साये पे उस के बैठ के रोना फ़ुज़ूल है
..... शहरयार.....
A tree which neither a flower nor thorn bears.
Sitting in it's shade, it is futile to shed tears.
मौत से ज़ीस्त की तकमील नहीं हो सकती।
रौशनी ख़ाक में तहलील नहीं हो सकती।
..... नजीब अहमद.....
न सैर-ए-बाग़ न मिलना न मीठी बातें हैं।
ये दिन बहार के ऐ जान मुफ़्त जाते हैं।
..... नाजी साकिर.....
There are neither garden walks, nor meetings, nor sweet talks.
My love! these days of spring, are being wasted for nothing .
बे-धड़क पिछले पहर नाला-ओ-शेवन क्यूँ है?
कह दे इतना तो कोई ताज़ा गिरफ़्तारों से।.....यगाना चंगेज़ी .....
Why is the fearless wailing in late hours of night?
Let someone tell freshly imprisoned their right !
ये इंतिज़ार न ठहरा कोई बला ठहरी।
किसी की जान गई आप की अदा ठहरी।
..... नसीम अमरोहवी .....
It is not an expectation, but a calamitous presentation.
While it's your favourite style, someone loses life in a while.
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS.. 11.8.22
मिल मालिक के कुत्ते भी चर्बीले हैं।
लेकिन मज़दूरों के चेहरे पीले हैं।
..... तनवीर सिप्रा.....
Even dogs of mill owner are fatty indeed.
Faces of labourers are pale, without feed.
ये किस का चेहरा दमकता है मेरी आँखों में?
ये किस की याद मुझे कहकशाँ से आती है?..... ओबैदुल्लाह सिद्दीक़ी.....
Whose is the face that glitters in my eyes?
Whose memory comes from yonder skies?
जिन पे नाज़ाँ थे ये ज़मीन-ओ-फ़लक।
अब कहाँ हैं वो सूरतें बाक़ी?
..... इब्न-ए-मुफ़्ती.....
Earth and sky were proud of those.
Where are such faces, even close?
ज़रा सा साथ दो ग़म के सफ़र में।
ज़रा सा मुस्कुरा दो, थक गया हूँ।
..... लियाक़त अली आसिम.....
Give me company in the journey of grief.
I am tired, give a smile,
even if brief.
ख़ुशबू जैसी रात ने मेरा।
अपना जैसा हाल किया था।
..... आसिमा ताहिर.....
A night that was fragrance prone.
Had scattered me like her
own.
Translated by Ravi Maun.
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS.. 12.8.22
मंज़िल पे नज़र आई बहुत दूरी-ए-मंज़िल
बे-साख़्ता आने लगे सब राह-नुमा याद।
..... अज़्मत अब्दुल क़ैयाम ख़ान.....
Near goal became evident, the distance of goal.
Naturally came to mind, all the guides to goal.
अभी तलक है सदा पानियों पे ठहरी हुई। अगरचे डूब चुका है पुकारने वाला।
..... फ़ारुख़ ज़ोहरा गिलानी.....
His sound still stays on the water around.
Although the caller has long since drowned.
निगाह-ए-शौक़ अगर दिल की तर्जुमाँ हो जाए।
तो ज़र्रा ज़र्रा मोहब्बत का राज़-दाँ हो जाए।..... हया लखनवी.....
If look of love can translate what's there in heart.
Each grain of love will be a secret-keeper in part.
बहुत ताख़ीर से पाया है ख़ुद को।
मैं अपने सब्र का फल हो गया हूँ।
..... हुमैरा राहत.....
Belatedly, my self, I have found.
I am a fruit of my patience, profound.
ज़ीस्त और मौत का आख़िर ये फ़साना क्या है?
उम्र क्यूँ हस्ब-ए-ज़रूरत नहीं दी सकती?
..... खालिदा उज़्मा.....
What's this story on life and death page?
As needed, why can't be accorded the age?
Translated by Ravi Maun.
REKHTA TODAY'S 5 COUPLETS.. 12.8.22.
शिकवा कोई दरिया की रवानी से नहीं है।
रिश्ता ही मिरी प्यास का पानी से नहीं है।
..... शहरयार......
With the river in flow,I have no reproach.
Water and my thirst just do not approach.
जब यार ने उठा कर ज़ुल्फ़ों के बाल बाँधे। तो मैंने अपने दिल में लाखों ख़याल बाँधे।..... सौदा मोहम्मद रफ़ी.....
When my lover tied the hair of her tress.
I had in my heart, many ideas to press.
हमें भी नींद आ जाएगी, हम भी सो ही जाएँगे।
अभी कुछ बे-क़रारी है, सितारो तुम तो सो जाओ। ..... क़तील शफ़ाई.....
It 'll also come to me, finally me too will sleep.
I am still at unease, O stars! You go to sleep.
मुझे भी डर है तिरी आरज़ू न मिट जाए।
बहुत दिनों से तबीअ'त मिरी उदास नहीं।
..... नासिर काज़मी.....
A fear transpires, I may lose your desires.
Many days in my state, sadness doesn't date.
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझ को।
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं।
..... ख़ुमार बाराबंकवी.....
I had to tell her with delight, I love you as my right.
For these words to come out, years were lost in bout.
... Translated by Ravi Maun...
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