Saturday, 20 August 2022

KALEEM AAJIZ.. GHAZAL.. TUM GUL THE HAM NIKHAAR ABHII KAL KII BAAT HAI.....

तुम गुल थे हम निखार अभी कल की बात है 
हम से थी सब बहार अभी कल की बात है 

बेगाना समझो ग़ैर कहो अजनबी कहो 
अपनों में था शुमार अभी कल की बात है 

आज अपने पास से हमें रखते हो दूर दूर 
हम बिन न था क़रार अभी कल की बात है 

इतरा रहे हो आज पहन कर नई क़बा 
दामन था तार तार अभी कल की बात है 
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आज इस क़दर ग़ुरूर ये अंदाज़ ये मिज़ाज 
फिरते थे 'मीर' ख़्वार अभी कल की बात है 

अंजान बन के पूछते हो है ये कब की बात 
कल की है बात यार अभी कल की बात है 


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