS

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए
 आ ।
आ, फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ। 

Be it enmity, come to hurt my heart. 
Do come to me once again to part. 
  
 
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें ।
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में 
मिलें ।

We may meet in dream, if we part again. 
As dried out flowers, the books retain. 

किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम ।
तू मुझ से ख़फ़ा है, तो ज़माने के लिए 
आ ।

To how many 'll I tell the cause to part. 
You are angry ,but no social gain. 

हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा'द ये 
मा' लूम।
कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी।

Parting with you I have come to know. 
It wasn't only you but world  on show. 

दिल को तिरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है। 
और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता।

Heart has lot of faith on your desire. 
Yet fear to part, keeps me in mire.

तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो 'फ़राज़'।
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला।

You think being formal, is being  chum. 
'Faraz' shaking hand, isn't  being chum. 


किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल। 
कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा।

Someone started from home, got goal. 
Other like me, was always  on the roll. 

आज इक और बरस बीत गया उस के बग़ैर। 
जिस के होते हुए होते थे ज़माने मेरे। 
 
One more year has passed without her. 
With whom, the world was
 mine on stir. 

ज़िंदगी से यही गिला है मुझे 
तू बहुत देर से मिला है मुझे 

Life ! I have only this to complain. 
To you vary lately, I could
 gain. 

आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा 

वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा 

Don't be out of sight, you 'll be off the heart. 
What's about time, it's parting, will part. 

 अगर तुम्हारी अना ही का है सवाल तो फिर 

चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए 

If it's  your ego, that's on  stake. 
As chum I extend hand, you take. 
 
इस से पहले कि बे-वफ़ा हो जाएँ 
क्यूँ न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ 

Ere faithlessness keeps apart. 
Why do not as friends we part? 

 उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ 
अब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ 

Long ago we parted, paid no heed. 
What to say, this tale is old indeed. 

और 'फ़राज़' चाहिएँ कितनी मोहब्बतें तुझे। 
माओं ने तेरे नाम पर बच्चों का नाम रख दिया। 

What more love, 'Faraz' can you  claim? 
Mothers name children after your name. 

हम को अच्छा नहीं लगता कोई हमनाम तिरा। 
कोई तुझ सा हो तो फिर नाम भी तुझ सा रक्खे। 

I don't like anyone as your  namesake. 
 If one is  like you, can your name take. 

अब ज़िन्दगी में इतनी फ़राग़त किसे नसीब ।
इतना न याद आ कि तुझे भूल जाएँ हम ।

क़ुर्बतें लाख ख़ूब-सूरत हों। 
दूरियों में भी दिलकशी है अभी। 

Beautiful is the nearness to own. 
Distance has a charm of it's own. 

ढूँढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती। 
ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में  मिलें। 

In deserted persons, look for the fidelity pearls. 
These treasures can possibly be in deserted girls. 

दिल भी पागल है कि उस शख़्स से वाबस्ता है 
जो किसी और का होने दे न अपना रक्खे 

  Heart is mad, being in liason with  that dame. 
Who won't own, nor let anyone else claim. 
 
तेरी बातें ही सुनाने आए 
दोस्त भी दिल ही दुखाने आए 

 They talked only about you from  start
Chums too came to hurt the heart. 

 बंदगी हम ने छोड़ दी है 'फ़राज़' 
क्या करें लोग जब ख़ुदा हो जाएँ 

Faraz I have now stopped stooping before anyone . 
What to do when people think they 'n God are one 

कुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसे। 
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा। 

I have passed my whole life in this way. 
All along, In other's house, did I stay. 

अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम। 
ये ही बहुत है तुझको अगर भूल जाएँ हम। 

What relation with anyone can I grow. 
It's enough if I can forget you, no? 

तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल। 
हार जाने का हौसला है मुझे। 

With love, you just make a move.
I have courage to lose and prove. 

आशिक़ी में 'मीर' जैसे ख़्वाब मत देखा करो 
बावले हो जाओगे महताब मत देखा करो 

Like 'Mir', in love don't have a habit to dream. 
Don't look at moon, or a lunatic you will seem. 

सुना है उस के बदन की तराश ऐसी है 
कि फूल अपनी क़बाएँ कतर के देखते हैं 

  It's heard that such are her body cuts. 
Flowers stare at her  through dress cuts. 

अब तक दिल - ए-ख़ुश-फ़हम को हैं तुम से उमीदें।
ये आख़िरी शम'एँ भी बुझाने के लिए आ।

My well intending heart still has hopes from you. 
Come for extinguishing these
 last candles too. 

चला था ज़िक्र ज़माने की बे-वफ़ाई का। 
सो आ गया है तुम्हारा ख़याल वैसे ही। 

About infidel world, a talk was going on.
 Your thought came by the way going on. 

अब दिल की तमन्ना है तो ऐ काश यही हो। 
आँसू की जगह आँख से हसरत  निकल आए। 

If heart so desires, let me hope that these crop.
 Let unfulfilled desires instead of tears do drop.

ग़म -ए-दुनिया भी ग़म-ए-यार में शामिल कर लो 
नश्शा बढ़ता है शराबें जो शराबों में मिलें 

Join world griefs with that of love. 
Mixed wines intoxicate over 'n above. 

मैं क्या करूँ मिरे क़ातिल न चाहने पर भी। 
तिरे लिए मिरे दिल से दुआ निकलती है। 

Even unwilling O murderer ! What to do? 
Only prayer comes out of my heart for you. 

इस क़दर मुसलसल थीं शिद्दतें जुदाई की। आज पहली बार मैंने उससे बे-वफ़ाई की। 
So persistent and intense 
were parting woes. 
For the first time  I was faithless, one knows. 

गुफ़्तुगू अच्छी लगी ज़ौक़-ए-नज़र अच्छा लगा 
मुद्दतों के बाद कोई हम-सफ़र अच्छा लगा 

 The talk was good, perceptive eye was good. 
After long, a co-traveller appeared so good. 

उम्र भर कौन निभाता है तअल्लुक़ इतना 
ऐ मिरी जान के दुश्मन तुझे अल्लाह रक्खे

Who can maintain a relation life long? 
O enemy of my life, may you live long ! 

न मंज़िलों को न  हम रहगुज़र को देखते हैं। 
अजब सफ़र है कि बस हम-सफ़र को देखते हैं। 

Neither do I look at the goal
 nor mind the path. 
Strange travel that I see only cotraveller of path. 

सो देख कर तेरे रुख़सार-ओ - लब यक़ीं आया। 
कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी। 

Seeing your cheeks 'n lips did faith zoom. 
That outside garden, flowers also bloom. 

न शब ओ रोज़ ही बदले हैं न हाल अच्छा है 
किस बरहमन ने कहा था कि ये साल अच्छा है 

Neither day night' ve changed, nor state is good. 
Which priest has prophecied that  year is good ? 

दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला 
वही अंदाज़ है ज़ालिम का ज़माने वाला 

Even as a friend, won't go along a mile
Just worldly is still the tyrant's style. 
  
 
अब तिरे ज़िक्र पे हम बात बदल देते हैं 
कितनी रग़बत थी तिरे नाम से पहले पहले
  
With mention of your name,  I change topic all the same. 
How  much was the craze, with your name in early phase?

ये किन नज़रों से तूने आज देखा ? 
कि तेरा देखना देखा न जाए।

Today, how have you looked at me ? 
That you look is so difficult to see. 

मुझ से बिछड़ के तू भी तो रोएगा उम्र भर 
ये सोच ले कि मैं भी तिरी ख़्वाहिशों में हूँ 

Having parted with me,you will also weep life long. 
Understand that I am also your desire since long. 

कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ 
फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते 

In your departure my love, how easy it was to die? 
Still it took my whole life for this  successful try. 

याद आई है तो फिर टूट के याद आई है। 
कोई गुज़री हुई मंज़िल कोई भूली हुई दोस्त। 

Breaking all the barriers, her memory is back. 
A forgotten friend, a gone by goal on the track. 

फ़राज़' तर्क-ए-तअल्लुक़ तो ख़ैर क्या होगा 
यही बहुत है कि कम कम मिला करो उस से 

' Faraz '!  Is it possible for  relationship to  break ? 
It's enough that with her, you  meet with a break. 

सिलवटें हैं मिरे चेहरे पे तो हैरत क्यूँ है 
ज़िंदगी ने मुझे कुछ तुम से ज़ियादा पहना 

Why are you surprised with wrinkles on my face. 
Life has worn me more than you and at it's pace. 
 
  
 
लो फिर तिरे लबों पे उसी बेवफ़ा का ज़िक्र 

अहमद 'फ़राज़' तुझ से कहा न बहुत हुआ

On your lips, talk of that faithless agaan. 






Monday, 6 June 2022

KHUMAAR BARAHBANKVI....6... COUPLETS

माँगेंगे अब दुआ कि उसे भूल जाएँ हम।
लेकिन जो वो ब-वक़्त-ए-दुआ याद आ गया ?

Now I will pray that I can forget her.
But while praying if I  remember her?

अब आँसू संभलते नहीं हैं संभाले। 
तुम्हारी अमानत तुम्हारे हवाले। 

Now I can't handle tears any more. 
Let your deposit be in your store. 

कहने को ज़िन्दगी थी बहुत मुख़्तसर मगर। 
कुछ यूँ बसर हुई कि ख़ुदा याद आ गया। 

Life was short, as told by the wise- kind. 
But it passed in a way, God came to mind

बरसे बग़ैर ही जो घटा घिर के खुल गई। 
इक बे-वफ़ा का अहद-ए-वफ़ा याद आ गया।

Without rain, clouds roared 'n dealt a blind. 
Promise of a faithless, came to my mind. 

दूसरों पर अगर तब्सिरा कीजिए। 
आईना सामने रख लिया कीजिए।

But, when others, you  review.
Place  a mirror in front of you.

अब इन हुदूद में है लाया है इंतजार मुझे। 
वो आ भी जाओ जाए तो आए न 
ए'तबार मुझे।

Waiting has brought me in such  limits range.
I can't believe it even if she arrives for a change.

KHUMAAR BARAHBANKVI... GHAZAL.. VAHII PHIR MUJHE YAAD AANE LAGE HAIN.......

वही फिर मुझे याद आने लगे हैं।
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं। 

Once again, she is coming to mind. 
To forget her took lifetime of a kind.

वो हैं पास और याद आने लगे हैं। 
मोहब्बत के होश अब ठिकाने लगे हैं। 

She is so near and still in memory.
Love is coming to sense of a kind.

सुना है हमें वो भुलाने लगे हैं। 
तो क्या हम उन्हें याद आने लगे हैं ?

It's said that she is forgetting me. 
So have I been coming to her mind ?

हटाए थे जो राह से दोस्तों की। 
वो पत्थर मिरे घर में आने लगे हैं। 

What I had removed from path of friends.
Flung in my home are stones of the kind.

ये कहना था उनसे मोहब्बत है मुझको।
ये कहने में हम को ज़माने लगे हैं। 

I had only to say that I love you.
It took a lifetime to say my mind.

क़यामत यक़ीनन क़रीब आ गई है।
'ख़ुमार' अब तो मस्जिद में आने लगे हैं।

Doom's day is surely coming so near.
'Khumaar' is coming to mosque to find ! 

Sunday, 5 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

त'आल्लुक़ तोड़ने में पहल मुश्किल मरहला था।
चलो हमने तुम्हारा बोझ हल्का कर दिया है। 
..... हसन अब्बास रज़ा.....

 A start in breaking relation was a difficult task.
 I have lessened your load 
and eased the task.

ये सुब्ह की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ। 
अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया।..... नासिर काज़मी.....

These whitenesses of morn' and saffron colours of noon.
Now where have I gone, let 
me see in the mirror soon.

सफ़र सफ़र मिरे क़दमों से जगमगाया
 हुआ। 
तरफ़ तरफ़ है मिरी ख़ाक-ए-जुस्तजू रौशन।..... सुल्तान अख़्तर..... 

All journeys are dazzled
 by my footsteps here. 
Illuminated is dust of my journey everywhere . 

है मिरी आँखों में अक्स-ए-नविश्ता-ए-दीवार। 
समझ सको तो मेरा नुतक़ा-ए-बे-ए-ज़बाँ ले लो।..... फ़रहान सलीम..... 

In my eyes is reflecțing the writing on the wall. 
If you are can know, take the speechless's call. 

इश्क़ अख़बार कब का बंद हुआ। 
दिल मिरा आख़िरी शुमारा है। 
..... फ़रहत अहसास..... 

Newspaper of love is now out of print. 
My heart is the last copy of that print. 








Saturday, 4 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

मैं उस के ऐब उस को बताता भी किस तरह।
वो शख़्स आज तक मुझे तन्हा नहीं मिला।..... एजाज़ वारसी.....

 How could his faults to him I narrate ? 
That man was never found alone, O mate.

लोगों को तो करने के बहुत काम हैं 'असलम'।
हम को तो मोहब्बत के सिवा कुछ नहीं आता।..... असलम गुरदासपुरी.....

O Aslam, people have many jobs to do. 
Love is the only thing that
 I can do.

फ़लक पे भीड़ लगी थी शिकस्ता आहों की। 
दुआ से पहले मुझे रास्ता बनाना पड़ा।
..... बिलाल हैरिस.....

A crowd of shattered sighs in sky was there. 
I had to reach before prayer could be there.

कैसी बिपता पाल रखी है क़ुर्बत की और दूरी की ?
ख़ुश्बू मार रही है मुझको अपनी ही कस्तूरी की।..... नईम सरमद.....

What trouble of nearness 'n distance to moan ? 
Stifling me to death is the musk of my own.

हिनाई हाथ से आँचल संभाले। 
ये शर्माता हुआ कौन आ रहा है ?
..... मजनूँ गोरखपुरी.....

With hennaed hand., holding the skirt. 
Whom is shy beauty, coming 
to hurt ?


Friday, 3 June 2022

NAASIR KAZMI... COUPLETS

आरज़ू है कि तू यहाँ आए।
और फिर उम्र भर नजाए कहीं।

 I have a desire that you should come here.
And then life long, don't go anywhere.

ओ मेरे मसरूफ ख़ुदा। 
अपनी दुनिया देख ज़रा। 

O very busy God of mine. 
Just look at world of thine.

अकेले घर से पूछती है बे-कसी।
तिरा दिया जलाने वाले क्या हुए ?

Helplessness asks the home left alone. 
Those who lit lamp, where have they gone?

आज तो बे-सबब उदास है जी।
इश्क़ होता तो कोई बात भी थी। 

Today I am sad for just nothing.
With love, there could be something.

कभी ज़ुल्फ़ों की घटा ने घेरा। 
कभी आँखों की चमक याद आई।

At times I was surrounded by her cloudy tress. 
At times, memory of eyeshine did impress. 

GHAZAL. BHAARAT BHOOSHAN PANT.. ANDHERAA MITATAA NAHIN HAI MITAANAA PADTAA HAI...


अंधेरा मिटता नहीं है मिटाना पड़ता है 

बुझे चराग़ को फिर से जलाना पड़ता है 

ये और बात है घबरा रहा है दिल वर्ना 

ग़मों का बोझ तो सब को उठाना पड़ता है 

कभी कभी तो इन अश्कों की आबरू के लिए 

न चाहते हुए भी मुस्कुराना पड़ता है 

अब अपनी बात को कहना बहुत ही मुश्किल है 

हर एक बात को कितना घुमाना पड़ता है 

वगर्ना गुफ़्तुगू करती नहीं ये ख़ामोशी 

हर इक सदा को हमें चुप कराना पड़ता है 

अब अपने पास तो हम ख़ुद को भी नहीं मिलते 

हमें भी ख़ुद से बहुत दूर जाना पड़ता है 

इक ऐसा वक़्त भी आता है ज़िंदगी में कभी 

जब अपने साए से पीछा छुड़ाना पड़ता है 

बस एक झूट कभी आइने से बोला था 

अब अपने आप से चेहरा छुपाना पड़ता है 

हमारे हाल पे अब छोड़ दे हमें दुनिया 

ये बार बार हमें क्यूँ बताना पड़ता है 



Rekhta today's 5 couplets

घर से निकल कर जाता हूँ मैं रोज़ कहाँ? 
इक दिन अपना पीछा कर के देखा जाय।..... भारत भूषण पंत..... 

Leaving home, daily where do I go?
Let me follow someday, see so.

आप जाते तो हैं उस बज़्म में 'शिबली' लेकिन।
हाल-ए-दिल देखिए इज़हार न होने पाए।
..... शिबली नोमानी.....

O'Shiblee'! You are going in that meeting. 
See, state of heart, shows no feeling. 

अजब ख़ुलूस अजब सादगी से करता है। 
दरख़्त नेकी बड़ी ख़ामुशी से करता है। 
..... अतुल अजनबी..... 

With strange sincerety,, simplicity it does. 
So silently the tree, so selflessly does. 

सुब्ह - सवेरा, दफ़्तर, बीवी, बच्चे, महफ़िल  नींदें, रात। 
यार किसी को मुश्किल भी होती है इस आसानी पर ! ..... अखिलेश तिवारी..... 

Morning, office, wife, children, gathering, sleeps, night. 
In such simple setup, how can one have trouble slight ? 

दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले।
हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले।..... कैफ़ भोपाली..... 

World gave wounds and spots too. 
I got these gifts befriending you. 



Thursday, 2 June 2022

IMDAAD IMAAM ASAR.. GHAZAL.. KISI KA DIL KO RAHAA INTIZAAR SAARI RAAT

किसी का दिल को रहा इंतिज़ार सारी रात 

फ़लक को देखा किए बार बार सारी रात 

Heart  kept on waiting for someone whole night
Several times, I looked at the sky whole night. 

तड़प तड़प के तमन्ना में करवटें बदलीं 

न पाया दिल ने हमारे क़रार सारी रात 

I kept on writhing and turning in desire. 
My heart could not get solace whole night. 

इधर तो शम्अ थी गिर्यां उधर थे हम गिर्यां 

इसी तरह पे रहे अश्क-बार सारी रात 

Both candle and I kept on crying over there. 
This way we kept on shedding tears whole night. 

ख़याल-ए-शम्-रुख़-ए-यार में जले ता-सुब्ह 

लिया क़रार न परवाना-वार सारी रात 

I burnt in thought of her firy cheeks till morn'. 
Like moth I had no solace last night. 


न पूछ सोज़-ए-जुदाई को हम से ऐ हमदम 

जला किया ये दिल-ए-दाग़दार सारी रात 

Don't ask about pain of separation O mate ! 
This heart with spots kept on burning whole  night 

मिज़ा के इश्क़ से आई न नींद आँखों में 

नज़र खटकती रही बन के ख़ार सारी रात 

Sleep evaded eyes, while in love with her eyelashes. 
Her eyes pierced like the thorns whole night. 

ख़याल-ए-ज़ुल्फ़-ए-सियह में बहा किए आँसू 

बँधा रहा मिरे रोने का तार सारी रात 

Tears kept rolling in thought of dark tress. 
Incessant  was the stream of my tears whole night. 

न पूछ हम से 'असर' रात किस तरह काटी 

अजब तरह का रहा इंतिशार सारी रात

O 'Asar' don't ask  how I  passed night ?
A strange anarchy prevailed whole night. 

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

शहर की गलियों में गहरी तीरगी गिरियाँ रही।
रात बादल इस तरह आए कि मैं तो डर गया।..... मुनीर नियाज़ी.....

Deep darkness kept crying in city street ways. 
 I feared, clouds crowded last night many ways.

ऐ शम'अ-ए-हिज्र-ए-यार मिरी तू गवाही दे।
मैं तेरे साथ  साथ  रहा घर नहीं गया। 
..... अज़ीम हैदर सैयद.....

O parting lover's lamp ! You vouch for me.
I didn't know go home, remained with thee. 

ये तेरी आरज़ू में बढ़ी वुस' अत-ए-नज़र।
दुनिया है सब मिरी निगह-ए-इंतिज़ार में।
..... अज़ीज़ लखनवी...

Expanse of  vision, grew in your desire.
Under my watch, is the world, entire.

मेरा हर शे' र हक़ीक़त की है कि ज़िंदा तस्वीर।
मेरे अश'आर में है किस्सा नहीं लिक्खा  मैंने। 
..... अनवर जलालपुरी..... 

Each of my couplets is living picture of facts. 
In my couplets, I didn't pen tales and tacts. 

मुसलसल हादसों से बस मुझे इतनी शिकायत है। 
कि ये आँसू बहाने का भी तो मौका नहीं  देते।..... वसीम बरेलवी..... 

For constant accidents, I have only this to complain. 
These do not give a chance for the eyes to drain. 





JIGAR MORADABADI.... . GHAZAL.. IK LAFZ- E- MOHABBAT KA ADNAA YE FASAANAA HAI......

इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है 
सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है 

So concise is this one word love tale. 
Lover 's heart in short, spreads world entail. 

ये किस का तसव्वुर है ये किस का फ़साना है 
जो अश्क है आँखों में तस्बीह का दाना है

Whose is this thought, whose is the tale? 
Rosary-bead is a tear with in eye gale. 

दिल संग-ए-मलामत का हर-चंद निशाना है 
दिल फिर भी मिरा दिल है दिल ही तो ज़माना है 

Heart is the aim of each stone thrown. 
Yet it's my heart, with it world rail. 

हम इश्क़ के मारों का इतना ही फ़साना है 
रोने को नहीं कोई हँसने को ज़माना है 

For us love struck, so short is the tale. 
To laugh upon is world, no one to wail. 

वो और वफ़ा-दुश्मन मानेंगे न माना है 
सब दिल की शरारत है आँखों का बहाना है 

She is a love foe, O no, no, no. 
Heart 's mischief, eye excuse stale ! 

शाइ'र हूँ मैं शाइ'र हूँ मेरा ही ज़माना है 
फ़ितरत मिरा आईना क़ुदरत मिरा शाना है 

I am a poet, a poet, it's but my world. 
Outgrowing is nature, my mirror sly ' n pale. 

जो उन पे गुज़रती है किस ने उसे जाना है 
अपनी ही मुसीबत है अपना ही फ़साना है 

Who has known, what befalls her ? 
It's our trouble, it's  our tale. 

क्या हुस्न ने समझा है क्या इश्क़ ने जाना है 
हम ख़ाक-नशीनों की ठोकर में ज़माना है 

What beauty realises, what love knows. 
We are down to earth, on taps world mail. 

आग़ाज़-ए-मोहब्बत है आना है न जाना है 
अश्कों की हुकूमत है आहों का ज़माना है

It's start of love, nothing comes or goes. 
It's a kingdom of tears, sigh filled tale. 

आँखों में नमी सी है चुप चुप से वो बैठे हैं 
नाज़ुक सी निगाहों में नाज़ुक सा फ़साना है 

Eyes are moist, she's silent, seated. 
In the delicate eyes is a delicate tale. 

हम दर्द-ब-दिल नालाँ वो दस्त-ब-दिल हैराँ 
ऐ इश्क़ तो क्या ज़ालिम तेरा ही ज़माना है 

I am hand on crying heart, her's on surprised one ! 
O cruel love ! Is it your world tale? 

या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से 
कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है 

She was angry with me. I am angry with her. 
That was her world, it's  mine without fail. 

ऐ इश्क़-ए-जुनूँ-पेशा हाँ इश्क़-ए-जुनूँ-पेशा 
आज एक सितमगर को हँस हँस के रुलाना है 

O love frenzy job, yes a love frenzy job. 
To tyrant today, I 'll laugh and let wail. 

थोड़ी सी इजाज़त भी ऐ बज़्म-गह-ए-हस्ती 
आ निकले हैं दम-भर को रोना है रुलाना है 

Permit a little bit O troubles of world ! 
En route for a while, to make cry and wail. 

ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे 
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है 

Love isn't easy, only this is to know. 
You swim sub stream that's on fiery gale. 

ख़ुद हुस्न-ओ-शबाब उन का क्या कम है रक़ीब अपना 
जब देखिए अब वो हैं आईना है शाना है 

Her youth 'n beauty are enough of a rival. 
Now with her is mirror ' n shoulder on trail. 

तस्वीर के दो रुख़ हैं जाँ और ग़म-ए-जानाँ 
इक नक़्श छुपाना है इक नक़्श दिखाना है 

Two sides of picture, life 'n it's woes. 
One is to exhibit, to conceal other trail.

ये हुस्न-ओ-जमाल उन का ये इश्क़-ओ-शबाब अपना 
जीने की तमन्ना है मरने का ज़माना है 

Her beauty and glow, my love and youth. 
Desire to live, to die and fail. 

मुझ को इसी धुन में है हर लहजा बसर करना 
अब आए वो अब आए लाज़िम उन्हें जाना है 

I have to pass every moment this way. 
Whenever she comes, departure  'll prevail. 

ख़ुद्दारी-ओ-महरूमी महरूमी-ओ-ख़ुद्दारी 
अब दिल को ख़ुदा रक्खे अब दिल का ज़माना है 

Self respect' n deprived, deprived 'n self respect. 
It's heart' s world, may God heart hail. 

अश्कों के तबस्सुम में आहों के तरन्नुम में 
मा'सूम मोहब्बत का मा'सूम फ़साना है 

In smiling tears and musical sighs. 
Is innocent love with innocent tale.

आँसू तो बहुत से हैं आँखों में 'जिगर' लेकिन 
बंध जाए सो मोती है रह जाए सो दाना है 

O 'Jigar' In the eyes are lots of tears. 
Pearls if chained, the wise one if fail. 




Wednesday, 1 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

उतनी देर समेटूँ सारे दुःख तेरे।
जितनी देर ऐ दोस्त बिखर नहीं जाता मैं।
..... नईम गिलानी.....

I 'll gather all your griefs till then.
O friend ! I am not scattered, till then.

चाहिए अच्छों को जितना चाहिए। 
ये अगर चाहें तो फिर क्या चाहिए ?
..... मिर्ज़ा ग़ालिब.....

Like the good as much as you like. 
If she likes, nothing else 'll you like.

कुछ वक़्त चाहते थे कि सोचें तिरे लिए।
तू ने वो वक़्त हम को ज़माने नहीं दिया।
..... मुनीर नियाज़ी.....

I had wanted some time to think about you.
O world ! That time wasn't given  by you.

एक दिन ग़रक़ न कर दे तुझे ये सैल-ए-वजूद।
देख हो जाए न पानी कहीं सर से ऊँचा। 
..... फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी.....

One day, this torrent of existence may drown you. 
Watch, that water level
 may not get over you. 

सब ख़्वाहिशें पूरी हों 'फ़राज़' ऐसा नहीं है।
 जैसे कई अश'आर मुकम्मल नहीं होते। 
..... अहमद फ़राज़..... 

'Faraz' ! It's not that all the desires replete. 
Just as some  couplets remain incomplete