Wednesday, 13 July 2022

REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS

'सैफ़' अंदाज़-ए-बयाँ रंग बदल देता है।
वर्ना दुनिया में कोई बात नई बात नहीं।
..... सैफ़ुद्दीन सैफ़.....

O 'Saif' ! Style of expression, colours what's said.
Or else, in the world, nothing new is being said. 

उसे बे-चैन कर जाऊँगा मैं भी। 
ख़मोशी से गुज़र जाऊँगा मैं भी। 
..... अमीर क़ज़लबाश..... 

I 'll also unsettle her , it's plain. 
Silently me too' ll pass by her lane. 

नज़र में शोख़ शबीहें लिए हुए है सहर। 
अभी न कोई इधर से धुआँ धुआँ गुज़रे। 
..... चंद्रभान ख़याल..... 

Morning has naughty images in her eye. 
At present, let none who is sad, pass by. 

उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो ।
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है..... राहत इन्दौरी..... 

O breaths! Pass silently by her memory zone. 
Even heart beats disturb prayer, it's known. 

सुन तो सही, जहाँ में है तेरा फ़साना क्या? कहती है तुझे ख़ल्क़-ए-ख़ुदा ग़ायबाना क्या ? ... हैदर अली आतिश..... 

Just listen ! In universe, 
the tale about you ? 
What does your creation silently nail about you? 


इक पल में इक सदी का मज़ा हम से पूछिए 
दो दिन की ज़िंदगी का मज़ा हम से पूछिए 

भूले हैं रफ़्ता रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हम 

क़िस्तों में ख़ुद-कुशी का मज़ा हम से पूछिए 

आग़ाज़-ए-आशिक़ी का मज़ा आप जानिए 

अंजाम-ए-आशिक़ी का मज़ा हम से पूछिए 

जलते दियों में जलते घरों जैसी ज़ौ कहाँ 

सरकार रौशनी का मज़ा हम से पूछिए 

वो जान ही गए कि हमें उन से प्यार है 

आँखों की मुख़बिरी का मज़ा हम से पूछिए 

हँसने का शौक़ हम को भी था आप की तरह 

हँसिए मगर हँसी का मज़ा हम से पूछिए 

हम तौबा कर के मर गए बे-मौत ऐ 'ख़ुमार' 

तौहीन-ए-मय-कशी का मज़ा हम से पूछिए

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