Saturday, 4 June 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

मैं उस के ऐब उस को बताता भी किस तरह।
वो शख़्स आज तक मुझे तन्हा नहीं मिला।..... एजाज़ वारसी.....

 How could his faults to him I narrate ? 
That man was never found alone, O mate.

लोगों को तो करने के बहुत काम हैं 'असलम'।
हम को तो मोहब्बत के सिवा कुछ नहीं आता।..... असलम गुरदासपुरी.....

O Aslam, people have many jobs to do. 
Love is the only thing that
 I can do.

फ़लक पे भीड़ लगी थी शिकस्ता आहों की। 
दुआ से पहले मुझे रास्ता बनाना पड़ा।
..... बिलाल हैरिस.....

A crowd of shattered sighs in sky was there. 
I had to reach before prayer could be there.

कैसी बिपता पाल रखी है क़ुर्बत की और दूरी की ?
ख़ुश्बू मार रही है मुझको अपनी ही कस्तूरी की।..... नईम सरमद.....

What trouble of nearness 'n distance to moan ? 
Stifling me to death is the musk of my own.

हिनाई हाथ से आँचल संभाले। 
ये शर्माता हुआ कौन आ रहा है ?
..... मजनूँ गोरखपुरी.....

With hennaed hand., holding the skirt. 
Whom is shy beauty, coming 
to hurt ?


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