विष्णु-पत्नी नमस्तुभ्याम् ! पाद-स्पर्श
क्षमस्य मेव।
O Goddess! Oceans are your dresses , mounts your breasts they call.
O Lord Vishnu 's wife I pray ! Forgive me for the touch of foot - fall.
वस्त्र समुद्र विष्णु पत्नी के, स्तन सब पर्वत माल।
छुऊँ पाँव से क्षमा करें माँ, नमन करूँ
मैं भाल।
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