वो क्या करें जो तुम से ख़फ़ा हो नहीं सकते।..... असद भोपाली.....
Before you get angry, just clarify it to me too.
What should he do, who can't be angry with you.
माह-ओ-अंजुम पर नज़र पड़ने लगी।
उन को देखे इक ज़माना हो गया।
.... जलील मानिकपुरी .....
Moon 'n stars are coming to view.
Since too long, I haven't seen you.
अजीब शै है तसव्वुर की कार-फ़रमाई।
हज़ार महफ़िल-ए-रंगीं शरीक-ए-तन्हाई।
..... पायम फ़तेहपुरी.....
Doings of imagination are things, very strange.
So colourful meetings 'n solitude within range.
ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में।
तिरी याद आँखें दुखाने लगी।
..... आदिल मंसूरी.....
I just sat in solitude for a while.
Your memory hurt eyes in
style .
अगर वो आज रात हद्द-ए-इल्तिफ़ात तोड़ दे।
कभी फिर उस से प्यार का ख़याल भी न आएगा।..... याक़ूब यावर.....
If she breaks the limits of kindness tonight.
Never will the idea of loving
her seem right.
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