Sunday, 10 July 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान से 
वो और थे जो हार गए आसमान से ।
..... फ़हीम जोगापुरी..... 

The world isn't aware about my flight. 
Others have lost against sky- might. 

बदन में जैसे लहू ताज़ियाना हो गया है। 
उसे गले से लगाए ज़माना हो गया है। 
..... इरफ़ान सिद्दीक़ी..... 

The blood within me is like a whiplash stir. 
A long time has gone since I embraced her. 

शायद किसी की याद का मौसम फिर आ गया। 
पहलू में दिल की तरह धड़कने लगी है शाम।..... ओवेस अहमद दौराँ..... 

Probably it's a season to remember someone at best. . 
Evening is throbbing like heart in the chest. 

मौसम अजीब रहता है, दल के दयार का।
आगे हैं लू के झोंके भी, ठंडी हवा के बा'द।
..... क़ैसर शमीम.....

Season of crowd spread is so strange to please. 
Hot wind also blows after the  cold breeze. 

सब के लिए सवाल ये कब है, कि क्या न हो। 
उन को तो मुझ से ज़िद है कि मेरा कहा न हो।..... रईस रामपुरी..... 

Where's a question for all, what not to be.
she is adamant that  what I said, shouldn't be. 


..... 






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