उड़ते हुए परिंदों के पर भी कतर गई
The air waves have done a work so strange.
It trimmed wings of the birds
flying within range.
आँखें कहीं दिमाग़ कहीं दस्त ओ पा कहीं
रस्तों की भीड़-भाड़ में दुनिया बिखर गई
Eyes, mind, hands and feet at separate sites.
On crowded roads, world got scattered off range.
कुछ लोग धूप पीते हैं साहिल पे लेट कर
तूफ़ान तक अगर कभी इस की ख़बर गई
Some people soak in sun, lying on the shore.
If somehow the news goes within typhoon range !
निकले कभी न घर से मगर इस के बावजूद
अपनी तमाम उम्र सफ़र में गुज़र गई
I never got out of home, but even then.
My entire life was spent on a journey range.
देखा उन्हें तो देखने से जी नहीं भरा
और आँख है कि कितने ही ख़्वाबों से भर गई
On viewing her, heart didn't have it's fill.
While eyes had lot of dreams in it's range.
जाने हवा ने कान में चुपके से क्या कहा
कुछ तो है क्यूँ पहाड़ से नद्दी उतर गई
I don't know what wind told silently in ear.
It was why, river roared down hill range.
सूरज समझ सका न इसे उम्र भर 'निज़ाम'
तहरीर रेत पर तो हवा छोड़ कर गई
O 'Nizaam'! Sun could never understand it.
Writing, that wind left on the shore range.
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