Saturday, 18 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

दिल को भी ग़म का सलीक़ा न था पहले पहले ।
उसको भी भूलना अच्छा लगा पहले पहले।..... किश्वर नाहीद..... 

Earlier, heart didn't have decency to deal with grief.
Earlier, I also felt good to
 expel him from the fief.

विसाल-ए-यार की ख़्वाहिश में अक्सर। 
चिराग़-ए-शाम से पहले जला हूँ। 
..... अलमताब तिश्ना..... 

Often, to meet with the lover, in  desire - camp. 
I have got ignited before the evening lamp. 

हार जाएगी ज़िन्दगी लेकिन।
 हारने का नहीं मिरा ये इश्क़। 
..... फ़रहत अब्बास..... 

Though life will suffer a loss. 
My love would wade across. 

हर तरफ़ हर जगह बे-शुमार आदमी। 
फिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी। 
..... निदा फ़ाज़ली..... 

Countless men are  around, everywhere. 
Yet men in solitude, abound everywhere. 

मुझ को तो होश नहीं, तुम को ख़बर हो शायद। 
लोग कहते हैं कि तुम ने मुझे बरबाद किया।..... जोश मलीहाबादी..... 

I do not recollect, may be you heard the news. 
You have destroyed me, people hold these views. 




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